14-08-2019, 12:38 AM
उसने बोला- कोई भरोसे का ड्राइवर हो तो भेज दो.
मैंने कारण जानना चाहा, तो उसने मुझे सारी बात बतायी.
मैंने कहा- ड्राइवर की कोई जरूरत नहीं है, मैं खुद अपने काम से जोधपुर जा रहा हूँ.
यह सुन कर दीपक बोला- अरे यार, आपने तो सारी टेंशन ही दूर कर दी. आप आ जाओ, मैं स्मायरा को बोल देता हूं. वो तब तक तैयार हो जाएगी.
मैं रेडी होकर स्मायरा के घर गया. वहां से स्मायरा को लेकर मैं जोधपुर निकल गया. मेरी कार में स्मायरा, उसका बेटा हम 3 लोग ही थे.
मैंने मजाक में स्मायरा से कहा- आपको मेरे साथ डर तो नहीं लग रहा?
वो बोली- मुझे आप मत बोला करो. या तो मेरे नाम से बोलो, या फिर जो नाम आपको पसंद हो, वो बोलो … मगर आप नहीं.
मैं बोला- ठीक है. आज से मैं आपको ऐंजल बोलूँगा.
वो बोली- क्यों?
मैं बोला- आप परी जैसी ही तो हो.
ये सुन कर वो हंसने लगी.
फिर मैंने स्मायरा से कहा- मुझे आपकी एक चीज वापस करनी है.
वो बोली- क्या?
मैंने पहले पीछे उसके बेटे को देखा. वो आराम से गाड़ी में सो रहा था.
वो फिर से बोली- बोलो ना क्या?
मैं बोला- आप नाराज तो नहीं हो जाओगी?
वो बोली- नहीं होऊंगी … बताओ क्या वापस करना है?
मैंने गाड़ी साईड में रोकी और स्मायरा से कहा- आंखें बंद करो.
उसने अपनी आंखें बन्द कर लीं और मैंने उसके होंठों पर किस कर दिया.
उसने एकदम से आंखें खोल दीं और मेरी तरफ घूर कर देखने लगी. मेरी हालत खराब हो गयी. मैं अपना सर झुका कर गाड़ी चलाने में लग गया.
वो चुपचाप बैठी रही. मैं भी चुपचाप गाड़ी चलता रहा.
एक घंटे बाद वो बोली- कहीं किसी होटल पर गाड़ी रोकना, मुझसे वॉशरूम जाना है.
मैंने थोड़ा आगे जाकर एक होटल पर गाड़ी रोकी. वो वॉशरूम के लिए चली गयी.
जब वापस आयी, तो बोली- चाय पी लेते हैं, कुछ खा भी लेते हैं.
मैं बोला- ठीक है.
फिर मैंने धीरे से बोला- सॉरी!
वो बोली- किस लिए सॉरी?
मैंने कहा- मेरी हरकत के लिए.
मैंने कारण जानना चाहा, तो उसने मुझे सारी बात बतायी.
मैंने कहा- ड्राइवर की कोई जरूरत नहीं है, मैं खुद अपने काम से जोधपुर जा रहा हूँ.
यह सुन कर दीपक बोला- अरे यार, आपने तो सारी टेंशन ही दूर कर दी. आप आ जाओ, मैं स्मायरा को बोल देता हूं. वो तब तक तैयार हो जाएगी.
मैं रेडी होकर स्मायरा के घर गया. वहां से स्मायरा को लेकर मैं जोधपुर निकल गया. मेरी कार में स्मायरा, उसका बेटा हम 3 लोग ही थे.
मैंने मजाक में स्मायरा से कहा- आपको मेरे साथ डर तो नहीं लग रहा?
वो बोली- मुझे आप मत बोला करो. या तो मेरे नाम से बोलो, या फिर जो नाम आपको पसंद हो, वो बोलो … मगर आप नहीं.
मैं बोला- ठीक है. आज से मैं आपको ऐंजल बोलूँगा.
वो बोली- क्यों?
मैं बोला- आप परी जैसी ही तो हो.
ये सुन कर वो हंसने लगी.
फिर मैंने स्मायरा से कहा- मुझे आपकी एक चीज वापस करनी है.
वो बोली- क्या?
मैंने पहले पीछे उसके बेटे को देखा. वो आराम से गाड़ी में सो रहा था.
वो फिर से बोली- बोलो ना क्या?
मैं बोला- आप नाराज तो नहीं हो जाओगी?
वो बोली- नहीं होऊंगी … बताओ क्या वापस करना है?
मैंने गाड़ी साईड में रोकी और स्मायरा से कहा- आंखें बंद करो.
उसने अपनी आंखें बन्द कर लीं और मैंने उसके होंठों पर किस कर दिया.
उसने एकदम से आंखें खोल दीं और मेरी तरफ घूर कर देखने लगी. मेरी हालत खराब हो गयी. मैं अपना सर झुका कर गाड़ी चलाने में लग गया.
वो चुपचाप बैठी रही. मैं भी चुपचाप गाड़ी चलता रहा.
एक घंटे बाद वो बोली- कहीं किसी होटल पर गाड़ी रोकना, मुझसे वॉशरूम जाना है.
मैंने थोड़ा आगे जाकर एक होटल पर गाड़ी रोकी. वो वॉशरूम के लिए चली गयी.
जब वापस आयी, तो बोली- चाय पी लेते हैं, कुछ खा भी लेते हैं.
मैं बोला- ठीक है.
फिर मैंने धीरे से बोला- सॉरी!
वो बोली- किस लिए सॉरी?
मैंने कहा- मेरी हरकत के लिए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
