05-01-2019, 10:28 AM
Part - 12
दूसरी तरफ राज रजनी की ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था क्योंकि कल रजनी पूरे एक महीने के लिए अपने मायके चली जाएगी, मेरे दिल में हुवा की क्यों न उनकी चुदाई देखी जाए, इधर नीतू एक बार की चुदाई से थोडा थक कर आराम कर रही थी,
मैं बोला “मैं आता हु, एक सिगरेट फूंक के,
मैं उठा और राज के कमरे के पास जाकर देखने लगा की अंदर कैसे झाँका जाए, फिर याद आया बालकनी में एक खिड़की है वो शायद खुली हो पर हाय ये मेरी बदकिस्मती इतनी ठण्ड में कौन खिड़की खुली रखेगा,
फिर मैंने दरवाजे के पास खड़ा होकर सुनने लगा, जैसे हे दरवाजे को हाथ लगाया वो लॉक नहीं था और थोडा सा खुल गया, मेरी तो चांदी हो गयी,
जैसे ही मैंने वहां देखा तो मैं दंग रह गया. राज ने रजनी को अपनी बांहों में भर कर पकड़ा हुआ था और वो उनके होंठ चूसे जा रहा था.
रजनी “अरे.. छोड़ो यार.. दरवाजा तो बंद कर लो.
राज “अरे यार कोई नहीं आएगा, नीतू भी सो गयी है, चलो अब नाटक मत करो.
रजनी “ये क्या कर रहे हो, इतनी जबरदस्त चुदाई के बाद अब मेरी चूत सूज गई है प्लीज़ अभी नहीं सुबह को करेंगे.. और तुम दरवाजा तो बंद करो, अगर नीतू आ आ गयी तो,
राज “अरे वो भी तो देखे कि उसकी भाभी क्या माल है.. और उसने देख भी लिया तो मेरा लंड देखकर बेहोश हो जाएगी.
रजनी “अरे छोड़ो ना.. वरना मैं हाथ भी नहीं लगाने दूँगी.....और जाओ उसी के पास जिसे बेहोश कर रहे हो,
रजनी “तू तो क्या तेरी बहन भी चुदेगी साली.. रांड नखरे दिखाती है...
रजनी “साले बहन के लौड़े सारा दिन लंड चूत में डालने के लिए ही घूमता है, अरे मैं कहां भागी जा रही हूँ.. अभी पूरी रात पड़ी है.....
राज “तो साली मुंह में लेकर मेरा लौड़ा शांत कर दे......और बस आज की रात ही तो है कल तो तू चली जाएगी पूरे एक महीने के लिए, तब तो हाथ से काम चलाना पड़ेगा न,
रजनी “ क्यों नीतू है न, अभी तो उससे लंड दिखा के बेहोश कर रही थे,
राज “ हाँ यार साली वो भी चुदक्कड तो हो गयी है, देखा नहीं कैसे साली आते ही बाथरूम में जाके चूत में उँगली कर रही थी,
रजनी “वो तो है, लगता है सन्नी ने जरूर रास्ते में कुछ न कुछ किया होगा, तभी तो इतनी चुदासी लग रही थी, वासना उसके चेहरे से टपक रही थी, वैसे सन्नी का लंड भी मस्त होगा न,
राज “देख साली रांड, तेरी चूत कैसे सन्नी का नाम सुन कर फडकने लगी है,
मैंने सोचा “बेटा सन्नी अगर ये एक दूसरे को उकसाने के लिए ऐसा कर रही है तो ठीक है नहीं तो साला रजनी की चूत का तो वो हाल करूँगा कि साली हमेशा मेरा हे लंड मांगेगी,
मैं उन दोनों की बाते सुनने में इतना खो गया था की पता ही नहीं चला ये सब कब से मेरे पास नीतू भी सुन रही थी और नाईटी के उपर से अपनी चूत को रगड़े जा रही थी,
नीतू “’साली रांड मेरे भाई को मेरा ही नाम ले के गरम कर रही है और चूत फ़डवा रही है”
मैं बिना कुछ बोले उन लोगों को देख रहा था और उनकी बाते सुन रहा था और इशारे से नीतू को भी चुपचाप देखने के लिए बोला,
कमरे के अंदर इस तरह से वे दोनों अपनी चुदास की मस्ती में न जाने क्या क्या बड़बड़ाते हुए एक दूसरे को चूमते चाटते रहे और न जाने क्या क्या बोले जा रहे थे. उनकी हरकतों से मेरा भी लंड खड़ा हो गया था.
तभी राज ने चड्ढी उतर दी अपना 9 इंच का लौड़ा बाहर निकाला.
नीतू उसे देखते ही घबरा गया और बोली “’ की इतना मोटा ओर बड़ा लंड रजनी भाभी कैसे अपनी चूत में लेती होंगी”
राज ने रजनी को घुटनों के बल बिठा कर उसके मुंह में अपना लौड़ा दे दिया.
राज “ओह चूस मेरी रांड चूस.. इस लंड का पानी निकाल दे.. बहुत ही परेशान करता है.. आह.. जल्दी से चूस.. ह्म्म्म्म..
रजनी “ओह मेरे राजा कैसा मस्त लौड़ा है.. तेरा अगर तू मेरा पति ना होता तो भी मैं तुझसे ही चुदवाती.. आह आह..
रजनी लंड को सहलाते हुए न ज़ाने क्या क्या बोल रही थीं, पर मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा हाथ मेरी पैन्ट में जाकर मेरे लंड को सहलाने लगा.
करीब 10 मिनट के बाद
राज ने कहा “ओह जानू, मैं छूटने वाला हूँ.”
रजनी “तुम अपना सारा रस मेरे मुँह में छोड़ दो.”
राज ने अपना सारा रस रजनी के मुँह में छोड़ दिया और रजनी सारा रस बड़े आराम से पी गईं. फिर राज का लंड साफ करके उठ गईं. राज ने रजनी को किस किया
राज “ओह आज तो मज़ा आ गया… क्या लंड चूसती हो, पर आज पूरी रात मैं तुझे जन्नत की सैर कराऊंगा.
इतना सुनते ही मेरे लंड और नीतू की चूत ने भी पानी छोड़ दिया और हम लोग वहां से चले गए और नीतू के कमरे में धुआँधार चुदाई कर रहे थे.
सच बताऊ उस समय में छोड़ नीतू को रहा था और सोच रजनी के बारे में रहा था कि रजनी कितनी मस्त माल हैं और आज रात को इन दोनों की चुदाई का नजारा देखने को मिल जाए बस.
उधर नीतू भी शायद यही सोच रही थी, मेरे एक जोरदार धक्के से उसके मुंह से निकला
नीतू “और राज मेरे भाई ऐसे ही चोद अपने मुसल लंड से मुझे, आज मेरे बहनचोद भाई”
ये बोलते हुवे नीतू झड गयी और मैं भी,
फिर नीतू बोली “ चलो ने फिर से उनकी चुदाई देखते है”
मैं बोला “क्यों भाई का लंड लेना है”
नीतू बोली “चूत और लंड का रिश्ता सबसे बड़ा होता है,
मैं बोला “ साले इस चुदाई ने तो सारे रिश्तो का सत्यानाश कर दिया”
हम दोनों चुपचाप फिर से राज के दरवाजे पे आँखे गदा कर देखने लगे,
मुझे आज पता चला की ये साला राज एक नम्बर का रंगीन मिजाज का इन्सान है चुदाई के मामले में,
अंदर देखा तो
राज ने गिलास से दारू का घूँट भरा और रजनी के मुँह से मुँह लगा दिया.
हम देख रहा थे कि दोनों में कितना प्यार था. रजनी भी राज के मुँह से ही दारू पी रही थीं.
अगला घूँट राज ने लिया और रजनी के चुचों के ऊपर गिरा दिया. अब वो रजनी के मम्मों पर गिरी हुई दारू को चाटते हुए रजनी की चूचियों को पी रहे थे.
ये सब इतने कामुक ढंग से हो रहा था कि मेरे लंड की तो समझो वाट लग गई थी. मेरा लंड भी अब चुत चुत चिल्ला रहा था. मैंने अपने लंड को मुठियाना शुरू कर दिया.
उधर रजनी अब राज की गोद से नीचे बैठ गई थीं और राज ने अपनी दोनों टाँगें खोल कर अपना लम्बा मूसल रजनी के मुँह के सामने लहरा दिया.
रजनी ने अपनी जीभ को राज के लंड के सुपारे पर फेरी और तभी राज ने अपने मुँह में भरी दारू अपने लंड पर गिरा दी, जिससे रजनी को लंड के साथ दारू का मजा भी मिलने लगा.
एक मिनट बाद रजनी ने एक काजू खाया और राज से सिगरेट मांगी. राज ने एक लम्बा कश खींचा और रजनी को सिगरेट पकड़ा दी.
अब रजनी ने सिगरेट का सुट्टा खींचा और धुआँ राज के लंड पर छोड़ते हुए लंड को अपने मुँह से चचोरने लगीं.....
रजनी का ऐसा रूप देख कर हम दोनों की हवा एकदम टाइट थी, और मुझे राज की किस्मत पर नाज था की साले को ऐसी पत्नी मिली है
उधर बड़ा ही लंड फाडू सीन था यार.. ऐसा तो अब तक किसी ब्लू फिल्म में भी देखने को नहीं मिला था जिसमें मर्द के द्वारा लंड पर मुँह से दारू गिराई जा रही हो और औरत उस लंड से दारू के साथ सिगरेट का मजा लेते हुए लंड चुसाई का मजा दे रही हो.
सच में अद्भुत नजारा था.
कुछ देर बाद रजनी और राज दोनों दारू के नशे में टुन्न हो गए और गालियां बकते हुए चुदाई की मस्ती में लीन हो गए.
उन दोनों को दीन दुनिया का कोई होश नहीं था और वे दोनों घर में नीतू की उपस्थिति को भी भूल चुके थे.
राज “आह.. साली रंडी.. चूस मादरचोद.. क्या मस्त लंड चूसती है कुतिया.. तेरी चुत में एकाध बार पूरी बोतल घुसेड़ दूंगा.
रजनी “आह.. भोसड़ी के तेरा लंड ही मेरी चुत की माँ भैन एक कर देता है.. माँ के लौड़े.. साले अब क्या मेरी चुत फाड़ने का इरादा है..
राज ने रजनी के मम्मे दबोचे
राज “भैन की लौड़ी, अब तेरी चुत में एकाध दोस्त का लंड भी पिलवा दूंगा.. तुझे भी दूसरे लंड का मजा आ जाएगा.
रजनी “साले हरामी, सीधे सीधे क्यों नहीं कहता कि तुझे दूसरी चुत चोदने की चुल्ल हो रही है. पहले दोस्त को बुलाएगा फिर अपनी बहन को खुद के लंड के लिए बुला लेगा.. मैं सब समझती हूँ.. तू बहुत ही बड़ा चोदू है कुत्ते!
राज हंसते हुए बोला “साली रंडी सब जान जाती है..
रजनी “मैं एक ही शर्त पर राजी होऊंगी.
राज “बोल क्या शर्त?
रजनी “तू मुझे सन्नी के लौड़े से चुदवाएगा.. तभी मैं राजी होऊंगी.
राज “मतलब?
रजनी बोलीं “एक काम कर, गोवा चलने का ट्रिप बना ले. उधर सन्नी का लंड और नीतू की चूत का मजा लेंगे.
राज रजनी की बात सुनकर खुश हो गया.. मैं और नीतू भी
राज बोला “लेकिन उसकी पहले से सैटिंग करनी पड़ेगी. ऐसा तो है नहीं कि सन्नी और नीतू ऐसे ही मान जायेंगे, “””””””””लेकिन साली तू तो कल मायके में जाके पता नहीं किस किस से चुद्वायेगी,”” मुझे भी कुछ सोचना पड़ेगा,
मुझे ऐसा लगा रहा था की रजनी को पता है मैं उन्हीं के घर पर हु और नीतू की चुदाई कर रहा हु और अब उनकी चुदाई देख रहा हु, क्योंकि मेरे बारे में की गयी हर बात वो इस अंदाज से और दरवाजे की तरफ देख के ही कह रही थी,
उधर से नीतू फुसफुसाते हुवे “ हाय भैया एक बार बोलो तो सही आपकी ये बहन आपको भी भी भाभी की कमी महसूस नहीं होने देगी”
मैंने पलट कर देखा “तो नीतू चूत में उँगली करते हुवे बडबडा रही थी
रजनी बोली “मेरा तो सिर्फ आइडिया है, प्लानिंग तो तुझे ही करनी पड़ेगी,
राज “ओके डार्लिंग अभी चुत चुदाई का मजा लेने दे.
रजनी ने चुत पर हाथ मारा और बोलीं “आ जा मेरे सांड.. तेरे लंड की कब्र खुली पड़ी है.
राज ने रजनी को उठा कर चित लिटा दिया और लंड को रजनी की फुद्दी में ठोकते हुए उनके ऊपर चढ़ गया. धकापेल चुदाई चालू हो गई.
उन दोनों की चुदाई खत्म हुई और वे दोनों चिपक कर सो गए.
मैं भी लंड हिलाता हुआ कमरे में आ गया और फिर से नीतू के उपर चढ़ गया,
दूसरी तरफ राज रजनी की ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था क्योंकि कल रजनी पूरे एक महीने के लिए अपने मायके चली जाएगी, मेरे दिल में हुवा की क्यों न उनकी चुदाई देखी जाए, इधर नीतू एक बार की चुदाई से थोडा थक कर आराम कर रही थी,
मैं बोला “मैं आता हु, एक सिगरेट फूंक के,
मैं उठा और राज के कमरे के पास जाकर देखने लगा की अंदर कैसे झाँका जाए, फिर याद आया बालकनी में एक खिड़की है वो शायद खुली हो पर हाय ये मेरी बदकिस्मती इतनी ठण्ड में कौन खिड़की खुली रखेगा,
फिर मैंने दरवाजे के पास खड़ा होकर सुनने लगा, जैसे हे दरवाजे को हाथ लगाया वो लॉक नहीं था और थोडा सा खुल गया, मेरी तो चांदी हो गयी,
जैसे ही मैंने वहां देखा तो मैं दंग रह गया. राज ने रजनी को अपनी बांहों में भर कर पकड़ा हुआ था और वो उनके होंठ चूसे जा रहा था.
रजनी “अरे.. छोड़ो यार.. दरवाजा तो बंद कर लो.
राज “अरे यार कोई नहीं आएगा, नीतू भी सो गयी है, चलो अब नाटक मत करो.
रजनी “ये क्या कर रहे हो, इतनी जबरदस्त चुदाई के बाद अब मेरी चूत सूज गई है प्लीज़ अभी नहीं सुबह को करेंगे.. और तुम दरवाजा तो बंद करो, अगर नीतू आ आ गयी तो,
राज “अरे वो भी तो देखे कि उसकी भाभी क्या माल है.. और उसने देख भी लिया तो मेरा लंड देखकर बेहोश हो जाएगी.
रजनी “अरे छोड़ो ना.. वरना मैं हाथ भी नहीं लगाने दूँगी.....और जाओ उसी के पास जिसे बेहोश कर रहे हो,
रजनी “तू तो क्या तेरी बहन भी चुदेगी साली.. रांड नखरे दिखाती है...
रजनी “साले बहन के लौड़े सारा दिन लंड चूत में डालने के लिए ही घूमता है, अरे मैं कहां भागी जा रही हूँ.. अभी पूरी रात पड़ी है.....
राज “तो साली मुंह में लेकर मेरा लौड़ा शांत कर दे......और बस आज की रात ही तो है कल तो तू चली जाएगी पूरे एक महीने के लिए, तब तो हाथ से काम चलाना पड़ेगा न,
रजनी “ क्यों नीतू है न, अभी तो उससे लंड दिखा के बेहोश कर रही थे,
राज “ हाँ यार साली वो भी चुदक्कड तो हो गयी है, देखा नहीं कैसे साली आते ही बाथरूम में जाके चूत में उँगली कर रही थी,
रजनी “वो तो है, लगता है सन्नी ने जरूर रास्ते में कुछ न कुछ किया होगा, तभी तो इतनी चुदासी लग रही थी, वासना उसके चेहरे से टपक रही थी, वैसे सन्नी का लंड भी मस्त होगा न,
राज “देख साली रांड, तेरी चूत कैसे सन्नी का नाम सुन कर फडकने लगी है,
मैंने सोचा “बेटा सन्नी अगर ये एक दूसरे को उकसाने के लिए ऐसा कर रही है तो ठीक है नहीं तो साला रजनी की चूत का तो वो हाल करूँगा कि साली हमेशा मेरा हे लंड मांगेगी,
मैं उन दोनों की बाते सुनने में इतना खो गया था की पता ही नहीं चला ये सब कब से मेरे पास नीतू भी सुन रही थी और नाईटी के उपर से अपनी चूत को रगड़े जा रही थी,
नीतू “’साली रांड मेरे भाई को मेरा ही नाम ले के गरम कर रही है और चूत फ़डवा रही है”
मैं बिना कुछ बोले उन लोगों को देख रहा था और उनकी बाते सुन रहा था और इशारे से नीतू को भी चुपचाप देखने के लिए बोला,
कमरे के अंदर इस तरह से वे दोनों अपनी चुदास की मस्ती में न जाने क्या क्या बड़बड़ाते हुए एक दूसरे को चूमते चाटते रहे और न जाने क्या क्या बोले जा रहे थे. उनकी हरकतों से मेरा भी लंड खड़ा हो गया था.
तभी राज ने चड्ढी उतर दी अपना 9 इंच का लौड़ा बाहर निकाला.
नीतू उसे देखते ही घबरा गया और बोली “’ की इतना मोटा ओर बड़ा लंड रजनी भाभी कैसे अपनी चूत में लेती होंगी”
राज ने रजनी को घुटनों के बल बिठा कर उसके मुंह में अपना लौड़ा दे दिया.
राज “ओह चूस मेरी रांड चूस.. इस लंड का पानी निकाल दे.. बहुत ही परेशान करता है.. आह.. जल्दी से चूस.. ह्म्म्म्म..
रजनी “ओह मेरे राजा कैसा मस्त लौड़ा है.. तेरा अगर तू मेरा पति ना होता तो भी मैं तुझसे ही चुदवाती.. आह आह..
रजनी लंड को सहलाते हुए न ज़ाने क्या क्या बोल रही थीं, पर मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा हाथ मेरी पैन्ट में जाकर मेरे लंड को सहलाने लगा.
करीब 10 मिनट के बाद
राज ने कहा “ओह जानू, मैं छूटने वाला हूँ.”
रजनी “तुम अपना सारा रस मेरे मुँह में छोड़ दो.”
राज ने अपना सारा रस रजनी के मुँह में छोड़ दिया और रजनी सारा रस बड़े आराम से पी गईं. फिर राज का लंड साफ करके उठ गईं. राज ने रजनी को किस किया
राज “ओह आज तो मज़ा आ गया… क्या लंड चूसती हो, पर आज पूरी रात मैं तुझे जन्नत की सैर कराऊंगा.
इतना सुनते ही मेरे लंड और नीतू की चूत ने भी पानी छोड़ दिया और हम लोग वहां से चले गए और नीतू के कमरे में धुआँधार चुदाई कर रहे थे.
सच बताऊ उस समय में छोड़ नीतू को रहा था और सोच रजनी के बारे में रहा था कि रजनी कितनी मस्त माल हैं और आज रात को इन दोनों की चुदाई का नजारा देखने को मिल जाए बस.
उधर नीतू भी शायद यही सोच रही थी, मेरे एक जोरदार धक्के से उसके मुंह से निकला
नीतू “और राज मेरे भाई ऐसे ही चोद अपने मुसल लंड से मुझे, आज मेरे बहनचोद भाई”
ये बोलते हुवे नीतू झड गयी और मैं भी,
फिर नीतू बोली “ चलो ने फिर से उनकी चुदाई देखते है”
मैं बोला “क्यों भाई का लंड लेना है”
नीतू बोली “चूत और लंड का रिश्ता सबसे बड़ा होता है,
मैं बोला “ साले इस चुदाई ने तो सारे रिश्तो का सत्यानाश कर दिया”
हम दोनों चुपचाप फिर से राज के दरवाजे पे आँखे गदा कर देखने लगे,
मुझे आज पता चला की ये साला राज एक नम्बर का रंगीन मिजाज का इन्सान है चुदाई के मामले में,
अंदर देखा तो
राज ने गिलास से दारू का घूँट भरा और रजनी के मुँह से मुँह लगा दिया.
हम देख रहा थे कि दोनों में कितना प्यार था. रजनी भी राज के मुँह से ही दारू पी रही थीं.
अगला घूँट राज ने लिया और रजनी के चुचों के ऊपर गिरा दिया. अब वो रजनी के मम्मों पर गिरी हुई दारू को चाटते हुए रजनी की चूचियों को पी रहे थे.
ये सब इतने कामुक ढंग से हो रहा था कि मेरे लंड की तो समझो वाट लग गई थी. मेरा लंड भी अब चुत चुत चिल्ला रहा था. मैंने अपने लंड को मुठियाना शुरू कर दिया.
उधर रजनी अब राज की गोद से नीचे बैठ गई थीं और राज ने अपनी दोनों टाँगें खोल कर अपना लम्बा मूसल रजनी के मुँह के सामने लहरा दिया.
रजनी ने अपनी जीभ को राज के लंड के सुपारे पर फेरी और तभी राज ने अपने मुँह में भरी दारू अपने लंड पर गिरा दी, जिससे रजनी को लंड के साथ दारू का मजा भी मिलने लगा.
एक मिनट बाद रजनी ने एक काजू खाया और राज से सिगरेट मांगी. राज ने एक लम्बा कश खींचा और रजनी को सिगरेट पकड़ा दी.
अब रजनी ने सिगरेट का सुट्टा खींचा और धुआँ राज के लंड पर छोड़ते हुए लंड को अपने मुँह से चचोरने लगीं.....
रजनी का ऐसा रूप देख कर हम दोनों की हवा एकदम टाइट थी, और मुझे राज की किस्मत पर नाज था की साले को ऐसी पत्नी मिली है
उधर बड़ा ही लंड फाडू सीन था यार.. ऐसा तो अब तक किसी ब्लू फिल्म में भी देखने को नहीं मिला था जिसमें मर्द के द्वारा लंड पर मुँह से दारू गिराई जा रही हो और औरत उस लंड से दारू के साथ सिगरेट का मजा लेते हुए लंड चुसाई का मजा दे रही हो.
सच में अद्भुत नजारा था.
कुछ देर बाद रजनी और राज दोनों दारू के नशे में टुन्न हो गए और गालियां बकते हुए चुदाई की मस्ती में लीन हो गए.
उन दोनों को दीन दुनिया का कोई होश नहीं था और वे दोनों घर में नीतू की उपस्थिति को भी भूल चुके थे.
राज “आह.. साली रंडी.. चूस मादरचोद.. क्या मस्त लंड चूसती है कुतिया.. तेरी चुत में एकाध बार पूरी बोतल घुसेड़ दूंगा.
रजनी “आह.. भोसड़ी के तेरा लंड ही मेरी चुत की माँ भैन एक कर देता है.. माँ के लौड़े.. साले अब क्या मेरी चुत फाड़ने का इरादा है..
राज ने रजनी के मम्मे दबोचे
राज “भैन की लौड़ी, अब तेरी चुत में एकाध दोस्त का लंड भी पिलवा दूंगा.. तुझे भी दूसरे लंड का मजा आ जाएगा.
रजनी “साले हरामी, सीधे सीधे क्यों नहीं कहता कि तुझे दूसरी चुत चोदने की चुल्ल हो रही है. पहले दोस्त को बुलाएगा फिर अपनी बहन को खुद के लंड के लिए बुला लेगा.. मैं सब समझती हूँ.. तू बहुत ही बड़ा चोदू है कुत्ते!
राज हंसते हुए बोला “साली रंडी सब जान जाती है..
रजनी “मैं एक ही शर्त पर राजी होऊंगी.
राज “बोल क्या शर्त?
रजनी “तू मुझे सन्नी के लौड़े से चुदवाएगा.. तभी मैं राजी होऊंगी.
राज “मतलब?
रजनी बोलीं “एक काम कर, गोवा चलने का ट्रिप बना ले. उधर सन्नी का लंड और नीतू की चूत का मजा लेंगे.
राज रजनी की बात सुनकर खुश हो गया.. मैं और नीतू भी
राज बोला “लेकिन उसकी पहले से सैटिंग करनी पड़ेगी. ऐसा तो है नहीं कि सन्नी और नीतू ऐसे ही मान जायेंगे, “””””””””लेकिन साली तू तो कल मायके में जाके पता नहीं किस किस से चुद्वायेगी,”” मुझे भी कुछ सोचना पड़ेगा,
मुझे ऐसा लगा रहा था की रजनी को पता है मैं उन्हीं के घर पर हु और नीतू की चुदाई कर रहा हु और अब उनकी चुदाई देख रहा हु, क्योंकि मेरे बारे में की गयी हर बात वो इस अंदाज से और दरवाजे की तरफ देख के ही कह रही थी,
उधर से नीतू फुसफुसाते हुवे “ हाय भैया एक बार बोलो तो सही आपकी ये बहन आपको भी भी भाभी की कमी महसूस नहीं होने देगी”
मैंने पलट कर देखा “तो नीतू चूत में उँगली करते हुवे बडबडा रही थी
रजनी बोली “मेरा तो सिर्फ आइडिया है, प्लानिंग तो तुझे ही करनी पड़ेगी,
राज “ओके डार्लिंग अभी चुत चुदाई का मजा लेने दे.
रजनी ने चुत पर हाथ मारा और बोलीं “आ जा मेरे सांड.. तेरे लंड की कब्र खुली पड़ी है.
राज ने रजनी को उठा कर चित लिटा दिया और लंड को रजनी की फुद्दी में ठोकते हुए उनके ऊपर चढ़ गया. धकापेल चुदाई चालू हो गई.
उन दोनों की चुदाई खत्म हुई और वे दोनों चिपक कर सो गए.
मैं भी लंड हिलाता हुआ कमरे में आ गया और फिर से नीतू के उपर चढ़ गया,