06-08-2019, 10:35 AM
(This post was last modified: 19-02-2020, 11:27 AM by Rocksanna999. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अपडेट - 26
रिया और सोनिया चँचल को बाय बोल कर निकाल जाती है....
करीब 4 बजे:- चँचल के आफिस में एक पार्सल आता है। जिसपर लिखा था फ्रॉम समीर....
चँचल जब उस पार्सल को खोलती है तो उसमें कुछ कपड़े थे ... और एक लैटर।
लैटर: चँचल आज शाम को एक छोटी सी पार्टी है तुम्हे ये कपड़े पहन कर आना है। मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा।।
अब आगे.....
चँचल उस लैटर को पढ़ते हुए थोड़ी घबराई हुई भी थी और थोड़ी एक्साइटेड भी थी। चँचल ने जब वो बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें वेस्टर ड्रेस में एक स्कर्ट और टॉप था साथ ही साथ उसमे अंडर गारमेंट्स भी थे।
चँचल मुस्कुराते हुए उन्हें देखती है तभी उसकी नज़र गारमेंट्स के साइज टैग पर पड़ती है। एक दम सही...ये चँचल के ही साइज के थे। चँचल एक बार फिर से शर्मा जाती है। चँचल समझ चुकी थी कि समीर को उसका साइज कैसे मालूम पड़ा होगा। आखिर ये मौका उसी ने तो दिया था समीर को।
चँचल शाम तक आफिस के काम निपटा कर समीर के फार्म हाउस जाने के लिए रेडी होने लगी थी। वहीं दूसरी और रिया और सोनिया जब रिया के घर पहुंची।
रिया: आओ सोनिया ये है हमारा घर...
सोनिया: ये तो बहुत खूबसूरत है।
रिया: अच्छा एक बात बताओ तुम्हारा सामान कहाँ है?
सोनिया: अरे चिल कर ना यार । समीर सर अभी भेज देंगे... मैं उन्हें कॉल करके एड्रेस भेज दूंगी.
अभी रिया और सोनिया की बात चीत चल ही रही थी कि रिया की माँ आ जाती है।
मेरी: रिया ये कौन है?
रिया: ( घबराते हुए) वो वो मॉम ये मेरी फ्रेंड है। मेरे कॉलेज में पढ़ती है। वन वीक के लिए हमारे यहां स्टे करेगी। दरअसल इसके पेरेंट्स को थोड़ा लेट हो गया तो....
सोनिया: हेलो आंटी, मेरा नाम सोनिया है। क्या मैं आपके यहाँ रुक सकती हूं । सात दिन बाद तो मेरे माँ बाबा यहां आ ही जायेंगे....
मेरी: ओक तुम रुक सकती हो.... लेकिन कैसे माँ बाबा है तुम्हारे... तुम्हे अकेले बिना स्टे का इंतजाम किए अकेले भेज दिया। ये भी नहीं सोचा कि अकेली लड़की सात दिन तक कैसे मैनेज करेगी।
सोनिया: नहीं आंटी ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल मैं तो होटल में रुकने वाली थी। लेकिन ये रिया है ना इसने मुझे घर बुला लिया..
मेरी: चलो कोई बात नहीं तुम लोग खाना खा लेना। मैं अभी 2 घंटे में वापस आ रही हूं मेरी सहेली के पास जाकर।
रिया: ओके मॉम
मेर्री घर से बाहर निकल जाती है और रिया घर का गेट बंद करने जाती है। जब रिया वापस सोनिया के पास आती है।
सोनिया: बाप रे... तुम्हारी मॉम क्या हिटलर की फैमिली से है..
रिया और सोनिया कुछ देर के लिए खामोश रहती है फिर दोनों सोनिया की बात पर हसने लगती है । रिया सोनिया को अपने रूम में ले जाती है और उसे अपने साथ बेड शेयर करने को बोलती है।
सोनिया: अरे यार अब तो तुम न बेड शेयर करने की आदत डाल ही लो। पता नहीं किस किस के साथ सोना पड़े..
रिया सोनिया की बात समझे बिना ही मुस्कुराते हुए किचन में जा कर खाने का बंदोबस्त करने लगती है। तभी सोनिया घर की छत पर जाकर समीर को कॉल करती है।।
समीर: (फ़ोन उठाते ही) काम हो गया।
सोनिया: नहीं वो मैं अभी तो घर मे एंटर हुई हूँ।
समीर: तुझे मैंने वहां किस लिए भेजा है ये बात ध्यान रखना। और सुनो अगर मेरे काम करने की औकात ना बने तो वही मर जाना लेकिन मुझे शक्ल मत दिखाना। और अगर काम बन गया मेरा तो सब कुछ तुम्हारे कहे अनुसार होगा। समीर का वादा है।
फ़ोन कट...
सोनिया कुछ देर तक फ़ोन को देखते हुए सोचने लगती है।
रिया: सोनिया, सोनिया...? खाना तैयार है यार...,
सोनिया: (चोंकते हुए) इतनी जल्दी।
सोनिया जल्दी से नीचे आकर देखती है तो रिया ने नाश्ता तैयार किया था।
रिया: फिलहाल तो ये खा लो खाना मम्मी बाहर से लेकर आने को बोली है।
सोनिया: ( मुस्कुराते हुए), ठीक है खाना तो मैं खा लुंगी लेकिन पहले तुम्हे उन कपड़ों में से एक ड्रेस अभी पहन कर आना होगा।
रिया: क्या???? अभी नो वे, मम्मा ने देख लिया तो मार डालेंगी।
सोनिया: तो ठीक है मैं भी खाना नहीं खाऊँगी।
रिया: ये क्या बात हुई यार...
सोनिया: समझ गयी तो ये बात है?
रिया: क्या बात है??
सोनिया: मैं तुम्हारी अभी तक क्लोज़ फ्रेंड नहीं बनी ना इसी किये तुम मेरी बात को टाल रही हो।
रिया: ऐसा कुछ नही है यार , अगर मम्मी....
सोनिया: ओफ्फो अगर अभी अपनी मम्मा को फेस नही करोगी तो फिर कभी भी नहीं कर पाओगी समझी।
रिया: लेकिन सोनिया।।। आज ही ज़रूरी है क्या?
सोनिया: हाँ क्योंकी मैं यहां तुम्हारे पास सिर्फ 7 दिन के लिए हूँ। उसके बाद तुम जैसे मर्ज़ी वैसे करो. इन साथ दिन मैं मुझे तुन्हें ट्रैंड करना है। आज से शुरू करूँगी तो मेरे पास थोड़ा टाइम एक्स्ट्रा होगा ना।
रिया: लेकिन....
सोनिया: (रिया का हाथ पकड़ कर उसे बैडरूम की तरफ धकेलते हुए) लेकिन वेकिन कुछ नहीं जाओ। और हां सुनो। वाशरूम मैं है तुम्हारे कपड़े... तुन्हें वही पहन कर आना है।
रिया सोनिया के उतावले पैन को देख कर मुस्कुराने लगती है।
रिया वाशरूम मैं जाकर कपड़े पहनने लगती है। रिया को थोड़ा अजीब लग रहा था ऐसे कपड़े पहनना लेकिन.....
रिया अपनी ब्रा पहनती हैं।
ब्रा के बाद पेंटी कुछ नही बस एक पर्ल थोंग।
उसके ऊपर एक शार्ट और एक टी शर्ट।।
रिया कपड़े पहनने लगती है और कपड़े चेंज करके डरते हुए बाहर आती है। रिया बिल्कुल भी इन कपड़ों में कंफर्ट नहीं लग रही थी। रिया होले होले चलकर सोनिया के पास जाती है। रिया वाकई में सुपर हॉट लग रही थी। लेकिन सोनिया ने रिया को कंफर्ट करने के लिए अपने भावों को दबा कर सोनिया से कहा।
सोनिया: अच्छी तो लग रही है। ये सब तो नार्मल कपड़े है। और अगर तुम इनमे इतना शर्माओगी तब तो बन गई मॉडल। चलो थोड़ा रिलैक्स करतें है।
रिया और सोनिया चँचल को बाय बोल कर निकाल जाती है....
करीब 4 बजे:- चँचल के आफिस में एक पार्सल आता है। जिसपर लिखा था फ्रॉम समीर....
चँचल जब उस पार्सल को खोलती है तो उसमें कुछ कपड़े थे ... और एक लैटर।
लैटर: चँचल आज शाम को एक छोटी सी पार्टी है तुम्हे ये कपड़े पहन कर आना है। मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा।।
अब आगे.....
चँचल उस लैटर को पढ़ते हुए थोड़ी घबराई हुई भी थी और थोड़ी एक्साइटेड भी थी। चँचल ने जब वो बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें वेस्टर ड्रेस में एक स्कर्ट और टॉप था साथ ही साथ उसमे अंडर गारमेंट्स भी थे।
चँचल मुस्कुराते हुए उन्हें देखती है तभी उसकी नज़र गारमेंट्स के साइज टैग पर पड़ती है। एक दम सही...ये चँचल के ही साइज के थे। चँचल एक बार फिर से शर्मा जाती है। चँचल समझ चुकी थी कि समीर को उसका साइज कैसे मालूम पड़ा होगा। आखिर ये मौका उसी ने तो दिया था समीर को।
चँचल शाम तक आफिस के काम निपटा कर समीर के फार्म हाउस जाने के लिए रेडी होने लगी थी। वहीं दूसरी और रिया और सोनिया जब रिया के घर पहुंची।
रिया: आओ सोनिया ये है हमारा घर...
सोनिया: ये तो बहुत खूबसूरत है।
रिया: अच्छा एक बात बताओ तुम्हारा सामान कहाँ है?
सोनिया: अरे चिल कर ना यार । समीर सर अभी भेज देंगे... मैं उन्हें कॉल करके एड्रेस भेज दूंगी.
अभी रिया और सोनिया की बात चीत चल ही रही थी कि रिया की माँ आ जाती है।
मेरी: रिया ये कौन है?
रिया: ( घबराते हुए) वो वो मॉम ये मेरी फ्रेंड है। मेरे कॉलेज में पढ़ती है। वन वीक के लिए हमारे यहां स्टे करेगी। दरअसल इसके पेरेंट्स को थोड़ा लेट हो गया तो....
सोनिया: हेलो आंटी, मेरा नाम सोनिया है। क्या मैं आपके यहाँ रुक सकती हूं । सात दिन बाद तो मेरे माँ बाबा यहां आ ही जायेंगे....
मेरी: ओक तुम रुक सकती हो.... लेकिन कैसे माँ बाबा है तुम्हारे... तुम्हे अकेले बिना स्टे का इंतजाम किए अकेले भेज दिया। ये भी नहीं सोचा कि अकेली लड़की सात दिन तक कैसे मैनेज करेगी।
सोनिया: नहीं आंटी ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल मैं तो होटल में रुकने वाली थी। लेकिन ये रिया है ना इसने मुझे घर बुला लिया..
मेरी: चलो कोई बात नहीं तुम लोग खाना खा लेना। मैं अभी 2 घंटे में वापस आ रही हूं मेरी सहेली के पास जाकर।
रिया: ओके मॉम
मेर्री घर से बाहर निकल जाती है और रिया घर का गेट बंद करने जाती है। जब रिया वापस सोनिया के पास आती है।
सोनिया: बाप रे... तुम्हारी मॉम क्या हिटलर की फैमिली से है..
रिया और सोनिया कुछ देर के लिए खामोश रहती है फिर दोनों सोनिया की बात पर हसने लगती है । रिया सोनिया को अपने रूम में ले जाती है और उसे अपने साथ बेड शेयर करने को बोलती है।
सोनिया: अरे यार अब तो तुम न बेड शेयर करने की आदत डाल ही लो। पता नहीं किस किस के साथ सोना पड़े..
रिया सोनिया की बात समझे बिना ही मुस्कुराते हुए किचन में जा कर खाने का बंदोबस्त करने लगती है। तभी सोनिया घर की छत पर जाकर समीर को कॉल करती है।।
समीर: (फ़ोन उठाते ही) काम हो गया।
सोनिया: नहीं वो मैं अभी तो घर मे एंटर हुई हूँ।
समीर: तुझे मैंने वहां किस लिए भेजा है ये बात ध्यान रखना। और सुनो अगर मेरे काम करने की औकात ना बने तो वही मर जाना लेकिन मुझे शक्ल मत दिखाना। और अगर काम बन गया मेरा तो सब कुछ तुम्हारे कहे अनुसार होगा। समीर का वादा है।
फ़ोन कट...
सोनिया कुछ देर तक फ़ोन को देखते हुए सोचने लगती है।
रिया: सोनिया, सोनिया...? खाना तैयार है यार...,
सोनिया: (चोंकते हुए) इतनी जल्दी।
सोनिया जल्दी से नीचे आकर देखती है तो रिया ने नाश्ता तैयार किया था।
रिया: फिलहाल तो ये खा लो खाना मम्मी बाहर से लेकर आने को बोली है।
सोनिया: ( मुस्कुराते हुए), ठीक है खाना तो मैं खा लुंगी लेकिन पहले तुम्हे उन कपड़ों में से एक ड्रेस अभी पहन कर आना होगा।
रिया: क्या???? अभी नो वे, मम्मा ने देख लिया तो मार डालेंगी।
सोनिया: तो ठीक है मैं भी खाना नहीं खाऊँगी।
रिया: ये क्या बात हुई यार...
सोनिया: समझ गयी तो ये बात है?
रिया: क्या बात है??
सोनिया: मैं तुम्हारी अभी तक क्लोज़ फ्रेंड नहीं बनी ना इसी किये तुम मेरी बात को टाल रही हो।
रिया: ऐसा कुछ नही है यार , अगर मम्मी....
सोनिया: ओफ्फो अगर अभी अपनी मम्मा को फेस नही करोगी तो फिर कभी भी नहीं कर पाओगी समझी।
रिया: लेकिन सोनिया।।। आज ही ज़रूरी है क्या?
सोनिया: हाँ क्योंकी मैं यहां तुम्हारे पास सिर्फ 7 दिन के लिए हूँ। उसके बाद तुम जैसे मर्ज़ी वैसे करो. इन साथ दिन मैं मुझे तुन्हें ट्रैंड करना है। आज से शुरू करूँगी तो मेरे पास थोड़ा टाइम एक्स्ट्रा होगा ना।
रिया: लेकिन....
सोनिया: (रिया का हाथ पकड़ कर उसे बैडरूम की तरफ धकेलते हुए) लेकिन वेकिन कुछ नहीं जाओ। और हां सुनो। वाशरूम मैं है तुम्हारे कपड़े... तुन्हें वही पहन कर आना है।
रिया सोनिया के उतावले पैन को देख कर मुस्कुराने लगती है।
रिया वाशरूम मैं जाकर कपड़े पहनने लगती है। रिया को थोड़ा अजीब लग रहा था ऐसे कपड़े पहनना लेकिन.....
रिया अपनी ब्रा पहनती हैं।
ब्रा के बाद पेंटी कुछ नही बस एक पर्ल थोंग।
उसके ऊपर एक शार्ट और एक टी शर्ट।।
रिया कपड़े पहनने लगती है और कपड़े चेंज करके डरते हुए बाहर आती है। रिया बिल्कुल भी इन कपड़ों में कंफर्ट नहीं लग रही थी। रिया होले होले चलकर सोनिया के पास जाती है। रिया वाकई में सुपर हॉट लग रही थी। लेकिन सोनिया ने रिया को कंफर्ट करने के लिए अपने भावों को दबा कर सोनिया से कहा।
सोनिया: अच्छी तो लग रही है। ये सब तो नार्मल कपड़े है। और अगर तुम इनमे इतना शर्माओगी तब तो बन गई मॉडल। चलो थोड़ा रिलैक्स करतें है।
बर्बादी को निमंत्रण
https://xossipy.com/thread-1515.html
[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
https://xossipy.com/thread-2651.html
Hawas ka ghulam
https://xossipy.com/thread-33284-post-27...pid2738750
https://xossipy.com/thread-1515.html
[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
https://xossipy.com/thread-2651.html
Hawas ka ghulam
https://xossipy.com/thread-33284-post-27...pid2738750