09-08-2019, 12:29 PM
तब मैं बोला- मन का लड्डू? अरे नहीं यार, मैं लड्डू खा चुका हूं।
श्लोक- क्या क्या क्या? क्या कहा आपने? आप स्वैपिंग का लड्डू खा चुके हो?
मैं- हां जी श्लोक जी, सही सुन रहे हैं आप!
श्लोक- तो कौन सी गर्लफ्रेंड की अदला-बदली की थी आपने और हमें नहीं बताई यह रोमांचक कहानी?
मैं- गर्लफ्रेंड? मैंने कब कहा गर्लफ्रेंड, अरे मैं तो बीवियों की अदला बदली कर बात कर रहा हूं।
श्लोक- नहीं यार जीजू, आप झूठ बोल रहे हो। मैं नहीं मानता कि तृप्ति दीदी!
मैं- अरे भाई श्लोक, तुम्हारी कसम, तुम्हारी तृप्ति दीदी की कसम, हमने यह लड्डू बड़े मजे के साथ खाया है।
श्लोक- कैसे? कहां? अभी बताइए।
मैं- बस इसके आगे नहीं बताऊंगा, पर जो अभी बताया वह सच बताया है। मैं तो कहता हूं श्लोक कि तुम भी वाइफ स्वैपिंग का मजा ले कर देखो। दुनिया के जितने भी सेक्स है उनमें वाइफ स्वैपिंग जैसा मजा कोई सा भी सेक्स नहीं दे सकता। तीन साल होने को आए तुम्हारी शादी को, कभी चूत बदलने का मन नहीं किया?
श्लोक- मन तो किया लेकिन जितनी लड़कियां मुझ पर मरती है जब जीरो फिगर या फिर सीमा से शरीर की। लेकिन आपको तो मेरी चाहत पता ही है कोई भाभी सेट करवा लो या फिर वही करवा दो जिसके साथ आपने सेक्स किया था।
मैं- बेटा स्वैपिंग करने के लिए अपनी बीवी को भी किसी और को देना पड़ता है। क्या यह कर पाओगे?
श्लोक- अरे जीजू, सीमा और मैं एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं लेकिन सीमा बहुत खुले विचारों वाली है आप नहीं जानते किस किस तरह की उसकी सेक्स इच्छाओं को मैंने पूरा किया है। उसे तो मैं एक दिन में समझा सकता हूं। उसके शादी से पहले दो बॉयफ्रेंड थे और मेरी भी गर्लफ्रेंड और कॉल गर्ल की चुदाई के बारे में मैं उसे बता चुका हूं हम दोनों पति पत्नी होकर भी बेहद अच्छे दोस्त है। वह सब में कर लूंगा आप तो बस दूसरे कपल का इंतजाम करवाइए। यह बात बोलते हुए मुझे बहुत डर लग रहा था कि दूसरा कपल हम हैं ना! इसलिए मैंने बात को यहीं विराम दिया और श्लोक को जल्द ही इसके बारे में बताने का वादा किया।
आज शाम को जब हम घर पहुंचे तो श्लोक गुमसुम गुमसुम था उसका व्यवहार अलग ही नजर आ रहा था। वह अपनी बहन को ऐसे देख रहा था जैसे नजर नजर में ही समझ लेना चाहता हो कि तृप्ति ऐसा भी कर सकती है।
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मैंने उसके 2 दिन बाद तक श्लोक की नजरों को पकड़ा कि किस तरह वह तृप्ति के पैरों पेट व शरीर को देखता है। मेरे ख्याल से श्लोक के मन में तृप्ति के प्रति कामवासना जागृत होने लगी थी। लेकिन एक भाई का अपनी बहन के लिए यह उजागर करना आसान नहीं था। एक कदम तो मैं सफलतापूर्वक आगे चल गया था। मुझे अगला कदम रखना था, श्लोक को तृप्ति के साथ स्वैपिंग के लिए मनाना।
दो दिन बाद ऑफिस में:-
मैं- यार श्लोक, काफी दिनों से मन में एक सवाल है, तुम बुरा ना मानकर उस बात का सही जवाब देना अगर मुझे दोस्त मानते हो। सेक्स तो सभी करते हैं लेकिन तुम्हारे कमरे से इतनी जोरदार चीखने चिल्लाने की आवाज में कैसे आती हैं जिस तरह मानो किसी पोर्न फिल्म की शूटिंग अंदर चल रही हो और पोर्न फिल्म की नायिका बड़े मजे से सेक्स का आनन्द ले रही हो लेकिन उस मजे में दर्द का समावेश भी होता है। तो क्या अभी तक सीमा को तुम्हारा लिंग लेने की आदत नहीं हुई है?
श्लोक- क्या क्या क्या? क्या कहा आपने? आप स्वैपिंग का लड्डू खा चुके हो?
मैं- हां जी श्लोक जी, सही सुन रहे हैं आप!
श्लोक- तो कौन सी गर्लफ्रेंड की अदला-बदली की थी आपने और हमें नहीं बताई यह रोमांचक कहानी?
मैं- गर्लफ्रेंड? मैंने कब कहा गर्लफ्रेंड, अरे मैं तो बीवियों की अदला बदली कर बात कर रहा हूं।
श्लोक- नहीं यार जीजू, आप झूठ बोल रहे हो। मैं नहीं मानता कि तृप्ति दीदी!
मैं- अरे भाई श्लोक, तुम्हारी कसम, तुम्हारी तृप्ति दीदी की कसम, हमने यह लड्डू बड़े मजे के साथ खाया है।
श्लोक- कैसे? कहां? अभी बताइए।
मैं- बस इसके आगे नहीं बताऊंगा, पर जो अभी बताया वह सच बताया है। मैं तो कहता हूं श्लोक कि तुम भी वाइफ स्वैपिंग का मजा ले कर देखो। दुनिया के जितने भी सेक्स है उनमें वाइफ स्वैपिंग जैसा मजा कोई सा भी सेक्स नहीं दे सकता। तीन साल होने को आए तुम्हारी शादी को, कभी चूत बदलने का मन नहीं किया?
श्लोक- मन तो किया लेकिन जितनी लड़कियां मुझ पर मरती है जब जीरो फिगर या फिर सीमा से शरीर की। लेकिन आपको तो मेरी चाहत पता ही है कोई भाभी सेट करवा लो या फिर वही करवा दो जिसके साथ आपने सेक्स किया था।
मैं- बेटा स्वैपिंग करने के लिए अपनी बीवी को भी किसी और को देना पड़ता है। क्या यह कर पाओगे?
श्लोक- अरे जीजू, सीमा और मैं एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं लेकिन सीमा बहुत खुले विचारों वाली है आप नहीं जानते किस किस तरह की उसकी सेक्स इच्छाओं को मैंने पूरा किया है। उसे तो मैं एक दिन में समझा सकता हूं। उसके शादी से पहले दो बॉयफ्रेंड थे और मेरी भी गर्लफ्रेंड और कॉल गर्ल की चुदाई के बारे में मैं उसे बता चुका हूं हम दोनों पति पत्नी होकर भी बेहद अच्छे दोस्त है। वह सब में कर लूंगा आप तो बस दूसरे कपल का इंतजाम करवाइए। यह बात बोलते हुए मुझे बहुत डर लग रहा था कि दूसरा कपल हम हैं ना! इसलिए मैंने बात को यहीं विराम दिया और श्लोक को जल्द ही इसके बारे में बताने का वादा किया।
आज शाम को जब हम घर पहुंचे तो श्लोक गुमसुम गुमसुम था उसका व्यवहार अलग ही नजर आ रहा था। वह अपनी बहन को ऐसे देख रहा था जैसे नजर नजर में ही समझ लेना चाहता हो कि तृप्ति ऐसा भी कर सकती है।
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मैंने उसके 2 दिन बाद तक श्लोक की नजरों को पकड़ा कि किस तरह वह तृप्ति के पैरों पेट व शरीर को देखता है। मेरे ख्याल से श्लोक के मन में तृप्ति के प्रति कामवासना जागृत होने लगी थी। लेकिन एक भाई का अपनी बहन के लिए यह उजागर करना आसान नहीं था। एक कदम तो मैं सफलतापूर्वक आगे चल गया था। मुझे अगला कदम रखना था, श्लोक को तृप्ति के साथ स्वैपिंग के लिए मनाना।
दो दिन बाद ऑफिस में:-
मैं- यार श्लोक, काफी दिनों से मन में एक सवाल है, तुम बुरा ना मानकर उस बात का सही जवाब देना अगर मुझे दोस्त मानते हो। सेक्स तो सभी करते हैं लेकिन तुम्हारे कमरे से इतनी जोरदार चीखने चिल्लाने की आवाज में कैसे आती हैं जिस तरह मानो किसी पोर्न फिल्म की शूटिंग अंदर चल रही हो और पोर्न फिल्म की नायिका बड़े मजे से सेक्स का आनन्द ले रही हो लेकिन उस मजे में दर्द का समावेश भी होता है। तो क्या अभी तक सीमा को तुम्हारा लिंग लेने की आदत नहीं हुई है?