09-08-2019, 12:49 PM
अतः हमने खुशी वाला एक दूसरे से हाथ मिलाया और दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए। मैंने कमरे में घुस कर गेट को अंदर से लॉक किया और बेड पर नजर डाली। श्लोक ने सीमा को पूर्ण रूप से नंगी तो किया हुआ था लेकिन उसे चादर से ढका हुआ था। मुझे सीमा का केवल चेहरा ही नजर आ रहा था। मेरी धड़कनें बढ़ने लगी थी, जैसे-जैसे मैं सीमा की तरफ बढ़ रहा था ऐसा लग रहा था मेरी धड़कन आज बाहर निकल जाएगी। इतनी तेज धड़कनें तो मेरी प्रिया की चुदाई के वक्त भी नहीं हुई थी। मैं बेड के निचले हिस्से पर सीमा के पांव की तरफ खड़ा हो गया और पांव की तरफ से ही धीरे-धीरे मैंने सीमा की नंगी काया पर पड़ी हुई चादर नीचे की तरफ खिसकाई। मैंने चादर को सीमा की गर्दन से नीचे होते हुए उसके गोरे कंधों और स्तनों के ऊपर करके रोक दिया।
क्या दृश्य था। मुझे अभी उसके स्तन नजर नहीं आए थे लेकिन उसके स्तनों का उभार शुरू हो चुका था। कृति सेनन की हमरूप वह हम शरीर वाली एक अप्सरा मेरे सामने बेड पर नंगी लेटी हुई थी। मुझसे इंतजार नहीं हुआ और मैंने उस चादर को उसके स्तनों से नीचे उसके पेट तक खींच लिया। ओह माय गॉड! क्या दृश्य था! सीमा के गोरे स्तन मुझे साफ साफ नजर आने लगे थे सीमा के स्तनों का आकार बिल्कुल गोल था जैसे कि दो बड़ी बड़ी कचौरियां उसके शरीर पर सीने पर रखी हुई हो। हालांकि उसके स्तनों का आकार तृप्ति से छोटा था लगभग 33″ लेकिन उसकी पतली कमर पर यह गोल स्तन कयामत ढा रहे थे। क्या कमर थी दोस्तो, अगर आप यह कमर देखना चाहते हैं तो आप बेशक कृति सेनन की कमर देख सकते हैं। बस वही आकार था। आज ऐसा लग रहा था कि मैंने अपनी मनो-कामना पूर्ण कर ली है। अतः चादर को पूरा उसके नंगे शरीर से हटा दिया। फलस्वरूप उसकी नंगी लंबी गोरी टांगें मेरे सामने नग्न हो गई। सीमा की गांड की चौड़ाई उसके शरीर पर कमर के हिसाब से कुछ ज्यादा ही चौड़ी थी। उसके ऊपर का शरीर पतला तथा गांड की चौड़ाई काफी ज्यादा थी और उसके नीचे वह अपनी लम्बी पतली गोरी टांगों से एक अलग ही आकर्षण पैदा कर रही थी। उसकी टांगें काफी लंबी थी जैसे कि कोई कार्टून कैरेक्टर हीरोइन की होती हैं। मैंने उसके पेट को चूमते हुए नीचे जाकर अपने साले की बीवी की दोनों टांगों को चौड़ा किया और उसकी चूत के दर्शन किए। चूत की जगह के बाल साफ थे किंतु चूत के ऊपर थोड़ा सा बालों की एक आकृति बनी हुई थी। शायद यह एक स्टाइल था जो कि श्लोक को खुश करने के लिए बनाया हुआ था। मैं मंत्रमुग्ध सा अपनी नंगी पड़ी सलहज को देखता रहा। दस मिनट बाद मेरी तंद्रा टूटी और मैं अपने आपको संभाल कर बाहर आ गया क्योंकि करीब 2 से ढाई घंटे बाद दवा का असर कम होने वाला था। ऐसा मुझे श्लोक ने कह दिया था अतः मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था।
मेरे आने के 15 मिनट बाद श्लोक बाहर आया, श्लोक बहुत खुश था, आते ही वह मेरे गले लग गया और बोला- जीजाजी, मजा आ गया! क्या शरीर पाया है मेरी बहन ने, आपकी पत्नी का इतना गदराया हुआ शरीर। मैं तो उनके स्तनों को देखकर ही अपना मन नहीं भर पाया शरीर की कोमलता का एहसास अभी मुझे हो रहा है। संगमरमर जैसे सफेद शरीर वाली गुलाबी गुलाब के पंख जैसे स्तन व चूत वाली शरीर की मालकिन है तृप्ति दीदी! मैंने अपने लिंग को अपने हाथ से संतुष्ट किया, दीदी की चूत चोदने में एक अलग ही मजा आयेगा। तत्पश्चात हम दोनों अपने अपने कमरे में चले गए। जिस शरीर कि मैं कल्पना कर रहा था वह मुझे इतना आसानी से देखने को मिल गया था वह भी बिना किसी सिरदर्द बिना किसी को बहकाने तथा बिना किसी बातें बनाने से। इस पर मुझे खुशी थी। श्लोक ने तो मेरा काम बहुत ही आसान कर दिया था। तृप्ति मेरे बगल में सोई हुई थी नग्न अवस्था में। श्लोक अपनी बहन की टांगें चौड़ी करके छोड़ गया था. मेरी बीवी की चूत नींद में भी इतनी गीली थी, मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी चूत को झट से मुंह में ले लिया और पागलों की तरह मैं उसे चूसने लगा।
लेकिन गहरी नींद में बीवी को चोदने में मेरी कोई रुची नहीं थी तो मैं अपनी नंगी बीवी के जिस्म से लिपट कर सो गया।
क्या दृश्य था। मुझे अभी उसके स्तन नजर नहीं आए थे लेकिन उसके स्तनों का उभार शुरू हो चुका था। कृति सेनन की हमरूप वह हम शरीर वाली एक अप्सरा मेरे सामने बेड पर नंगी लेटी हुई थी। मुझसे इंतजार नहीं हुआ और मैंने उस चादर को उसके स्तनों से नीचे उसके पेट तक खींच लिया। ओह माय गॉड! क्या दृश्य था! सीमा के गोरे स्तन मुझे साफ साफ नजर आने लगे थे सीमा के स्तनों का आकार बिल्कुल गोल था जैसे कि दो बड़ी बड़ी कचौरियां उसके शरीर पर सीने पर रखी हुई हो। हालांकि उसके स्तनों का आकार तृप्ति से छोटा था लगभग 33″ लेकिन उसकी पतली कमर पर यह गोल स्तन कयामत ढा रहे थे। क्या कमर थी दोस्तो, अगर आप यह कमर देखना चाहते हैं तो आप बेशक कृति सेनन की कमर देख सकते हैं। बस वही आकार था। आज ऐसा लग रहा था कि मैंने अपनी मनो-कामना पूर्ण कर ली है। अतः चादर को पूरा उसके नंगे शरीर से हटा दिया। फलस्वरूप उसकी नंगी लंबी गोरी टांगें मेरे सामने नग्न हो गई। सीमा की गांड की चौड़ाई उसके शरीर पर कमर के हिसाब से कुछ ज्यादा ही चौड़ी थी। उसके ऊपर का शरीर पतला तथा गांड की चौड़ाई काफी ज्यादा थी और उसके नीचे वह अपनी लम्बी पतली गोरी टांगों से एक अलग ही आकर्षण पैदा कर रही थी। उसकी टांगें काफी लंबी थी जैसे कि कोई कार्टून कैरेक्टर हीरोइन की होती हैं। मैंने उसके पेट को चूमते हुए नीचे जाकर अपने साले की बीवी की दोनों टांगों को चौड़ा किया और उसकी चूत के दर्शन किए। चूत की जगह के बाल साफ थे किंतु चूत के ऊपर थोड़ा सा बालों की एक आकृति बनी हुई थी। शायद यह एक स्टाइल था जो कि श्लोक को खुश करने के लिए बनाया हुआ था। मैं मंत्रमुग्ध सा अपनी नंगी पड़ी सलहज को देखता रहा। दस मिनट बाद मेरी तंद्रा टूटी और मैं अपने आपको संभाल कर बाहर आ गया क्योंकि करीब 2 से ढाई घंटे बाद दवा का असर कम होने वाला था। ऐसा मुझे श्लोक ने कह दिया था अतः मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था।
मेरे आने के 15 मिनट बाद श्लोक बाहर आया, श्लोक बहुत खुश था, आते ही वह मेरे गले लग गया और बोला- जीजाजी, मजा आ गया! क्या शरीर पाया है मेरी बहन ने, आपकी पत्नी का इतना गदराया हुआ शरीर। मैं तो उनके स्तनों को देखकर ही अपना मन नहीं भर पाया शरीर की कोमलता का एहसास अभी मुझे हो रहा है। संगमरमर जैसे सफेद शरीर वाली गुलाबी गुलाब के पंख जैसे स्तन व चूत वाली शरीर की मालकिन है तृप्ति दीदी! मैंने अपने लिंग को अपने हाथ से संतुष्ट किया, दीदी की चूत चोदने में एक अलग ही मजा आयेगा। तत्पश्चात हम दोनों अपने अपने कमरे में चले गए। जिस शरीर कि मैं कल्पना कर रहा था वह मुझे इतना आसानी से देखने को मिल गया था वह भी बिना किसी सिरदर्द बिना किसी को बहकाने तथा बिना किसी बातें बनाने से। इस पर मुझे खुशी थी। श्लोक ने तो मेरा काम बहुत ही आसान कर दिया था। तृप्ति मेरे बगल में सोई हुई थी नग्न अवस्था में। श्लोक अपनी बहन की टांगें चौड़ी करके छोड़ गया था. मेरी बीवी की चूत नींद में भी इतनी गीली थी, मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी चूत को झट से मुंह में ले लिया और पागलों की तरह मैं उसे चूसने लगा।
लेकिन गहरी नींद में बीवी को चोदने में मेरी कोई रुची नहीं थी तो मैं अपनी नंगी बीवी के जिस्म से लिपट कर सो गया।