14-08-2019, 09:42 AM
“अच्छा मुझे तो जरूरत है!” कहते हुये मैंने उसका एक हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया।
“छोड़ो, छी… मुझे नहीं करना है!” कहते हुए वो लड़कियों वाले नखरे दिखाने लगी।
“छोड़ो, छी… मुझे नहीं करना है!” कहते हुए वो लड़कियों वाले नखरे दिखाने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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