06-08-2019, 04:17 AM
फिर मैंने उसके चूत पे लंड को सेट किया और दोनों हाथों से चूचियों को पकड़ा और जोर से धक्का दिया, और पूरा का पूरा लंड मैंने अंदर पेल दिया, वो आह आह आह करने लगी और मैंने जोर जोर से अंदर घुसाने लगा. वो भी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी. फिर तो दोस्तों मैं धन्य हो गया गजब की माल को पाकर, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की मैं अपने बहन को इस तरह से चोद पाउँगा, फिर क्या था हम दोनों अलग अलग पोज में, एक दूसरे को संतुष्ट करते रहे, और दिन भर चुदाई चलती रही, आप यकीं नहीं करेंगे, वो अपना पैर फैला फैला कर चल रही थी क्यों की आज उसकी चूत की जबरदस्त चुदाई पहली बार हुई थी, तभी कोई दरवाजे पे आया और कुण्डी बजाया जल्दी जल्दी दोनों कपडे पहने वो दूसरे कमरे में चली गई. और मैंने जाकर गेट खोला तो मेरी पत्नी वापस आ गई थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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