14-08-2019, 03:13 PM
पराग: "यह मिहिर तुम्हारी नंगी तस्वीर क्यों बनाना चाहता हैं, वो अपनी बीवी की ऐसी तस्वीर क्यों नहीं बनता"
प्रेरणा ने मुझे वो तस्वीर फिर दिखाई जिसमे लड़की पूर नंगी लेटी थी और उसके बुब्स और चुत साफ़ दीख रही थी। प्रेरणा ने बताया की ऐसी एक तस्वीर मिहिर ने नैना की भी बनायीं हैं और उनके बेडरूम में लगी हुई हैं। (उस तस्वीर को देखने के बाद ही प्रेरणा के दिमाग में भी अपनी खुद की तस्वीर बनवा कर अपने बेडरूम में लगाने का ख्याल आया था। उसने बताया की वो तस्वीर बहुत क्लासीक लग रही थी और चीप नहीं है।
मै, नैना को आजतक नंगा तो नहीं देख पाया था पर एक बार उसके बेडरूम में जाकर कम से कम उसकी वो नंगी तस्वीर जरूर देखना चाहता था। मगर फिलहाल मेरे सामने बड़ा सवाल खडा था की मैं अपनी बीवी को इस तरह की नंगी तस्वीर बनवाने की इजजत दू या नहीं। मैने प्रेरणा को वो वाली तस्वीर बनवाने को बोल दिया जिसमे लड़की एक कपड़े को पकडे अपने मुम्मे और चुत को ढके हुई है। क्यों की सिर्फ उसी में लड़की के दोनों अंग सबसे ज्यादा ढके हुए थे। प्रेरणा ने मुह बिचका दिया और कहा की उसको वो तस्वीर पसन्द नहीं हैं क्यों की उसमें नायिका रो रही है। वो दर्द के भाव वाली तस्वीर हैं और वो अपनी ऐसी तस्वीर बेडरुम में क्यों लगाएगी? प्रेरणा बोली की अगर मुझको कपड़ो वाली तस्वीर में ही देखना हैं तो वो उस गीली सफ़ेद साड़ी वाली तस्वीर बनवा लेगी। मगर मैंने उसको साफ़ इनकार कर दिया। प्रेरणा नाराज हो गयी और मुझसे रूठ कर बेडरूम में जाकर सो गायी। मैंने उसको मानाने की भी कोशिश की पर उसने मुझे हाथ तक नहीं लगाने दिया। मगर मैं भी झुकने वाला नहीं था। कोई भी पति कैसे इस तरह अपनी बीवी को किसी गैर मर्द के सामने लगभग नंगा होने देगा। मगर अगले दिन भी प्रेरणा का यही हाल था। पूरे २४ घन्टे हो गए थे पर प्रेरणा ने मुझसे बात तक नहीं की थी। अगले दिन भी यही हाल रह। अब उसको नाराज हुए २ दिन हो चुके थे।
शाम को डोर बेल बजी। प्रेरणा तो बेडरूम में थी और मैंने दरवाजा खोला। सामने नैना खड़ी थी एक प्यारी सी मुस्कान लिये। उसको देखते ही मेरा तनाव ग़ायब हो गया और मैंने उसको अंदर लिया। मैने नैना को बताया की प्रेरणा बेडरूम में हैं पर नैना ने बोला की वो मुझसे ही बात करने आयी है। एक ख़ुशी हुई की वो मुझे क्या बात करने वाली हैं। मागर एक आशंका भी थी की शायद प्रेरणा ने नैना को बता दिया होगा की मैंने तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दी है नैना ने बटन वाला शर्ट पहने था जिसके एक बटन खुला था और उसका खुला सीना काफी दिखह रहा था। हम दोनों एक सोफ़े पर आस पास बैठ गये। हम दोनों एक दूसरे की तरफ देख रहे थे। उसमे अपनी मक्खन सी नाजुक उंगलियो से अपने दोनों हाथो में मेरे हाथ पकड़ लिये।
नैना: "क्या बात हैं पराग, तुमने प्रेरणा को तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दि? कोई कंसर्न हैं तो मुझे बतओ, क्या प्रॉब्लम हैं?"
(मै तो सकपका गया की अब उसको इस बारे में कैसे समझाऊ? कोई लड़का होता तो खुल कर बता भी देता। हालांकि पिछले कविता गाने के सेशन के दौरान हम काफी खुल गए थे पर फिर भी थोड़ी हिचक थी।) मै कुछ बोल ही नहीं पाया तो नैना ने मेरा एक हाथ छोड़ा और वो हाथ मेरे कंधे पर राख दिया। हाथ लंबे होते ही उसके शर्ट के दोनों हिस्से थोड़े खुले और उसके गोर मुम्मो का थोड़ा उभार शर्ट के ऊपर से बाहर दिखने लाग। वो नजारा देख मेरी आँखें चमक उठि। मैं नैना की छाती को घूर रहा था की फिर मुझे नैना की आवाज सुनायी दि।
नैना: "नजरे मत चुराओ पराग, इधर ऊपर मेरी आँखों में देख कर बात करो"
मैने अब उसकी आंख्यों में देख, गहरी भूरी खूबसूरत सी आँखें देख कर किसी को भी प्यार हो जाए। पहली बार इतने क़रीब से इतनी देर तक मैंने नैना की आँखों में देख। बिना पलक झपकाये वो भी मेरी आँखों में देख रही थी। उसके होंठों की झलक भी दीख रही थी और इच्छा हो रही थी उसको यही पकड़ कर चूम लू और उसके होंठों का रस पी लु। फिर एक बार उसकी आवाज आयी।
प्रेरणा ने मुझे वो तस्वीर फिर दिखाई जिसमे लड़की पूर नंगी लेटी थी और उसके बुब्स और चुत साफ़ दीख रही थी। प्रेरणा ने बताया की ऐसी एक तस्वीर मिहिर ने नैना की भी बनायीं हैं और उनके बेडरूम में लगी हुई हैं। (उस तस्वीर को देखने के बाद ही प्रेरणा के दिमाग में भी अपनी खुद की तस्वीर बनवा कर अपने बेडरूम में लगाने का ख्याल आया था। उसने बताया की वो तस्वीर बहुत क्लासीक लग रही थी और चीप नहीं है।
मै, नैना को आजतक नंगा तो नहीं देख पाया था पर एक बार उसके बेडरूम में जाकर कम से कम उसकी वो नंगी तस्वीर जरूर देखना चाहता था। मगर फिलहाल मेरे सामने बड़ा सवाल खडा था की मैं अपनी बीवी को इस तरह की नंगी तस्वीर बनवाने की इजजत दू या नहीं। मैने प्रेरणा को वो वाली तस्वीर बनवाने को बोल दिया जिसमे लड़की एक कपड़े को पकडे अपने मुम्मे और चुत को ढके हुई है। क्यों की सिर्फ उसी में लड़की के दोनों अंग सबसे ज्यादा ढके हुए थे। प्रेरणा ने मुह बिचका दिया और कहा की उसको वो तस्वीर पसन्द नहीं हैं क्यों की उसमें नायिका रो रही है। वो दर्द के भाव वाली तस्वीर हैं और वो अपनी ऐसी तस्वीर बेडरुम में क्यों लगाएगी? प्रेरणा बोली की अगर मुझको कपड़ो वाली तस्वीर में ही देखना हैं तो वो उस गीली सफ़ेद साड़ी वाली तस्वीर बनवा लेगी। मगर मैंने उसको साफ़ इनकार कर दिया। प्रेरणा नाराज हो गयी और मुझसे रूठ कर बेडरूम में जाकर सो गायी। मैंने उसको मानाने की भी कोशिश की पर उसने मुझे हाथ तक नहीं लगाने दिया। मगर मैं भी झुकने वाला नहीं था। कोई भी पति कैसे इस तरह अपनी बीवी को किसी गैर मर्द के सामने लगभग नंगा होने देगा। मगर अगले दिन भी प्रेरणा का यही हाल था। पूरे २४ घन्टे हो गए थे पर प्रेरणा ने मुझसे बात तक नहीं की थी। अगले दिन भी यही हाल रह। अब उसको नाराज हुए २ दिन हो चुके थे।
शाम को डोर बेल बजी। प्रेरणा तो बेडरूम में थी और मैंने दरवाजा खोला। सामने नैना खड़ी थी एक प्यारी सी मुस्कान लिये। उसको देखते ही मेरा तनाव ग़ायब हो गया और मैंने उसको अंदर लिया। मैने नैना को बताया की प्रेरणा बेडरूम में हैं पर नैना ने बोला की वो मुझसे ही बात करने आयी है। एक ख़ुशी हुई की वो मुझे क्या बात करने वाली हैं। मागर एक आशंका भी थी की शायद प्रेरणा ने नैना को बता दिया होगा की मैंने तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दी है नैना ने बटन वाला शर्ट पहने था जिसके एक बटन खुला था और उसका खुला सीना काफी दिखह रहा था। हम दोनों एक सोफ़े पर आस पास बैठ गये। हम दोनों एक दूसरे की तरफ देख रहे थे। उसमे अपनी मक्खन सी नाजुक उंगलियो से अपने दोनों हाथो में मेरे हाथ पकड़ लिये।
नैना: "क्या बात हैं पराग, तुमने प्रेरणा को तस्वीर के लिए परमिशन नहीं दि? कोई कंसर्न हैं तो मुझे बतओ, क्या प्रॉब्लम हैं?"
(मै तो सकपका गया की अब उसको इस बारे में कैसे समझाऊ? कोई लड़का होता तो खुल कर बता भी देता। हालांकि पिछले कविता गाने के सेशन के दौरान हम काफी खुल गए थे पर फिर भी थोड़ी हिचक थी।) मै कुछ बोल ही नहीं पाया तो नैना ने मेरा एक हाथ छोड़ा और वो हाथ मेरे कंधे पर राख दिया। हाथ लंबे होते ही उसके शर्ट के दोनों हिस्से थोड़े खुले और उसके गोर मुम्मो का थोड़ा उभार शर्ट के ऊपर से बाहर दिखने लाग। वो नजारा देख मेरी आँखें चमक उठि। मैं नैना की छाती को घूर रहा था की फिर मुझे नैना की आवाज सुनायी दि।
नैना: "नजरे मत चुराओ पराग, इधर ऊपर मेरी आँखों में देख कर बात करो"
मैने अब उसकी आंख्यों में देख, गहरी भूरी खूबसूरत सी आँखें देख कर किसी को भी प्यार हो जाए। पहली बार इतने क़रीब से इतनी देर तक मैंने नैना की आँखों में देख। बिना पलक झपकाये वो भी मेरी आँखों में देख रही थी। उसके होंठों की झलक भी दीख रही थी और इच्छा हो रही थी उसको यही पकड़ कर चूम लू और उसके होंठों का रस पी लु। फिर एक बार उसकी आवाज आयी।