06-01-2019, 11:47 AM
Part - 18
रजनी से घर से वापस आके मैं सो गया, कोई 1 घंटे तक सोया होगा, नींद बराबर आ नहीं रही थी, बार बार मोबाइल देख रहा था कि रजनी का मेसेज आया होगा, लेकिन कुछ नहीं था, मैं फिर से सो गया ,
कोई आधे घंटे और सोया होगा, तभी मोबाइल में मेसेज की घंटी बजी, द्देखा तो रजनी का मेसेज था “ come”
मैं भी तुरंत उठा कर उसके घर की तरफ गया,
घर का मेन गेट खुल्ला था, मैं सीधा अन्दर गया और राज के कमरे के पास जाके आधे खुले दरवाजे से देखने लगा, जोकि रजनी ने मेरे लिए ही खुल्ला रखा था,
जैसे ही मैंने ने दरवाजे में से देखा कि रजनी पूरी नंगी थी। और उसके दूसरी तरफ से कोई और की आवाज थी, वो दोनों आपसे में बात कर रही थी,
उसी समय दूसरी तरफ से किसी ने अपने कपडे हवा में उछाल कर रजनी पर फेंक दिए, और आवाज आयी “ये ले मेरी जान” ये आवाज रीना भाभी की ही थी,
रजनी “यार ये सब तो ठीक है लेकिन अब अगर कोई मस्त सा लंड मिल जाए तो मजा आ आ जाये” और दरवाजे की तरफ देखते हुवे आँख मारी”
रीना “हाँ यार जब से ये दुबई गए है एक लंड के लिए तड़प गयी हु”
रजनी “क्या यार तेरे पास तो इतना मस्त लंड है और तू तरस रही है “
रीना “क्या करू समाज की मर्यादा में बंधी हुई हु, नहीं तो कब का उसको खा गयी होती” और हंस पड़ती है “
रजनी “कोनसी मर्यादा? एक बार लंड ले ले उसका फिर सारी मर्यादा गयी तेल लगाने”
रीना “ हाँ साली रांड, और वो नीतू तो पुरे रस्ते उसके लंड पर सवार होक आयी थी, उसका बस चलता तो वो उसके लंड को वही खा लेती,
रजनी “बड़ी मुश्किल से खुद को रोका था साली ने”
रीना “ साली दोनों की दोनों मेरे हिस्से का लंड खा गयी जब की उसपर पहला हक़ मेरा था”
रजनी “मेरी जान अगर तू काम में नहीं लेगी तो उसको तो पड़ा पड़ा जंग लगा जायेगा न इसलिए हमदोनो ने उसका भोग लगा लिया
कुछ देर बातें करने के बाद वो एक दूसरे की किस करने लगीं बिल्कुल पागलों की तरह मुँह से पुच पुच्च और उम्म्म म्म्म्म उम्म्म्म की आवाज निकल रही रही थी।
थोड़ी देर बाद वो मम्मों को बुरी तरह से मसलने लगी, रीना भाभी मम्मे तब इतने ही बड़े थे कि एक हाथ में पूरे भर सकते थे, पर मजा बहुत आ रहा था, मेरे मुख से निकल रहा था- आह्ह्ह्ह आहह्ह्ह… बहुत मजा आ रहा है।
थोड़ी देर बाद उसने मम्मों को मसलना रोककर उन्हें चूसने लगी।
नीतू ने उसे दूर किया और कहा “पहले इन्हें जोर से मसल ना… फिर चूसती रहना।
और वो थोड़ी देर और मसलकर उन्हें चूसने लगी और काटने भी लगी।
मैं भी धीरे धीरे गर्म होने लगा, मेरा लंड फट के बाहर आने को था।
थोड़ी देर बाद वो एक दुसरे की चूत चाटने लगी
पुरे कमरे से बस सीईईईईए आआहहह्ह आईईस्स स्सस्स आह्ह्ह उम्म्म्म सीईईए आआःह्ह ह्ह्ह की सिसकारियाँ निकल रही थी।
थोड़ी देर बाद दोनों एक साथ झड़ गईं और दोनों ने एक दूसरी का रस निगल लिया, फिर उठ कर एक दूसरी को किस करने लगीं। क्या बताऊँ कितना मजा आ रहा था।
थोड़ी देर लेटी रही और फिर से शुरू हो गयी उसके मम्मों को चूसने लगी, लेस्बियन को देखना भी एक अलग ही आनन्द है।
मम्मों को चूसते हुए वो दूसरे की चूत को मसलने लगीं और दोनों के मुँह से आह्ह्ह आहह अह्ह्ह अहहः आआईईईए आह्ह्ह्ह की आवाज निकाल रही थीं।
ऐसे ही दोनों एक बार फिर से झड़ गईं और दोनों के ही हाथ दोनों की चूत के रस से गीले हो गए थे तो उन्हें एक कपड़े से साफ़ किया।
थोड़ी देर बाद रजनी ने एक डिल्डो निकालकर कमर पर बाँधा और रीना भाभी की दोनों टांगों को उसके कन्धे पर रखकर सिर्फ 2 झटकों में ही पूरा अंदर उनकी चूत में डाल दिया, रीना भाभी की चीख निकल गई और चूत में दर्द भी होने लगा था।
रीना भाभी उसे गाली देने लगी “माँ की लौड़ी… मेरी चूत से बाहर निकाल इसे! बहुत तेज दर्द हो रहा है मेरी चूत में!
पर रजनी ने एक न सुनी और घपाघप धक्के मरने लगी,
रजनी रीना भाभी की चूत धकाधक चोदे जा रही थी,
अब रीना भाभी को मजा आने लगा था, वो अब बस मेरा नाम ले ले के सिसकारियाँ ले रही थी “आह्हह अह्ह आह्ह एआईईईई ह्ह्हीई… सन्नी चोद मुझे ऐसे ही… जोर से… सन्नी चोद बहुत मजा आ रहा है… आह्ह्ह अह्ह्ह्ह!
कुछ देर बाद रजनी ने आसन को बदल लिया और कहने लगी- चल कुतिया बन… अब मुझे तेरी गांड चोदनी है!
रीना भाभी तुरन्त ही कुतिया बन गई।
‘कुतिया…’ उसने रीना भाभी के एक चूतड़ पर जोर से चपत लगाई और डिल्डो को उनकी गांड के छेद पर लगाकर आहिस्ते से गांड में उतार दिया।
मुझे देखा कर बड़ा मजा आया की “ अब रीना भाभी की चूत और गांड दोनों मेरी है”
जब पूरा अंदर समा गया तब उसने धक्कों की गति तेज कर दी।
रीना भाभी ऐसे चुदने में भी बहुत मजा आ रहा था और फिर कुछ देर बाद उसने गांड से डिळडो निकाल कर चूत को चोदने लगी।
लगभग 5 मिनट बाद ही रीना भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया।
फिर रजनी उसी डिल्डो से नीतू की चूत चोदने लगी,
थोड़ी देर बाद रीना भाभी ने डिल्डो को कमर पर बाँधा और रजनी की चूत गीली होने तक उसे चोदा।
उसके बाद वो दोनों नंगी ही बिस्तर पर लेट गयी और आराम करने लगी,
तभी रजनी राज का शर्ट पहनकर चाय बनाने चली गई और रीना भाभी टी वी देखने लगी।
वो 2 कप चाय बनाकर ले आई। उन्होंने चाय पी और एक दूसरे के मम्मों, और चूत से मस्ती करने लगीं।
रीना भाभी ने देखा रीना भाभी टॉवल पहन कर दरवाजा खोलने गई।
नीतू रीना भाभी को ऐसे देखकर आश्चर्यचकित हो गई।
जैसे ही नीतू अन्दर आयी, तुरंत ही रीना भाभी ने दरवाजा लगाकर टॉवल निकाल दिया और रजनी के बेडरूम में ले गई।
वो बार बार पूछ रही थी- तू यहाँ पर नंगी क्यों और कैसे है?
रीना भाभी ने उसकी बात को अनदेखा कर दिया और उसे किस करने लगी।
वो उनसे छूटकर दूर हो गई।
उन्होंने उसे फिर किस किया पर 2 मिनट बाद वो फिर अलग हुई।
इस बार रीना भाभी ने उसे किस नहीं किया और जाकर बेड पर बैठ गई और कामुक अंदाज में मुस्कुराते हुए देखने लगी।
वो बार बार पूछ रही थी कि तू यहाँ पर नंगी क्यों है और रजनी कहाँ पर है?
पर रीना भाभी ने उसे सिर्फ इतना ही कहा- क्यों मैं तेरे सामने नंगी नहीं रह सकती क्या? और वैसे भी थोड़ी देर में तो तूभी तो नंगी होने वाली है।
वो उसे गर्म करने के लिये कामुक बातें करने लगी, पर इन बातों का भी नीतू पर कोई असर नहीं हुआ।
तभी रजनी चुपचाप उसके पीछे आकर खड़ी हो गई, रीना भाभी ने उसे इशारा किया, जैसे ही नीतू ने मुड़ कर देखा, रजनी ने उसे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और उसके ऊपर ही बैठ गई।
वो उससे छुटने लगी, या छुटने का नाटक कर रही थी… पता नहीं… पर बार बार यही बोल रही थी- छोड़ मुझे… यह क्या कर रही है?
रजनी- कैसे छोड़ दूँ तुझे? अभी तो आई है, मजे तो करने ही पड़ेंगे।
नीतू- तू ये क्या कर रही है, ये सब गलत है!
रजनी- अच्छा रीना के साथ किया, वो गलत नहीं है।
और वो एक दुसरे को तरफ आश्चर्य से देखने लगी।
रीना भाभी “ये हम दोनों का ही किया हुआ है, अच्छा होगा कि अब तू भी हमारा साथ दे और तीनों मजे करें, और झूठा नाटक बन्द कर। वैसे भी 2 से भले 3… क्या ख्याल है?
इसके बाद जो बातें हुई, वो लिखने का कोई मतलब नहीं है, अब आप समझ ही गए होंगे।
रजनी से घर से वापस आके मैं सो गया, कोई 1 घंटे तक सोया होगा, नींद बराबर आ नहीं रही थी, बार बार मोबाइल देख रहा था कि रजनी का मेसेज आया होगा, लेकिन कुछ नहीं था, मैं फिर से सो गया ,
कोई आधे घंटे और सोया होगा, तभी मोबाइल में मेसेज की घंटी बजी, द्देखा तो रजनी का मेसेज था “ come”
मैं भी तुरंत उठा कर उसके घर की तरफ गया,
घर का मेन गेट खुल्ला था, मैं सीधा अन्दर गया और राज के कमरे के पास जाके आधे खुले दरवाजे से देखने लगा, जोकि रजनी ने मेरे लिए ही खुल्ला रखा था,
जैसे ही मैंने ने दरवाजे में से देखा कि रजनी पूरी नंगी थी। और उसके दूसरी तरफ से कोई और की आवाज थी, वो दोनों आपसे में बात कर रही थी,
उसी समय दूसरी तरफ से किसी ने अपने कपडे हवा में उछाल कर रजनी पर फेंक दिए, और आवाज आयी “ये ले मेरी जान” ये आवाज रीना भाभी की ही थी,
रजनी “यार ये सब तो ठीक है लेकिन अब अगर कोई मस्त सा लंड मिल जाए तो मजा आ आ जाये” और दरवाजे की तरफ देखते हुवे आँख मारी”
रीना “हाँ यार जब से ये दुबई गए है एक लंड के लिए तड़प गयी हु”
रजनी “क्या यार तेरे पास तो इतना मस्त लंड है और तू तरस रही है “
रीना “क्या करू समाज की मर्यादा में बंधी हुई हु, नहीं तो कब का उसको खा गयी होती” और हंस पड़ती है “
रजनी “कोनसी मर्यादा? एक बार लंड ले ले उसका फिर सारी मर्यादा गयी तेल लगाने”
रीना “ हाँ साली रांड, और वो नीतू तो पुरे रस्ते उसके लंड पर सवार होक आयी थी, उसका बस चलता तो वो उसके लंड को वही खा लेती,
रजनी “बड़ी मुश्किल से खुद को रोका था साली ने”
रीना “ साली दोनों की दोनों मेरे हिस्से का लंड खा गयी जब की उसपर पहला हक़ मेरा था”
रजनी “मेरी जान अगर तू काम में नहीं लेगी तो उसको तो पड़ा पड़ा जंग लगा जायेगा न इसलिए हमदोनो ने उसका भोग लगा लिया
कुछ देर बातें करने के बाद वो एक दूसरे की किस करने लगीं बिल्कुल पागलों की तरह मुँह से पुच पुच्च और उम्म्म म्म्म्म उम्म्म्म की आवाज निकल रही रही थी।
थोड़ी देर बाद वो मम्मों को बुरी तरह से मसलने लगी, रीना भाभी मम्मे तब इतने ही बड़े थे कि एक हाथ में पूरे भर सकते थे, पर मजा बहुत आ रहा था, मेरे मुख से निकल रहा था- आह्ह्ह्ह आहह्ह्ह… बहुत मजा आ रहा है।
थोड़ी देर बाद उसने मम्मों को मसलना रोककर उन्हें चूसने लगी।
नीतू ने उसे दूर किया और कहा “पहले इन्हें जोर से मसल ना… फिर चूसती रहना।
और वो थोड़ी देर और मसलकर उन्हें चूसने लगी और काटने भी लगी।
मैं भी धीरे धीरे गर्म होने लगा, मेरा लंड फट के बाहर आने को था।
थोड़ी देर बाद वो एक दुसरे की चूत चाटने लगी
पुरे कमरे से बस सीईईईईए आआहहह्ह आईईस्स स्सस्स आह्ह्ह उम्म्म्म सीईईए आआःह्ह ह्ह्ह की सिसकारियाँ निकल रही थी।
थोड़ी देर बाद दोनों एक साथ झड़ गईं और दोनों ने एक दूसरी का रस निगल लिया, फिर उठ कर एक दूसरी को किस करने लगीं। क्या बताऊँ कितना मजा आ रहा था।
थोड़ी देर लेटी रही और फिर से शुरू हो गयी उसके मम्मों को चूसने लगी, लेस्बियन को देखना भी एक अलग ही आनन्द है।
मम्मों को चूसते हुए वो दूसरे की चूत को मसलने लगीं और दोनों के मुँह से आह्ह्ह आहह अह्ह्ह अहहः आआईईईए आह्ह्ह्ह की आवाज निकाल रही थीं।
ऐसे ही दोनों एक बार फिर से झड़ गईं और दोनों के ही हाथ दोनों की चूत के रस से गीले हो गए थे तो उन्हें एक कपड़े से साफ़ किया।
थोड़ी देर बाद रजनी ने एक डिल्डो निकालकर कमर पर बाँधा और रीना भाभी की दोनों टांगों को उसके कन्धे पर रखकर सिर्फ 2 झटकों में ही पूरा अंदर उनकी चूत में डाल दिया, रीना भाभी की चीख निकल गई और चूत में दर्द भी होने लगा था।
रीना भाभी उसे गाली देने लगी “माँ की लौड़ी… मेरी चूत से बाहर निकाल इसे! बहुत तेज दर्द हो रहा है मेरी चूत में!
पर रजनी ने एक न सुनी और घपाघप धक्के मरने लगी,
रजनी रीना भाभी की चूत धकाधक चोदे जा रही थी,
अब रीना भाभी को मजा आने लगा था, वो अब बस मेरा नाम ले ले के सिसकारियाँ ले रही थी “आह्हह अह्ह आह्ह एआईईईई ह्ह्हीई… सन्नी चोद मुझे ऐसे ही… जोर से… सन्नी चोद बहुत मजा आ रहा है… आह्ह्ह अह्ह्ह्ह!
कुछ देर बाद रजनी ने आसन को बदल लिया और कहने लगी- चल कुतिया बन… अब मुझे तेरी गांड चोदनी है!
रीना भाभी तुरन्त ही कुतिया बन गई।
‘कुतिया…’ उसने रीना भाभी के एक चूतड़ पर जोर से चपत लगाई और डिल्डो को उनकी गांड के छेद पर लगाकर आहिस्ते से गांड में उतार दिया।
मुझे देखा कर बड़ा मजा आया की “ अब रीना भाभी की चूत और गांड दोनों मेरी है”
जब पूरा अंदर समा गया तब उसने धक्कों की गति तेज कर दी।
रीना भाभी ऐसे चुदने में भी बहुत मजा आ रहा था और फिर कुछ देर बाद उसने गांड से डिळडो निकाल कर चूत को चोदने लगी।
लगभग 5 मिनट बाद ही रीना भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया।
फिर रजनी उसी डिल्डो से नीतू की चूत चोदने लगी,
थोड़ी देर बाद रीना भाभी ने डिल्डो को कमर पर बाँधा और रजनी की चूत गीली होने तक उसे चोदा।
उसके बाद वो दोनों नंगी ही बिस्तर पर लेट गयी और आराम करने लगी,
तभी रजनी राज का शर्ट पहनकर चाय बनाने चली गई और रीना भाभी टी वी देखने लगी।
वो 2 कप चाय बनाकर ले आई। उन्होंने चाय पी और एक दूसरे के मम्मों, और चूत से मस्ती करने लगीं।
रीना भाभी ने देखा रीना भाभी टॉवल पहन कर दरवाजा खोलने गई।
नीतू रीना भाभी को ऐसे देखकर आश्चर्यचकित हो गई।
जैसे ही नीतू अन्दर आयी, तुरंत ही रीना भाभी ने दरवाजा लगाकर टॉवल निकाल दिया और रजनी के बेडरूम में ले गई।
वो बार बार पूछ रही थी- तू यहाँ पर नंगी क्यों और कैसे है?
रीना भाभी ने उसकी बात को अनदेखा कर दिया और उसे किस करने लगी।
वो उनसे छूटकर दूर हो गई।
उन्होंने उसे फिर किस किया पर 2 मिनट बाद वो फिर अलग हुई।
इस बार रीना भाभी ने उसे किस नहीं किया और जाकर बेड पर बैठ गई और कामुक अंदाज में मुस्कुराते हुए देखने लगी।
वो बार बार पूछ रही थी कि तू यहाँ पर नंगी क्यों है और रजनी कहाँ पर है?
पर रीना भाभी ने उसे सिर्फ इतना ही कहा- क्यों मैं तेरे सामने नंगी नहीं रह सकती क्या? और वैसे भी थोड़ी देर में तो तूभी तो नंगी होने वाली है।
वो उसे गर्म करने के लिये कामुक बातें करने लगी, पर इन बातों का भी नीतू पर कोई असर नहीं हुआ।
तभी रजनी चुपचाप उसके पीछे आकर खड़ी हो गई, रीना भाभी ने उसे इशारा किया, जैसे ही नीतू ने मुड़ कर देखा, रजनी ने उसे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और उसके ऊपर ही बैठ गई।
वो उससे छुटने लगी, या छुटने का नाटक कर रही थी… पता नहीं… पर बार बार यही बोल रही थी- छोड़ मुझे… यह क्या कर रही है?
रजनी- कैसे छोड़ दूँ तुझे? अभी तो आई है, मजे तो करने ही पड़ेंगे।
नीतू- तू ये क्या कर रही है, ये सब गलत है!
रजनी- अच्छा रीना के साथ किया, वो गलत नहीं है।
और वो एक दुसरे को तरफ आश्चर्य से देखने लगी।
रीना भाभी “ये हम दोनों का ही किया हुआ है, अच्छा होगा कि अब तू भी हमारा साथ दे और तीनों मजे करें, और झूठा नाटक बन्द कर। वैसे भी 2 से भले 3… क्या ख्याल है?
इसके बाद जो बातें हुई, वो लिखने का कोई मतलब नहीं है, अब आप समझ ही गए होंगे।