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Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
Update 25

इंटरनेट पे सर्च करता रहा कि कोई अच्छी पोयम मिल जाए
लेकिन काम नही बना
फिर स्टोर मे जाकर एक ग्रीटिंग लिया सॉरी वाला
और एक लेटर पे लिखा कि
"गुलाब के फूल को कोई कैसे कुचल सकता है , गुलाब के फूल को तो प्यार किया जाता है ,मैं ने
प्यार ही किया , सॉरी , पर क्या करता तुम्हें थप्पड़ मारते हुए तुम्हारे चेहरे के एक्शप्रेशन देख कर
हिम्मत ही नही हुई कि थप्पड़ मार सकूँ , तुम्हें कोई थप्पड़ मार ही नही सकता , ऐसे मे मैं
ने छोटी गुस्ताख़ी कर दी , दोस्ती मे इतना तो चलता है ,


तुम जब ये पढ़ोगी तो सोचोगी कि ये क्या लिख दिया , कुछ अच्छी पोयम.लिख देते या ग्रीटिंग कार्ड देते,
मैं ने ग्रीटिंग भी लिया लेकिन उस पर तो दूसरे के दिल का हाल लिखा होता है , मुझे तो खुद सॉरी बोलना
था ,

माफ़ कर देना अगर बुरा लगा हो तो , और इस पेज को फाड़ना मत क्यूँ कि ये सब लिखने के लिए पहले
दस पेजस फाड़ चुका हूँ , और 1घंटा वेस्ट किया है , 1सेकेंड के किस के बदले 1 घंटा लग
गया , मेरे लिए नही कम.से कम.उस 10पेजस के लिए माफ़ करना , या फिर उस 1 घंटे के लिए माफ़ करना जो
ये लेटर लिखने के लिए लगाया था "

बहुत फालतू सा माफी नामा लिख दिया
कोई फाड़ेगा तो हसी आ जाएगी
मुझे खुद हसी आ रही थी कि मैं ने क्या लिखा है
पर रेशमा भी पढ़ी लिखी है
उसको मेरा लेटर पढ़ कर हसी ज़रूर आएगी
एक चूतिया लवर की तरह लेटर लिखा था
कभी कभी स्मार्ट लड़की के लिए ऐसा लेटर बहुत बड़ा रोल प्ले करता है
मैं ने ग्रीटिंग कार्ड फेक दिया और उस लेटर के साथ गुलाब का फूल भी ले लिया
और शाम मे मैं ने लेटर को एक गिफ्ट के साथ रेशमा के डोर के सामने रख दिया और बेल बजा कर
सीढ़ियों के पीछे छुप गया
रेशमा ने डोर खोला और गिफ्ट देख कर इधर उधर देखने लगी फिर गिफ्ट को अंदर लेकर गयी
मैं अपने अपार्टमेंट मे चला गया
पता नही क्या कहेगी रेशमा
लेकिन मैं ने अपना काम कर दिया
और आज तो रेशमा ने कुछ नही किया होगा
देखते है कल रेशमा क्या कहती है मुझे
मैं तो रेशमा के बारे में ही सोच रहा था
उसका क्या रियेक्शन होगा
एक पल के लिए लगा कि बाल्कनी मे जाकर देख लूँ
फिर सोचा कि कल ऐसे मिलूँगा कि जैसे कुछ हुआ ही ना हो
बस बात बनी रहे
रेशमा ज़्यादा गुस्सा ना हो
रेशमा अब गुस्सा तो होगी नही ऐसा लग रहा था
रेशमा को भी पता होगा कि दोस्ती मे इतना तो चलता ही है
ऐसे मे मैं रिलॅक्स हो सकता हूँ
मैं बस अब कल के बारे में सोच रहा था

कल तो रेशमा के गालो पर किस किया
अब वो दिन दूर नही होगा जब रेशमा के गुलाबी होंठो पे किस करूँगा
मैं कल रेशमा के साथ जॉगिंग पर गया था
तो आज भी सुबह तैयार हो गया जॉगिंग पर जाने के लिए
रेशमा के अपार्टमेंट की डोर बेल बजाई
रेशमा उठ चुकी थी लेकिन उसने ट्रॅक सूट नही पहना था
अवी-क्या हुआ तुम तैयार नही हुई
रेशमा-वो मैं आज नही आ पाउन्गि , तुम अकेले जाओ
अवी-क्यू क्या हुआ
रेशमा-कुछ नही बस आज तुम अकेले जाओ , चाहो तो मेरी कार लेकर जा सकते हो , प्लेस तो तुम्हें पता
है
मैं रेशमा के अपार्टमेंट के अंदर आ गया
रेशमा ने कल के पप्पी के बारे में कुछ नही कहा
रेशमा- तुम आज अकेले जाओ
अवी-क्यूँ तुम कल की मेरे हरकत से तो ऐसा नही बोल रही हो
रेशमा-ये बात तो ......
अवी-देखो कल जो हुआ उसके लिए सॉरी बोला है , दोस्ती मे इतना तो चलता है
रेशमा-बात वो नही है
अवी-मतलब मैं ने किस किया तुम्हें अच्छा लगा
रेशमा-उस बात पे मुझे गुस्सा आ रहा है , पर ये तुम्हारी पहली ग़लती समझ कर माफ़ कर रही हूँ
अवी-सच मे गुस्सा आया था या फिर अब मैं कह रहा हूँ इस लिए गुस्सा हो
रेशमा-तुम्हें ऐसा नही करना चाहिए था
अवी-तुमने ही तो कहा था कि थप्पड़ मारो
रेशमा-थप्पड़ मारने को कहा था किस करने को नही
अवी-थप्पड़ मारने वाला था पर तुम्हारे मासूम चेहरे को देख कर रुक गया , और तुमने तो बोल दिया
कि थप्पड़ मारो पर तुम खुद नही चाहती कि मैं थप्पड़ मारू
रेशमा-वो मैं
अवी-अब उस बात को भूल जाओ और चलो जॉगिंग करने
रेशमा-उस बात को मैं ने ज़्यादा सीरीयस नही लिया
अवी-तो क्या बात है
रेशमा-थोड़ी तबीयत ठीक नही है
मुझे पता था कि बात क्या है
रेशमा की ब्रा पैंटी मेरे पास है
जो एक पीस था उसके पास वो कल पहन लिया था
और कल ऑफीस जाते समय लेने वाली थी ब्रा पैंटी मेरे किस से कुछ खरीद नही पाई
जब प्यास लगती है तभी कुआँ खोदा जाता है
रेशमा को जब ज़रूरत पड़ी तभी उसको याद आया कि उसको शॉपिंग करनी थी
बस अब मुझे कैसे कहेगी कि उसकी ब्रा पैंटी मेरे पास है
इसी लिए तबीयत का बहाना बना रही है
अवी-चलो डॉक्टर के पास
रेशमा-डॉक्टर की ज़रूरत नही है बस थोड़ा आराम करूँगी तो ठीक हो जाएगा
अवी-झूठ मत बोलो
रेशमा-झूठ
अवी-अगर तबीयत ठीक ना होती तो ऐसा नही कहती कि डॉक्टर के पास नही जाना पड़ेगा
रेशमा-इतनी सुबह कहा डॉक्टर मिलता है
अवी-लेकिन बात कुछ और है
रेशमा-कुछ नही , बस आज
बोला है , दोस्ती मे इतना तो चलता है
रेशमा-बात वो नही है
अवी-मतलब मैं ने किस किया तुम्हें अच्छा लगा
रेशमा-उस बात पे मुझे गुस्सा आ रहा है , पर ये तुम्हारी पहली ग़लती समझ कर माफ़ कर रही हूँ
अवी-सच मे गुस्सा आया था या फिर अब मैं कह रहा हूँ इस लिए गुस्सा हो
रेशमा-तुम्हें ऐसा नही करना चाहिए था
अवी-तुमने ही तो कहा था कि थप्पड़ मारो
रेशमा-थप्पड़ मारने को कहा था किस करने को नही
अवी-थप्पड़ मारने वाला था पर तुम्हारे मासूम चेहरे को देख कर रुक गया , और तुमने तो बोल दिया
कि थप्पड़ मारो पर तुम खुद नही चाहती कि मैं थप्पड़ मारू
रेशमा-वो मैं
अवी-अब उस बात को भूल जाओ और चलो जॉगिंग करने
रेशमा-उस बात को मैं ने ज़्यादा सीरीयस नही लिया
अवी-तो क्या बात है
रेशमा-थोड़ी तबीयत ठीक नही है
मुझे पता था कि बात क्या है
रेशमा की ब्रा पैंटी मेरे पास है
जो एक पीस था उसके पास वो कल पहन लिया था
और कल ऑफीस जाते समय लेने वाली थी ब्रा पैंटी मेरे किस से कुछ खरीद नही पाई
जब प्यास लगती है तभी कुआँ खोदा जाता है
रेशमा को जब ज़रूरत पड़ी तभी उसको याद आया कि उसको शॉपिंग करनी थी
बस अब मुझे कैसे कहेगी कि उसकी ब्रा पैंटी मेरे पास है
इसी लिए तबीयत का बहाना बना रही है
अवी-चलो डॉक्टर के पास
रेशमा-डॉक्टर की ज़रूरत नही है बस थोड़ा आराम करूँगी तो ठीक हो जाएगा
अवी-झूठ मत बोलो
रेशमा-झूठ
अवी-अगर तबीयत ठीक ना होती तो ऐसा नही कहती कि डॉक्टर के पास नही जाना पड़ेगा
रेशमा-इतनी सुबह कहा डॉक्टर मिलता है
अवी-लेकिन बात कुछ और है
रेशमा-कुछ नही , बस आज मूड नही है
अवी-कही कल आंटी ने मुझे तुम्हारा हज़्बेंड कहा इस लिए तो जाना नही चाहती
रेशमा-ये बात भी नही है
अवी-मतलब तुम्हें अच्छा लगा था जब आंटी ने मुझे तुम्हारा हज़्बेंड बोला था
रेशमा-तुम कुछ भी मतलब निकालते हो
अवी-तो बताओ बात क्या है , दोस्त मदद करने को होते है
रेशमा-तुम्हें नही बता सकती
अवी-फिर ठीक है मैं यहाँ से कही नही जाउन्गा जब तक तुम बताओगि नही
रेशमा-तुम एक मर्द हो तुम्हें कैसे बता सकती हूँ
अवी-तुम्हारे पीरियड चालू ............
मेरी बात सुनते ही शॉक्ड हो गयी
कितनी आसानी से बोल दिया मैं ने
मेरी बात से तो रेशमा शरमा गयी
उसको तो समझ नही आया कि क्या कहे
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RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 24-07-2019, 09:40 PM



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