30-07-2019, 09:59 PM
MEGAUPDATE 29
हर दिन रेशमा से नज़दीकियाँ बढ़ रही थी
रेशमा का अकेलापन दूर हो गया था
उसको मेरे रूप मे एक दोस्त मिल गया था
उसको मेरा साथ अच्छा लग रहा था
उसके सामने तो मैं एक चुदाई एक्सपर्ट था
फिर भी रेशमा को मेरा साथ अच्छा लगता था
सुबह सुबह जॉगिंग करने से हमारे दिन की शुरुआत होती थी
जॉगिंग करते हुए हम पति पत्नी बन जाते
फिर सुबह का नाश्ता और टी तो रेशमा के घर पे ही होता था
हम सबसे उपेर के फ्लोर पर रहते थे जिस से किसी का डर नही था
मिस्टर गुप्ता और मिसेज़ गुप्ता तो अपने रूम मे ही रहती थी जिस से रेशमा और मैं आराम से मिलते थे
सुबह का नाश्ता काफ़ी लंबा चलता लेकिन हम दोनो ऑफीस भी चले जाते
ऑफीस जाते हुए मेसेज मेसेज भी खेल लेते मतलब दूर होकर भी हमारी बात चालू रहती
अब तो जैसे आदत सी हो गयी थी
मैं माला से ज़्यादा रेशमा से फोन पर बात करने लगा
रेशमा तो जैसे अपने पति को भूल ही गयी थी
उसको तो बस मैं ही याद रहता था
ऑफीस के बाद तो डिन्नर रेशमा के घर ही होता था
डिन्नर के बाद भी हम साथ मे मूवी देखते हुए बाते करते
लेकिन मैं ने कभी लिमिट क्रॉस नही की
रेशमा को ये अच्छा लग रहा था कि हसी मज़ाक एक लिमिट मे है
रेशमा तो मुझे सब कुछ बताने लगी
ये भी बताया कि उसका एक बाय्फ्रेंड था कॉलेज के दिनो मे
मतलब उसके राज़ भी मुझे पता चल रहे थे
रेशमा का मुझ पर बहुत विश्वास था
मैं ने भी ये विश्वास टूटने नही दिया
मैं तो रेशमा के साथ सेक्स करना चाहता था
पर अब सेक्स दूर दूर तक मेरे दिमाग़ मे नही आ रहा था
रेशमा अच्छी लगने लगी थी मुझे
बहुत अकेली थी रेशमा
उसका अकेलापन देख कर मेरे दिमाग़ मे सेक्स का क्रीड़ा कभी आया ही नही
देखते देखते एक महीना बीत गया
अब तो सारी दीवार ख़तम हो गयी थी हमारे बीच की
अब तो हम एक दूसरे के बिना नही रह सकते थे
इस बीच मैं ने रेशमा को मूवी दिखाने का प्लान बनाया
रेशमा तो अब मुझे ना नही कह सकती थी
वो भी तैयार हो गयी मेरे साथ मूवी देखने को चलने के लिए
रेशमा ने जीन्स और टीशर्ट पहन ली जिस मे वो सेक्सी ही सेक्सी लग रही थी
मैं तो बस देखता ही रह गया
रेशमा- मुँह बंद करो वरना मक्खी चली जाएगी
अवी-तुम ना दिन ब दिन जवान होती जा रही हो
रेशमा-अगर फिर तारीफ की तो मैं वापस चली जाउन्गी
और रेशमा वापस जाकर सलवार कमीज़ पहन कर आ गयी
मैं भी ना बिना वजह तारीफ की
रेशमा- अब चलो और फिर तारीफ की तो वापस जाउन्गी तो अकेले मूवी देखना
अवी- आज तो कॉर्नर की सीट ली है , इतना अच्छा चान्स मिस नही करूँगा
रेशमा-तो ये चल रहा है तुम्हारे दिमाग़ मे
अवी-मूवी देखना वो भी तुम्हारी जैसी हॉट लड़की के साथ जाए तो कॉर्नर सीट ही लेनी पड़ती है
रेशमा-तुम्हारी बाते हो गयी होगी तो चले
और हम सिनिमा हॉल मे आ गये
रेशमा बहुत दिनो बाद मूवी देखने आई थी
शादी के बाद पहली मूवी होगी उसकी
रेशमा-पता है लास्ट टाइम मैं कॉलेज मे अपने फ्रेंड के साथ आई थी मूवी देखने
अवी-तुम्हारा हज़्बेंड कभी मूवी दिखाने नही लाया
रेशमा-उसको तो बस पैसे चाहिए , प्यार नही है
अवी-चलो फिर मैं तुम्हें प्यार कर लेता हूँ
मेरी बात सुनते ही रेशमा ने मेरे पेट पे एक मुक्का मारा ,
और ऐसे छेड़ छाड़ करते हुए हम हॉल मे आ गये
हमारी सीट कॉर्नर की थी
सीट नंबर देखते ही रेशमा ने मेरी तरफ देखा उसको लगा कि पहले मैं मज़ाक कर था कॉर्नर की
सीट के बारे में
अवी-शो फुल था बस यही सीट थी ,
रेशमा-तो तुम्हें कॉर्नर सीट ऐसे मिल गयी , कॉर्नर सीट पहले फुल हो जाती है
अवी-मुझे क्या पता , और मैं तो पहली बार आया हूँ इस सिनिमा हॉल मे
हम.बाते करने मे ज़्यादा समय लगा रहे थे जिस से मूवी चालू हो गयी
रेशमा-अब चलो अपनी सीट पे बैठ जाते है वरना लोग चिल्लाना शुरू कर देंगे
हम.अपनी सीट पर आए
और जैसे रेशमा सीट पर बैठने लगी तो वो झट से खड़ी हो गयी
अवी-व्हाट ,
मैं ने चेक किया तो वो सीट टूटी हुई थी
तभी सोचु कि इतने आराम से कॉर्नोर सीट क्यूँ मिली
रेशमा-इस लिए कॉर्नर सीट मिली तुम्हें , ये सीट किसी ने नही ली होगी
अवी-मैं यहाँ के वर्कर को बुलाता हूँ
मैं ने आवाज़ दे कर वर्कर की बुलाया
लेकिन लोग बहुत चिल्ला रहे थे कि हम.बैठ जाए
मैं ने वर्कर को बात बताई तो उसने कहा कि इसमे वो कुछ नही कर सकता
मूवी देखना है तो देखो वरना मेनेज़र से बात करके पैसे वापस लो क्यूँ कि मूवी शुरू होने से
लोग चिल्ला रहे थे हम पर
अवी-क्या करे , वापस चले
रेशमा-मूवी अच्छी थी
वर्कर- अरे साब अपनी बीवी को गोद मे लेकर बैठ कर मूवी देखो , ऐसा चान्स सबको नही मिलता ,
मूवी भी देख पाओगे और मज़ा भी हो जाएगा
और वो वर्कर चला गया
रेशमा मेरी तरफ देखने लगी
अवी-चले वापस
रेशमा-मुझे मूवी देखनी थी , बहुत सालो बाद सिनिमा हॉल मे आई हूँ और मूवी तो मेरे फेव
हीरो की है
रेशमा ने घर पे भी मूवी देखती थी पर सिनिमा हॉल का मज़ा पॉपकॉर्न के साथ उठाना चाहती थी
अवी-ठीक है फिर
और मैं सीट पर बैठ गया और रेशमा मेरी गोद मे बैठ गयी
हर तरफ अंधेरा था तो किसी को कुछ फरक नही पड़ा
अवी-तुम आराम से बैठो
रेशमा-तुम सिचुयेशन का अड्वांटेजस मत लो
अवी-नही लूँगा
रेशमा तो मूवी देखने लगी
पर रेशमा का नरम.बदन मेरे उपर आते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा
रेशमा मूवी मे खोई थी उसके फेव हीरो की मूव थी
मुझे तो रेशमा का वेट कुछ नही लग रहा था पर मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया
मेरा लंड तो रेशना की गंद मे चुभने लगा
रेशमा को मेरा लंड फील होने लगा
रेशमा समझ गयी कि ये क्या है
रेशमा वैसे बैठ कर मूवी देखती रही पर वो मेरे लंड को भी फील कर रही थी
मैं इस सिचुयेशन का अड्वॅंटेज ले सकता था पर मैं ने ऐसा नही किया
रेशमा के बदन हाथ घुमा कर उसको तैयार कर सकता था
छेड़छाड़ भी कर सकता था
पर मैं ने अपने हाथ दूर रखे बस मेरा लंड छेड़छाड़ कर रहा था
वो भी मेरे बस मे नही था वरना लंड को भी रेशमा को टच करने नही देता
मैं ने जो नेचुरेली हो रहा था उसका ही मान लिया
रेशमा को भी लग रहा था कि मैं कुछ कर क्यूँ नही रहा हूँ
रेशमा तो फुल तैयार थी
अगर अभी तोड़ा ट्राइ किया तो वो मना नही कर पाएगी
लेकिन मैं आराम से पाना चाहता था रेशमा को
उसकी मर्ज़ी से रेशमा को पाना चाहता था
अब बस सेक्स की भूक नही थी मेरे अंदर प्यार की भूक थी
रेशमा तो मेरे लंड के टच से मस्ती मे आ गयी थी
बहुत दिनो बाद उसको लंड का टच मिला था
ऐसा टच मिला कि उसके अंदर के अरमान बाहर निकलने लगे
रेशमा की कमर हिल रही थी
जैसे वो जल्दी लंड अंदर लेना चाहती हो
रेशमा तो मस्ती मे आ गयी
मुझे लग रहा था कि रेशमा के बॉल मसल दूं
उसकी ऊट मे उंगली करूँ
उसके गुलाबी होंठो को चूसना शुरू करूँ
सलवार को नीचे करके लंड अंदर पेल दूं
लोगो को मारो गोली और यही रेशमा के साथ शुरू हो जाउ
मेरे अंदर तो आग लग गयी थी
पर मैं कंट्रोल मे था
उधर रेशमा बहुत मस्ती मे आ रही थी
वो अपनी गंद को रगड़ रही थी मेरे लंड पर
वो तो भूल ही गयी थी कि वो कहाँ है और किसके साथ है
लेकिन मैं बस उसको खेलने दे रहा था
मेरे हाथ तो उसकी चूत को टच करने को बेताब थे
मैं रेशमा को.मसल्ने को मरा जा रहा था
लेकिन रेशमा को.एक बार के लिए नही हमेशा के लिए पाना चाहता था
मैं उसका दिल जीतना चाहता था
मूवी किस को देखनी थी
हमको तो ऐसे ही मज़ा आ रहा था
हम दोनो एक आग मे तड़प रहे थे
अपने आग की गर्मी निकलने को भी तैयार थी
दोनो के अंदर अरमानो को जो लावा उबल रहा था वो एक साथ बाहर निकल गया
आज बहुत दिनो बाद हमको शरीर सुख मिला था
रेशमा ने चैन की सास ली होगी
उसका जो मुझ पर विश्वास था वो टूटने नही दिया
जो हुआ वो रेशमा की तरफ से हुआ
जब रेशमा होश मे आई तो समझ गयी कि मैं ने उसको टच भी नही किया
रेशमा ने बस एक बार मेरी तरफ देखा
अवी-ये सब नेचुरेली हुआ है , मर्द और औरत पास आएँगे तो ये सब अपने आप हो जाता है
रेशमा-थॅंक्स
अवी-थॅंक्स किस लिए
रेशमा-मुझे समझ ने के लिए
और इंटर्वल हो गया
अवी-और मूवी देखनी है या वापस चले
रेशमा-वापस चलते है
रेशमा तो पहले वॉशरूम होकर आई
फिर हम घर आ गये
आज अधूरी मूवी देखी
पर आज हम दोनो की आग थोड़ी शांत हुई
रेशमा घर आते ही नज़रें नही मिला रही थी
मैं रेशमा की फीलिंग के समझ सकता था
.मैं ने अब रेशमा के साथ मज़ाक नही किया और अपने रूम मे चला गया
रेशमा को आज अच्छी नींद आएगी
और रेशमा के दिल मे मेरे लिए प्यार पैदा हो गया
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हर दिन रेशमा से नज़दीकियाँ बढ़ रही थी
रेशमा का अकेलापन दूर हो गया था
उसको मेरे रूप मे एक दोस्त मिल गया था
उसको मेरा साथ अच्छा लग रहा था
उसके सामने तो मैं एक चुदाई एक्सपर्ट था
फिर भी रेशमा को मेरा साथ अच्छा लगता था
सुबह सुबह जॉगिंग करने से हमारे दिन की शुरुआत होती थी
जॉगिंग करते हुए हम पति पत्नी बन जाते
फिर सुबह का नाश्ता और टी तो रेशमा के घर पे ही होता था
हम सबसे उपेर के फ्लोर पर रहते थे जिस से किसी का डर नही था
मिस्टर गुप्ता और मिसेज़ गुप्ता तो अपने रूम मे ही रहती थी जिस से रेशमा और मैं आराम से मिलते थे
सुबह का नाश्ता काफ़ी लंबा चलता लेकिन हम दोनो ऑफीस भी चले जाते
ऑफीस जाते हुए मेसेज मेसेज भी खेल लेते मतलब दूर होकर भी हमारी बात चालू रहती
अब तो जैसे आदत सी हो गयी थी
मैं माला से ज़्यादा रेशमा से फोन पर बात करने लगा
रेशमा तो जैसे अपने पति को भूल ही गयी थी
उसको तो बस मैं ही याद रहता था
ऑफीस के बाद तो डिन्नर रेशमा के घर ही होता था
डिन्नर के बाद भी हम साथ मे मूवी देखते हुए बाते करते
लेकिन मैं ने कभी लिमिट क्रॉस नही की
रेशमा को ये अच्छा लग रहा था कि हसी मज़ाक एक लिमिट मे है
रेशमा तो मुझे सब कुछ बताने लगी
ये भी बताया कि उसका एक बाय्फ्रेंड था कॉलेज के दिनो मे
मतलब उसके राज़ भी मुझे पता चल रहे थे
रेशमा का मुझ पर बहुत विश्वास था
मैं ने भी ये विश्वास टूटने नही दिया
मैं तो रेशमा के साथ सेक्स करना चाहता था
पर अब सेक्स दूर दूर तक मेरे दिमाग़ मे नही आ रहा था
रेशमा अच्छी लगने लगी थी मुझे
बहुत अकेली थी रेशमा
उसका अकेलापन देख कर मेरे दिमाग़ मे सेक्स का क्रीड़ा कभी आया ही नही
देखते देखते एक महीना बीत गया
अब तो सारी दीवार ख़तम हो गयी थी हमारे बीच की
अब तो हम एक दूसरे के बिना नही रह सकते थे
इस बीच मैं ने रेशमा को मूवी दिखाने का प्लान बनाया
रेशमा तो अब मुझे ना नही कह सकती थी
वो भी तैयार हो गयी मेरे साथ मूवी देखने को चलने के लिए
रेशमा ने जीन्स और टीशर्ट पहन ली जिस मे वो सेक्सी ही सेक्सी लग रही थी
मैं तो बस देखता ही रह गया
रेशमा- मुँह बंद करो वरना मक्खी चली जाएगी
अवी-तुम ना दिन ब दिन जवान होती जा रही हो
रेशमा-अगर फिर तारीफ की तो मैं वापस चली जाउन्गी
और रेशमा वापस जाकर सलवार कमीज़ पहन कर आ गयी
मैं भी ना बिना वजह तारीफ की
रेशमा- अब चलो और फिर तारीफ की तो वापस जाउन्गी तो अकेले मूवी देखना
अवी- आज तो कॉर्नर की सीट ली है , इतना अच्छा चान्स मिस नही करूँगा
रेशमा-तो ये चल रहा है तुम्हारे दिमाग़ मे
अवी-मूवी देखना वो भी तुम्हारी जैसी हॉट लड़की के साथ जाए तो कॉर्नर सीट ही लेनी पड़ती है
रेशमा-तुम्हारी बाते हो गयी होगी तो चले
और हम सिनिमा हॉल मे आ गये
रेशमा बहुत दिनो बाद मूवी देखने आई थी
शादी के बाद पहली मूवी होगी उसकी
रेशमा-पता है लास्ट टाइम मैं कॉलेज मे अपने फ्रेंड के साथ आई थी मूवी देखने
अवी-तुम्हारा हज़्बेंड कभी मूवी दिखाने नही लाया
रेशमा-उसको तो बस पैसे चाहिए , प्यार नही है
अवी-चलो फिर मैं तुम्हें प्यार कर लेता हूँ
मेरी बात सुनते ही रेशमा ने मेरे पेट पे एक मुक्का मारा ,
और ऐसे छेड़ छाड़ करते हुए हम हॉल मे आ गये
हमारी सीट कॉर्नर की थी
सीट नंबर देखते ही रेशमा ने मेरी तरफ देखा उसको लगा कि पहले मैं मज़ाक कर था कॉर्नर की
सीट के बारे में
अवी-शो फुल था बस यही सीट थी ,
रेशमा-तो तुम्हें कॉर्नर सीट ऐसे मिल गयी , कॉर्नर सीट पहले फुल हो जाती है
अवी-मुझे क्या पता , और मैं तो पहली बार आया हूँ इस सिनिमा हॉल मे
हम.बाते करने मे ज़्यादा समय लगा रहे थे जिस से मूवी चालू हो गयी
रेशमा-अब चलो अपनी सीट पे बैठ जाते है वरना लोग चिल्लाना शुरू कर देंगे
हम.अपनी सीट पर आए
और जैसे रेशमा सीट पर बैठने लगी तो वो झट से खड़ी हो गयी
अवी-व्हाट ,
मैं ने चेक किया तो वो सीट टूटी हुई थी
तभी सोचु कि इतने आराम से कॉर्नोर सीट क्यूँ मिली
रेशमा-इस लिए कॉर्नर सीट मिली तुम्हें , ये सीट किसी ने नही ली होगी
अवी-मैं यहाँ के वर्कर को बुलाता हूँ
मैं ने आवाज़ दे कर वर्कर की बुलाया
लेकिन लोग बहुत चिल्ला रहे थे कि हम.बैठ जाए
मैं ने वर्कर को बात बताई तो उसने कहा कि इसमे वो कुछ नही कर सकता
मूवी देखना है तो देखो वरना मेनेज़र से बात करके पैसे वापस लो क्यूँ कि मूवी शुरू होने से
लोग चिल्ला रहे थे हम पर
अवी-क्या करे , वापस चले
रेशमा-मूवी अच्छी थी
वर्कर- अरे साब अपनी बीवी को गोद मे लेकर बैठ कर मूवी देखो , ऐसा चान्स सबको नही मिलता ,
मूवी भी देख पाओगे और मज़ा भी हो जाएगा
और वो वर्कर चला गया
रेशमा मेरी तरफ देखने लगी
अवी-चले वापस
रेशमा-मुझे मूवी देखनी थी , बहुत सालो बाद सिनिमा हॉल मे आई हूँ और मूवी तो मेरे फेव
हीरो की है
रेशमा ने घर पे भी मूवी देखती थी पर सिनिमा हॉल का मज़ा पॉपकॉर्न के साथ उठाना चाहती थी
अवी-ठीक है फिर
और मैं सीट पर बैठ गया और रेशमा मेरी गोद मे बैठ गयी
हर तरफ अंधेरा था तो किसी को कुछ फरक नही पड़ा
अवी-तुम आराम से बैठो
रेशमा-तुम सिचुयेशन का अड्वांटेजस मत लो
अवी-नही लूँगा
रेशमा तो मूवी देखने लगी
पर रेशमा का नरम.बदन मेरे उपर आते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा
रेशमा मूवी मे खोई थी उसके फेव हीरो की मूव थी
मुझे तो रेशमा का वेट कुछ नही लग रहा था पर मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया
मेरा लंड तो रेशना की गंद मे चुभने लगा
रेशमा को मेरा लंड फील होने लगा
रेशमा समझ गयी कि ये क्या है
रेशमा वैसे बैठ कर मूवी देखती रही पर वो मेरे लंड को भी फील कर रही थी
मैं इस सिचुयेशन का अड्वॅंटेज ले सकता था पर मैं ने ऐसा नही किया
रेशमा के बदन हाथ घुमा कर उसको तैयार कर सकता था
छेड़छाड़ भी कर सकता था
पर मैं ने अपने हाथ दूर रखे बस मेरा लंड छेड़छाड़ कर रहा था
वो भी मेरे बस मे नही था वरना लंड को भी रेशमा को टच करने नही देता
मैं ने जो नेचुरेली हो रहा था उसका ही मान लिया
रेशमा को भी लग रहा था कि मैं कुछ कर क्यूँ नही रहा हूँ
रेशमा तो फुल तैयार थी
अगर अभी तोड़ा ट्राइ किया तो वो मना नही कर पाएगी
लेकिन मैं आराम से पाना चाहता था रेशमा को
उसकी मर्ज़ी से रेशमा को पाना चाहता था
अब बस सेक्स की भूक नही थी मेरे अंदर प्यार की भूक थी
रेशमा तो मेरे लंड के टच से मस्ती मे आ गयी थी
बहुत दिनो बाद उसको लंड का टच मिला था
ऐसा टच मिला कि उसके अंदर के अरमान बाहर निकलने लगे
रेशमा की कमर हिल रही थी
जैसे वो जल्दी लंड अंदर लेना चाहती हो
रेशमा तो मस्ती मे आ गयी
मुझे लग रहा था कि रेशमा के बॉल मसल दूं
उसकी ऊट मे उंगली करूँ
उसके गुलाबी होंठो को चूसना शुरू करूँ
सलवार को नीचे करके लंड अंदर पेल दूं
लोगो को मारो गोली और यही रेशमा के साथ शुरू हो जाउ
मेरे अंदर तो आग लग गयी थी
पर मैं कंट्रोल मे था
उधर रेशमा बहुत मस्ती मे आ रही थी
वो अपनी गंद को रगड़ रही थी मेरे लंड पर
वो तो भूल ही गयी थी कि वो कहाँ है और किसके साथ है
लेकिन मैं बस उसको खेलने दे रहा था
मेरे हाथ तो उसकी चूत को टच करने को बेताब थे
मैं रेशमा को.मसल्ने को मरा जा रहा था
लेकिन रेशमा को.एक बार के लिए नही हमेशा के लिए पाना चाहता था
मैं उसका दिल जीतना चाहता था
मूवी किस को देखनी थी
हमको तो ऐसे ही मज़ा आ रहा था
हम दोनो एक आग मे तड़प रहे थे
अपने आग की गर्मी निकलने को भी तैयार थी
दोनो के अंदर अरमानो को जो लावा उबल रहा था वो एक साथ बाहर निकल गया
आज बहुत दिनो बाद हमको शरीर सुख मिला था
रेशमा ने चैन की सास ली होगी
उसका जो मुझ पर विश्वास था वो टूटने नही दिया
जो हुआ वो रेशमा की तरफ से हुआ
जब रेशमा होश मे आई तो समझ गयी कि मैं ने उसको टच भी नही किया
रेशमा ने बस एक बार मेरी तरफ देखा
अवी-ये सब नेचुरेली हुआ है , मर्द और औरत पास आएँगे तो ये सब अपने आप हो जाता है
रेशमा-थॅंक्स
अवी-थॅंक्स किस लिए
रेशमा-मुझे समझ ने के लिए
और इंटर्वल हो गया
अवी-और मूवी देखनी है या वापस चले
रेशमा-वापस चलते है
रेशमा तो पहले वॉशरूम होकर आई
फिर हम घर आ गये
आज अधूरी मूवी देखी
पर आज हम दोनो की आग थोड़ी शांत हुई
रेशमा घर आते ही नज़रें नही मिला रही थी
मैं रेशमा की फीलिंग के समझ सकता था
.मैं ने अब रेशमा के साथ मज़ाक नही किया और अपने रूम मे चला गया
रेशमा को आज अच्छी नींद आएगी
और रेशमा के दिल मे मेरे लिए प्यार पैदा हो गया
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