10-08-2019, 12:17 PM
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अपडेट - 25
राज अपने दोस्तों मंगल और श्याम के साथ एक जगह बैठा उस ड्रग का कमाल देख रहा था।
थोड़ी देर बाद करीब 2 मिनट ही हुए थे कि लड़कीं बुरी तरह से पसीनों में भीग गयी थी। उसकी कॉलेज शर्ट जगह जगह से पसीनों से भीग कर उसके बदन पर चिपक गयी थी। राज अभी भी उस लड़की के चेहरे के भावों को देखे जा रहा था। उसके चेहरे भाव साफ साफ उसके मादक होने का चिन्ह थे।
अब आगे......
अभी राज उस लड़की की बेबसी देख कर मुस्कुरा ही रह था कि मंगल ने राज के कोहनी की मारकर राज का ध्यान उस लड़की की स्कर्ट की और किया। राज ने जब उस लड़की की स्कर्ट की तरफ देखा तो पाया कि लड़कीं के पेर कांप रहे है।
राज ने मंगल की और देखा और फिर वापस लड़कीं की और देखा तो पाया कि लड़कीं ने स्कर्ट में ही पेशाब कर दिया।राज ने श्याम की तरफ देखा तो श्याम ने राज को कहा।
श्याम: राज अब ये लड़कीं अपनी शरीर की गर्मी मिटाना चाहती है। इसलिए इसकी चूत पानी छोड़ रही है। लेकिन ये लड़कीं सादारण से कुछ ज्यादा पानी छोड़ रही है इसका मतलब ये बहुत सेंसेटिव। ये उन लड़कियों में से है जिसे एक बार चुदने का रोग लग जाये तो वो फिर बाप भाई नहीं देखती बस लन्ड देखती है।
तभी राज की नज़र उस लड़की के चेहरे पर पड़ती है। वो बार बार घूम घूम कर मंगल को देख रही थी। उसके चेहरे से साफ दिख रहा था कि वो चुदना चाहती है लेकिन किसी अजनबी से कैसे चुद जाए यही संकोच शायद उसे रोक रखा हो।
लेकिन जैसे जैसे वक़्त गुजर रहा था वैसे वैसे उस लड़की पर मंगल का नशा हावी हो रहा था। धीरे धीरे लड़कीं की पेंटी गीली होकर उसका पानी उसकी जांघों से होते हुए उसके जुराबों से जूतों की और बढ़ रहा था। उस लड़की की चुंचिया एक दम अरॉउज़ड़ हो गयी थी।
अब मंगल ने अचानक से राज को कहा...
मंगल: अब देख मैं कैसे थप्पड़ का बदला लेता हूं।
मंगल इतना कह कर उस लड़कीं के पीछे चला गया। वो लड़कीं मंगल को अपने पीछे देख कर बिल्कुल भी नहीं हिलती। बल्कि उसके हाव भाव से ऐसा लग रहा था जैसे वो खुद चाहती हो की मंगल कुछ करे।
मंगल ने धीरे से अपने दोनों हाथ उस लड़कीं की गाँड़ पर रख दिये। लड़कीं के चूतड़ों को बड़े आराम से सहलाने लगा। लड़कीं ने जब मंगल के हाथों को अपनी गाँड़ पर महसूस किया तो आगे की और झुक गयी।
श्याम और राज उठ कर मंगल के दोनों साइड में खड़े हो गए ताकि आस पास के लोगो को दिखे नहीं। तभी मंगल उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर देता है। मगर कमाल की बात ये थी कि एक पब्लिक बस में कई अजनबी लड़का उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर रखा था और उस लड़कीं का विरोध बिल्कुल भी नहीं था। उल्टा वो लड़कीं आगे की तरफ झुक कर अपने पैरों को खोल रही थी। एकदम उल्टे v की तरह उस लड़कीं के पैर थे।
मंगल ने जब लड़कीं कि ये हरकत देखी तो तुरंत उस लड़कीं की पेंटी उतार दिया। और उस लड़कीं का एक पैर उठा कर एक पैर से उसकी पेंटी निकाल दी और दूसरे पेर के मोजे मैं उस पेंटी को डाल दिया।
राज ने जब लड़कीं कि पेंटी उतारते मंगल को देखा तो राज का लन्ड एक दम तन्ना गया।
राज अब हर हालत में उस लड़की को चौदना चाहता था। राज ने हल्के से अपने लन्ड को सहलाया लेकिन जब मंगल ने राज को अपना लन्ड सहलाते देखा तो इशारा से मना करने लगा।
राज ने जब ये उस इशारे को समझा तो पता चला कि मंगल उस लड़की को चोदने के लिए मना कर रहा था। राज अभी इस बात का कारण समझने की कोशिश कर ही रह था कि मंगल ने श्याम के बैग से कुछ निकाल और उस लड़की की चूत पर रख दिया। बड़ी अजीब सा था वो। ऐसा लग रहा था जैसे वो चूत पर चिपक गया हो। उसकी शेप सब कुछ पैड की तरह थी।
राज एक बार फिर से सोचों में गुम था ।
राज जब तक अपनी सोच से बाहर निकलता तब तक मंगल ने उस लड़कीं की पेंटी को फिर से ऊपर कर दिया। श्याम और मंगल उस लड़कीं के पास से हट गए। अब वो लड़कीं राज की तरफ बड़ी प्यासी नज़रों से देख रही थी।
उस लड़कीं कि नज़र राज के तन्नाये हुए लन्ड पर थी। लेकिन राज उज़ लड़कीं की आंखों में देखते हुए अपने दोस्तों के पास चला गया।
अगले 20 मिनट के सफर में लड़कीं ना जाने कितनी बार पानी छोड़ी। उसके पैरों के नीचे का बस का फ्लोर बिल्कुल गीला था। जब राज ने मंगल से उस पेड जैसे दिखने वाले कपड़े के बारे में पूछा तो मंगल ने बोला।
मंगल: वो एक बहुत की कमाल का जापान गेजेट है। उसे वाइब्रेटर कहते है। कमाल भी बात ये है कि ये वरजिन ओर नॉन वर्जिन दोनो लड़कियों के लिए है। ये पेंटी की तरह है। बस गाँड़ और चूत पर टिका होता है। ओर उस से भी कमाल की बात ये है कि उसका कंट्रोलर मेरे पास है ये रिमोट।
तभी बस रुक जाती है। ये राज का घर के पास वाला क्षेत्र था। राज तुरन्त बस से उतर गया। आज राज को बहुत कुछ सीखने को मिला। राज ने बस से उतरने के पहले मंगल और श्याम के मोबाइल नम्बर ले लिए थे।
एक महीने बाद...........
पिछले एक महीने से छोटू की बहन चंचल की बहन के साथ खूब दोस्ती निभा रही थी। राज के कहने पर। वही राज अपनी नई बनी गर्लफ्रैंड के साथ पिछले एक महीने में खूब घुमा चिट्चैट की और आपस मे साथ वक़्त गुजारने के साथ साथ दोनो बहुत करीब आगये। आज राज को कोमल पास वाले शहर में ले जा रही थी जहां पर कोमल की बहन और जीजू रहते है।
वहीं पिछले एक महीने से रानी सोनिया और सरिता तीनो अपने जिस्म की आग में जल कर हर रात पिघल रही थी। हर रात तीनो का बिस्तर ओर पेंटी गीली हो जाती थी।
और एक तरफ राज के दोस्तों ने मंगल और श्याम ने दोनों ने मिलकर राज को बहुत सी चीजो के बारे में बताया और उनके इस्तेमाल के बारे में भी। और राज ने भी उन्हें चंचल के बारे में बता दिया ताकि उसे चंचल से बदला लेने में मदद मिल सके।
पिछले 1 महीने में राज चंचल के साथ 7 से 8 बार डेट पर गया। लेकिन जैसा कोमल ने राज को कहा था कि चंचल के साथ डेट पर जाओ लेकिन उसे भाव मत देना। और उसी के चलते कोमल चंचल की क्लोज दोस्त बनती गयी।
अब कोमल और राज ने दोनों ने मिलकर एक खेल स्टार्ट कर दिया था। इस खेल में छोटी की बहन ने चंचल की बहन को और कोमल ने खुद चंचल को संभाला हुआ है। वही बाहरी मदद के लिए मंगल और श्याम है ही। अब मंगल और श्याम में राज को चौदना भी सिखा दिया और लड़कीं फंसाना भी।
जब राज ने मंगल से पूछा था कि बस के उस लड़कीं को चौदने क्यों नहीं दिया तो मंगल ने बोला कि " वहां पर भीड़ थी और वो लड़कीं वर्जिन और तेरा लन्ड गधे सा, अगर सुपडे भी डाल देता तो आधा भारत जान जाता कि कोई लड़कि चौद रहा है।
धीरे धीरे समय बीतता रहा। समय के साथ साथ राज और कोमल का रिश्ता गहरा और गहरा होता चला गया। लेकिन राज की दोनों बहनें और उसकी माँ का दिल और दिन और रात दोनों बेचैनी से गुजरने लगी।
सरिता संग रानी और सोनिया को भी अभी तक ये समझ नही आ रहा था आखिर शुरुआत कहाँ से करें। तभी एक घटना घटी जिस से वो सब शुरू हो गया जो समाज की नज़र में तो पाप है मगर इन तीनो की नज़र में जीने का मक़सद। लेकिन उस से पहले एक बात रह गयीं जो आप सब का जान ना बहुत ज़रूरी है।
दरअसल पहले मैंने आपको बताया था की राज और कोमल डेटिंग करते करते इतने क्लोज हो गये की कोमल आज राज को अपनी बड़ी कजिन बहन से मिलवाने के लिए ले जा रही थी।
राज ने रानी और सोनिया के ज़रिए से कोमल को अपने मम्मी पापा से पहले ही इंट्रोड्यूस करवा दिया था। साथ ही सबको पता था राज के घर पर की कोमल राज की गर्लफ्रैंड है। इस लिए राज को कोमल के साथ दूसरे शहर में भेजना किसी को भी गलत नहीं लगा।
राज कोमल के साथ बड़े ही रोमांटिक अंदाज में कोमल की पर्सनल कार में सफर करते हुए वहां पहुंचा जहां राज की मुलाकात एक और शैतान से हुई। लेकिन ये शैतान राज का मददगार साबित हुआ।
रात को करीब 8.50 पर कोमल और राज दूसरे शहर की अपनी मंज़िल पर पहुंच गए। वहां जाकर जब कोमल ने दरवाजे की बेल बजायी तो एक बेहद खूबसूरत महिला ने दरवाजा खोला।
राज उस महिला को देखता ही रह गया। वो कोई महिला नहीं बल्कि 27-28 साल की कोई शादी शुदा लड़की थी। उसके चेहरे पर कोई निशान नहीं। यहां तक कि तिल भी नज़र नही आ रहा था। मोटी मोटी आंखें , सुर्ख गुलाबी होंठ, और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल, सुडौल छातियाँ, पतली कमर, चेहरे पर क़ातिल मुस्कान और नज़रें जैसे जंग में चलती तलवारें।
राज अभी भी एक टक उस लड़की को देखे जा रहा था। तभी कोमल ने अपने कंधे से राज के कंधे पर मारा और धीरे से कान में बोली.....
कोमल: बस भी करो तुम्हारे साथ तुम्हारी गर्लफ्रैंड भी है....
कोमल की इस बात पर जहां राज झेंप गया था वहीं दरवाजे पर खड़ी खूबसूरत हसीना हँसने लगी। तभी कोमल ने उस लड़की का नाम लिया और उसके गले लग गयी।
कोमल: ओह कोमल दीदी.... मैं आपको बहुत मिस करती हूं। शादी के बाद तो आप जैसे भूल ही गयी।
फिर जब कोमल को याद आया कि राज का इंट्रो तो करवाया ही नही तो कोमल राज का इंट्रो एक नई कोमल से करवाती है।
कोमल: राज मीट मय फेवरेट सिस्टर कोमल रानी...
राज हाथ जोड़ कर नमस्ते बोलता है लेकिन तभी कोमल रानी राज को झिड़क देती है। और बोलती है।
कोमल रानी: मेरी बहन का बॉयफ्रेंड है तो क्या में तुझे आंटी लगी जो हाथ जोड़ कर नमस्ते कर रहा है। आगे से जब भी माइक तो सीधे हग करना। और हां सिर्फ मुझे ही नही किसी भी लड़की से मिले तो सीधे हग करना। समझे।
इतना बोलकर कोमल रानी अपनी सुडौल चुंचिया राज की छाती में धंसाते हुए और अभी टाइट गले लगाती।
वहीं कोमल अपनी कजिन बहन से पड़ी राज को प्यारी झड़प से मुस्कुराने लगती है।
बड़ी मुश्किल से राज ने कोमल रानी से वादा किया कि वो आगे से सबसे गले मिल कर ही नमस्ते करेगा। तब जाकर कोमल रानी ने राज को छोड़ा।
कोमल और राज को कोमल ने एक रूम दे दिया था। राज को इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नही थी यहां कोमल अपनी दीदी के सामने उसके साथ एक ही रूम शेयर करगी। लेकिन अभी तो राज को मालूम ही क्या था।
9 बजे तक राज और कोमल दोनो फ्रेश हुए तब तक कोमल रानी ने खाना बना लिया था उसे टेबल पर परोस दिया था। जब राज और कोमल खाने की टेबल पर आए तो वहां पर दो नए मेहमान आये हुए थे। मेरा मतलब दो नए अनजाने शख्स मौजूद थे। एक कोमल रानी के पति देव और दूसरी उनकी ननद।
जब राज और कोमल खाने की टेबल की और बढ़ रहे थे तो कोमक की नज़र अपने जीजू पर पड़ते ही जीजू बोलते हुए सीधे उनके गले लग गयी। कोमल के ऐसा करने से कोमल की चुंचिया सीधे कोमल रानी के पतिदेव की छाती में...
तभी राज भी टेबल पर वहां पहुंच और जैसे ही राज ने हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ाया उसे कोमल रानी की चेतावनी भरी मोटी मोटी नज़रे नज़र आ गयी जो टेबल पर बैठे बैठे उसे घर रही थी। उसने तुरंत अपने हाथ अंदर किये और कोमल रानी के पति देव राज के गले लग गया। राज ने भी आराम से राज को गले लगाया और साथ ही राज की गांड को अपने हाथों से दबा दिया।
राज कोमल के जीजा जी की हरकत पर झेंप गया। राज को लगा कि आज तो उसकी इज्जत यहां से सलामत नही जाने वाली। तभी कोमल अपने जीजू की बहन के गले लगी।
कोमल: गुड्डीssssss वाउssss यू लुक्स सो अमेजिंग एंड हॉट।
कोमल की आवाज सुनकर राज की नज़र कोमल रानी की ननद पर गयी जिसका नाम था गुड्डी। कमाल की लड़की थी यार। एक झीना सा शर्ट और उसके नीचे एक निकर। निकर से जहां गुड्डी की केले के पेड़ जैसे चिकनी टांगे नज़र आ रही थी वही उस झीने शर्ट से गुड्डी की चुंचिया नज़र आ रही थी। नज़र क्या आ रही थी ये समझ लो ए के 47 ने निशाना साद रखा था एक दम सामने की और।
कोमल रानी: आगे से ये फिजूल की फॉरमैलिटी हमारे साथ मत करना। अब तो समझ गए ना कैसे मिला जाता है या फिर समझाऊ।
राज: नहीं नहीं में समझ गया।
राज को ये समझ नही आ रहा था कि ये कोमल रानी इतनी एडवांस ओपन क्यों है। क्या पहली मुलाकात में ये सब आम बात है। राज ये सब समझने में असफल थालेकिं कोमल रानी जानती थी को कोमल को छोड़ कर राज जाने वाला नहीं है और राज को कुछ सिखाने के लिए उस से ओपन ही होना पड़ेगा। और वैसे भी थोड़े से दिन है नहीं तो पूर एक्सपर्ट बना देती।
खाने की टेबल सब लोग इधर उधर की बातों के साथ साथ डबल मीनिंग बातें भी कर रहे थे। जिन्हें राज भी समझ रहा था और हल्के हल्के मुस्कुरा रहा था। कोमल रानी को इतना तो समझ आ गया था कि ये लड़का भी उनके पति की तरह शर्मिला है । लेकिन ये उनके लिए परेशानी नहीं थी। जब वो अपने पति की शर्म तोड़ सकती है तो फिर राज क्या चीज है। लेकिन ये काम वो नहीं बल्कि उनकी बहन कोमल खुद करे तो ज्यादा अच्छा होगा। इतना सोच कर कोमल रानी कोमल को अपने बेडरूम में बुला लेती है।
राज दूसरे कमरे में जा कर कुछ देर पहले हुई घटनाओं को याद कर रहा था। तभी अचानक से राज का बैग चमक ने लगा। राज ने तुरंत अपना बैग खोला तो देखा आईना चमक रहा है। आज ये आज ये आखिरी दिन का आखिरी घंटे था जहां राज आईने का इस्तेमाल बिना कुछ दिए कर सकता था। राज आईने से उसके चमकने का कारण पूछा।
राज के ऐसा सवाल करते ही आईने में राज के नाना जी आ गये।
नाना: सावधान राज वो शैतान नैना मेरे बस से बाहर हो गयी है। मैं उसे अब और कंट्रोल नही कर पा रहा हूँ । तुम्हे उसे नष्ट करना ही होगा राज।
राज अपने दोस्तों मंगल और श्याम के साथ एक जगह बैठा उस ड्रग का कमाल देख रहा था।
थोड़ी देर बाद करीब 2 मिनट ही हुए थे कि लड़कीं बुरी तरह से पसीनों में भीग गयी थी। उसकी कॉलेज शर्ट जगह जगह से पसीनों से भीग कर उसके बदन पर चिपक गयी थी। राज अभी भी उस लड़की के चेहरे के भावों को देखे जा रहा था। उसके चेहरे भाव साफ साफ उसके मादक होने का चिन्ह थे।
अब आगे......
अभी राज उस लड़की की बेबसी देख कर मुस्कुरा ही रह था कि मंगल ने राज के कोहनी की मारकर राज का ध्यान उस लड़की की स्कर्ट की और किया। राज ने जब उस लड़की की स्कर्ट की तरफ देखा तो पाया कि लड़कीं के पेर कांप रहे है।
राज ने मंगल की और देखा और फिर वापस लड़कीं की और देखा तो पाया कि लड़कीं ने स्कर्ट में ही पेशाब कर दिया।राज ने श्याम की तरफ देखा तो श्याम ने राज को कहा।
श्याम: राज अब ये लड़कीं अपनी शरीर की गर्मी मिटाना चाहती है। इसलिए इसकी चूत पानी छोड़ रही है। लेकिन ये लड़कीं सादारण से कुछ ज्यादा पानी छोड़ रही है इसका मतलब ये बहुत सेंसेटिव। ये उन लड़कियों में से है जिसे एक बार चुदने का रोग लग जाये तो वो फिर बाप भाई नहीं देखती बस लन्ड देखती है।
तभी राज की नज़र उस लड़की के चेहरे पर पड़ती है। वो बार बार घूम घूम कर मंगल को देख रही थी। उसके चेहरे से साफ दिख रहा था कि वो चुदना चाहती है लेकिन किसी अजनबी से कैसे चुद जाए यही संकोच शायद उसे रोक रखा हो।
लेकिन जैसे जैसे वक़्त गुजर रहा था वैसे वैसे उस लड़की पर मंगल का नशा हावी हो रहा था। धीरे धीरे लड़कीं की पेंटी गीली होकर उसका पानी उसकी जांघों से होते हुए उसके जुराबों से जूतों की और बढ़ रहा था। उस लड़की की चुंचिया एक दम अरॉउज़ड़ हो गयी थी।
अब मंगल ने अचानक से राज को कहा...
मंगल: अब देख मैं कैसे थप्पड़ का बदला लेता हूं।
मंगल इतना कह कर उस लड़कीं के पीछे चला गया। वो लड़कीं मंगल को अपने पीछे देख कर बिल्कुल भी नहीं हिलती। बल्कि उसके हाव भाव से ऐसा लग रहा था जैसे वो खुद चाहती हो की मंगल कुछ करे।
मंगल ने धीरे से अपने दोनों हाथ उस लड़कीं की गाँड़ पर रख दिये। लड़कीं के चूतड़ों को बड़े आराम से सहलाने लगा। लड़कीं ने जब मंगल के हाथों को अपनी गाँड़ पर महसूस किया तो आगे की और झुक गयी।
श्याम और राज उठ कर मंगल के दोनों साइड में खड़े हो गए ताकि आस पास के लोगो को दिखे नहीं। तभी मंगल उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर देता है। मगर कमाल की बात ये थी कि एक पब्लिक बस में कई अजनबी लड़का उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर रखा था और उस लड़कीं का विरोध बिल्कुल भी नहीं था। उल्टा वो लड़कीं आगे की तरफ झुक कर अपने पैरों को खोल रही थी। एकदम उल्टे v की तरह उस लड़कीं के पैर थे।
मंगल ने जब लड़कीं कि ये हरकत देखी तो तुरंत उस लड़कीं की पेंटी उतार दिया। और उस लड़कीं का एक पैर उठा कर एक पैर से उसकी पेंटी निकाल दी और दूसरे पेर के मोजे मैं उस पेंटी को डाल दिया।
राज ने जब लड़कीं कि पेंटी उतारते मंगल को देखा तो राज का लन्ड एक दम तन्ना गया।
राज अब हर हालत में उस लड़की को चौदना चाहता था। राज ने हल्के से अपने लन्ड को सहलाया लेकिन जब मंगल ने राज को अपना लन्ड सहलाते देखा तो इशारा से मना करने लगा।
राज ने जब ये उस इशारे को समझा तो पता चला कि मंगल उस लड़की को चोदने के लिए मना कर रहा था। राज अभी इस बात का कारण समझने की कोशिश कर ही रह था कि मंगल ने श्याम के बैग से कुछ निकाल और उस लड़की की चूत पर रख दिया। बड़ी अजीब सा था वो। ऐसा लग रहा था जैसे वो चूत पर चिपक गया हो। उसकी शेप सब कुछ पैड की तरह थी।
राज एक बार फिर से सोचों में गुम था ।
राज जब तक अपनी सोच से बाहर निकलता तब तक मंगल ने उस लड़कीं की पेंटी को फिर से ऊपर कर दिया। श्याम और मंगल उस लड़कीं के पास से हट गए। अब वो लड़कीं राज की तरफ बड़ी प्यासी नज़रों से देख रही थी।
उस लड़कीं कि नज़र राज के तन्नाये हुए लन्ड पर थी। लेकिन राज उज़ लड़कीं की आंखों में देखते हुए अपने दोस्तों के पास चला गया।
अगले 20 मिनट के सफर में लड़कीं ना जाने कितनी बार पानी छोड़ी। उसके पैरों के नीचे का बस का फ्लोर बिल्कुल गीला था। जब राज ने मंगल से उस पेड जैसे दिखने वाले कपड़े के बारे में पूछा तो मंगल ने बोला।
मंगल: वो एक बहुत की कमाल का जापान गेजेट है। उसे वाइब्रेटर कहते है। कमाल भी बात ये है कि ये वरजिन ओर नॉन वर्जिन दोनो लड़कियों के लिए है। ये पेंटी की तरह है। बस गाँड़ और चूत पर टिका होता है। ओर उस से भी कमाल की बात ये है कि उसका कंट्रोलर मेरे पास है ये रिमोट।
तभी बस रुक जाती है। ये राज का घर के पास वाला क्षेत्र था। राज तुरन्त बस से उतर गया। आज राज को बहुत कुछ सीखने को मिला। राज ने बस से उतरने के पहले मंगल और श्याम के मोबाइल नम्बर ले लिए थे।
एक महीने बाद...........
पिछले एक महीने से छोटू की बहन चंचल की बहन के साथ खूब दोस्ती निभा रही थी। राज के कहने पर। वही राज अपनी नई बनी गर्लफ्रैंड के साथ पिछले एक महीने में खूब घुमा चिट्चैट की और आपस मे साथ वक़्त गुजारने के साथ साथ दोनो बहुत करीब आगये। आज राज को कोमल पास वाले शहर में ले जा रही थी जहां पर कोमल की बहन और जीजू रहते है।
वहीं पिछले एक महीने से रानी सोनिया और सरिता तीनो अपने जिस्म की आग में जल कर हर रात पिघल रही थी। हर रात तीनो का बिस्तर ओर पेंटी गीली हो जाती थी।
और एक तरफ राज के दोस्तों ने मंगल और श्याम ने दोनों ने मिलकर राज को बहुत सी चीजो के बारे में बताया और उनके इस्तेमाल के बारे में भी। और राज ने भी उन्हें चंचल के बारे में बता दिया ताकि उसे चंचल से बदला लेने में मदद मिल सके।
पिछले 1 महीने में राज चंचल के साथ 7 से 8 बार डेट पर गया। लेकिन जैसा कोमल ने राज को कहा था कि चंचल के साथ डेट पर जाओ लेकिन उसे भाव मत देना। और उसी के चलते कोमल चंचल की क्लोज दोस्त बनती गयी।
अब कोमल और राज ने दोनों ने मिलकर एक खेल स्टार्ट कर दिया था। इस खेल में छोटी की बहन ने चंचल की बहन को और कोमल ने खुद चंचल को संभाला हुआ है। वही बाहरी मदद के लिए मंगल और श्याम है ही। अब मंगल और श्याम में राज को चौदना भी सिखा दिया और लड़कीं फंसाना भी।
जब राज ने मंगल से पूछा था कि बस के उस लड़कीं को चौदने क्यों नहीं दिया तो मंगल ने बोला कि " वहां पर भीड़ थी और वो लड़कीं वर्जिन और तेरा लन्ड गधे सा, अगर सुपडे भी डाल देता तो आधा भारत जान जाता कि कोई लड़कि चौद रहा है।
धीरे धीरे समय बीतता रहा। समय के साथ साथ राज और कोमल का रिश्ता गहरा और गहरा होता चला गया। लेकिन राज की दोनों बहनें और उसकी माँ का दिल और दिन और रात दोनों बेचैनी से गुजरने लगी।
सरिता संग रानी और सोनिया को भी अभी तक ये समझ नही आ रहा था आखिर शुरुआत कहाँ से करें। तभी एक घटना घटी जिस से वो सब शुरू हो गया जो समाज की नज़र में तो पाप है मगर इन तीनो की नज़र में जीने का मक़सद। लेकिन उस से पहले एक बात रह गयीं जो आप सब का जान ना बहुत ज़रूरी है।
दरअसल पहले मैंने आपको बताया था की राज और कोमल डेटिंग करते करते इतने क्लोज हो गये की कोमल आज राज को अपनी बड़ी कजिन बहन से मिलवाने के लिए ले जा रही थी।
राज ने रानी और सोनिया के ज़रिए से कोमल को अपने मम्मी पापा से पहले ही इंट्रोड्यूस करवा दिया था। साथ ही सबको पता था राज के घर पर की कोमल राज की गर्लफ्रैंड है। इस लिए राज को कोमल के साथ दूसरे शहर में भेजना किसी को भी गलत नहीं लगा।
राज कोमल के साथ बड़े ही रोमांटिक अंदाज में कोमल की पर्सनल कार में सफर करते हुए वहां पहुंचा जहां राज की मुलाकात एक और शैतान से हुई। लेकिन ये शैतान राज का मददगार साबित हुआ।
रात को करीब 8.50 पर कोमल और राज दूसरे शहर की अपनी मंज़िल पर पहुंच गए। वहां जाकर जब कोमल ने दरवाजे की बेल बजायी तो एक बेहद खूबसूरत महिला ने दरवाजा खोला।
राज उस महिला को देखता ही रह गया। वो कोई महिला नहीं बल्कि 27-28 साल की कोई शादी शुदा लड़की थी। उसके चेहरे पर कोई निशान नहीं। यहां तक कि तिल भी नज़र नही आ रहा था। मोटी मोटी आंखें , सुर्ख गुलाबी होंठ, और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल, सुडौल छातियाँ, पतली कमर, चेहरे पर क़ातिल मुस्कान और नज़रें जैसे जंग में चलती तलवारें।
राज अभी भी एक टक उस लड़की को देखे जा रहा था। तभी कोमल ने अपने कंधे से राज के कंधे पर मारा और धीरे से कान में बोली.....
कोमल: बस भी करो तुम्हारे साथ तुम्हारी गर्लफ्रैंड भी है....
कोमल की इस बात पर जहां राज झेंप गया था वहीं दरवाजे पर खड़ी खूबसूरत हसीना हँसने लगी। तभी कोमल ने उस लड़की का नाम लिया और उसके गले लग गयी।
कोमल: ओह कोमल दीदी.... मैं आपको बहुत मिस करती हूं। शादी के बाद तो आप जैसे भूल ही गयी।
फिर जब कोमल को याद आया कि राज का इंट्रो तो करवाया ही नही तो कोमल राज का इंट्रो एक नई कोमल से करवाती है।
कोमल: राज मीट मय फेवरेट सिस्टर कोमल रानी...
राज हाथ जोड़ कर नमस्ते बोलता है लेकिन तभी कोमल रानी राज को झिड़क देती है। और बोलती है।
कोमल रानी: मेरी बहन का बॉयफ्रेंड है तो क्या में तुझे आंटी लगी जो हाथ जोड़ कर नमस्ते कर रहा है। आगे से जब भी माइक तो सीधे हग करना। और हां सिर्फ मुझे ही नही किसी भी लड़की से मिले तो सीधे हग करना। समझे।
इतना बोलकर कोमल रानी अपनी सुडौल चुंचिया राज की छाती में धंसाते हुए और अभी टाइट गले लगाती।
वहीं कोमल अपनी कजिन बहन से पड़ी राज को प्यारी झड़प से मुस्कुराने लगती है।
बड़ी मुश्किल से राज ने कोमल रानी से वादा किया कि वो आगे से सबसे गले मिल कर ही नमस्ते करेगा। तब जाकर कोमल रानी ने राज को छोड़ा।
कोमल और राज को कोमल ने एक रूम दे दिया था। राज को इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नही थी यहां कोमल अपनी दीदी के सामने उसके साथ एक ही रूम शेयर करगी। लेकिन अभी तो राज को मालूम ही क्या था।
9 बजे तक राज और कोमल दोनो फ्रेश हुए तब तक कोमल रानी ने खाना बना लिया था उसे टेबल पर परोस दिया था। जब राज और कोमल खाने की टेबल पर आए तो वहां पर दो नए मेहमान आये हुए थे। मेरा मतलब दो नए अनजाने शख्स मौजूद थे। एक कोमल रानी के पति देव और दूसरी उनकी ननद।
जब राज और कोमल खाने की टेबल की और बढ़ रहे थे तो कोमक की नज़र अपने जीजू पर पड़ते ही जीजू बोलते हुए सीधे उनके गले लग गयी। कोमल के ऐसा करने से कोमल की चुंचिया सीधे कोमल रानी के पतिदेव की छाती में...
तभी राज भी टेबल पर वहां पहुंच और जैसे ही राज ने हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ाया उसे कोमल रानी की चेतावनी भरी मोटी मोटी नज़रे नज़र आ गयी जो टेबल पर बैठे बैठे उसे घर रही थी। उसने तुरंत अपने हाथ अंदर किये और कोमल रानी के पति देव राज के गले लग गया। राज ने भी आराम से राज को गले लगाया और साथ ही राज की गांड को अपने हाथों से दबा दिया।
राज कोमल के जीजा जी की हरकत पर झेंप गया। राज को लगा कि आज तो उसकी इज्जत यहां से सलामत नही जाने वाली। तभी कोमल अपने जीजू की बहन के गले लगी।
कोमल: गुड्डीssssss वाउssss यू लुक्स सो अमेजिंग एंड हॉट।
कोमल की आवाज सुनकर राज की नज़र कोमल रानी की ननद पर गयी जिसका नाम था गुड्डी। कमाल की लड़की थी यार। एक झीना सा शर्ट और उसके नीचे एक निकर। निकर से जहां गुड्डी की केले के पेड़ जैसे चिकनी टांगे नज़र आ रही थी वही उस झीने शर्ट से गुड्डी की चुंचिया नज़र आ रही थी। नज़र क्या आ रही थी ये समझ लो ए के 47 ने निशाना साद रखा था एक दम सामने की और।
कोमल रानी: आगे से ये फिजूल की फॉरमैलिटी हमारे साथ मत करना। अब तो समझ गए ना कैसे मिला जाता है या फिर समझाऊ।
राज: नहीं नहीं में समझ गया।
राज को ये समझ नही आ रहा था कि ये कोमल रानी इतनी एडवांस ओपन क्यों है। क्या पहली मुलाकात में ये सब आम बात है। राज ये सब समझने में असफल थालेकिं कोमल रानी जानती थी को कोमल को छोड़ कर राज जाने वाला नहीं है और राज को कुछ सिखाने के लिए उस से ओपन ही होना पड़ेगा। और वैसे भी थोड़े से दिन है नहीं तो पूर एक्सपर्ट बना देती।
खाने की टेबल सब लोग इधर उधर की बातों के साथ साथ डबल मीनिंग बातें भी कर रहे थे। जिन्हें राज भी समझ रहा था और हल्के हल्के मुस्कुरा रहा था। कोमल रानी को इतना तो समझ आ गया था कि ये लड़का भी उनके पति की तरह शर्मिला है । लेकिन ये उनके लिए परेशानी नहीं थी। जब वो अपने पति की शर्म तोड़ सकती है तो फिर राज क्या चीज है। लेकिन ये काम वो नहीं बल्कि उनकी बहन कोमल खुद करे तो ज्यादा अच्छा होगा। इतना सोच कर कोमल रानी कोमल को अपने बेडरूम में बुला लेती है।
राज दूसरे कमरे में जा कर कुछ देर पहले हुई घटनाओं को याद कर रहा था। तभी अचानक से राज का बैग चमक ने लगा। राज ने तुरंत अपना बैग खोला तो देखा आईना चमक रहा है। आज ये आज ये आखिरी दिन का आखिरी घंटे था जहां राज आईने का इस्तेमाल बिना कुछ दिए कर सकता था। राज आईने से उसके चमकने का कारण पूछा।
राज के ऐसा सवाल करते ही आईने में राज के नाना जी आ गये।
नाना: सावधान राज वो शैतान नैना मेरे बस से बाहर हो गयी है। मैं उसे अब और कंट्रोल नही कर पा रहा हूँ । तुम्हे उसे नष्ट करना ही होगा राज।
बर्बादी को निमंत्रण
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[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
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Hawas ka ghulam
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