24-07-2019, 10:43 PM
हम आवाज की दिशा में अब उसके काफी पास पहुच गये थे , उन दोनो की पीठ हमारी तरफ थी और वो दोनो बेखबर सम्भोगरत थे । वो लड़की उसके ऊपर थी और उसके कूल्हे ऊपर नीचे हो रहे थे , मैने एक पेड़ की ओट में शमा को खींच लिया , वो आँखे फाड़े उनकी काम क्रीड़ा ही देख रही थी । उसकी कनपटी लाल हो गयी थी , लिंग तो मेरा भी अकड़ गया था । पर मेरे लिए ये जानना जरूरी था कि हम कहाँ हैं , यहां से वापिस कैसे जाना हैं । इसलिए मैं उन दोनो के चारो तरफ पड़े हुए उनके कपड़ो और समान को देख रहा था ।
शमा की ओर देखा तो वह सिर्फ उनकी रतिक्रिया देखने में ही व्यस्त थी , उसकी सांसे अनियंत्रित और भारी हो गयी थी । उसकी शादी को तीन महीने ही हुए थे । जबकि मेरी ना तो शादी हुई थी और ना ही कोई गर्लफ्रेंड थी ।
तभी मेरी नजर वहाँ रखे हुए भाले और तलवार पर पड़ी , ये कौन सा युग हैं , हम कितना पीछे आगये । मुझे कुछ सूझ ही नहीं रहा था ।
मैं भी अब उन दोनो की काम क्रीड़ा देखने लगा कि इनकी लीला सम्पन्न हो और मैं इनका पीछा करके पता कर सकूँ ।
अब वो लड़की अपने घुटनो पर थी और उस लड़के का लिंग उसकी योनि मर्दन करने में लगा था । उसके बड़े गोल सुडौल कूल्हों पर उसकी जंघाओं की थाप गूँज रही थी और लड़की की सिसकियाँ ।
तभी मेरे बगल में खड़ी हुई शमा की सिसकने की आवाज सुनाई दी , मैने देखा तो उसका एक हाथ उसकी योनि पर था कपड़ो के ऊपर से ही वो अपनी योनि सहला रही थी । उसकी नजर जैसे ही मुझ पर पड़ी वह एक दम शरमा गयी ।
तभी मुझे जोर से गुर्राने की आवाज सुनायी दी , एक भेड़ियों का झुण्ड उन दोनो पर झपट पड़ा था और वो निर्वस्त्र ही भाला और तलवार लेकर उन आठों भेड़ियों का मुकाबला कर रहे थे ।
अचानक से एक भेड़िया लड़की के नितंब पर खरोचता हुआ उसके आगे आगया , लड़की दर्द से बिलबिला उठी थी । वो संभल भी नहीं पायी थी कि दो और भेड़िए लड़की पर झपट पड़े । लड़की ने मानो अपनी उम्मीद खो दी और अपना सर उनके आगे झुका दिया था ।
वो भेड़िए लड़की तक पहुचते उसके पहले ही ..... धाँय .....धाँय ....दोनो भेड़िए ....अब सिर्फ एक ढेर थे ।
दोनो के सर हवा में बिखर गये थे और मैं उस लड़की और भेड़ियों की लाशों के बीच में था । वो लड़का भी पाँच भेड़ियों से अकेला जूझ रहा था । रिवाल्वर की आवाज से बाकी भेड़िए भाग निकले ।
दोनो लड़की और लड़का अपने कपड़ो पर झपट पड़े और अपना अपना बदन ढकने लगे ।
शमा ने सही किया वह अभी तक सामने नहीं आयी थी ....
शमा की ओर देखा तो वह सिर्फ उनकी रतिक्रिया देखने में ही व्यस्त थी , उसकी सांसे अनियंत्रित और भारी हो गयी थी । उसकी शादी को तीन महीने ही हुए थे । जबकि मेरी ना तो शादी हुई थी और ना ही कोई गर्लफ्रेंड थी ।
तभी मेरी नजर वहाँ रखे हुए भाले और तलवार पर पड़ी , ये कौन सा युग हैं , हम कितना पीछे आगये । मुझे कुछ सूझ ही नहीं रहा था ।
मैं भी अब उन दोनो की काम क्रीड़ा देखने लगा कि इनकी लीला सम्पन्न हो और मैं इनका पीछा करके पता कर सकूँ ।
अब वो लड़की अपने घुटनो पर थी और उस लड़के का लिंग उसकी योनि मर्दन करने में लगा था । उसके बड़े गोल सुडौल कूल्हों पर उसकी जंघाओं की थाप गूँज रही थी और लड़की की सिसकियाँ ।
तभी मेरे बगल में खड़ी हुई शमा की सिसकने की आवाज सुनाई दी , मैने देखा तो उसका एक हाथ उसकी योनि पर था कपड़ो के ऊपर से ही वो अपनी योनि सहला रही थी । उसकी नजर जैसे ही मुझ पर पड़ी वह एक दम शरमा गयी ।
तभी मुझे जोर से गुर्राने की आवाज सुनायी दी , एक भेड़ियों का झुण्ड उन दोनो पर झपट पड़ा था और वो निर्वस्त्र ही भाला और तलवार लेकर उन आठों भेड़ियों का मुकाबला कर रहे थे ।
अचानक से एक भेड़िया लड़की के नितंब पर खरोचता हुआ उसके आगे आगया , लड़की दर्द से बिलबिला उठी थी । वो संभल भी नहीं पायी थी कि दो और भेड़िए लड़की पर झपट पड़े । लड़की ने मानो अपनी उम्मीद खो दी और अपना सर उनके आगे झुका दिया था ।
वो भेड़िए लड़की तक पहुचते उसके पहले ही ..... धाँय .....धाँय ....दोनो भेड़िए ....अब सिर्फ एक ढेर थे ।
दोनो के सर हवा में बिखर गये थे और मैं उस लड़की और भेड़ियों की लाशों के बीच में था । वो लड़का भी पाँच भेड़ियों से अकेला जूझ रहा था । रिवाल्वर की आवाज से बाकी भेड़िए भाग निकले ।
दोनो लड़की और लड़का अपने कपड़ो पर झपट पड़े और अपना अपना बदन ढकने लगे ।
शमा ने सही किया वह अभी तक सामने नहीं आयी थी ....