24-07-2019, 11:15 PM
वो दोनो मेरे कपड़े हाथ में छोटी सी रिवॉल्वर , दो भेड़ियों की लाशें और बाकी भेड़िये जो भाग लिए थे , हैरानी से देख रहे थे ।
अचानक से मेरे पैरो पर गिर पड़े , वो मुझे क्या समझ रहे थे ये तो नहीं पता , लेकिन अब वो मुझे नुकसान तो बिल्कुल नहीं पहुचाने वले थे ।
"कौन हो तुम ? " मैने पूछा
उनको कुछ समझ ही नहीं आया , मतलब वो मेरी भाषा नहीं समझ पा रहे थे ।
वो लड़की ने कुछ कहा पर मैं भी समझ नहीं पाया ।
आखिर में शमा बाहर आ गयी , वो दोनो शमा को देख कर और भी दर गये।
उस लड़के को मैने इशारा किया कि डरे ना , जो वह समझ गया । उस लड़के ने हमें अपने साथ आने का इशारा किया ।
हम उन दोनो के पीछे हो लिए । घनी झाड़ियों से होते हुए महल के पास बने छोटे कमरों की कतार में एक थोड़ा बड़ा सा अलग दिखने वाला कमरा था जहां वो हमें ले गया ।
वो लड़की रास्ते से गायब हो गयी कहाँ गयी ये भी मैं नहीं देख पाया था ।
मैं और शमा उस लड़के के पीछे उस कमरे में पहुँच गये , वहाँ एक सफेद कपड़े पहने बुड्ढा सा एक आदमी बैठा था ।
"अच्छा हुआ जो तुम सही समय पर यहाँ आगये , मैने ही तुमको यहॉ बुलवाया हैं । " हमारे वहाँ पहुचते ही वह बुड्ढा बोला
उसको जैसे सब पता था ....
अचानक से मेरे पैरो पर गिर पड़े , वो मुझे क्या समझ रहे थे ये तो नहीं पता , लेकिन अब वो मुझे नुकसान तो बिल्कुल नहीं पहुचाने वले थे ।
"कौन हो तुम ? " मैने पूछा
उनको कुछ समझ ही नहीं आया , मतलब वो मेरी भाषा नहीं समझ पा रहे थे ।
वो लड़की ने कुछ कहा पर मैं भी समझ नहीं पाया ।
आखिर में शमा बाहर आ गयी , वो दोनो शमा को देख कर और भी दर गये।
उस लड़के को मैने इशारा किया कि डरे ना , जो वह समझ गया । उस लड़के ने हमें अपने साथ आने का इशारा किया ।
हम उन दोनो के पीछे हो लिए । घनी झाड़ियों से होते हुए महल के पास बने छोटे कमरों की कतार में एक थोड़ा बड़ा सा अलग दिखने वाला कमरा था जहां वो हमें ले गया ।
वो लड़की रास्ते से गायब हो गयी कहाँ गयी ये भी मैं नहीं देख पाया था ।
मैं और शमा उस लड़के के पीछे उस कमरे में पहुँच गये , वहाँ एक सफेद कपड़े पहने बुड्ढा सा एक आदमी बैठा था ।
"अच्छा हुआ जो तुम सही समय पर यहाँ आगये , मैने ही तुमको यहॉ बुलवाया हैं । " हमारे वहाँ पहुचते ही वह बुड्ढा बोला
उसको जैसे सब पता था ....