Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
Update 35

अजीब दासता है ये
रेशमा से जितना दूर होना चाहता था उतने पास आ रहा था
रेशमा ने क्या जादू कर डाला था मुझ पर पता नही लग रहा था
जैसा मेरा हाल था वैसा रेशमा का हाल भी था
वो अपना दर्द हल्का करने के लिए मिसेज़ गुप्ता के पास आई थी
और मैं भी अपना पेट भरने मिसेज़ गुप्ता के पास ही गया
उसको आराम की ज़रूरत है और उसको मायके जाना चाहिए ये मैं ने बताया
तो उसी के हाथो का खाना खा कर पेट की आग शांत हुई
हमारे सवाल हमने एक दूसरे से ही सॉल्व किए बस मिसेज़ गुप्ता ने एक मीडियम का काम किया
अब तो रेशमा अपने मायके जाएगी
मैं बस रेशमा को सपने मे ही देख पाउन्गा मिल पाउन्गा
फिर से एक नयी सुबह हुई
अब तो रेशमा से मैं ने सारे रिश्ते तोड़ दिए थे तो उसके यहाँ जाने का सवाल ही पैदा नही होता
पर हम दोनो को वो दिन याद आ रहे थे जब हम पति पत्नी की तरह जॉगिंग को जाते थे
जॉगिंग पर हम पति पत्नी बन जाते है वो पल हम दोनो के लिए सबसे ज़्यादा खुशियाँ लाता था
पर वो दिन अब वापस नही आएँगे
रेशमा भी उन दिनो को ही याद कर रही होगी
कल की तरह आज भी मैं भूका ना रहूं इस लिए मैं ने ऑफीस से छुट्टी ली और अपने लिए खाने का
समान और किराना शॉप से कुछ खरीदी कर ली
मैं ने देखा की रेशमा ने भी आज छुट्टी ली थी
शायद वो भी अपने मायके जाने की तैयारी कर रही है
रेशमा की एक बात अच्छी नही लगती कि वो कुछ बताती नही है
सुबह सुबह की खाने का समान लिया था
और जब मैं बिल्डिंग मे वापस आया तो मुझे सोसायटी के सेक्रेटरी मिल गये
सेक्रेटरी-अवी एक मिनिट रूको
अवी- जी ,
सेक्रेटरी-सुबह सुबह इतनी सारी खरीदी की
अवी- अकेला रहता हूँ तो खुद का खुद को ही देखना पड़ता है
सेक्रेटरी-कोई मेस क्यूँ नही लगा लेते
अवी- लगाई थी पर वहाँ का खाना हजम नही होता
सेक्रेटरी-तो किसी के यहाँ का खाना लगा लो
अवी- आपकी नज़र मे कोई हो तो बता दीजिएगा वैसे आपने मुझे रोका क्यूँ
सेक्रेटरी-तुमसे बात करनी थी
अवी- किस बारे में
सेक्रेटरी-तुमने पूछा था ना क़ी कोई अपार्टमेंट होगा तो बता देना
अवी- हाँ
सेक्रेटरी-तो एक अपार्टमेंट अगले हफ्ते खाली हो रहा है , तुम कहो तो बात करूँ
मुझे तब चाहिए
पर अब भी रेशमा के साथ वैसे ही हालात है
रेशमा से तो मैं दूर जाना चाहता हूँ
रेशमा को इसी लिए तो मायके जाने का सल्यूशन बताया
मैं रेशमा के पड़ोस मे रहूँगा तो उसको अपने दिलो दिमाग़ से बाहर नही निकाल पाउन्गा
मुझे उसको अपने दिमाग़ से निकालना होगा तो उससे दूर जाना होगा
सेक्रेटरी-क्या सोच रहे हो
अवी- जाना तो मैं भी चाहता हूँ ,
सेक्रेटरी-तो बात करूँ
अवी- अभी फाइनल तो नही बता सकता , अपार्टमेंट खाली होने दीजिए फिर बताता हूँ
सेक्रेटरी-जल्दी बताना वरना वो बुक हो गया तो तुम्हें ये सोसायटी छोड़ कर जाना होगा
अवी- मुझे ऑफीस मे बात करनी होगी क्यूँ कि ये उनके तरफ से मिला था अपार्टमेंट ,
सेक्रेटरी-बात कर लेना वैसे मैं ज़्यादा कमीशन नही लूँगा
अवी- ( तो ये बात) ठीक है , आप 99% समझ लीजिए कि मैं शिफ्ट होने को तैयार हूँ
सेक्रेटरी-ये हुई ना बात
और सेक्रेटरी चला गया मुझे और रेशमा को दूर करने
जैसे ही मैं लिफ्ट के पास गया तो क्या देखता हूँ
रेशमा हमारी बात सुन रही थी
रेशमा की आँख थोड़ी गीली लग रही थी
मेरे आते ही उसने अपना चेहरा छुपा लिया
रेशमा को मेरा दूर जाना कैसे अच्छा लगता
रेशमा को अपने कानो पर विश्वास नही हो रहा था कि उसका दोस्त उससे दूर जा रहा है
उसका हमदर्द साथी उस से दूर जा रहा है
रेशमा ने सोचा होगा कि कुछ दिन मायके जाकर फिर मेरे साथ दोस्ती की नयी शुरुआत करेगी
पर उसके आने तक मैं यहाँ से चला ही जाउन्गा
रेशमा के लिए ये बड़ा झटका था
रेशमा और मैं लिफ्ट मे थे
रेशमा ने अपना सर नीचे किया हुआ था ताकि मैं उसके आसू देख ना पाऊ
मैं ने अपने जेब से मोबाइल निकाल कर अपने कान को लगाया
अवी- हेलो माँ
मैं रूम बदल रहा हूँ
ये मत पूछन कि क्यूँ
पर इस सवाल के साथ तुम्हें भी चैन नही आएगा
मेरा यहाँ एक दोस्त बन गया था
पर कुछ वजह से हमारी दोस्ती ख़तम हो गयी
फिर से दोस्त बन क्यूँ नही जाते?
अच्छा सवाल है
अब दोस्त नही बन सकते
अब एक स्टेप आगे बढ़ना होगा तभी दोस्ती बन सकती है
मैं रूम चेंज कर रहा हू
वो यहाँ कई सालो से रह रही है
मैं नही चाहता कि मेरी वजह से उसको प्राब्लम हो
और हम दोनो के लिए अच्छा है कि मैं यहाँ से दूर जाउ
पास रहेंगे तो नज़रें मिलेगी और पुरानी बाते याद आएँगी
हम एक दूसरे को फेस नही कर पाएँगे
इस लिए मैं दूर जा रहा हूँ
मैं रूम चेंज कर रहा हूँ
मुझे कोई फोन नही आया था
ये रेशमा के लिए कहा था
रेशमा समझदार है
वो समझ जाएगी कि मैं ऐसा क्यूँ कर रहा हूँ
ये उसके अच्छे के लिए था कि मैं दूर जाउ वरना वो बदनाम होने का डर था
कहना तो बहुत कुछ चाहता था
पर फोन पर माँ से बात कर रहा था
ऐसे मे अपनी फीलिंग कैसे जाहिर होने देता
मैं ने अपनी भावनाओं पे कंट्रोल रखा
वरना कल की तरह लिफ्ट मे फिर से रेशमा की मिरर इमेज को किस करने लग जाता
मैं तो बात करते लिफ्ट से बाहर चला गया
इतना कुछ बोलने के बाद मैं रेशमा से नज़र नही मिला पाउन्गा
उसका गुनहगार था मैं
वो अकेली थी पर जी रही थी
मेरे आने से उसको कुछ उम्मीद मिली
उसको खुशिया मिली
मैं ने उसके जीने को एक सुंदर वजह दी
और अब उसको अकेला छोड़ कर जा रहा हूँ
उसकी लाइफ को नर्क से भी खराब बना के जा रहा था
पहले वो अकेली थी लेकिन अब वो अकेली होने के साथ कमजोर हो गयी है , .
पहले उसका हज़्बेंड उस से दूर हो गया था और अब हज़्बेंड के साथ दोस्त भी दूर जा रहा था
ऐसे मे मैं रेशमा का गुनहगार बन गया था
इस के सिवा दूसरा रास्ता भी दिख नही रहा था
______________________________
Like Reply


Messages In This Thread
RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 09-08-2019, 10:47 PM



Users browsing this thread: 2 Guest(s)