14-08-2019, 03:10 PM
वाही हुआ जो सोचा था। मैंने भी अपनी बाहें आगे कर उसकी कमर के दोनों तरफ डाल दि। वो एकदम से आकर मेरे सीने से टकरायी और स्प्रिंग की तरह नैना के बुब्स मेरे सींने से दब गए और हम दोनों ने एक दूसरे को पकड़ लिया। मेरे दोनों हाथ नैना को कमर से पकडे थे और नैना के दोनों हाथ मेरी पीठ को पकडे थे। मैं अपने सीने पर नैना के बुब्स को दबा हुआ महसूस कर रहा था। पिछ्ली बार नैना ने सिर्फ कंधे मिला कर गले लगया था, मगर शायद आज यहाँ मिहिर और प्रेरणा के ना होने से उसने भी थोड़ा फ्रीडम लिया था और अच्छे से गले लगाया था।
हमको गले लगे ६-७ सेकंड हो गए थे। मुझे लगा कही मैं उसके गले तो नहीं पड़ रहा और वो नाराज न हो जाये इसलिए मैंने उसकी कमर से अपने हाथ की पकड़ कमजोर की और थोड़ा पीछे हट्ने लाग। मागर नैना ने मुझे कस कर पकड़ रखा था तो मुझे अच्छा लाग। मुझे लगा की मुझे भी उसको फिर पकड़ लेना चाहिए पर इस बीच नैना को लगा की मैंने उसको छोड़ दिया हैं तो उसने भी अपनी पकड़ ढीली की और पीछे हटि। एक तरफ मैं उसे फिर से पकड़ने जा रहा था तो दूसरी तरफ वो मुझे छोड़ चुकी थी। इस ग़फ़लत को देखकर हम दोनों ही हंस पड़े। इसपर नैना ने हँसते हुए कहा की चलो एक बार फिर साहि, अधूरा नहीं छोड़ते हैं और उसने अपनी बाहें फैला दि। मैंने भी अपनी बाहें फेलायी और इस बार मैं जोर से उसके सीने से चिपक गया। ओ टक्कर इतनी जोर की थी की इस बार नैना के मुम्मे पूरी तरह मेरे सीने से दब गए थे और मैंने भी एक हाथ से उसकी कमर तो दूसरे हाथ से उसकी पीठ को झकड़ कर अपने से अच्छी तरह से चिपका लिया था। नैना की भी मेरे शारीर पर पकड़ काफी टाइट थी। शायद उसको भी मुझे गले लगा मजा आ रहा था। थोड़ी देर पहले हम ७-८ सेकंड के लिए गले लगे थे तो इस बार १०-१२ सेकंड हो चुके थे। ना तो मैंने नैना को छोड़ा और ना ही उसने मुझे छोड़ा। हम इतना चिपके हुए थे की मेरी पेंट का आगे का हिस्सा नैना की पेंट के आगे के हिस्से से चिपका था।
मैने अपनी गरदन थोड़ी मोड कर उसकी गरदन की तरफ मुह किया। मेरी नाक उसके गले को छु गायी। मेरी तो इच्छा थी की मैं अपने होंठ से उसकी गार्डन को चूम लू पर अभी इतनी हिम्मत नहीं थी। पूरे १५ सेकंड के बाद जब मुझे लगा की कही नैना की साँस ही ना रुक जाए तब मैंने उसको छोड़ा और फिर उसने मुझे छोड़ा। नैना ने मुझको हँसते हुए पूछा की "बस हो गया?" और मैंने भी स्माइल से रिप्लाई किया। मैने देखा की नैना को इतना टाइट गले लगाने से उसके मुम्मो वाले हिस्से से टीशर्ट पर थोड़ी सिलवटे आ गयी थी। जाते जाते नैना ने मुझे एक बार फिर गाने के सेशन के लिए थैंक यू बोली और बाहर चली गायी। उसके जाते ही मैं अपने हाथ फ़ैलाये छत की तरफ देख बहुत खुश हुआ की मुझे अभी अभी क्या मिला था। करीब १० मिनट्स के बाद डोर बैल बजी और मेरी वाइफ प्रेरणा आयी। वो उछालते हुए अंदर आयी और उसके चेहरेपर एक बड़ी स्माइल थी। वो चहकते हुए अपने स्केच को मुझे दिखाने लागी। मगर मेरा ध्यान तो उसके कुरते पर था जिसमे उसके मोटे मुम्मो के ऊपर सिलवटे थी। जिस तरह मैंने नैना को गले लगा कर सिलवटे दी थी कही प्रेरणा को भी तो मिहिर ने टाइट गले लगा कर यह सिलवटे तो नहीं दे दि। मेरा ध्यान कही और देख प्रेरणा ने पुछ ही लिया की स्केच को तो देखो कैसा है। मैंने उसका ध्यान उसके कुरते की सिलवटो पर दिलाया। मगर प्रेरणा ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। वो नाराज हुई की मैं उसके स्केच को ना देख कर कही और ध्यान लगा रहा था।
वो वॉशरुम में गयी तब तक मैंने उसके स्केच को देख। उसका चेहरा ८०% तक मैच हो रहा था। वाकई मिहिर ने अच्छा स्केच बनाए था। पर जिस चीज ने मेरा ध्यान खिंचा वो था स्केच में प्रेरणा के बूब्स। उसके साइड पॉज में स्केच बना था और आगे से जैसे उसके बूब्स पर ही हाईलाइट किया गया था। मुझे लगा की मिहिर ने प्रेरणा के बूब्स जरुरत से कुछ ज्यादा ही बड़े बना दिए थे जिस से सारे ध्यान स्केच में सिर्फ उसके बूब्स पर ही जा रहा था। दूसरी बात जो मुझे अजीब लगी थी वो थी प्रेरणा के बूब्स के स्केच पर निप्पल का उभार भी बनाए गया था। मुझे पता था की प्रेरणा कप वाला ब्रा पहनती हैं और उसमें इस तरह निप्पल का तीखापन नहीं दीखता हैं फिर मिहिर ने निप्पल कैसे दिखाए?
हमको गले लगे ६-७ सेकंड हो गए थे। मुझे लगा कही मैं उसके गले तो नहीं पड़ रहा और वो नाराज न हो जाये इसलिए मैंने उसकी कमर से अपने हाथ की पकड़ कमजोर की और थोड़ा पीछे हट्ने लाग। मागर नैना ने मुझे कस कर पकड़ रखा था तो मुझे अच्छा लाग। मुझे लगा की मुझे भी उसको फिर पकड़ लेना चाहिए पर इस बीच नैना को लगा की मैंने उसको छोड़ दिया हैं तो उसने भी अपनी पकड़ ढीली की और पीछे हटि। एक तरफ मैं उसे फिर से पकड़ने जा रहा था तो दूसरी तरफ वो मुझे छोड़ चुकी थी। इस ग़फ़लत को देखकर हम दोनों ही हंस पड़े। इसपर नैना ने हँसते हुए कहा की चलो एक बार फिर साहि, अधूरा नहीं छोड़ते हैं और उसने अपनी बाहें फैला दि। मैंने भी अपनी बाहें फेलायी और इस बार मैं जोर से उसके सीने से चिपक गया। ओ टक्कर इतनी जोर की थी की इस बार नैना के मुम्मे पूरी तरह मेरे सीने से दब गए थे और मैंने भी एक हाथ से उसकी कमर तो दूसरे हाथ से उसकी पीठ को झकड़ कर अपने से अच्छी तरह से चिपका लिया था। नैना की भी मेरे शारीर पर पकड़ काफी टाइट थी। शायद उसको भी मुझे गले लगा मजा आ रहा था। थोड़ी देर पहले हम ७-८ सेकंड के लिए गले लगे थे तो इस बार १०-१२ सेकंड हो चुके थे। ना तो मैंने नैना को छोड़ा और ना ही उसने मुझे छोड़ा। हम इतना चिपके हुए थे की मेरी पेंट का आगे का हिस्सा नैना की पेंट के आगे के हिस्से से चिपका था।
मैने अपनी गरदन थोड़ी मोड कर उसकी गरदन की तरफ मुह किया। मेरी नाक उसके गले को छु गायी। मेरी तो इच्छा थी की मैं अपने होंठ से उसकी गार्डन को चूम लू पर अभी इतनी हिम्मत नहीं थी। पूरे १५ सेकंड के बाद जब मुझे लगा की कही नैना की साँस ही ना रुक जाए तब मैंने उसको छोड़ा और फिर उसने मुझे छोड़ा। नैना ने मुझको हँसते हुए पूछा की "बस हो गया?" और मैंने भी स्माइल से रिप्लाई किया। मैने देखा की नैना को इतना टाइट गले लगाने से उसके मुम्मो वाले हिस्से से टीशर्ट पर थोड़ी सिलवटे आ गयी थी। जाते जाते नैना ने मुझे एक बार फिर गाने के सेशन के लिए थैंक यू बोली और बाहर चली गायी। उसके जाते ही मैं अपने हाथ फ़ैलाये छत की तरफ देख बहुत खुश हुआ की मुझे अभी अभी क्या मिला था। करीब १० मिनट्स के बाद डोर बैल बजी और मेरी वाइफ प्रेरणा आयी। वो उछालते हुए अंदर आयी और उसके चेहरेपर एक बड़ी स्माइल थी। वो चहकते हुए अपने स्केच को मुझे दिखाने लागी। मगर मेरा ध्यान तो उसके कुरते पर था जिसमे उसके मोटे मुम्मो के ऊपर सिलवटे थी। जिस तरह मैंने नैना को गले लगा कर सिलवटे दी थी कही प्रेरणा को भी तो मिहिर ने टाइट गले लगा कर यह सिलवटे तो नहीं दे दि। मेरा ध्यान कही और देख प्रेरणा ने पुछ ही लिया की स्केच को तो देखो कैसा है। मैंने उसका ध्यान उसके कुरते की सिलवटो पर दिलाया। मगर प्रेरणा ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। वो नाराज हुई की मैं उसके स्केच को ना देख कर कही और ध्यान लगा रहा था।
वो वॉशरुम में गयी तब तक मैंने उसके स्केच को देख। उसका चेहरा ८०% तक मैच हो रहा था। वाकई मिहिर ने अच्छा स्केच बनाए था। पर जिस चीज ने मेरा ध्यान खिंचा वो था स्केच में प्रेरणा के बूब्स। उसके साइड पॉज में स्केच बना था और आगे से जैसे उसके बूब्स पर ही हाईलाइट किया गया था। मुझे लगा की मिहिर ने प्रेरणा के बूब्स जरुरत से कुछ ज्यादा ही बड़े बना दिए थे जिस से सारे ध्यान स्केच में सिर्फ उसके बूब्स पर ही जा रहा था। दूसरी बात जो मुझे अजीब लगी थी वो थी प्रेरणा के बूब्स के स्केच पर निप्पल का उभार भी बनाए गया था। मुझे पता था की प्रेरणा कप वाला ब्रा पहनती हैं और उसमें इस तरह निप्पल का तीखापन नहीं दीखता हैं फिर मिहिर ने निप्पल कैसे दिखाए?