14-08-2019, 12:49 AM
तो उसने हंसते हुए कहा- पागल कहीं के.
मैं बोला- मतलब?
उसने मुझसे कहा- ये देने में इतना टाइम लगा दिया.
ये सुनकर मेरे अन्दर एक जोश आ गया. तभी स्मायरा फिर से बोली- मैंने तो गाल पर किस किया था.
मैं बोला- मेरी ऐंजल ने वो जो किया था, उसका ब्याज मिला कर वापस कर दिया है.
इस बात पर हम दोनों जोर जोर से हंसने लगे.
स्मायरा बोली- एक बात सच सच बताना … आज से पहले कितनों को किस किया है?
मैं बोला- मेरी बीवी के अलावा सिर्फ आप को.
वो बोली- झूठ नहीं … सच बताओ.
मैं बोला- कसम से … मेरा यकीन करो.
वो बोली- ओके यकीन है … आपकी जगह कोई और होता, तो अब तक सब कुछ कर चुका होता.
मैंने पूछा- आपने कितनों को किस किया?
स्मायरा बोली- शादी से पहले मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड था, उसको किया था. मगर उसने मुझे धोखा दे दिया था.
ये बोलते हुए उसकी आंखों में आंसू आ गए. मैंने उसको अपने सीने से लगा लिया. फिर हम दोनों की पूरे रास्ते बातें होती रहीं.
अब हम दोनों खुल कर बातें कर रहे थे. उसने बताया कि दीपक भी आपकी बीवी के जैसा है, एकदम ठण्डा. महीने में 2-3 बार ही सेक्स करता है और जल्दी झड़ कर पलट कर सो जाता है.
उसकी इस बात से साफ़ हो गया था कि स्मायरा भी मेरी तरह तड़पती रहती है.
हम लोग रात को 8 बजे स्मायरा के पापा के घर जोधपुर पहुंचे. फिर मैंने भी स्मायरा की मम्मी से हॉस्पिटल में जाकर मिला. इसके बाद स्मायरा और उसके पापा को उनके घर छोड़ा.
मैंने स्मायरा से कहा- मेरा जोधपुर में दो दिन का ही काम है, मैं परसों जयपुर निकलूंगा, मैं परसों कॉल कर लूँगा और आपको लेने आ जाऊंगा.
स्मायरा बोली- वो तो ठीक है … पर आप अभी कहां जा रहे हो?
मैंने कहा- होटल.
ये सुनकर स्मायरा के पापा बोले- होटल क्यों? ये घर आपका नहीं है क्या?
मैंने बोला- अंकल, मैंने पहले से ही होटल की बुकिंग करवाई हुई थी.
स्मायरा के पापा बोले- कोई बात नहीं … आप कहीं नहीं जाओगे, यहीं रहोगे.
स्मायरा के पापा को दीपक ने मेरे बारे में बता दिया था कि स्मायरा मेरे साथ जोधपुर आ रही है.
मुझे स्मायरा ने इशारे में कहा- प्लीज यहीं रुक जाओ.
मैं उनके घर ही रुक गया.
मैं उनके घर में सबसे मिला और खाना खाया. उसके घर में स्मायरा के भाई और भाभी भी थे.
स्मायरा के पापा ने बोला- आप लम्बा सफर करके आ रहे हो, आराम करो.
उन्होंने ऊपर एक कमरे में मेरे सोने का इंतजाम कर दिया था. मैं कपड़े बदल करके बिस्तर पर लेट गया. थकान के कारण मुझे लेटते ही नींद आ गयी.
मैं बोला- मतलब?
उसने मुझसे कहा- ये देने में इतना टाइम लगा दिया.
ये सुनकर मेरे अन्दर एक जोश आ गया. तभी स्मायरा फिर से बोली- मैंने तो गाल पर किस किया था.
मैं बोला- मेरी ऐंजल ने वो जो किया था, उसका ब्याज मिला कर वापस कर दिया है.
इस बात पर हम दोनों जोर जोर से हंसने लगे.
स्मायरा बोली- एक बात सच सच बताना … आज से पहले कितनों को किस किया है?
मैं बोला- मेरी बीवी के अलावा सिर्फ आप को.
वो बोली- झूठ नहीं … सच बताओ.
मैं बोला- कसम से … मेरा यकीन करो.
वो बोली- ओके यकीन है … आपकी जगह कोई और होता, तो अब तक सब कुछ कर चुका होता.
मैंने पूछा- आपने कितनों को किस किया?
स्मायरा बोली- शादी से पहले मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड था, उसको किया था. मगर उसने मुझे धोखा दे दिया था.
ये बोलते हुए उसकी आंखों में आंसू आ गए. मैंने उसको अपने सीने से लगा लिया. फिर हम दोनों की पूरे रास्ते बातें होती रहीं.
अब हम दोनों खुल कर बातें कर रहे थे. उसने बताया कि दीपक भी आपकी बीवी के जैसा है, एकदम ठण्डा. महीने में 2-3 बार ही सेक्स करता है और जल्दी झड़ कर पलट कर सो जाता है.
उसकी इस बात से साफ़ हो गया था कि स्मायरा भी मेरी तरह तड़पती रहती है.
हम लोग रात को 8 बजे स्मायरा के पापा के घर जोधपुर पहुंचे. फिर मैंने भी स्मायरा की मम्मी से हॉस्पिटल में जाकर मिला. इसके बाद स्मायरा और उसके पापा को उनके घर छोड़ा.
मैंने स्मायरा से कहा- मेरा जोधपुर में दो दिन का ही काम है, मैं परसों जयपुर निकलूंगा, मैं परसों कॉल कर लूँगा और आपको लेने आ जाऊंगा.
स्मायरा बोली- वो तो ठीक है … पर आप अभी कहां जा रहे हो?
मैंने कहा- होटल.
ये सुनकर स्मायरा के पापा बोले- होटल क्यों? ये घर आपका नहीं है क्या?
मैंने बोला- अंकल, मैंने पहले से ही होटल की बुकिंग करवाई हुई थी.
स्मायरा के पापा बोले- कोई बात नहीं … आप कहीं नहीं जाओगे, यहीं रहोगे.
स्मायरा के पापा को दीपक ने मेरे बारे में बता दिया था कि स्मायरा मेरे साथ जोधपुर आ रही है.
मुझे स्मायरा ने इशारे में कहा- प्लीज यहीं रुक जाओ.
मैं उनके घर ही रुक गया.
मैं उनके घर में सबसे मिला और खाना खाया. उसके घर में स्मायरा के भाई और भाभी भी थे.
स्मायरा के पापा ने बोला- आप लम्बा सफर करके आ रहे हो, आराम करो.
उन्होंने ऊपर एक कमरे में मेरे सोने का इंतजाम कर दिया था. मैं कपड़े बदल करके बिस्तर पर लेट गया. थकान के कारण मुझे लेटते ही नींद आ गयी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
