06-08-2019, 03:51 AM
मैंने कहा तू बहूत बदमाश है. पहले पढाई कर ले और फिर बाद में जो मर्जी होगा करना. और मैं अपने पढाई में लग गई. पता नहीं कब वो मेरा मोबाइल ले लिया था. आधे घंटे के बाद उसने कहा दीदी आप ये सब देखती हो, मैं चौंक गई. उसके तरफ देखि तो हैरान रह गई वो मेरा मोबाइल छेड़ रहा था. मैंने तुरंत ही उसके हाथ से मोबाइल ले ली. तब तक वो सारा कुछ देख चूका था. दोस्तों आपको तो पता है चाहे लड़का हो या लड़की आजकल कौन ऐसा है जो पोर्न मूवी नहीं देखता है या तो चुदाई की कहानियां नहीं पढता है. मैं भी अपने मोबाइल में ऐसे कई सारे क्लिप डाउनलोड कर रखी थी. उसने सारे मूवी को देख लिया था. कुछ तो सनी लिओने की भी थी. और उसने मोबाइल इन्टरनेट की हिस्ट्री से सब कुछ देख लिया था की मैं कैसा वेब पेज ओपन करती हु, अब मैं मैं फंस चुकी थी. मैंने कहा नहीं नहीं मैं नहीं किया ये तो मेरी दोस्त गीतिका है उसने किया है. तो रोहित बोला दीदी कल मुझे रितिका से मिलाओ ना प्लीज मैं दोस्त बनाना चाहता हु. मैंने कहा देखि है अपनी शक्ल आईने में.
मैं समझ गया की मेरा भाई अब जवान होते ही बहूत कमीना हो गया है. रात को करीब ११ बज गए थे. उसने कहा कहा सोऊँ, दोस्तों मेरे पास एक भी बेड है. और ओढ़ने के लिए सिर्फ एक ही रजाई. मैंने कहा मेरे बेड पर ही सो जाओ. क्यों की कोई ऑप्शन भी नहीं था. वो आकर दूसरे तरफ मुह कर के सो गया और मैं भी दूसरे तरफ मुह करके सो गई. जब मैं नींद में थी. तो लगा को मेरा बूब्स कोई सहला रहा है मैंने समझ गई. रोहित मेरे टांगो पर अपना टांग चढ़ा रखा था और मेरे बूब्स को नाइटी के अंदर हाथ डालकर, निप्पल को प्रेस कर रहा था. मुझे लगा की मैं मना कर दू. पर ये भी लगा की अगर मैंने मना कर दिया तो ये बात खुल जाएगी और बाद में हम दोनों एक दूसरे को मुह नहीं दिखा पाएंगे, इसलिए मैंने सोचा जवान है गर्मी चढ़ी होगी. थोड़े देर में वो मूठ मार लेगा और सो जायेगा. पर ऐसा हुआ नहीं उसने मेरे नाइटी को ऊपर कर दिया और ब्रा का हुक भी खोल दिया. मेरी चूचियों को पिने लगा. और मेरे नाभि में अपना ऊँगली डालने लगा. दोस्तों आप ही बताओ, मैंने कैसे बर्दाश्त करती. मैं भी तो जवानी में थी. मुझे अच्छा लगने लगा. पर मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. उसने मेरी पेंटी को निचे कर दिया.
दोस्तों मेरे चूत को सहलाते हुए उसके मुह से सिसकारियां निकलने लगी. मैंने भी अपना दोनों पैर फैला दी. वो धीरे धीरे अपनी ऊँगली को मेरे चूत में डालने लगा. मेरी चूत काफी गीली हो चुकी थी. मैं भी जोश में आ गई. और वो निचे सरककर, मेरी चूत के पास बैठ गया और चाटने लगा. अब बर्दाश्त के बाहर था. मैंने उसका बाल पकड़ा और अपने चूत में रगड़नेलगी. वो मेरी चूत की पानी को चाट रहा था. मेरे मुह से भी सिस्कारिया निकलने लगी. आह आह आह आह आह से कमर गूंजने लगा. मैं रोहित को ऊपर को और उसके होठ को चूसने लगी. वो मेरे ऊपर था वो भी मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरे होठ को चूस रहा था और वो बार बार अपना जीभ मेरे मुह में दे रहा था इस वजह से मैं और भी कामुक हो रही थी. दोस्तों मुझे लग रहा था की रोहित को अपनी चूत में घुसा लू, मैंने कहा देर मत कर कमीने और कितना तड़पाएगा. आज तुमने एक रजाई होने का सजा और मजा दोनों दे रहा है. सजा तो ये की एक बहन आज अपने भाई से चुदेगी और मजा की आज मैं पूरी रात चुदुंगी.
मैंने रोहित को और ऊपर किया, वो मेरे छाती के करीब बैठ गया और मैंने उसका लौड़ा अपने मुह में ले ली और चूसने लगी. गजब का एहसास हो रहा था लंड चूसने में. दोस्तों आज मैं खुद कोई पोर्न हीरोइन से काम नहीं समझ रही थी. वो भी मेरे मुह में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. उसका लंड बहूत ही मोटा था मेरे मुह से पूरा सेट हो रहा था और अंदर गले तक जा रहा था. दोस्तों मेरी चूत काफी गरम हो गई थी और बार बार पानी छोड़ रही थी. मैंने कहा रोहित आज तो मेरी चूत का गर्मी बुझा दे. तुमने तो आज मुझे गरम ही कर दिया रे. और रोहित निचे जाकर अपना लंड मेरे चूत पे सेट किया, और जोर से धक्का दिया, मेरे मुह से आउच की आवाज निकली और फिर हाय, हाय हाय, ओह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों अब मैं जोर जोर से लंड को अंदर बाहर करने के लिए धक्के देने लगी.
मैं समझ गया की मेरा भाई अब जवान होते ही बहूत कमीना हो गया है. रात को करीब ११ बज गए थे. उसने कहा कहा सोऊँ, दोस्तों मेरे पास एक भी बेड है. और ओढ़ने के लिए सिर्फ एक ही रजाई. मैंने कहा मेरे बेड पर ही सो जाओ. क्यों की कोई ऑप्शन भी नहीं था. वो आकर दूसरे तरफ मुह कर के सो गया और मैं भी दूसरे तरफ मुह करके सो गई. जब मैं नींद में थी. तो लगा को मेरा बूब्स कोई सहला रहा है मैंने समझ गई. रोहित मेरे टांगो पर अपना टांग चढ़ा रखा था और मेरे बूब्स को नाइटी के अंदर हाथ डालकर, निप्पल को प्रेस कर रहा था. मुझे लगा की मैं मना कर दू. पर ये भी लगा की अगर मैंने मना कर दिया तो ये बात खुल जाएगी और बाद में हम दोनों एक दूसरे को मुह नहीं दिखा पाएंगे, इसलिए मैंने सोचा जवान है गर्मी चढ़ी होगी. थोड़े देर में वो मूठ मार लेगा और सो जायेगा. पर ऐसा हुआ नहीं उसने मेरे नाइटी को ऊपर कर दिया और ब्रा का हुक भी खोल दिया. मेरी चूचियों को पिने लगा. और मेरे नाभि में अपना ऊँगली डालने लगा. दोस्तों आप ही बताओ, मैंने कैसे बर्दाश्त करती. मैं भी तो जवानी में थी. मुझे अच्छा लगने लगा. पर मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. उसने मेरी पेंटी को निचे कर दिया.
दोस्तों मेरे चूत को सहलाते हुए उसके मुह से सिसकारियां निकलने लगी. मैंने भी अपना दोनों पैर फैला दी. वो धीरे धीरे अपनी ऊँगली को मेरे चूत में डालने लगा. मेरी चूत काफी गीली हो चुकी थी. मैं भी जोश में आ गई. और वो निचे सरककर, मेरी चूत के पास बैठ गया और चाटने लगा. अब बर्दाश्त के बाहर था. मैंने उसका बाल पकड़ा और अपने चूत में रगड़नेलगी. वो मेरी चूत की पानी को चाट रहा था. मेरे मुह से भी सिस्कारिया निकलने लगी. आह आह आह आह आह से कमर गूंजने लगा. मैं रोहित को ऊपर को और उसके होठ को चूसने लगी. वो मेरे ऊपर था वो भी मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरे होठ को चूस रहा था और वो बार बार अपना जीभ मेरे मुह में दे रहा था इस वजह से मैं और भी कामुक हो रही थी. दोस्तों मुझे लग रहा था की रोहित को अपनी चूत में घुसा लू, मैंने कहा देर मत कर कमीने और कितना तड़पाएगा. आज तुमने एक रजाई होने का सजा और मजा दोनों दे रहा है. सजा तो ये की एक बहन आज अपने भाई से चुदेगी और मजा की आज मैं पूरी रात चुदुंगी.
मैंने रोहित को और ऊपर किया, वो मेरे छाती के करीब बैठ गया और मैंने उसका लौड़ा अपने मुह में ले ली और चूसने लगी. गजब का एहसास हो रहा था लंड चूसने में. दोस्तों आज मैं खुद कोई पोर्न हीरोइन से काम नहीं समझ रही थी. वो भी मेरे मुह में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. उसका लंड बहूत ही मोटा था मेरे मुह से पूरा सेट हो रहा था और अंदर गले तक जा रहा था. दोस्तों मेरी चूत काफी गरम हो गई थी और बार बार पानी छोड़ रही थी. मैंने कहा रोहित आज तो मेरी चूत का गर्मी बुझा दे. तुमने तो आज मुझे गरम ही कर दिया रे. और रोहित निचे जाकर अपना लंड मेरे चूत पे सेट किया, और जोर से धक्का दिया, मेरे मुह से आउच की आवाज निकली और फिर हाय, हाय हाय, ओह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों अब मैं जोर जोर से लंड को अंदर बाहर करने के लिए धक्के देने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)