14-08-2019, 03:12 PM
प्रेरणा ने पहला फोटो दिखाया, जिसमे नायिका ने सफ़ेद साड़ी पहनी थी जो घुटनो के ऊपर तक थी और मुम्मो को ढकते हुए एक कंधे से पीछे जा रही थी। दूसरा कन्धा पूरा नंगा था। वो साड़ी गीली थी और उसमें नायिका के मुम्मे और निप्पल दिखाई दे रहे थे। मुझे थोड़ा बुरा लगा की मिहिर ने पेंटिंग की आड़ में थोड़ा अश्लील फोटो भेज दिया है। मैंने प्रेरणा को अपनी दुविधा बतायी।
पराग: "इस फोटो में तो लड़की के निप्पल दीख रहे हैं, तुम ऐसा पॉज दोगी?"
प्रेरणा: "तुम हमेशा गन्दा ही सोचते हो, कल ही मेरे स्केच में तुम्हे सिर्फ मेरे बुब्स का साइज और निप्पल ही दिखा। यह फेमस पेंटिंग है। पूरी तस्वीर को देख, कितनी खूबसूरत है। यह तस्वीर तुम्हे अश्लील लग रही हैं तो आगे की कैसी लगेगी?" प्रेरणा ने दूसरी तस्वीर दिखाई जिसमे लड़की ने कोई कपड़े नहीं पहने थे और वो लड़की पीछे मुड़कर देख रही है। लड़की की नंगी गाँड साइड से दीख रही हैं और पीछे देखने से उसका एक मुम्मे की मोटाई साइड से दीख रही हैं और उसके लम्बे बाल उसके निप्पल को ढके हुए हैं। तसवीर में लड़की का चेहरा मासूम और खूबसूरत था पर थी तो वो नंगी। इस से तो तो वो पहले वाली तस्वीर ही अच्छी थी जिसमे गीले ही सही पर कपड़े तो पहने थे। प्रेरणा ने अगला फोटो दिखाया जिसमे लड़की एक कपड़े को अपने सीने से चिपकाये खड़ी हैं और वो कपडा उसके दोनों मुम्मो के निप्पल और उसकी चुत को ढके हुए है। तसवीर में लड़की की आँखों में आँसु हैं और बाल बिखरे है। चुत के दोनों तरफ की जाँघे नंगी दीख रही हैं और साथ ही मुम्मो का उभार साफ़ दीख रहा था। लड़की की नंगी कमर भी दोनों तरफ से दीख रही थी।
प्रेरणा ने अगली तस्वीर बतायी जिसमे नायिका नंगी होकर इस तरह बैठ हैं की उसकी चुत उसकी जाँघो के पीछे चुप गयी हैं पर साइड से गाँड का शेप दीख रहा है। नायिका का एक हाथ इस तरह रखा हैं की उसके दोनों निप्पल हाथ के पीछे छूप गए है। नायिका के चेहरे में एक प्यास हैं की उसको प्यार की जरुरत है। अगली तस्वीर में नायिका नंगी लेटी हुई हैं और शारीर पर एक भी कपडा नहीं है। बैकग्राउंड किसी वेश्यालय का था। लड़की के दोनों बुब्स और निप्पल अच्छे से दीख रहे हैं और यहाँ तक की चुत भी दिखाई दे रही हैं और चुत पर उगे हुए कुछ बाल भी बने हुए थे। यह सारी तसवीरे देख मेरा दिमाग घूम गया की एक भी तस्वीर ऐसी नहीं जिसमे लड़की ने पूरे कपड़े पहने हो। मैंने प्रेरणा से पूछा की कोई और फोटो नहीं जिसमे कपड़े पहने हुए पॉज हो। प्रेरणा ने मुझको डाट दिया की तुम फोटो में सिर्फ लड़कियां का बदन ही देख रहे थे की कितनी नंगी है। हर तस्वीर में एक अलग भाव को दिखाया गया है। किसी में दर्द हैं और किसी में प्यार तो किसी में क्रीड़ा(खेल) है।
प्रेरणा: "अच्छा यह बताओ की तुम्हे कौनसी तस्वीर पसंद आयी और तुम मुझे कौन सी तस्वीर में देखना चाहोगे"
पराग: "अगर मैं तस्वीर बना रहा होता तो कुछ भी चलत, मगर तस्वीर तो मिहिर बनाएग। उसके सामने तुम इस तरह कैसे आओगी!"
प्रेरणा: "यह सब बहुत फेमस तसवीरे हैं, मेरी यह सब फेवरेट है। मैं अपनी तस्वीर हमारे बेडरूम में लगाउंगी"
पराग: "हमारे घर वाले कभी आकर देखेंगे तो क्या बोलोगी?"
प्रेरणा: "यह हमारे लिए ही हैं, तुम्हे शर्म आती हैं तो कोई आएगा तब तस्वीर हटा लेंगे"
पराग: "तो तुम ऐसी तसवीरे बनवाने के लिए मिहिर के सामने कपड़े खोल दोगी?"
प्रेरणा: "वो एक आर्टिस्ट हैं, राह चलता कोई आवारा नहीं है। मैं तस्वीर बनवाने के लिए कपड़े निकालुंगि, ना की किसी गलत काम के लिये। नीयत को देखो, कपड़ो को नहीं। प्लीज, मेरी बहुत इच्छा हैं की मैं इनमे से कोई एक आर्टिस्टिक तस्वीर अपनी भी बनवाउं"
पराग: "इस फोटो में तो लड़की के निप्पल दीख रहे हैं, तुम ऐसा पॉज दोगी?"
प्रेरणा: "तुम हमेशा गन्दा ही सोचते हो, कल ही मेरे स्केच में तुम्हे सिर्फ मेरे बुब्स का साइज और निप्पल ही दिखा। यह फेमस पेंटिंग है। पूरी तस्वीर को देख, कितनी खूबसूरत है। यह तस्वीर तुम्हे अश्लील लग रही हैं तो आगे की कैसी लगेगी?" प्रेरणा ने दूसरी तस्वीर दिखाई जिसमे लड़की ने कोई कपड़े नहीं पहने थे और वो लड़की पीछे मुड़कर देख रही है। लड़की की नंगी गाँड साइड से दीख रही हैं और पीछे देखने से उसका एक मुम्मे की मोटाई साइड से दीख रही हैं और उसके लम्बे बाल उसके निप्पल को ढके हुए हैं। तसवीर में लड़की का चेहरा मासूम और खूबसूरत था पर थी तो वो नंगी। इस से तो तो वो पहले वाली तस्वीर ही अच्छी थी जिसमे गीले ही सही पर कपड़े तो पहने थे। प्रेरणा ने अगला फोटो दिखाया जिसमे लड़की एक कपड़े को अपने सीने से चिपकाये खड़ी हैं और वो कपडा उसके दोनों मुम्मो के निप्पल और उसकी चुत को ढके हुए है। तसवीर में लड़की की आँखों में आँसु हैं और बाल बिखरे है। चुत के दोनों तरफ की जाँघे नंगी दीख रही हैं और साथ ही मुम्मो का उभार साफ़ दीख रहा था। लड़की की नंगी कमर भी दोनों तरफ से दीख रही थी।
प्रेरणा ने अगली तस्वीर बतायी जिसमे नायिका नंगी होकर इस तरह बैठ हैं की उसकी चुत उसकी जाँघो के पीछे चुप गयी हैं पर साइड से गाँड का शेप दीख रहा है। नायिका का एक हाथ इस तरह रखा हैं की उसके दोनों निप्पल हाथ के पीछे छूप गए है। नायिका के चेहरे में एक प्यास हैं की उसको प्यार की जरुरत है। अगली तस्वीर में नायिका नंगी लेटी हुई हैं और शारीर पर एक भी कपडा नहीं है। बैकग्राउंड किसी वेश्यालय का था। लड़की के दोनों बुब्स और निप्पल अच्छे से दीख रहे हैं और यहाँ तक की चुत भी दिखाई दे रही हैं और चुत पर उगे हुए कुछ बाल भी बने हुए थे। यह सारी तसवीरे देख मेरा दिमाग घूम गया की एक भी तस्वीर ऐसी नहीं जिसमे लड़की ने पूरे कपड़े पहने हो। मैंने प्रेरणा से पूछा की कोई और फोटो नहीं जिसमे कपड़े पहने हुए पॉज हो। प्रेरणा ने मुझको डाट दिया की तुम फोटो में सिर्फ लड़कियां का बदन ही देख रहे थे की कितनी नंगी है। हर तस्वीर में एक अलग भाव को दिखाया गया है। किसी में दर्द हैं और किसी में प्यार तो किसी में क्रीड़ा(खेल) है।
प्रेरणा: "अच्छा यह बताओ की तुम्हे कौनसी तस्वीर पसंद आयी और तुम मुझे कौन सी तस्वीर में देखना चाहोगे"
पराग: "अगर मैं तस्वीर बना रहा होता तो कुछ भी चलत, मगर तस्वीर तो मिहिर बनाएग। उसके सामने तुम इस तरह कैसे आओगी!"
प्रेरणा: "यह सब बहुत फेमस तसवीरे हैं, मेरी यह सब फेवरेट है। मैं अपनी तस्वीर हमारे बेडरूम में लगाउंगी"
पराग: "हमारे घर वाले कभी आकर देखेंगे तो क्या बोलोगी?"
प्रेरणा: "यह हमारे लिए ही हैं, तुम्हे शर्म आती हैं तो कोई आएगा तब तस्वीर हटा लेंगे"
पराग: "तो तुम ऐसी तसवीरे बनवाने के लिए मिहिर के सामने कपड़े खोल दोगी?"
प्रेरणा: "वो एक आर्टिस्ट हैं, राह चलता कोई आवारा नहीं है। मैं तस्वीर बनवाने के लिए कपड़े निकालुंगि, ना की किसी गलत काम के लिये। नीयत को देखो, कपड़ो को नहीं। प्लीज, मेरी बहुत इच्छा हैं की मैं इनमे से कोई एक आर्टिस्टिक तस्वीर अपनी भी बनवाउं"