14-08-2019, 03:17 PM
नैना: "मुझे पता था पराग मान ही जायेगा इसलिए हमने पेंटिंग की पूरी तयारी कर के राखी है। मैं तुम्हे लेने ही आयी थि, चल।"
नैना ने उस दिन रोज के प्रिंट वाला वाइट ऑफ शोल्डर टॉप और डार्क येलो बड़े फ्लावर प्रिंट वाला पलाज़्ज़ो पहने थी। उसके दोनों कंधे नंगे थे और टाइट टॉप में उसके उसके मुम्मो का उभार आकर्षक लग रहे थे। साथ में खुले बाल लहरा रहे थे। नैना अब दूर से ही बाहें फेलाये मेरी तरफ बढ़ रही थी। मुझे नहीं पता था की मेरे एक डिसीजन का मुझे यह इनाम मिलने वाला था। मुझे एक बार फिर नैना के गले लगने का मौका मिलने वाला था। प्रेरणा बोली की वो तयारी करके आती हैं और बेडरूम की तरफ भागी। नैना मेरे क़रीब आ गयी थी और मैं भी उसको कसने को तैयार था। नैना ने मेरी बगल के नीचे से अपने दोनों हाथ लाकर मुझे पीठ से पकड़ा और मैंने उसकी बाजुओ के ऊपर से हाथ लाकर उसकी पीठ पकड़ी और गले लग गइ। मैने अपन सर झुकाया और उसके पूरे नंगे चिकने कंधे मेरे सामने थे। मैंने अपने होंठ से उसके कंधो को छु लिया। पहली बार नैना को इस तरह चूम कर मेरे शारीर को ठण्डक मीली। मेरी तो इच्छा थी की उसके कन्धो को थोड़ा चाट कर गीला कर दू पर ठीक नहीं लगा। नैना के मुलायम गाल भी मेरी गरदन को साइड से छु रहे थे और तीखी ठुड्डी मेरे कंधे को छु रही थी तो मुझे एक मीठी सी गुदगुदी हो रही थी। उसके परफ्यूम की खुसबू तो वैसे ही मुझे मदहोश कर रही थी। उसका टॉप ऑफ शोल्डर था तो उसकी पीठ पर से हाथ थोड़ा ऊपर कर मैंने उसकी थोड़ी नंगी दिखती पीठ पर भी हाथ छु लिया। दूसरा हाथ थोड़ा नीचे ले जाकर उसकी कमर को पकड़ लिया।
उसका टॉप थोड़ा छोटा था तो उसने जो नीचे पलाज़्ज़ो पहने था उसके और टॉप के बीच की खाली जगह में मैंने अपना हाथ लगा दिया और उसकी नंगी कमर को भी छु लिया था। जीस तरह मुझे नैना को गले लगा मजा आ रहा था कही नैना को भी तो मुझे गले लगा कर तो मजा आ रहा होगा? मैंने अपना सर घुमाया और अपने होंठ उसके कंधे से हटा कर नैना के कांन के नीचे उसकी लम्बी गरदन पर चुमना चाह। मैने एक हाथ से उसके बाल उसकी गरदन से हटाये और मेरे सामने चुमने के लिए उसकी गरदन थी। मेरे होंठ उसकी गरदन को चुमने ही वाले थे पर एक दर लगा की सारा अच्छा माहौल नैना के नाराज होने से बिगाड़ सकता है। हम दोनों एक साथ एक दूसरे से दूर हुए पर मेरा एक हाथ अभी भी नैना को उसकी कमर से पकडे था। वो मेरी तरफ देख अभी भी मुस्कुरा रही थी और मैं भी मुस्कुरा रहा था।
नैना: "तो फिर तुम चल रहे हो उर, तुम देख पाओगे प्रेरणा को!" लगता था जैसे नैना अपना वादा भूल गयी थी। उसने बोला था की वो भी प्रेरणा की तरह कपड़े खोल कर रहेगी ताकि मुझको प्रेरणा के लिए बुरा न लगे। मैने हामी भर दी की मैं उधर आउगा। वहाँ रहूँगा तभी तो नैना को अपना वादा याद आएगा की उसको भी कपड़े खोलने हैं, हालांकि उसके यह ऑफर देने के बाद मैंने खुद ही उसको मना बोल दिया था पर फिर भी मुझे आशा थी। नैना खुश हो गयी और मुझे और प्रेरणा को अपने घर आने का बोल कर जाने लागी। मैंने नैना को और खुश करने के लिए बोला की वो उन कपड़ो में बहुत सुन्दर लग रही है। नैना मेरी तरफ मुड़ी और अपने दोनों हाथ चौड़े कर फैलाते हुए खुद को ऊपर से नीचे देखा और मुझे थैंक यू बोली और फिर वह से चली गायी।
मै ड्राइंग रूम में बैठा अब प्रेरणा का वेट कर रहा था। थोड़ी देर बाद वो बाल खुले रख सवार कर आयी थी और थोड़ा मेकअप भी कर लिया था। हमारे बच्चे को खिला पिलर कर सुला दिया और बेबी मॉनिटर चालु कर दिया ताकि अगर वो हमारे जाने के बाद उठे तो हमें पता चल जाए। अब मै प्रेरणा के साथ मिहिर और नैना के फ्लैट पर पहुंच। मिहिर ने उस दिन आर्टिस्ट लोगो के फेवरेट कपड़े कुरता और पाजामा पहने था। हम सब लोग बैठ गए और मिहिर ने पूछा की हमने कौन सी तस्वीर बनवाने का डीसाइड किया है। प्रेरणा अब थोड़ी मुस्कान के साथ मेरी तरफ देखने लगी। इस बारे में तो मैंने सोचा ही नहीं था। मैंने वो निर्णय प्रेरणा पर छोड़ दिया की जो उसको पसन्द हो। मगर प्रेरणा ने बोली की मैं बड़ी मुश्किल से माना हूँ तो वो मेरी पसन्द की ही तस्वीर बनवाएगी। एक ही ऐसी तस्वीर थी जिसमे मुम्मे और चुत ढकी हुई थी जिसमे वो लड़की रो रही थी, मगर प्रेरणा ने पहले ही उसके लिए मना बोल दिया था की उसको हैप्पी वाली पेंटिंग बनवानी है। मैने फिर उसको वो वाइट भीगी हुई साड़ी वाली तस्वीर के लिए हां बोल दिया। प्रेरणा ने भी गरदन हिला कर हामी भर दि।
नैना ने उस दिन रोज के प्रिंट वाला वाइट ऑफ शोल्डर टॉप और डार्क येलो बड़े फ्लावर प्रिंट वाला पलाज़्ज़ो पहने थी। उसके दोनों कंधे नंगे थे और टाइट टॉप में उसके उसके मुम्मो का उभार आकर्षक लग रहे थे। साथ में खुले बाल लहरा रहे थे। नैना अब दूर से ही बाहें फेलाये मेरी तरफ बढ़ रही थी। मुझे नहीं पता था की मेरे एक डिसीजन का मुझे यह इनाम मिलने वाला था। मुझे एक बार फिर नैना के गले लगने का मौका मिलने वाला था। प्रेरणा बोली की वो तयारी करके आती हैं और बेडरूम की तरफ भागी। नैना मेरे क़रीब आ गयी थी और मैं भी उसको कसने को तैयार था। नैना ने मेरी बगल के नीचे से अपने दोनों हाथ लाकर मुझे पीठ से पकड़ा और मैंने उसकी बाजुओ के ऊपर से हाथ लाकर उसकी पीठ पकड़ी और गले लग गइ। मैने अपन सर झुकाया और उसके पूरे नंगे चिकने कंधे मेरे सामने थे। मैंने अपने होंठ से उसके कंधो को छु लिया। पहली बार नैना को इस तरह चूम कर मेरे शारीर को ठण्डक मीली। मेरी तो इच्छा थी की उसके कन्धो को थोड़ा चाट कर गीला कर दू पर ठीक नहीं लगा। नैना के मुलायम गाल भी मेरी गरदन को साइड से छु रहे थे और तीखी ठुड्डी मेरे कंधे को छु रही थी तो मुझे एक मीठी सी गुदगुदी हो रही थी। उसके परफ्यूम की खुसबू तो वैसे ही मुझे मदहोश कर रही थी। उसका टॉप ऑफ शोल्डर था तो उसकी पीठ पर से हाथ थोड़ा ऊपर कर मैंने उसकी थोड़ी नंगी दिखती पीठ पर भी हाथ छु लिया। दूसरा हाथ थोड़ा नीचे ले जाकर उसकी कमर को पकड़ लिया।
उसका टॉप थोड़ा छोटा था तो उसने जो नीचे पलाज़्ज़ो पहने था उसके और टॉप के बीच की खाली जगह में मैंने अपना हाथ लगा दिया और उसकी नंगी कमर को भी छु लिया था। जीस तरह मुझे नैना को गले लगा मजा आ रहा था कही नैना को भी तो मुझे गले लगा कर तो मजा आ रहा होगा? मैंने अपना सर घुमाया और अपने होंठ उसके कंधे से हटा कर नैना के कांन के नीचे उसकी लम्बी गरदन पर चुमना चाह। मैने एक हाथ से उसके बाल उसकी गरदन से हटाये और मेरे सामने चुमने के लिए उसकी गरदन थी। मेरे होंठ उसकी गरदन को चुमने ही वाले थे पर एक दर लगा की सारा अच्छा माहौल नैना के नाराज होने से बिगाड़ सकता है। हम दोनों एक साथ एक दूसरे से दूर हुए पर मेरा एक हाथ अभी भी नैना को उसकी कमर से पकडे था। वो मेरी तरफ देख अभी भी मुस्कुरा रही थी और मैं भी मुस्कुरा रहा था।
नैना: "तो फिर तुम चल रहे हो उर, तुम देख पाओगे प्रेरणा को!" लगता था जैसे नैना अपना वादा भूल गयी थी। उसने बोला था की वो भी प्रेरणा की तरह कपड़े खोल कर रहेगी ताकि मुझको प्रेरणा के लिए बुरा न लगे। मैने हामी भर दी की मैं उधर आउगा। वहाँ रहूँगा तभी तो नैना को अपना वादा याद आएगा की उसको भी कपड़े खोलने हैं, हालांकि उसके यह ऑफर देने के बाद मैंने खुद ही उसको मना बोल दिया था पर फिर भी मुझे आशा थी। नैना खुश हो गयी और मुझे और प्रेरणा को अपने घर आने का बोल कर जाने लागी। मैंने नैना को और खुश करने के लिए बोला की वो उन कपड़ो में बहुत सुन्दर लग रही है। नैना मेरी तरफ मुड़ी और अपने दोनों हाथ चौड़े कर फैलाते हुए खुद को ऊपर से नीचे देखा और मुझे थैंक यू बोली और फिर वह से चली गायी।
मै ड्राइंग रूम में बैठा अब प्रेरणा का वेट कर रहा था। थोड़ी देर बाद वो बाल खुले रख सवार कर आयी थी और थोड़ा मेकअप भी कर लिया था। हमारे बच्चे को खिला पिलर कर सुला दिया और बेबी मॉनिटर चालु कर दिया ताकि अगर वो हमारे जाने के बाद उठे तो हमें पता चल जाए। अब मै प्रेरणा के साथ मिहिर और नैना के फ्लैट पर पहुंच। मिहिर ने उस दिन आर्टिस्ट लोगो के फेवरेट कपड़े कुरता और पाजामा पहने था। हम सब लोग बैठ गए और मिहिर ने पूछा की हमने कौन सी तस्वीर बनवाने का डीसाइड किया है। प्रेरणा अब थोड़ी मुस्कान के साथ मेरी तरफ देखने लगी। इस बारे में तो मैंने सोचा ही नहीं था। मैंने वो निर्णय प्रेरणा पर छोड़ दिया की जो उसको पसन्द हो। मगर प्रेरणा ने बोली की मैं बड़ी मुश्किल से माना हूँ तो वो मेरी पसन्द की ही तस्वीर बनवाएगी। एक ही ऐसी तस्वीर थी जिसमे मुम्मे और चुत ढकी हुई थी जिसमे वो लड़की रो रही थी, मगर प्रेरणा ने पहले ही उसके लिए मना बोल दिया था की उसको हैप्पी वाली पेंटिंग बनवानी है। मैने फिर उसको वो वाइट भीगी हुई साड़ी वाली तस्वीर के लिए हां बोल दिया। प्रेरणा ने भी गरदन हिला कर हामी भर दि।