09-08-2019, 06:01 PM
राजवीर- मेरे प्यारे छोटे भाई विक्रम! तुम दोनों से नाराज होकर तुम्हारे इतने बड़े अरमानों पर पानी कैसे फेर सकता हूं? दूसरों की बीवियों की चुदाई करने के लिए मैंने दूसरों के साथ कितने खेल खेले हैं, अगर मुझे और मेरी तृप्ति को पाने के लिए कोई मेरे साथ खेल खेलता है तो मैं इसे कैसे इंकार कर सकता हूं। ओ मेरे प्यारे अदला बदली के नए साथियों, तुम्हारा इस मंडली में स्वागत है। दो याराना के बाद अब तीसरे याराना की बारी आ गई है।
उपासना- ओ भैया ... आप कितने प्यारे हैं।
हम तीनों अपनी जगह से उठे और एक दूसरे को गले लगाया।
विक्रम- तो बताइए भैया! कैसे शुरू करना है। मैं तो उत्तेजना में पागल हुआ जा रहा हूं। क्या आज हम दोनों उपासना की थ्रीसम चुदाई करके इस कार्यक्रम का शुभारंभ करें?
राजवीर- वैसे यह अच्छा विचार है विक्रम, किंतु मुझे लगता है कि उपासना को पहले ही भोग लेने से अदला-बदली करके चुदाई करने का मजा नहीं आएगा। याराना का मजा तो तब ही है जब मैं इधर तुम्हारी बीवी की चुदाई करूं और तुम मेरी बीवी की। एक साथ, साथ-साथ!
विक्रम- तो भैया अब ज्यादा इंतजार नहीं होगा। जल्दी से जल्दी तृप्ति भाभी को यहां बुलाइए।
राजवीर- लेकिन तृप्ति को अभी हमारे इस प्लान के बारे में कुछ नहीं पता है। जब वह जानेगी तो हैरान हो जाएगी और पता नहीं क्या प्रतिक्रिया देगी। मुझे इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं है। मेरे दिमाग में एक विचार आया है कि हमें किस प्रकार इस अदला-बदली की शुरुआत करनी है।
उपासना- वाह! आज तो मेरे सपने पूरे हो गए। मैं राजवीर भैया के उन विचारों का हिस्सा बनने जा रही हूं जो काफी मजेदार होते थे। तो बताइए कैसे बकरा बनाना है तृप्ति भाभी को?
राजवीर- अभी काफी रात हो गई है, तृप्ति भी सो गई होगी और हमें भी सो जाना चाहिए। सुबह जब मैं तृप्ति से फोन पर बात करूंगा तब इस बात का अनुमान लगाना कि हम क्या करने जा रहे हैं। सच बताता हूं यह काफी मजेदार होगा।
विक्रम- ओ भैया! आपके करामाती दिमाग की नई कारस्तानी देखने के लिए मैं बहुत व्याकुल हूं। इतना कहकर विक्रम खुशी-खुशी, जोर-जोर से यह गीत गाने लगा- यारा तेरी यारी को मैंने तो जहां माना, याद करेगी दुनिया तेरा मेरा याराना ... ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे, छोड़ेंगे दम मगर यह साथ ना छोड़ेंगे।
उपासना- ओ भैया ... आप कितने प्यारे हैं।
हम तीनों अपनी जगह से उठे और एक दूसरे को गले लगाया।
विक्रम- तो बताइए भैया! कैसे शुरू करना है। मैं तो उत्तेजना में पागल हुआ जा रहा हूं। क्या आज हम दोनों उपासना की थ्रीसम चुदाई करके इस कार्यक्रम का शुभारंभ करें?
राजवीर- वैसे यह अच्छा विचार है विक्रम, किंतु मुझे लगता है कि उपासना को पहले ही भोग लेने से अदला-बदली करके चुदाई करने का मजा नहीं आएगा। याराना का मजा तो तब ही है जब मैं इधर तुम्हारी बीवी की चुदाई करूं और तुम मेरी बीवी की। एक साथ, साथ-साथ!
विक्रम- तो भैया अब ज्यादा इंतजार नहीं होगा। जल्दी से जल्दी तृप्ति भाभी को यहां बुलाइए।
राजवीर- लेकिन तृप्ति को अभी हमारे इस प्लान के बारे में कुछ नहीं पता है। जब वह जानेगी तो हैरान हो जाएगी और पता नहीं क्या प्रतिक्रिया देगी। मुझे इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं है। मेरे दिमाग में एक विचार आया है कि हमें किस प्रकार इस अदला-बदली की शुरुआत करनी है।
उपासना- वाह! आज तो मेरे सपने पूरे हो गए। मैं राजवीर भैया के उन विचारों का हिस्सा बनने जा रही हूं जो काफी मजेदार होते थे। तो बताइए कैसे बकरा बनाना है तृप्ति भाभी को?
राजवीर- अभी काफी रात हो गई है, तृप्ति भी सो गई होगी और हमें भी सो जाना चाहिए। सुबह जब मैं तृप्ति से फोन पर बात करूंगा तब इस बात का अनुमान लगाना कि हम क्या करने जा रहे हैं। सच बताता हूं यह काफी मजेदार होगा।
विक्रम- ओ भैया! आपके करामाती दिमाग की नई कारस्तानी देखने के लिए मैं बहुत व्याकुल हूं। इतना कहकर विक्रम खुशी-खुशी, जोर-जोर से यह गीत गाने लगा- यारा तेरी यारी को मैंने तो जहां माना, याद करेगी दुनिया तेरा मेरा याराना ... ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे, छोड़ेंगे दम मगर यह साथ ना छोड़ेंगे।