09-08-2019, 12:16 PM
यह तो याराना कहानी की पूरी पृष्ठभूमि बदलने की बातें थी। कहानी की वासना वाली बातें तो अब शुरू करते हैं।
जब ऑफिस और घर दोनों जम गए तब श्लोक और हमने 2 दिन की सप्ताहांत पर छुट्टी करने की सोची, अतः दोनों घर पर ही रहे। जब सुबह हम उठे तो दोनों की बीवियां नाश्ते पर हमारा इंतजार कर रही थी। हम थोड़ा समय लेकर डाइनिंग टेबल पर पहुंचे। तृप्ति और सीमा ने इन दिनों काफी सारी शॉपिंग की थी। ससुराल में साड़ी पहनने वाली तृप्ति की जगह अब छोटी पैंटी समान जींस के निकर ने ले ली थी जिससे तृप्ति की गोरी और भरी हुई बालों रहित जांघों के दर्शन हो रहे थे जो उत्तेजना का भाव पैदा करने वाले थे। सीमा ने भी इसी तरह का छोटा निकर पहना हुआ था। आज फ्री होने के कारण मेरा ध्यान अनायास ही उसके तृप्ति से पतली गोरी गोरी जांघ पर गया लेकिन बाकी तीनों के वहां होने से मैं उसकी गोरी टांगों को घूर के मन भर के नहीं देख पाया। अभी तक सीमा के लिए मन में कोई बुरे विचार नहीं थे लेकिन आज सफेद चमड़ी से सटे निक्कर में सीमा को देख कर मन में अचानक से एक हिलोरा आया। श्लोक सीमा की शादी के 2 साल बाद मैंने सीमा को यहीं फ्लैट में ही अच्छे से देखा था, काफी मॉडर्न थी। लेकिन हमारी बातचीत कम ही हुई थी जितनी जरूरत हो। यह समय की कमी की वजह से था लेकिन अब हमारे पास वक्त था। टेबल पर थोड़ी अनौपचारिक बातचीत और नाश्ते के बाद महिलाएं अपने काम में लग गई और श्लोक और हम टाइम पास करने लगे। बिजनेस के इधर उधर की बातों के बाद हम अपने अपने कमरे में तैयार हुए और दिन में आराम करने लगे। तृप्ति मेरे पास थी लेकिन मेरे दिमाग में सीमा छाई हुई थी। मैं खुश था कि तृप्ति सीमा इसी तरह के कपड़े घर में पहनने के लिए लाई थी जो कि उसने मुझे बताए थे कि चलो घर में मेरी वासना का समाधान तृप्ति के साथ सीमा का अंग प्रदर्शन भी रहेगा। मैं चाहता था हम चारों रिश्तेदार ना रह कर यार बन जायें। इसलिए हम चारों एक को एक दूसरे के साथ घुलना जरूरी था। क्योंकि तृप्ति सीमा ननद भाभी और श्लोक तृप्ति भाई बहन होने से उनकी तो फिर भी बातचीत जान पहचान थी लेकिन श्लोक मेरे बीच गंदी बातें ना करने की मर्यादा थी। हम अभी तक दोस्त नहीं थे।
मैंने चारोंको घुलने मिलनेके लिए ऑनलाइन फिल्म की टिकट करवा दी। फिल्म कैमरॉन डाइज की सेक्सटेप सेक्स कॉमेडी थी, चारों इसे देखकर खूब हंसे। घर आते वक्त कार में फिल्म के अश्लील जोक पर हम खूब हंसे। इस तरह हमारे काफी घुले-मिले रिश्तेदार से यार होने की शुरुआत होने लगी। घर पहुंचने के बाद मैंने अपनी पत्नी की जोरदार ठुकाई की और लगभग 2:00 बजे थे, आंखों में नींद समाने ही वाली थी कि पास के कमरे से सीमा के दर्द और मजे से मिश्रित जैसी सेक्स करते हुए आह आह की आवाज आने लगी l मैं चकित था क्योंकि हमारे सेक्स करने में कभी इस तरह की तेज आवाजें नहीं निकलती थी। ऐसा सिर्फ मैंने फिल्मों में देखा था कि पोर्न फिल्मों की नायिका जोर से आह आह कर रही है। तृप्ति को भी नींद नहीं आई थी वह मेरी तरफ देख कर हंसने लगी l
मैंने तृप्ति से कहा- यह सब क्या है?
तो तृप्ति ने मुस्कुराते हुए कहा- आप तो ऑफिस के काम की वजह से जल्दी से थक कर सो जाते थे लेकिन पिछले 15 20 दिनों में मैंने यह आवाज तीन चार बार पहले भी सुनी है।
मैंने तृप्ति से कहा- तो इसका मतलब क्या है? श्लोक वाइल्ड सेक्स करता है या फिर सीमा को शादी के इतने समय बाद भी श्लोक का लिंग लेने की आदत नहीं हुई है। अपने भाई के बारे में ऐसी बात सुनकर तृप्ति ने मुझे टोका और कहा- आप उनके बेडरूम में इतना ज्यादा इंटरेस्ट क्यों ले रहे हो?
मैंने बात को वापस वहीं पर रख कर कहा- छोड़ो ना फालतू बातें, यह बताओ यह सब है क्या?
तो तृप्ति ने कहा- देखो यह केवल दर्द से चीखने की आवाज नहीं है इसमें मजे की ध्वनि भी सम्मिलित है, इसका मतलब सीमा को आनन्द तो आ ही रहा है, थोड़ा दर्द भी हो रहा है।
मैंने तृप्ति से कहा- इसका मतलब तुम्हारे भाई का लिंग या तो काफी बड़ा है या काफी दम रखता है।
इस पर तृप्ति ने मुझे डांट कर चुप करा दिया और कहा- एक बहन के सामने उसके भाई की ऐसी बातें करते हुए आपको शर्म आनी चाहिए।
मैं- यह देखो अपने पति के मित्र के साथ सोने वाली पतिव्रता नारी! आज कितनी सज्जनता वाली बात कर रही है.
तृप्ति- यार, रणविजय की बात अलग थी। यह सब हमने सम्मिलित रूप से किया था और इसमें हम सब भागीदार थे लेकिन श्लोक मेरा भाई है मुझे ऐसी बातें करना अच्छा नहीं लगता।
मुझसे नाराज होकर तथा डांट कर तृप्ति सो गई.
उसके करीब आधे घंटे बाद तक सीमा की सेक्स में मजे लेने वाली आवाज आती रही जैसे कि कोई पोर्न फिल्म की आवाज आ रही हो। जब उनकी आवाज बंद हुई, उसके आधे घंटे बाद मुझे नींद आ गई। इस आधे घंटे में मेरे मन में सीमा को लेकर काफी सारा मंथन हुआ, सीमा की अहा अहा की आवाज में उसके प्रति मेरे विचार बदल लिए थे। ऐसा लग रहा था जैसे कोई पोर्न फिल्मकी नायिका बेहद आनन्दपूर्वक सब कुछ भूलकर चुदाई में खोई हुई है और उसकी ऐसी तस्वीर की कल्पना करते हुए मुझे नींद आ गई।
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जब ऑफिस और घर दोनों जम गए तब श्लोक और हमने 2 दिन की सप्ताहांत पर छुट्टी करने की सोची, अतः दोनों घर पर ही रहे। जब सुबह हम उठे तो दोनों की बीवियां नाश्ते पर हमारा इंतजार कर रही थी। हम थोड़ा समय लेकर डाइनिंग टेबल पर पहुंचे। तृप्ति और सीमा ने इन दिनों काफी सारी शॉपिंग की थी। ससुराल में साड़ी पहनने वाली तृप्ति की जगह अब छोटी पैंटी समान जींस के निकर ने ले ली थी जिससे तृप्ति की गोरी और भरी हुई बालों रहित जांघों के दर्शन हो रहे थे जो उत्तेजना का भाव पैदा करने वाले थे। सीमा ने भी इसी तरह का छोटा निकर पहना हुआ था। आज फ्री होने के कारण मेरा ध्यान अनायास ही उसके तृप्ति से पतली गोरी गोरी जांघ पर गया लेकिन बाकी तीनों के वहां होने से मैं उसकी गोरी टांगों को घूर के मन भर के नहीं देख पाया। अभी तक सीमा के लिए मन में कोई बुरे विचार नहीं थे लेकिन आज सफेद चमड़ी से सटे निक्कर में सीमा को देख कर मन में अचानक से एक हिलोरा आया। श्लोक सीमा की शादी के 2 साल बाद मैंने सीमा को यहीं फ्लैट में ही अच्छे से देखा था, काफी मॉडर्न थी। लेकिन हमारी बातचीत कम ही हुई थी जितनी जरूरत हो। यह समय की कमी की वजह से था लेकिन अब हमारे पास वक्त था। टेबल पर थोड़ी अनौपचारिक बातचीत और नाश्ते के बाद महिलाएं अपने काम में लग गई और श्लोक और हम टाइम पास करने लगे। बिजनेस के इधर उधर की बातों के बाद हम अपने अपने कमरे में तैयार हुए और दिन में आराम करने लगे। तृप्ति मेरे पास थी लेकिन मेरे दिमाग में सीमा छाई हुई थी। मैं खुश था कि तृप्ति सीमा इसी तरह के कपड़े घर में पहनने के लिए लाई थी जो कि उसने मुझे बताए थे कि चलो घर में मेरी वासना का समाधान तृप्ति के साथ सीमा का अंग प्रदर्शन भी रहेगा। मैं चाहता था हम चारों रिश्तेदार ना रह कर यार बन जायें। इसलिए हम चारों एक को एक दूसरे के साथ घुलना जरूरी था। क्योंकि तृप्ति सीमा ननद भाभी और श्लोक तृप्ति भाई बहन होने से उनकी तो फिर भी बातचीत जान पहचान थी लेकिन श्लोक मेरे बीच गंदी बातें ना करने की मर्यादा थी। हम अभी तक दोस्त नहीं थे।
मैंने चारोंको घुलने मिलनेके लिए ऑनलाइन फिल्म की टिकट करवा दी। फिल्म कैमरॉन डाइज की सेक्सटेप सेक्स कॉमेडी थी, चारों इसे देखकर खूब हंसे। घर आते वक्त कार में फिल्म के अश्लील जोक पर हम खूब हंसे। इस तरह हमारे काफी घुले-मिले रिश्तेदार से यार होने की शुरुआत होने लगी। घर पहुंचने के बाद मैंने अपनी पत्नी की जोरदार ठुकाई की और लगभग 2:00 बजे थे, आंखों में नींद समाने ही वाली थी कि पास के कमरे से सीमा के दर्द और मजे से मिश्रित जैसी सेक्स करते हुए आह आह की आवाज आने लगी l मैं चकित था क्योंकि हमारे सेक्स करने में कभी इस तरह की तेज आवाजें नहीं निकलती थी। ऐसा सिर्फ मैंने फिल्मों में देखा था कि पोर्न फिल्मों की नायिका जोर से आह आह कर रही है। तृप्ति को भी नींद नहीं आई थी वह मेरी तरफ देख कर हंसने लगी l
मैंने तृप्ति से कहा- यह सब क्या है?
तो तृप्ति ने मुस्कुराते हुए कहा- आप तो ऑफिस के काम की वजह से जल्दी से थक कर सो जाते थे लेकिन पिछले 15 20 दिनों में मैंने यह आवाज तीन चार बार पहले भी सुनी है।
मैंने तृप्ति से कहा- तो इसका मतलब क्या है? श्लोक वाइल्ड सेक्स करता है या फिर सीमा को शादी के इतने समय बाद भी श्लोक का लिंग लेने की आदत नहीं हुई है। अपने भाई के बारे में ऐसी बात सुनकर तृप्ति ने मुझे टोका और कहा- आप उनके बेडरूम में इतना ज्यादा इंटरेस्ट क्यों ले रहे हो?
मैंने बात को वापस वहीं पर रख कर कहा- छोड़ो ना फालतू बातें, यह बताओ यह सब है क्या?
तो तृप्ति ने कहा- देखो यह केवल दर्द से चीखने की आवाज नहीं है इसमें मजे की ध्वनि भी सम्मिलित है, इसका मतलब सीमा को आनन्द तो आ ही रहा है, थोड़ा दर्द भी हो रहा है।
मैंने तृप्ति से कहा- इसका मतलब तुम्हारे भाई का लिंग या तो काफी बड़ा है या काफी दम रखता है।
इस पर तृप्ति ने मुझे डांट कर चुप करा दिया और कहा- एक बहन के सामने उसके भाई की ऐसी बातें करते हुए आपको शर्म आनी चाहिए।
मैं- यह देखो अपने पति के मित्र के साथ सोने वाली पतिव्रता नारी! आज कितनी सज्जनता वाली बात कर रही है.
तृप्ति- यार, रणविजय की बात अलग थी। यह सब हमने सम्मिलित रूप से किया था और इसमें हम सब भागीदार थे लेकिन श्लोक मेरा भाई है मुझे ऐसी बातें करना अच्छा नहीं लगता।
मुझसे नाराज होकर तथा डांट कर तृप्ति सो गई.
उसके करीब आधे घंटे बाद तक सीमा की सेक्स में मजे लेने वाली आवाज आती रही जैसे कि कोई पोर्न फिल्म की आवाज आ रही हो। जब उनकी आवाज बंद हुई, उसके आधे घंटे बाद मुझे नींद आ गई। इस आधे घंटे में मेरे मन में सीमा को लेकर काफी सारा मंथन हुआ, सीमा की अहा अहा की आवाज में उसके प्रति मेरे विचार बदल लिए थे। ऐसा लग रहा था जैसे कोई पोर्न फिल्मकी नायिका बेहद आनन्दपूर्वक सब कुछ भूलकर चुदाई में खोई हुई है और उसकी ऐसी तस्वीर की कल्पना करते हुए मुझे नींद आ गई।
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