14-08-2019, 03:09 PM
जब भी वो गाने के लिए साँस लेती तो उसका बदन हिलता और उसके टाइट टीशर्ट में उसके मुम्मे थोड़ा ऊपर नीचे हिल कर मुझे भी हिला देते। गाना ख़त्म होने के बाद वो थोड़ा खासने लगी तो मैं अपने एक हाथ से उसकी पीठ को रगड देता। मेरा हाथ रह रह कर उसके ब्रा के स्ट्राप को भी रगड रहा था और मुझे मजा आ रहा था। कुछ सेकण्ड्स तक वो रुक रुक कर खास्ती रही तो मैंने उसको पानी लाकर दिया। उसने पानी पीकर थैंक यू बोला। मैं उसके पास फिर से बैठ गया। मैने उसको पूछा की वो ठीक तो हैं और एक बार फिर मौके का फायदा उठा कर उसकी पीठ से लेकर कमर तक अपनी एक हथेली रगड दि। मेरा हाथ उसके ब्रा के हुक को छुता हुआ ऊपर नीचे हो रहा था। मेरी तमन्ना थी की काश इस रगड से उसके ब्रा का हुक ही खुल जाए पर यह तो मेरी इच्छा थी, पूरी तो हो नहीं सकती थी। नैना अब ठीक महसूस कर रही थी। काफी देर गाने से उसका गला सुख गया था तो ख़ासी आ गयी थी। मुझे भी उस्की पीठ को रगडने का मौका छोडना पडा।
NEXT एपिसोड में जानिये कैसे उन कपल्स की अगली मीटिंग उनको और क़रीब ले आएगी।
एक तरफ जहा मिहिर अपनी पड़ोसन प्रेरणा का स्केच बना रहा था तो दूसरी तरफ उनके पार्टनर्स पराग और नैना साथ में टाइम स्पेंट कर रहे थे जहा पराग ने नैना को छुने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। आगे की कहानी पराग की जुबानी जारी हैं ।
नैना ने याद दिलाया की मेरे बच्चे को भूख लगी होगी। मगर उसके पास तो खाने की कई चीजे थी और वो आराम से नीचे बैठा खेल रहा था। नैना अब सोफ़े से उतरि और घोड़ी की तरह मेरे बच्चे के सामने बैठ गयी और उसको पुचकारने लागी। पीछे से मैं बैठा हुआ अब नैना के टाइट पेंटी से उसके गाँड के उभार को अच्छी से देख रहा था। नैना का टाइट टीशर्ट भी थोड़ा खिंच कर कमर से ऊपर उठ गया और उसके टीशर्ट और पंट के बीच से उसकी गोरी चमड़ी दीखने लगी थी। नैना अपना एक हाथ आगे बढाए मेरे बच्चे को खिलाने लगी तो खिचाव से उसकी ब्लैक पेंटी थोड़ी सी पेंट के बाहर दिखने लागी।
यह दृश्य देखकर मेरे अंदर बिजली सी दौड़ने लागी। मेरी इच्छा हो रही थी की इस पॉज में मैं नैना को डोगी स्टाइल में चोद दु। मै अब आगे की तरफ गया और अपने बच्चे के पास बैठ गया ताकि आगे से कुछ नजारा दीख जाए। हालंकी नैना ने टाइट टीशर्ट पहना था पर फिर भी उसके घोड़ी बने रहने से यु शेप का उसका टीशर्ट थोड़ा खुल गया और मुझे उसके मुम्मो के थोड़ा ऊपर का एक हल्का सा गोरा उभार दीख गया।
मैने कोशिश की की कुछ और दीख जाए पर उस टाइट टीशर्ट में वो मुमकिन नहीं हो रहा था। नैना जब भी हिलती तो झटके की वजह से उसके लटके हुए मुम्मे भी हीलते और टीशर्ट के गप से वो मुम्मो का हल्का सा उभार लचकता दीखता। मै इस थोड़े से दर्शन से ही खुश हो रहा था। फिर नैना उठ खड़ी हुई की काफी टाइम हो गया हैं और मिहिर का स्केच भी बन गया होगा। नैना के मजे लेने के चक्कर में मैं भूल ही गया था की मैं प्रेरणा को उधर मिहिर के साथ अकेला छोड़ आया था। हालांकि मुझे प्रेरणा पर पूरा भरोसा था। वइसे भी मिहिर ने अभी तक कोई गड़बड़ नहीं की थी और अब प्रेरणा का भी भरोसा मिहिर पर बढ़ने लगा था। इसलिए मैं निश्चिंत भी था। नैना मुझसे विदा लेकर जाने लगी और फिर मेरी तरफ मुड़ कर मुझे थैंक यू कहा की उसको कविता गाने का प्रोग्राम बहुत अच्छा लगा और उसने अपनी बाहें कड़क कर मेरी तरफ फेलायी। मै तो खुश हो गया की उसको गले लगाने का मौका था। वहा आस पास हमारे पार्टनर भी नहीं थे तो खुल कर गले लग सकते थे।
NEXT एपिसोड में जानिये कैसे उन कपल्स की अगली मीटिंग उनको और क़रीब ले आएगी।
एक तरफ जहा मिहिर अपनी पड़ोसन प्रेरणा का स्केच बना रहा था तो दूसरी तरफ उनके पार्टनर्स पराग और नैना साथ में टाइम स्पेंट कर रहे थे जहा पराग ने नैना को छुने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। आगे की कहानी पराग की जुबानी जारी हैं ।
नैना ने याद दिलाया की मेरे बच्चे को भूख लगी होगी। मगर उसके पास तो खाने की कई चीजे थी और वो आराम से नीचे बैठा खेल रहा था। नैना अब सोफ़े से उतरि और घोड़ी की तरह मेरे बच्चे के सामने बैठ गयी और उसको पुचकारने लागी। पीछे से मैं बैठा हुआ अब नैना के टाइट पेंटी से उसके गाँड के उभार को अच्छी से देख रहा था। नैना का टाइट टीशर्ट भी थोड़ा खिंच कर कमर से ऊपर उठ गया और उसके टीशर्ट और पंट के बीच से उसकी गोरी चमड़ी दीखने लगी थी। नैना अपना एक हाथ आगे बढाए मेरे बच्चे को खिलाने लगी तो खिचाव से उसकी ब्लैक पेंटी थोड़ी सी पेंट के बाहर दिखने लागी।
यह दृश्य देखकर मेरे अंदर बिजली सी दौड़ने लागी। मेरी इच्छा हो रही थी की इस पॉज में मैं नैना को डोगी स्टाइल में चोद दु। मै अब आगे की तरफ गया और अपने बच्चे के पास बैठ गया ताकि आगे से कुछ नजारा दीख जाए। हालंकी नैना ने टाइट टीशर्ट पहना था पर फिर भी उसके घोड़ी बने रहने से यु शेप का उसका टीशर्ट थोड़ा खुल गया और मुझे उसके मुम्मो के थोड़ा ऊपर का एक हल्का सा गोरा उभार दीख गया।
मैने कोशिश की की कुछ और दीख जाए पर उस टाइट टीशर्ट में वो मुमकिन नहीं हो रहा था। नैना जब भी हिलती तो झटके की वजह से उसके लटके हुए मुम्मे भी हीलते और टीशर्ट के गप से वो मुम्मो का हल्का सा उभार लचकता दीखता। मै इस थोड़े से दर्शन से ही खुश हो रहा था। फिर नैना उठ खड़ी हुई की काफी टाइम हो गया हैं और मिहिर का स्केच भी बन गया होगा। नैना के मजे लेने के चक्कर में मैं भूल ही गया था की मैं प्रेरणा को उधर मिहिर के साथ अकेला छोड़ आया था। हालांकि मुझे प्रेरणा पर पूरा भरोसा था। वइसे भी मिहिर ने अभी तक कोई गड़बड़ नहीं की थी और अब प्रेरणा का भी भरोसा मिहिर पर बढ़ने लगा था। इसलिए मैं निश्चिंत भी था। नैना मुझसे विदा लेकर जाने लगी और फिर मेरी तरफ मुड़ कर मुझे थैंक यू कहा की उसको कविता गाने का प्रोग्राम बहुत अच्छा लगा और उसने अपनी बाहें कड़क कर मेरी तरफ फेलायी। मै तो खुश हो गया की उसको गले लगाने का मौका था। वहा आस पास हमारे पार्टनर भी नहीं थे तो खुल कर गले लग सकते थे।


![[+]](https://xossipy.com/themes/sharepoint/collapse_collapsed.png)