14-08-2019, 03:07 PM
इतने दिनों बाद प्रेरणा को इतना खुल कर चुमने का मौका मिला तो मैं १५-२० मिनट्स उसके बदन को चुमता रह। तब तक मेरा लंड कड़क हो चुदाई को तैयार था। मैने लंड को कंडोम पहनाया और प्रेरणा की दोनों टाँगो को हवा में खड़ा कर चौडा किया। प्रेरणा की चुत खुल कर मेरे सामने थी। उसकी चुत को अपनी दो उंगलियो से चौड़ा कर उन बड़े बालो के बीच से मैंने चुत की दरार को देखा और अपना लंड सावधानी से उसकी चुत में रख दिया। फिर उसकी दोनों टाँगे पकड़ कर थोड़ा पुश करते हुए अपना लंड धीरे धीरे प्रेरणा की चुत में उतार दिया। मेरा लंड अंदर जाते ही मुझे करार मिला। प्रेरणा की भी एक आह निकली। फिर मैंने धीरे धीरे धक्के मारते हुए प्रेरणा को चोदना शुरू किया। चोदते हुए मन में बार बार आज दिन में नैना को जब गल लगाया था वो पल याद आ गया। नैना के ख्यालो में थोड़ा खोते हुए मैं प्रेरणा को चोदना रह। पता ही नहीं चला कब प्रेरणा की तेज सिसकिया चालु हो चुकी थी। बहुत कम ही होता हैं जब प्रेरणा को सिसकियां लेते हुए सुन पता था। मैने जोष में आकर प्रेरणा को और तेज स्पीड में चोदना शुरू किया और प्रेरणा भी आँखें बंद किये और मुह खोले आहें भर चुदवाती राहि। मैने एक हाथ आगे ले जाकर उसके मुम्मे को ब्रा साहित दबोच लिया और इसी तरह मसलते हुए प्रेरणा को चोदता रह। जल्दी ही मैं झड़ने के क़रीब आ गया। मै चाहता था की मैं प्रेरणा को भी झड़ने में मदद कर दे। मैंने अब चोदने की अपनी स्पीड कम कर दि। मगर थोड़ी ही देर में प्रेरणा ने मुझे तेज चोदने को बोली। मैने एक बार फिर अपने चोदने की स्पीड बढा ली। ५ मिनट के अंदर ही मैं फिर झड़ने के मुक़ाम पर आ खड़ा हुआ। मगर इस बीच प्रेरणा भी तेज चीख़ने लागी। मैने अब अपने लंड का पानी छोड़ते हुए प्रेरणा की चुत में झटके मार शुरू किया और प्रेरणा की ओहहः एआईए आह अह्ह्ह चालती रही और वो मेरे साथ ही झाड गायी। बाहुत दिनों बाद मुझे इतनी अच्छी चुदायी करने को मिली थी। मैंने एक बार फिर मन ही मन मिहिर को थैंक यू बोल। पिछली बार उसकी वजह से मुझे प्रेरणा के मुम्मो को दबाने का मौका मिला था और इस बार इतनी अच्छी चुदायी।
फिर अगले संडे वो लोग लंचके लिए आए। एक दिन पहले ही मेरे साथ मार्किट जाकर प्रेरणा ने अच्छी से दावत की तयारी कर ली थी। प्रेरणा को शादी के कुछ समय बाद ही कुकिंग का बहुत जोश चढ़ा और उसने काफी चीजे सिख ली थी और दूसरो को भी सिखाती थी। उसने अपनी कुकिंग के कुछ वीडियोस भी ऑनलाइन डाले थे। नैना और मिहिर प्रेरणा के हाथ का खाना खाकर बहुत खुश हुये। मिहिर तो लगा-तार प्रेरणा की तारीफ़ किये जा रहा था। मैं अपने आप को छोटा महसूस कर रहा था, की मैं इतनी तारीफ प्रेरणाकी नहीं करता था। खाना खाने के बाद बातों का दौर चला की हम लोगो के और क्या क्या शौक है। मैंने नैना को बोला की मैंने एक बार फ़ोन से उसका गाना सुना हैं तो वो कोई गाना सुनाए। नैना ने दो खुबसुररत गाने जाए। एक गाने का मतलब यह था की धीरे धीरे पहचान बढ़ रही हैं और प्यार होने वाला है। दूसरे गाने का मतलब था की कोई तुम्हे चाहता हैं और तुम बेख़बर हो।
मैने उसके गाने की बहुत तारीफ़ की वो सच में अच्छा गाती थी। फिर मैंने सोचा उसने यह गाने युही गा लिए या फिर उसके बहाने वो कोई मेसेज दे रही है। मैने उनको बताया की मुझे कविता लिखने का शौक है। उन्होंने मुझे कविता सुनाने को बोल। मैंने उनको मेरी दो कविताएं सुनायी। पहली कविता ज़िन्दगी के बारे में थी और दूसरी माँ की भावनाओ पर थी। दूसरी कविता सुनकर नैना की आँखें भर आयी। हालांकि मैं ऐसे ही लिख देता हूँ पर मुझे लगा की मेरी कविताओ में भी वजन हैं जो की किसी को रुला दिया। मिहिर ने नैना को शांत कराया और नैना आँसुओ सहित थोड़ा मुस्कुरा उठि। फिर मिहिर ने बताया की उनकी शादी के ५ साल हो गए हैं पर नैना माँ नहीं बन सकती हैं इसलिए वो थोड़ा इमोशनल हो गयी थी।
बात आगे बढ़ाते हुए मिहिर ने बताया की वो कॉलेज के टाइम से एथलिट रहा है। इसके अलावा उसको पेंटिंग का थोड़ा बहुत शौक हैं। यह सुनकर प्रेरणा बहुत खुश हो गायी। प्रेरणा को शुरू से पेंटिंग का शौक था पर उसके घर वालों ने उसको अलाउ नहीं किया तथा उसको आर्ट की बजाय साइंस दिलवा दिया। नतीजा यह निकला की वो इतना अच्छा नहीं पढ़ पायी और उसका करियर नहीं बन पाया। समय के साथ उसकी पेंटिंग का शौक मर गया और कुकिंग का शौक डेवेलप हो गया। पर उसके मायके में उसके रूम में आज भी कुछ पेंटिंग लटकी हुई है।
फिर अगले संडे वो लोग लंचके लिए आए। एक दिन पहले ही मेरे साथ मार्किट जाकर प्रेरणा ने अच्छी से दावत की तयारी कर ली थी। प्रेरणा को शादी के कुछ समय बाद ही कुकिंग का बहुत जोश चढ़ा और उसने काफी चीजे सिख ली थी और दूसरो को भी सिखाती थी। उसने अपनी कुकिंग के कुछ वीडियोस भी ऑनलाइन डाले थे। नैना और मिहिर प्रेरणा के हाथ का खाना खाकर बहुत खुश हुये। मिहिर तो लगा-तार प्रेरणा की तारीफ़ किये जा रहा था। मैं अपने आप को छोटा महसूस कर रहा था, की मैं इतनी तारीफ प्रेरणाकी नहीं करता था। खाना खाने के बाद बातों का दौर चला की हम लोगो के और क्या क्या शौक है। मैंने नैना को बोला की मैंने एक बार फ़ोन से उसका गाना सुना हैं तो वो कोई गाना सुनाए। नैना ने दो खुबसुररत गाने जाए। एक गाने का मतलब यह था की धीरे धीरे पहचान बढ़ रही हैं और प्यार होने वाला है। दूसरे गाने का मतलब था की कोई तुम्हे चाहता हैं और तुम बेख़बर हो।
मैने उसके गाने की बहुत तारीफ़ की वो सच में अच्छा गाती थी। फिर मैंने सोचा उसने यह गाने युही गा लिए या फिर उसके बहाने वो कोई मेसेज दे रही है। मैने उनको बताया की मुझे कविता लिखने का शौक है। उन्होंने मुझे कविता सुनाने को बोल। मैंने उनको मेरी दो कविताएं सुनायी। पहली कविता ज़िन्दगी के बारे में थी और दूसरी माँ की भावनाओ पर थी। दूसरी कविता सुनकर नैना की आँखें भर आयी। हालांकि मैं ऐसे ही लिख देता हूँ पर मुझे लगा की मेरी कविताओ में भी वजन हैं जो की किसी को रुला दिया। मिहिर ने नैना को शांत कराया और नैना आँसुओ सहित थोड़ा मुस्कुरा उठि। फिर मिहिर ने बताया की उनकी शादी के ५ साल हो गए हैं पर नैना माँ नहीं बन सकती हैं इसलिए वो थोड़ा इमोशनल हो गयी थी।
बात आगे बढ़ाते हुए मिहिर ने बताया की वो कॉलेज के टाइम से एथलिट रहा है। इसके अलावा उसको पेंटिंग का थोड़ा बहुत शौक हैं। यह सुनकर प्रेरणा बहुत खुश हो गायी। प्रेरणा को शुरू से पेंटिंग का शौक था पर उसके घर वालों ने उसको अलाउ नहीं किया तथा उसको आर्ट की बजाय साइंस दिलवा दिया। नतीजा यह निकला की वो इतना अच्छा नहीं पढ़ पायी और उसका करियर नहीं बन पाया। समय के साथ उसकी पेंटिंग का शौक मर गया और कुकिंग का शौक डेवेलप हो गया। पर उसके मायके में उसके रूम में आज भी कुछ पेंटिंग लटकी हुई है।