Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
रज़ाई में बहन की चूत चुदाई
#37
मेरा नाम आकाश है, मेरी शादी को अभी १ महीने हुए है, और मेरी एक बहन है सिमर जिसकी शादी मेरे शादी से सिर्फ पंद्रह दिन पहले ही हुई है. और आजकल यहाँ आयी हुई है. मैं पलवल में रहता हु, और दिल्ली में नौकरी करता हु, मेरी बीवी बहूत ही ज्यादा हॉट है, इस वजह से मैं कुछ ज्यादा ही चुदक्कड़ हो गया है, मुझे तो लगता है दिन रात अपने बीवी को चोदते ही रहू गजब की माल है यार, एक महीने से चोदे जा रहा हु तब भी अभी तक चूत ढीली नहीं हुई है, अभी भी टाइट है. तो मेरा और भी ज्यादा चोदने का मन करते रहता है. इस वजह से मैं कोई भी दिन मिस नहीं करना चाहता और चुदाई रोज करता हु,

मेरी बीवी और बहन दोनों आजकल एक जैसे ही कपडे पहन रही है जैसा की नई नवेली दुल्हन पहनती है. रात के करीब आठ बजे अचानक विजली चली गई थी निचे बहूत गर्मी था और मैं छत पर विछावन डाल कर बैठ गया और मैं शराब की बोतल निकाल कर पिने लगा, बस लास्ट पैक ही बचा था उसको ख़तम कर रहा था. निचे मेरी बीवी खाना बना रही थी, सोचा की निचे जाकर खाना थोड़ा कहूंगा और उसको आज गांड मारूँगा, तभी सीढ़ियों पे छन छन पायल की आवाज आने लगी मैं समझ गया की मेरी बीवी ऊपर आ रही है. मैं काफी नशे में था, तभी मुझे याद आया था की मैं नमकीन मंगवाया था वही लेके आई थी, पर पेग तो ख़तम हो चूका था.

मेरे करीब आकर बोली की लो, मैंने कहा मेरी जान जब दारु ख़तम हो गया तब नमकीन लाइ है. और हाथ पकड़ कर खीच लिया और चूचियां दबाने लगा. और कहने लगा, साली तुम आजकल रोज मुझे तड़पा रही है. मेरा लैंड आजकल हमेशा पेलने का मन करता है. और तुम है जो की काम में ही बीजी रहती है, मैं मैंने फटा फट ब्लाउज का हुक खोल दिया और चूचियां निकाल कर पिने लगा, तभी बोल पड़ी क्या कर रहे हो? मैंने कहा चुप हो जा साली, कोई सुन लेगा, बस दस मिनट में ही काम तमाम कर देता हु, अँधेरा होने की वजह से ज्यादा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और बचा खुचा नशे में तो और भी पता नहीं चल पा रहा था. मैंने तुरंत ही पेटीकोट ऊपर कर दिया और पेंटी उतार दिया, इधर उधर देखा कोई ऊपर तो नहीं आ रहा है और लंड निकाल कर पेल दिया.

आह की आवाज आई तो मैंने कहा क्यों फट गई तेरी चूत क्या, साली आज तो और भी टाइट है, आज तो ऐसा लग रहा है जैसा की सुहाग रात के दिन लगा था, और मैंने चोदने लगा, जोर जोर से लंड को उसके चूत में डालने लगा, और मैंने फिर चूचियों को दबाते हुए चोदने लगा. और मैं खलाश हो गया क्यों की जल्दी चोदना था क्यों की कोई ऊपर आ जाता. मैंने कहा पहन ले पेंटी. वो उठकर बैठ गई और पेंटी पहन ली. मैंने कहा कैसा लगा. वो बोली अच्छा लगा भैया, मैंने तो सन्न रह गया मेरी बहन की आवाज थी, मैंने कहा कौन रंभा? तो बोली हां भैया भाभी बोली की नमकीन दे आओ ऊपर और आपने वो काम कर दिया जो की बहन भाई में नहीं होता है. पर जो भी था अच्छा था, आपने मन खुश कर दिया, काश मुझे भी ऐसा लंड मिलता. मैं समझ गया की मेरी बहन एक नंबर की चुदक्कड़ है. भाई से चुद कर इसको कोई गीला शिकबा नहीं है. मुझे लगा की क्यों ना इस मौके का फायदा उठाया जाये.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
[+] 1 user Likes neerathemall's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: रज़ाई में बहन की चूत चुदाई - by neerathemall - 06-08-2019, 04:15 AM



Users browsing this thread: 10 Guest(s)