12-08-2019, 03:47 PM
(This post was last modified: 18-08-2019, 01:45 PM by babasandy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
दीदी नंगी खड़ी हुई थी बीच सड़क पर... उनकी योनि से सुरेश के लोड़े की मलाई टपक रही थी..... मेरी रूपाली दीदी अपनी चूची तान खड़ी थी मेरे सामने... मुन्नी को गोद में ले लिया उन्होंने... सुरेश को बीच सड़क पर पटक के चोदने के बाद मेरी दीदी की चूचियों में फिर से दूध भर गया था.. मेरी दीदी मुन्नी को दूध पिलाने लगी... सुरेश बीच सड़क पर नीचे लेटा हुआ था... उसका लौड़ा दीदी की योनि रस से चमक रहा था.... वह अपने लोड़े को थामे हुए खड़ा हुआ.... उसका लौड़ा मुरझा चुका था.... पर उसकी मर्दानगी को मेरी दीदी ने जो चोट पहुंचाई थी... वह बेहद गुस्से में था... अपने लोड़े को पकड़कर वह हिलाने लगा... पर उसका लौड़ा खड़ा होने का नाम ही नहीं ले रहा था... उसने बहुत कोशिश की पर वह असफल रहा...... फिर भी उसने हार नहीं मानी........ सुरेश ने मारी रूपाली दीदी को अपनी गाड़ी के बोनट पर झुका दिया और पीछे से उनकी योनि में अपना आधा खड़ा ल** पेल दिया... अपने आधे खड़े लोड़े से ही वह मेरी दीदी को चोदने लगा... मेरी दीदी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था वह मुन्नी को गाड़ी के बोनट पर रखे उसे अपना दूध पिला रही थी.....
साली रंडी ले मेरा लौड़ा ले ले तेरी मां का भोसड़ा ...
कुत्तिया हरामजादी.... सुरेश गालियां बकता हुआ मेरी दीदी को पीछे से चोद रहा था अपने आधे खड़े दंड से... बहुत देर तक सुरेश मेरी दीदी की योनि में हल्के हल्के चोदता रहा.. मेरी दीदी मुन्नी को दूध पिलाती रही.... दूध पीने के बाद सो गई थी मुन्नी....... दीदी मेरी तरफ देख रही थी... मैं समझ गया दीदी क्या चाहती है... मैं ऑटो से बाहर निकला और मुन्नी को अपनी गोद में ले लिया... सुरेश ने को मेरी रूपाली दीदी पलट दिया और उनकी दोनों चूचियां दबोच के दूध निकाला... दीदी की दोनों टांगें सुरेश के कांधे पर थी.. दीदी ऑटो की बोनट के सहारे हवा में झूल रही थी... और सुरेश मेरी दीदी की योनि में धक्के पर धक्के मार रहा था अपने मुरझाए हुए लोड़े से... उसके चेहरे पर मायूसी दिख रही थी... मेरी दीदी को चोदने का प्रयास करता हुआ सुरेश दांत पीसने लगा और मेरी दीदी को गंदी गंदी गालियां देने लगा...
साली रंडी ... कुत्तिया हरामजादी...ओह्ह आह...
सुनसान सड़क पर अचानक एक ट्रक हमारे पास से गुजरा... मेरी तो गांड फटी हुई थी मैं और भी डर गया... ट्रक की हेडलाइट की रोशनी में ट्रक ड्राइवर और उसके हेल्पर दोनों को मेरी दीदी का पूरा नजारा दिखा... ट्रक की रफ्तार वैसे भी बेहद कम थी.. और ड्राइवर ने ठीक हमारे ऑटो के बगल में लाकर अपने ट्रक को खड़ा कर दिया... ड्राइवर और उसका साथी दोनों ही ट्रक की खिड़की से अपनी गर्दन बाहर निकाल कर देखने लगे मेरी दीदी के जलवे.... डर और शर्म के मारे मेरी दीदी ने अपने दोनों हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया पर उनका बाकी खुला खजाना तो दोनों की निगाहों के सामने खुला पड़ा था... सुरेश भी डर गया था ..उसने अपना लौड़ा दीदी की योनि से बाहर निकाल लिया और अपनी पैंट की जिप बंद करने लगा... मेरी दीदी अब सड़क पर बिल्कुल नंगी खड़ी थी अपने चेहरे को अपने हाथों से ढके हुए और वह दोनों आंखे फाड़ फाड़ के देख रहे थे ...
साली क्या मस्त चिकनी माल है बहन चोद.. कितने में चोदने के लिए राजी हुई.... ट्रक ड्राइवर ने सुरेश से पूछा...
2 हजार हर शॉट के लिए.. सुरेश ने जवाब दिया...
मेरी दीदी वहां से भाग के ऑटो के पीछे जा के छुप गई..
वह दोनों मेरी दीदी को रंडी समझ रहे थे... दीदी की साड़ी चोली ब्रा पेंटी सब कुछ ट्रक के नीचे पड़ी हुई थी इसलिए दीदी कपड़े भी नहीं पहन सकती थी... दीदी कबूतर की तरह नंगी दुबक के बैठी हुई थी ऑटो के पीछे....
ऐसी रांड के लिए तो 5000 भी कम है ... साली के क्या मस्त चूचियां है... और चूत भी गुलाबी... हाय हाय.. इस कुत्तिया को देखकर तो मेरा लौड़ा खड़ा हो गया... ट्रक ड्राइवर बेहद कामुक अंदाज में बोल रहा था..
देखो तुम लोग आ जाओ यहां से.. सुरेश ने कहा... वह भी डरा हुआ था पर उसने कठोर आवाज में कहा..
तेरी मां का भोसड़ा .. साले... एक बात तो बता... बहन चोद तू बीच सड़क पर रंडी चोदने क्यों लाया है.... ड्राइवर के साथी ने पूछा...
मेरे घर में बीवी है... और होटल में जाते तो बेकार में पैसा बर्बाद होता
.. इसीलिए यहां पर लाया था... सुरेश ने उन लोगों को समझाने की कोशिश की...
चल मान ली तेरी बात पर यह तो बता कि ऑटो के अंदर यह कौन बैठा है... ड्राइवर ने पूछा तो मेरा गला सूखने लगा...
यह इस रंडी का दलाल है... सुरेश ने कहा... मेरी जितनी मिट्टी पलीत होनी थी वह तो हो चुकी थी.. मुझे कुछ बुरा नहीं लगा उसकी बात का... बल्कि मुझे अच्छा ही लगा कि वह मामले को संभालने की कोशिश कर रहा है...
और इस दल्ले की गोद में यह बच्ची किसकी है... सच सच बता मादरजात... मैंने देखा था उस रंडी के गले में मंगलसूत्र और उसकी मांग में सिंदूर भी था... उसकी चुचियों से दूध निकल रहा था... कोई भी रंडी गले में मंगलसूत्र मांग में सिंदूर लगाकर बीच सड़क पर यह सब करने क्यों आएगी.... ट्रक ड्राइवर ने सुरेश से पूछा.
देखो मेरी बात समझने की कोशिश करो... यह कोई प्रोफेशनल रंडी नहीं है.. यह एक बड़े अच्छे परिवार की बहू है... यह बच्ची भी इसी की है.. और यह लड़का जो बच्ची को गोद में लिए हुए हैं वह इसका सगा भाई है... कुछ चक्कर ऐसा हुआ कि इसको रंडी बनना पड़ा... पर यह कुछ खास लोगों की रंडी है बस... तुम लोग अब निकलो हमें भी अब घर जाना है.... सुरेश की बातें सुनकर मैं बिल्कुल जलील हो गया.. मेरी आंखों में आंसू आ गए...
तेरी बहन का भोंसड़ा फाडू .... यह साला अपनी सगी बहन को लाया है बीच सड़क पर चुदाई के लिए..... कैसा भाई है... अपनी दीदी का ही दलाल बन गया... और सामने बैठा चुदाई भी देख रहा है... बहुत अच्छे.... ड्राइवर ने मेरी तरफ देखते हुए कहा...
ड्राइवर ने एक हाथ से अपनी दो उंगलियों को जोड़कर एक गोल घेरा बना कर अपने दूसरे हाथ की बीच वाली उंगली उसके अंदर बाहर करते हुए मुझे दिखाने लगा और बोला...
साले तेरी दीदी है तो बड़ी पटाका माल.. तेरी दीदी को देखकर बाबूराव खड़ा हो गया है... कहां छुपी है तेरी दीदी... बोल रंडी को बाहर निकले और हमें अपना जलवा दिखा दे... उसकी हरकतें देखकर मैं पानी पानी हो गया...
और तेरा जीजा कहां है बहन के लोड़े.... ड्राइवर के साथी ने पूछा..
इसकी दीदी को प्रेग्नेंट करने के बाद से ही इसके जीजा का लौड़ा खड़ा नहीं होता.. नामर्द हो चुका है इसका जीजा... इसकी दीदी यहां वहां मुंह न मारे इसीलिए इसके जीजा ने इसकी दीदी को परमिशन दे दी कि कुछ खास लोगों से करवा सकती है... उन लोगों ने इसकी दीदी को रंडी बना दिया... जब मन करता है वह लोग पेलता है... पर इसका जीजा भी हर जगह इस भड़वे को अपनी दीदी के साथ भेजता है... क्योंकि इसकी बच्ची छोटी है और बिना अपनी मां के दूध के रह नहीं पाएगी... यह बच्ची को संभालता है और इसकी दीदी मजे लेती है... बदले में वह लोग पैसा भी देते है.. सुरेश ने उन लोगों से कहा... यह सब सुनकर मेरी दीदी की क्या हालत हो रही होगी वह तो मुझे नहीं पता पर मेरी नजरों में मैं खुद ही गिरने लगा था...
वाह बहन की लोड़ी रंडी साली.....चुदवाने का मजा भी ले रही है और पैसे भी कमा रही है... इस छैल छबीली रंडी को चोदने का मन तो हमें भी हो रहा है पर टाइम नहीं है...... बहुत दूर जाना है डिलीवरी के लिए और लेट भी हो चुका है... ड्राइवर ने कहा... ड्राइवर की बात सुनके मैंने राहत की सांस...
ठीक है तुम लोग अब जाओ हम लोग भी अब निकलते हैं यहां से... सुरेश ने कहा...
रुक रुक... इतनी भी क्या जल्दी है.... इस रंडी को बोल कि हमारे सामने निकल कर आए... हमें ऊपर से नीचे देखना है इसके सामान को... कुछ देर आंखें सकेंगे और मुठ मार कर निकल जाएंगे... ड्राइवर के साथी ने कहा..
हां यह सही कहा तूने... ऐसी माल पर बिना हिलाए जाना पाप होगा.. बोल अपने दीदी को बाहर आकर हमारे सामने खड़ी हो जाए... ड्राइवर ने कहा..
सुरेश को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या बोले... वह असमंजस में था... मैं भी घबरा रहा था...
साली रंडी ले मेरा लौड़ा ले ले तेरी मां का भोसड़ा ...
कुत्तिया हरामजादी.... सुरेश गालियां बकता हुआ मेरी दीदी को पीछे से चोद रहा था अपने आधे खड़े दंड से... बहुत देर तक सुरेश मेरी दीदी की योनि में हल्के हल्के चोदता रहा.. मेरी दीदी मुन्नी को दूध पिलाती रही.... दूध पीने के बाद सो गई थी मुन्नी....... दीदी मेरी तरफ देख रही थी... मैं समझ गया दीदी क्या चाहती है... मैं ऑटो से बाहर निकला और मुन्नी को अपनी गोद में ले लिया... सुरेश ने को मेरी रूपाली दीदी पलट दिया और उनकी दोनों चूचियां दबोच के दूध निकाला... दीदी की दोनों टांगें सुरेश के कांधे पर थी.. दीदी ऑटो की बोनट के सहारे हवा में झूल रही थी... और सुरेश मेरी दीदी की योनि में धक्के पर धक्के मार रहा था अपने मुरझाए हुए लोड़े से... उसके चेहरे पर मायूसी दिख रही थी... मेरी दीदी को चोदने का प्रयास करता हुआ सुरेश दांत पीसने लगा और मेरी दीदी को गंदी गंदी गालियां देने लगा...
साली रंडी ... कुत्तिया हरामजादी...ओह्ह आह...
सुनसान सड़क पर अचानक एक ट्रक हमारे पास से गुजरा... मेरी तो गांड फटी हुई थी मैं और भी डर गया... ट्रक की हेडलाइट की रोशनी में ट्रक ड्राइवर और उसके हेल्पर दोनों को मेरी दीदी का पूरा नजारा दिखा... ट्रक की रफ्तार वैसे भी बेहद कम थी.. और ड्राइवर ने ठीक हमारे ऑटो के बगल में लाकर अपने ट्रक को खड़ा कर दिया... ड्राइवर और उसका साथी दोनों ही ट्रक की खिड़की से अपनी गर्दन बाहर निकाल कर देखने लगे मेरी दीदी के जलवे.... डर और शर्म के मारे मेरी दीदी ने अपने दोनों हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया पर उनका बाकी खुला खजाना तो दोनों की निगाहों के सामने खुला पड़ा था... सुरेश भी डर गया था ..उसने अपना लौड़ा दीदी की योनि से बाहर निकाल लिया और अपनी पैंट की जिप बंद करने लगा... मेरी दीदी अब सड़क पर बिल्कुल नंगी खड़ी थी अपने चेहरे को अपने हाथों से ढके हुए और वह दोनों आंखे फाड़ फाड़ के देख रहे थे ...
साली क्या मस्त चिकनी माल है बहन चोद.. कितने में चोदने के लिए राजी हुई.... ट्रक ड्राइवर ने सुरेश से पूछा...
2 हजार हर शॉट के लिए.. सुरेश ने जवाब दिया...
मेरी दीदी वहां से भाग के ऑटो के पीछे जा के छुप गई..
वह दोनों मेरी दीदी को रंडी समझ रहे थे... दीदी की साड़ी चोली ब्रा पेंटी सब कुछ ट्रक के नीचे पड़ी हुई थी इसलिए दीदी कपड़े भी नहीं पहन सकती थी... दीदी कबूतर की तरह नंगी दुबक के बैठी हुई थी ऑटो के पीछे....
ऐसी रांड के लिए तो 5000 भी कम है ... साली के क्या मस्त चूचियां है... और चूत भी गुलाबी... हाय हाय.. इस कुत्तिया को देखकर तो मेरा लौड़ा खड़ा हो गया... ट्रक ड्राइवर बेहद कामुक अंदाज में बोल रहा था..
देखो तुम लोग आ जाओ यहां से.. सुरेश ने कहा... वह भी डरा हुआ था पर उसने कठोर आवाज में कहा..
तेरी मां का भोसड़ा .. साले... एक बात तो बता... बहन चोद तू बीच सड़क पर रंडी चोदने क्यों लाया है.... ड्राइवर के साथी ने पूछा...
मेरे घर में बीवी है... और होटल में जाते तो बेकार में पैसा बर्बाद होता
.. इसीलिए यहां पर लाया था... सुरेश ने उन लोगों को समझाने की कोशिश की...
चल मान ली तेरी बात पर यह तो बता कि ऑटो के अंदर यह कौन बैठा है... ड्राइवर ने पूछा तो मेरा गला सूखने लगा...
यह इस रंडी का दलाल है... सुरेश ने कहा... मेरी जितनी मिट्टी पलीत होनी थी वह तो हो चुकी थी.. मुझे कुछ बुरा नहीं लगा उसकी बात का... बल्कि मुझे अच्छा ही लगा कि वह मामले को संभालने की कोशिश कर रहा है...
और इस दल्ले की गोद में यह बच्ची किसकी है... सच सच बता मादरजात... मैंने देखा था उस रंडी के गले में मंगलसूत्र और उसकी मांग में सिंदूर भी था... उसकी चुचियों से दूध निकल रहा था... कोई भी रंडी गले में मंगलसूत्र मांग में सिंदूर लगाकर बीच सड़क पर यह सब करने क्यों आएगी.... ट्रक ड्राइवर ने सुरेश से पूछा.
देखो मेरी बात समझने की कोशिश करो... यह कोई प्रोफेशनल रंडी नहीं है.. यह एक बड़े अच्छे परिवार की बहू है... यह बच्ची भी इसी की है.. और यह लड़का जो बच्ची को गोद में लिए हुए हैं वह इसका सगा भाई है... कुछ चक्कर ऐसा हुआ कि इसको रंडी बनना पड़ा... पर यह कुछ खास लोगों की रंडी है बस... तुम लोग अब निकलो हमें भी अब घर जाना है.... सुरेश की बातें सुनकर मैं बिल्कुल जलील हो गया.. मेरी आंखों में आंसू आ गए...
तेरी बहन का भोंसड़ा फाडू .... यह साला अपनी सगी बहन को लाया है बीच सड़क पर चुदाई के लिए..... कैसा भाई है... अपनी दीदी का ही दलाल बन गया... और सामने बैठा चुदाई भी देख रहा है... बहुत अच्छे.... ड्राइवर ने मेरी तरफ देखते हुए कहा...
ड्राइवर ने एक हाथ से अपनी दो उंगलियों को जोड़कर एक गोल घेरा बना कर अपने दूसरे हाथ की बीच वाली उंगली उसके अंदर बाहर करते हुए मुझे दिखाने लगा और बोला...
साले तेरी दीदी है तो बड़ी पटाका माल.. तेरी दीदी को देखकर बाबूराव खड़ा हो गया है... कहां छुपी है तेरी दीदी... बोल रंडी को बाहर निकले और हमें अपना जलवा दिखा दे... उसकी हरकतें देखकर मैं पानी पानी हो गया...
और तेरा जीजा कहां है बहन के लोड़े.... ड्राइवर के साथी ने पूछा..
इसकी दीदी को प्रेग्नेंट करने के बाद से ही इसके जीजा का लौड़ा खड़ा नहीं होता.. नामर्द हो चुका है इसका जीजा... इसकी दीदी यहां वहां मुंह न मारे इसीलिए इसके जीजा ने इसकी दीदी को परमिशन दे दी कि कुछ खास लोगों से करवा सकती है... उन लोगों ने इसकी दीदी को रंडी बना दिया... जब मन करता है वह लोग पेलता है... पर इसका जीजा भी हर जगह इस भड़वे को अपनी दीदी के साथ भेजता है... क्योंकि इसकी बच्ची छोटी है और बिना अपनी मां के दूध के रह नहीं पाएगी... यह बच्ची को संभालता है और इसकी दीदी मजे लेती है... बदले में वह लोग पैसा भी देते है.. सुरेश ने उन लोगों से कहा... यह सब सुनकर मेरी दीदी की क्या हालत हो रही होगी वह तो मुझे नहीं पता पर मेरी नजरों में मैं खुद ही गिरने लगा था...
वाह बहन की लोड़ी रंडी साली.....चुदवाने का मजा भी ले रही है और पैसे भी कमा रही है... इस छैल छबीली रंडी को चोदने का मन तो हमें भी हो रहा है पर टाइम नहीं है...... बहुत दूर जाना है डिलीवरी के लिए और लेट भी हो चुका है... ड्राइवर ने कहा... ड्राइवर की बात सुनके मैंने राहत की सांस...
ठीक है तुम लोग अब जाओ हम लोग भी अब निकलते हैं यहां से... सुरेश ने कहा...
रुक रुक... इतनी भी क्या जल्दी है.... इस रंडी को बोल कि हमारे सामने निकल कर आए... हमें ऊपर से नीचे देखना है इसके सामान को... कुछ देर आंखें सकेंगे और मुठ मार कर निकल जाएंगे... ड्राइवर के साथी ने कहा..
हां यह सही कहा तूने... ऐसी माल पर बिना हिलाए जाना पाप होगा.. बोल अपने दीदी को बाहर आकर हमारे सामने खड़ी हो जाए... ड्राइवर ने कहा..
सुरेश को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या बोले... वह असमंजस में था... मैं भी घबरा रहा था...