09-08-2019, 11:54 AM
अपनी जीभ को मैंने उसकी गांड के छेद पर पूरी तरह से फिराया। कभी-कभी मैं उसकी गांड के छेद को और कभी उसकी फांक को जो भी मुंह में आ रही थी, पागलों की तरह चूसने चाटने लगा और उसका पूरा निचला भाग आगे पीछे से मैंने चाट चाट कर गीला कर दिया अपनी लार से। इस प्रकार तृप्ति इतनी उत्तेजित हो गई कि वह अपनी गांड को मेरे मुंह पर जोर जोर से गिराने लगी इससे मेरी नाक पर चोट तो लगी लेकिन मैंने उस मीठे दर्द को बर्दाश्त किया और उसकी चूत को जोर-जोर से जीभसे चोदना शुरू किया। इसी प्रकार उत्तेजना में वह मेरे लिंग को जोर जोर से चूस रही थी और उसकी चूत ने एकदम से पानी छोड़ दिया... मगर वह रुक नहीं रही थी और मेरे लिंग को लगातार चूस रही थी। अतः मेरे लिंग ने भी पानी छोड़ दिया हम एक दूसरे के ऊपर ही 69 की अवस्था में निढाल होकर गिर गए। मुझे अपने जीवन में अब से पहले कभी ऐसी उत्तेजना और ऐसा चरमोत्कर्ष कभी प्राप्त नहीं हुआ था।
थोड़ी देर बाद मैं सीधा हो गया और तृप्ति को अपने ऊपर लेटा लिया उसके गद्दीदार स्तनों को मैं अभी भी अपने सीने पर महसूस कर रहा था और उसके चूचुकों से खेल रहा था।
तृप्ति ने कहा कि आज उसने जो सुख अनुभव किया है वह कभी नहीं किया है। उसने मुझे धन्यवाद कहा और कहने लगी कि मुझे अब दूसरे कमरे में जाने की तैयारी करनी चाहिए।
मेरे दिल पर यह उसकी है बात बिजली सी गिरी, मैंने कहा- शायद अभी राजवीर और प्रिया का फोरप्ले पूरा नहीं हुआ है, उन्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए। शायद वे दोनों अपने चरम पर पहुंचने वाले हैं और हम उनका मजा खराब कर दें, यह ठीक नहीं होगा।
तृप्ति ने इस बात पर सहमति जताई और इंतजार करने को कहा। 15 से 20 मिनट तक उनके आने का कोई संकेत नहीं मिला तो मैंने बात को संभालते हुए कहा कि शायद वह भावनाओं में बह गया है और सोचने के बाद सेक्स करने लगे हैं। मेरी पत्नी है ही इतनी खूबसूरत और उत्तेजना पैदा करने वाली।
इस पर तृप्ति ने कहा- नहीं... राजवीर ऐसा नहीं कर सकता।
तो मैंने उसे कहा- यार ये तो अच्छा हुआ हम 69 की पोजिशन की वजह से स्खलित हो गए। स्खलित नहीं होते तो क्या अपने आप को रोक पाते? शायद नहीं... इसमें उनकी गलती नहीं है। न ही हमारी गलती है। शायद वे दोनों फोरप्ले करके स्खलित ना हो पाए हों, और उन्होंने अपने क्रियाकलापों को लगातार जारी रखा हुआ हो। देखो तृप्ति वह दोनों दोबारा लौटकर नहीं आए इसका मतलब यह है कि वह सो तो नहीं रहे होंगे, सेक्स ही कर रहे होंगे। अतः हमें भी यह सब करना चाहिए। यह केवल मजे के लिए है और एक रात के लिए मुझे तो तुम सेक्स के लिए एक पूर्ण रूप नारी लगती हो। क्या मैं तुम्हें पसंद नहीं आया?
इस पर तृप्ति ने मुझसे कहा- नहीं रणविजय, तुम बहुत सेक्सी हो। मेरा भी तुमसे सेक्स करने को मन है पर मेरा जमीर मुझे रोकता है। अगर राजवीर ने प्रिया के साथ सेक्स नहीं किया होगा तो मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।
इस पर मैंने कहा- मेरी प्रिया इतनी सेक्सी है कि उसके साथ कोई फोरप्ले कर ले और सेक्स ना करे, ऐसा हो ही नहीं सकता। (यह बात कहकर में तृप्ति को चिढ़ाना चाहता था।) और मेरा तीर सही निशाने पर पहुंचा
जब तृप्ति ने कहा- तो क्या मैं इतनी सेक्सी नहीं हूँ कि कोई मेरे साथ फोरप्ले करके सेक्स किए बिना रह जाए? क्या मुझ में वह बात नहीं है?
बस फिर क्या था, मैंने तृप्ति के ऊपर आते हुए कहा- तृप्ति तुम मेरी प्रिया से कहीं से भी उन्नीस नहीं लगती हो, तुम भी उतनी ही सेक्सी हो कि कोई मर्द इतना सब करके रुक ना पाए... अब तुम ही सोचो कि मैं कैसे रुका हुआ हूं।
इस पर हम दोनों ने एक बार फिर एक-दूसरे को चूमना शुरू किया और हमारा सेक्स क्रिया-कलाप फिर से शुरू हो गया।
थोड़ी देर बाद मैं सीधा हो गया और तृप्ति को अपने ऊपर लेटा लिया उसके गद्दीदार स्तनों को मैं अभी भी अपने सीने पर महसूस कर रहा था और उसके चूचुकों से खेल रहा था।
तृप्ति ने कहा कि आज उसने जो सुख अनुभव किया है वह कभी नहीं किया है। उसने मुझे धन्यवाद कहा और कहने लगी कि मुझे अब दूसरे कमरे में जाने की तैयारी करनी चाहिए।
मेरे दिल पर यह उसकी है बात बिजली सी गिरी, मैंने कहा- शायद अभी राजवीर और प्रिया का फोरप्ले पूरा नहीं हुआ है, उन्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए। शायद वे दोनों अपने चरम पर पहुंचने वाले हैं और हम उनका मजा खराब कर दें, यह ठीक नहीं होगा।
तृप्ति ने इस बात पर सहमति जताई और इंतजार करने को कहा। 15 से 20 मिनट तक उनके आने का कोई संकेत नहीं मिला तो मैंने बात को संभालते हुए कहा कि शायद वह भावनाओं में बह गया है और सोचने के बाद सेक्स करने लगे हैं। मेरी पत्नी है ही इतनी खूबसूरत और उत्तेजना पैदा करने वाली।
इस पर तृप्ति ने कहा- नहीं... राजवीर ऐसा नहीं कर सकता।
तो मैंने उसे कहा- यार ये तो अच्छा हुआ हम 69 की पोजिशन की वजह से स्खलित हो गए। स्खलित नहीं होते तो क्या अपने आप को रोक पाते? शायद नहीं... इसमें उनकी गलती नहीं है। न ही हमारी गलती है। शायद वे दोनों फोरप्ले करके स्खलित ना हो पाए हों, और उन्होंने अपने क्रियाकलापों को लगातार जारी रखा हुआ हो। देखो तृप्ति वह दोनों दोबारा लौटकर नहीं आए इसका मतलब यह है कि वह सो तो नहीं रहे होंगे, सेक्स ही कर रहे होंगे। अतः हमें भी यह सब करना चाहिए। यह केवल मजे के लिए है और एक रात के लिए मुझे तो तुम सेक्स के लिए एक पूर्ण रूप नारी लगती हो। क्या मैं तुम्हें पसंद नहीं आया?
इस पर तृप्ति ने मुझसे कहा- नहीं रणविजय, तुम बहुत सेक्सी हो। मेरा भी तुमसे सेक्स करने को मन है पर मेरा जमीर मुझे रोकता है। अगर राजवीर ने प्रिया के साथ सेक्स नहीं किया होगा तो मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।
इस पर मैंने कहा- मेरी प्रिया इतनी सेक्सी है कि उसके साथ कोई फोरप्ले कर ले और सेक्स ना करे, ऐसा हो ही नहीं सकता। (यह बात कहकर में तृप्ति को चिढ़ाना चाहता था।) और मेरा तीर सही निशाने पर पहुंचा
जब तृप्ति ने कहा- तो क्या मैं इतनी सेक्सी नहीं हूँ कि कोई मेरे साथ फोरप्ले करके सेक्स किए बिना रह जाए? क्या मुझ में वह बात नहीं है?
बस फिर क्या था, मैंने तृप्ति के ऊपर आते हुए कहा- तृप्ति तुम मेरी प्रिया से कहीं से भी उन्नीस नहीं लगती हो, तुम भी उतनी ही सेक्सी हो कि कोई मर्द इतना सब करके रुक ना पाए... अब तुम ही सोचो कि मैं कैसे रुका हुआ हूं।
इस पर हम दोनों ने एक बार फिर एक-दूसरे को चूमना शुरू किया और हमारा सेक्स क्रिया-कलाप फिर से शुरू हो गया।