Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
Update 32

रेशमा के बिना ये मैं सोच भी नही पा रहा था
पूरा दिन कैसे निकाला ये मैं ही जानता हूँ
रेशमा की याद नही आई ऐसा एक पल भी नही गया
हर पल रेशमा के बारे में सोचता रहा
ऑफीस से आते वक्त तो रेशमा मे इतना खो गया कि दादर की जगह सीएसटी उतर गया
मैं तो उसका आशिक़ भी नही था फिर क्यूँ मैं इतना बेहाल था
मुझे कुछ समझ नही आ रहा था
मैं जब अपनी बिल्डिंग के पास आया तो सीडियो की जगह लिफ्ट से जाने का सोचा , रेशमा के ना होने से
मैं लिफ्ट से जाने वाला था
मैं लिफ्ट मे आ गया और जैसे ही लिफ्ट का डोर बंद होता किसी ने डोर के बीच मे बॅग डाल दी और डोर खोल
दिया ,
ये रेशमा थी
रेशमा मुझे देखते ही सोच मे पड़ गयी कि वो लिफ्ट के अंदर आए या नही आए
पर पीछे से एक आंटी आ गयी जो 1स्ट फ्लोर पर रहती है लेकिन मोटी होने से लिफ्ट का ईस्तमाल करती है
उनकी वजह से रेशमा को लिफ्ट मे आना ही पड़ा
मैं तो आगे की तरफ खड़ा था तो रेशमा पीछे हो गयी और आंटी मेरे साथ साथ खड़ी रही
आंटी तो 1स्ट फ्लोर पर चली गयी
अब तो लिफ्ट मे सिर्फ़ मैं और रेशमा ही थे
आज दिन भर से रेशमा की यादो मे खोया था
पर अब रेशमा के साथ अकेले लिफ्ट मे था
रेशमा से बात करने का अच्छा मोका था पर हिम्मत नही हो रही थी
मेरे तो हाथ पैर काप रहे थे
ऐसा पहली बार हुआ कि मैं एक औरत से डर रहा था
मेरा मुँह तो जैसे सिल गया था
रेशना भी अपने हाथो के साथ खेल रही थी
मैं चाह रहा था कि रेशमा बात करे और रेशमा सोच रही होगी कि मुझे बात शुरू करनी चाहिए
दोनो अनकंफर्टबल महसूस कर रहे थे
हमे तो पसीना आ रहा था
गला सुख गया था जिस से बात करने को जितनी ताक़त लगा रहा था फिर भी मुँह से आवाज़ नही आ रही थी
एक औरत के लिए किसी भी बात की शुरुआत करना बड़ा मुश्किल होता है
और मैं एक मर्द होते हुए भी हिम्मत जुटा नही पा रहा था
इस बीच कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना भी मैं नही कर पा रहा था
मुझसे और कंट्रोल नही हुआ
और मैं ने रेशमा को किस कर दिया
जहाँ मैं बात करने को डर रहा था वहाँ मैं ने डाइरेक्ट किस कर दिया
किस करके छोड़ दिया ऐसा भी नही था
मैं किस करता ही गया
रेशमा के होंठो को चूसने लगा
रेशमा के नाम.की तरह थे उसके होंठ
उसके गुलाबी होंठो का रस पी कर तो मेरे गले को आराम मिला
रेशमा का रस पी कर तो मुझ मे नई जान आ गयी
मैं तो जन्नत मे चला गया
जिस को आज दिन भर याद किया वो भी मुझे किस करके प्यार कर रही थी
रेशमा के रेस्पॉन्स मिलते ही मैं तो डबल खुश हुआ
रेशमा का रेस्पॉन्स मेरे लिए माफी जैसा था
सोचा नही था कि एक दिन की जुदाई हमे इतने करीब लेकर आएगी
ऐसा पता होता तो कब का दूर जाके पास आ जाता
लिफ्ट मे किस करने से हमे डर भी लग नही रहा था
हम तो किस करते हुए पूरी तरह से खो गये थे
इस किस को मैं कभी भूलूंगा नही
ये मेरे लिए सब कुछ था
इतना प्यार मिल रहा था रेशमा की तरफ से कि क्या बताऊ
मैं तो रेशमा को किस करते हुए उसके बदन को छु रहा था मसल रहा था
रेशमा की कमर पे तो हाथ घुमा कर उसकी नाभि को छू रहा था
रेशमा को अब तो उठा कर मैं बेड पर ले जाउन्गा
अब इस किस का अंत हमारे एक होने पर होगा
रेशमा को आज इतना प्यार दूँगा कि वो पूरी तरह से मेरी होगी
रेशमा के बूब्स प्रेस करने से उनकी सॉफ्टनेस मे खो सा गया मैं
क्या बताऊ
मरे हुए इंसान मे फिर से जान आ गयी है ऐसा लग रहा था
रेशमा मेरी हो गयी
अब मैं रेशमा को खुद से दूर नही करूँगा
रेशमा के किस मे मैं पूरी तरह से खो गया था
मुझे तो लग रहा था कि लाइट चली जाए और हम लिफ्ट मे फसे रहे
या ये पल यही थम जाए
मैं रेशमा के साथ ही रहूं इस लिफ्ट मे ज़िंदगी भरके लिए
क्या क्या ख़याल आ रहे थे
इतने देर से किस कर रहा था पर रेशमा रुक ही नही रही थी
और टिंग की आवज़ के साथ धडाम से मैं नीचे गिर गया
लिफ्ट का डोर खुलते ही मैं लिफ्ट से बाहर गिर गया
ये क्या हो गया
रेशमा तो मुझे किस कर रही थी
.मेरा साथ दे रही थी
फिर उसने धक्का क्यूँ दिया
मैं कुछ समझ ही नही पाया
रेशमा को हुआ क्या है
मुझे हुआ क्या है ? ये बड़ा सवाल था

______________________________
Like Reply


Messages In This Thread
RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 04-08-2019, 03:15 PM



Users browsing this thread: 15 Guest(s)