19-07-2019, 07:09 PM
Update19
रेशमा-तुम्हारे लिए तो सब कुछ कर सकती हूँ , तुम्हारी चुदाई की गुलाम ही गयी हूँ ,तुम्हारा लंड लाखों
मे एक है
अवी-सब यही कहते है
रेशमा-मेरा बस चले तो काट कर अपने साथ रख लूँ तुम्हारा लंड
रेशमा की बातों का रेशमा पर असर होगा
वो भी समझ रही थी उस दिन मैं इस रेशमा की बात कर रहा था
पर रेशमा का ध्यान मुझ पर नही मेरे लंड पर था
अब फिर से रेशमा को गीला करने का समय आ गया था
रेशमा ने लंड चूस कर खड़ा कर दिया
और अब मैं गंद मारके मज़ा लेने वाला था
इधर रेशमा हमारी फिर से लाइव चुदाई देखेगी
मैं ने रेशमा के चूतड़ पर एक एक थप्पड़ मारा .
थप्पड़ मारने से रेशमा को मज़ा आया.
फिर मैं ने रेशमा के चूतड़ पर किस किया.
और रेशमा के चूतड़ को पकड़ कर फैला दिया.
रेशमा की गंद मारने के बाद रेशमा का मज़ा लूँगा.
मैं ने रेशमा की गंद पर थूक लगा लिया.
मेरा लंड रेशमा के पानी से चिकना हो गया था.
मैं ने लंड को रेशमा की गंद के छेद पर रख दिया.
और एक बार रेशमा की तरफ देखा और रेशमा की कमर को पकड़ कर एक झटका मारा
जैसे लंड रेशमा की गंद मे गया हो ऐसे एक्सप्रेशन थे रेशमा के चेहरे पर
ऑफीस मे रेशमा की गंद मार कर गंद को थोड़ा खोल रखा था ,जिस की वजह से मेरे लंड को अंदर
जाने मे मुश्किल नही हुई.
मेरे लंड ने रेशमा की गंद मे जगह बनाने का काम शुरू कर दिया.
पहले झटके मे 3 इंच रेशमा के अंदर
और 3 इंच की चीख 3 औरतो के बराबर
रेशमा को दर्द हुआ पर ये करना ज़रूरी था.
मैं ने दूसरा झटका मार कर रेशमा का दर्द और बढ़ाया.
रेशमा की एक जोरदार चीख निकल गयी.
आआअहह...........आआआअहह.......हााआययइईई..........अवईीईईईई........मररररर
गाइिईई.....आराआाँ सीईई.....तुमर्र्र्राआअ लंड मेरिÃ*ई जाआअँ
लेकर्ररर......आआअहह...........आआआअहह......
रेशमा की चीख सुनकर रेशमा के चेहरे पे स्माइल आ गयी.
रेशमा सोच रही होगी कि ले कमिनि. लंड लेना है ,और ले ,रंडी कहीं की,ये सब सोच रही होगी.
मैं ने रेशमा की चीख बंद करने के लिए एक और जोरदार झटका मार कर पूरा लंड अंदर डाल दिया.
मेरा पूरा लंड अंदर जाते ही रेशमा के मुँह से दर्द के मारे कुछ नही निकल रहा था.
रेशमा के दर्द को कम करने के लिए थोड़ी देर वैसे ही रुक गया.
रेशमा को मज़ा आ रहा था. कब तक मज़ा आएगा ,उसका नंबर भी लग जाएगा.
मैं ने रुकने के साथ रेशमा के बूब्स को दबाना शुरू किया.
रेशमा लंबी सासे ले कर अपना दर्द कम होने का इंतज़ार कर रही थी.
रेशमा को ज़्यादा देर इंतज़ार नही करना पड़ा क्यूँ कि रेशमा पहले भी अपनी गंद मरवा चुकी थी.
रेशमा का दर्द कम होते ही मैं ने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाल कर अंदर डाला.
मेरे ऐसा करने से रेशमा को दर्द हुआ पर और 7 8 बार करने पर उसको थोड़ी राहत मिली.
उसको मज़ा आना शुरू होने लगा.
मैं ने धीरे धीरे रेशमा की गंद मारना शुरू किया.
जैसा सब के साथ होता है वैसा ही रेशमा के साथ हो रहा था.
रेशमा का दर्द जैसे जैसे कम हो रहा था वैसे रेशमा की स्माइल गायब हो रही थी.
मैं ने धीरे धीरे अपने गति बढ़ा दी.जिससे रेशमा की गंद मेरे लंड के हिसाब से खुलने लगी.
जैसे ही रेशमा की गंद मेरे लंड के हिसाब से अड्जस्ट हो गयी. वैसे ही रेशमा और मुझे मज़ा
आना शुरू हो गया.
रेशमा की गंद दमदार थी.और मेरा लंड ऐसी दमदार गंद का दम निकालना जानता था.
रेशमा की गंद मे लगातार मेरे धक्के लग रहे थे.
धक्के मारने मे मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा था.एक तो गंद और वो भी चूत दिलवाने वाली गंद
रेशमा भी मेरे लंड को अपनी गंद मे लेकर खुश थी.
रेशमा मेरे लंड को 3 छेड़ मे लेकर आज बहुत खुश थी.
थोड़ी देर तक मैं रेशमा को घोड़ी बनाकर गंद मारता रहा.
रेशमा पहले कभी इतनी देर तक घोड़ी नही बनी थी ,उसको भी इस पोज़िशन मे परेशानी हो रही थी.
मैं ने पोज़िशन चेंज की ,
रेशमा को एक साइड मे होकर लेटा दिया और मैं रेशमा के पीछे लेट गया.
रेशमा की एक टाँग को उपर उठाकर लंड को रेशमा की गंद पे रख दिया.
रेशमा ने अपना मुँह मेरी तरफ किया और मैं ने रेशमा को किस करते हुए लंड को गंद मे डाल
दिया.
गंद मे लंड जाते ही रेशमा ने किस तोड़ दिया ,और मैं ने रेशमा की गंद मे धक्के मारना
शुरू किया.
एक टाँग को उपर करने से गंद मे धक्के मारने मे आसानी हो रही थी.
मैं रेशमा की गंद का मज़ा लेते हुए धक्के मार रहा था.
रेशमा भी मेरे धक्को का मज़ा लेते हुए शीष्कारी ले रही थी.
मैने अपना वीर्य निकलने से कब से रोक रखा था. पहले रेशमा की चूत मारी, फिर रेशमा के
साथ थोड़ी मस्ती की ,फिर से रेशमा की चूत से पानी निकाला और अब गंद मार रहा था.
मेरा वीर्य जब भी निकलेगा कुछ ज़्यादा ही निकलेगा.
और वो समय भी आ गया जिसका मैं कब से इंतज़ार कर रहा था.
मेरा वीर्य कुछ धक्को पर आकर रुक गया था.
मैं ने लंड को रेशमा की गंद से बाहर निकाल लिया.
लंड के उपर लगा हुआ कॉंडम निकाल फेक दिया.
और रेशमा के चेहरे के पास आकर लंड को हिलाने लगा.
लंड को हिलता हुआ देख कर रेशमा ने लंड को अपने मुँह मे ले लिया.
रेशमा के मुँह मे जाते ही मेरे लंड ने लावा छोड़ ना शुरू कर दिया.
जैसा सोचा था वैसा ही हुआ ,मेरा वीर्य रेशमा के मुँह से बाहर निकल रहा था.
रेशमा ने जितना हो सके उतना वीर्य पी लिया ,और बाकी का वीर्य नीचे गिर गया
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
रेशमा की दो बार धुआँधार चुदाई की
चूत और गंद दोनो फाड़ दी
रेशमा तो पर्दे के पीछे छुप कर सब देख रही थी
मेरी पड़ोसन के पैर काँप रहे थे
मेरी पड़ोसन भी उंगली करने को मज़बूर हो गयी
मेरे एक आँख पड़ोसन पर थी तो दूसरी आँख रेशमा पर थी
बड़ा मज़ा आ रहा था रेशमा की गंद फाड़ने मे और पड़ोसन की चूत चुदाई के लिए तैयार करने
को
पर ऐसा लग रहा था कि पड़ोसन को खड़े रहने मे प्राब्लम हो रही थी
ऐसे मे मैं रेशमा को उठा कर बाथरूम मे ले आया
बाथरूम मे शवर के नीचे ड्रिंक करते हुए मस्ती करने लगे
पड़ोडन के लिए डोर खुला छोड़ दिया
मेरी पड़ोसन को अब चुदाई देखने मे मज़ा आ रहा था जिस से वो अपने घर नही गयी
उसको चान्स दिया कि वो यहाँ से चली जाए पर उसको उंगली करने मे मज़ा आ रहा था
मैं रेशमा के साथ मस्ती करके एक तरह से पड़ोसन को बता रहा था कि नेक्स्ट नंबर उसका है
बाथरूम मे छेड़ छाड़ के बाद हम वापस हॉल मे आए
पड़ोसन अब बाल्कनी मे जाकर छुप गयी ताकि वहाँ वो बैठ कर आराम से चुदाई देख सके
रेशमा तो ड्रिंक करने से नशे मे थी
हम ने चिकन खाया तो एनर्जी मिल गयी
हमारे अंदर एनर्जी आते ही फिर से चुदाई शुरू हो गयी
ऐसे चुदाई शुरू हुई कि मेरी पड़ोसन तो सलवार निकाल कर उंगली कर रही थी
अब वो लाइव चुदाई का मज़ा ले रही थी
अब वो आराम से एंजाय कर रही थी
मैने रात भर पड़ोसन को चुदाई दिखाई
हॉल मे हर जगह जाकर चुदाई की
कभी चूत तो कभी गंद फाड़ चुदाई की
ड्रिंक करते हुए सोते जागते , थकने के बाद भी चुदाई शुरू हुई
सुबह 4 बजे मैं रेशमा की बाहों मे सो गया
उसके बाद क्या हुआ पता नही मुझे
मेरी पड़ोसन ने क्या किया ये भी नही पता
लेकिन जब मेरी आँख खुली तो सुबह के 11 बज रहे थे
.रेशमा मेरे बाहों मे नंगी थी
मैं पहले बाल्कनी मे जाकर देखा
तो बाल्कनी मे पड़ोसन के कपड़े वैसे ही थे
बाल्कनी के फर्श पर पड़ोसन की चूत से निकलने पानी के दाग भी थे
रेशमा-तुम्हारे लिए तो सब कुछ कर सकती हूँ , तुम्हारी चुदाई की गुलाम ही गयी हूँ ,तुम्हारा लंड लाखों
मे एक है
अवी-सब यही कहते है
रेशमा-मेरा बस चले तो काट कर अपने साथ रख लूँ तुम्हारा लंड
रेशमा की बातों का रेशमा पर असर होगा
वो भी समझ रही थी उस दिन मैं इस रेशमा की बात कर रहा था
पर रेशमा का ध्यान मुझ पर नही मेरे लंड पर था
अब फिर से रेशमा को गीला करने का समय आ गया था
रेशमा ने लंड चूस कर खड़ा कर दिया
और अब मैं गंद मारके मज़ा लेने वाला था
इधर रेशमा हमारी फिर से लाइव चुदाई देखेगी
मैं ने रेशमा के चूतड़ पर एक एक थप्पड़ मारा .
थप्पड़ मारने से रेशमा को मज़ा आया.
फिर मैं ने रेशमा के चूतड़ पर किस किया.
और रेशमा के चूतड़ को पकड़ कर फैला दिया.
रेशमा की गंद मारने के बाद रेशमा का मज़ा लूँगा.
मैं ने रेशमा की गंद पर थूक लगा लिया.
मेरा लंड रेशमा के पानी से चिकना हो गया था.
मैं ने लंड को रेशमा की गंद के छेद पर रख दिया.
और एक बार रेशमा की तरफ देखा और रेशमा की कमर को पकड़ कर एक झटका मारा
जैसे लंड रेशमा की गंद मे गया हो ऐसे एक्सप्रेशन थे रेशमा के चेहरे पर
ऑफीस मे रेशमा की गंद मार कर गंद को थोड़ा खोल रखा था ,जिस की वजह से मेरे लंड को अंदर
जाने मे मुश्किल नही हुई.
मेरे लंड ने रेशमा की गंद मे जगह बनाने का काम शुरू कर दिया.
पहले झटके मे 3 इंच रेशमा के अंदर
और 3 इंच की चीख 3 औरतो के बराबर
रेशमा को दर्द हुआ पर ये करना ज़रूरी था.
मैं ने दूसरा झटका मार कर रेशमा का दर्द और बढ़ाया.
रेशमा की एक जोरदार चीख निकल गयी.
आआअहह...........आआआअहह.......हााआययइईई..........अवईीईईईई........मररररर
गाइिईई.....आराआाँ सीईई.....तुमर्र्र्राआअ लंड मेरिÃ*ई जाआअँ
लेकर्ररर......आआअहह...........आआआअहह......
रेशमा की चीख सुनकर रेशमा के चेहरे पे स्माइल आ गयी.
रेशमा सोच रही होगी कि ले कमिनि. लंड लेना है ,और ले ,रंडी कहीं की,ये सब सोच रही होगी.
मैं ने रेशमा की चीख बंद करने के लिए एक और जोरदार झटका मार कर पूरा लंड अंदर डाल दिया.
मेरा पूरा लंड अंदर जाते ही रेशमा के मुँह से दर्द के मारे कुछ नही निकल रहा था.
रेशमा के दर्द को कम करने के लिए थोड़ी देर वैसे ही रुक गया.
रेशमा को मज़ा आ रहा था. कब तक मज़ा आएगा ,उसका नंबर भी लग जाएगा.
मैं ने रुकने के साथ रेशमा के बूब्स को दबाना शुरू किया.
रेशमा लंबी सासे ले कर अपना दर्द कम होने का इंतज़ार कर रही थी.
रेशमा को ज़्यादा देर इंतज़ार नही करना पड़ा क्यूँ कि रेशमा पहले भी अपनी गंद मरवा चुकी थी.
रेशमा का दर्द कम होते ही मैं ने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाल कर अंदर डाला.
मेरे ऐसा करने से रेशमा को दर्द हुआ पर और 7 8 बार करने पर उसको थोड़ी राहत मिली.
उसको मज़ा आना शुरू होने लगा.
मैं ने धीरे धीरे रेशमा की गंद मारना शुरू किया.
जैसा सब के साथ होता है वैसा ही रेशमा के साथ हो रहा था.
रेशमा का दर्द जैसे जैसे कम हो रहा था वैसे रेशमा की स्माइल गायब हो रही थी.
मैं ने धीरे धीरे अपने गति बढ़ा दी.जिससे रेशमा की गंद मेरे लंड के हिसाब से खुलने लगी.
जैसे ही रेशमा की गंद मेरे लंड के हिसाब से अड्जस्ट हो गयी. वैसे ही रेशमा और मुझे मज़ा
आना शुरू हो गया.
रेशमा की गंद दमदार थी.और मेरा लंड ऐसी दमदार गंद का दम निकालना जानता था.
रेशमा की गंद मे लगातार मेरे धक्के लग रहे थे.
धक्के मारने मे मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा था.एक तो गंद और वो भी चूत दिलवाने वाली गंद
रेशमा भी मेरे लंड को अपनी गंद मे लेकर खुश थी.
रेशमा मेरे लंड को 3 छेड़ मे लेकर आज बहुत खुश थी.
थोड़ी देर तक मैं रेशमा को घोड़ी बनाकर गंद मारता रहा.
रेशमा पहले कभी इतनी देर तक घोड़ी नही बनी थी ,उसको भी इस पोज़िशन मे परेशानी हो रही थी.
मैं ने पोज़िशन चेंज की ,
रेशमा को एक साइड मे होकर लेटा दिया और मैं रेशमा के पीछे लेट गया.
रेशमा की एक टाँग को उपर उठाकर लंड को रेशमा की गंद पे रख दिया.
रेशमा ने अपना मुँह मेरी तरफ किया और मैं ने रेशमा को किस करते हुए लंड को गंद मे डाल
दिया.
गंद मे लंड जाते ही रेशमा ने किस तोड़ दिया ,और मैं ने रेशमा की गंद मे धक्के मारना
शुरू किया.
एक टाँग को उपर करने से गंद मे धक्के मारने मे आसानी हो रही थी.
मैं रेशमा की गंद का मज़ा लेते हुए धक्के मार रहा था.
रेशमा भी मेरे धक्को का मज़ा लेते हुए शीष्कारी ले रही थी.
मैने अपना वीर्य निकलने से कब से रोक रखा था. पहले रेशमा की चूत मारी, फिर रेशमा के
साथ थोड़ी मस्ती की ,फिर से रेशमा की चूत से पानी निकाला और अब गंद मार रहा था.
मेरा वीर्य जब भी निकलेगा कुछ ज़्यादा ही निकलेगा.
और वो समय भी आ गया जिसका मैं कब से इंतज़ार कर रहा था.
मेरा वीर्य कुछ धक्को पर आकर रुक गया था.
मैं ने लंड को रेशमा की गंद से बाहर निकाल लिया.
लंड के उपर लगा हुआ कॉंडम निकाल फेक दिया.
और रेशमा के चेहरे के पास आकर लंड को हिलाने लगा.
लंड को हिलता हुआ देख कर रेशमा ने लंड को अपने मुँह मे ले लिया.
रेशमा के मुँह मे जाते ही मेरे लंड ने लावा छोड़ ना शुरू कर दिया.
जैसा सोचा था वैसा ही हुआ ,मेरा वीर्य रेशमा के मुँह से बाहर निकल रहा था.
रेशमा ने जितना हो सके उतना वीर्य पी लिया ,और बाकी का वीर्य नीचे गिर गया
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रेशमा की दो बार धुआँधार चुदाई की
चूत और गंद दोनो फाड़ दी
रेशमा तो पर्दे के पीछे छुप कर सब देख रही थी
मेरी पड़ोसन के पैर काँप रहे थे
मेरी पड़ोसन भी उंगली करने को मज़बूर हो गयी
मेरे एक आँख पड़ोसन पर थी तो दूसरी आँख रेशमा पर थी
बड़ा मज़ा आ रहा था रेशमा की गंद फाड़ने मे और पड़ोसन की चूत चुदाई के लिए तैयार करने
को
पर ऐसा लग रहा था कि पड़ोसन को खड़े रहने मे प्राब्लम हो रही थी
ऐसे मे मैं रेशमा को उठा कर बाथरूम मे ले आया
बाथरूम मे शवर के नीचे ड्रिंक करते हुए मस्ती करने लगे
पड़ोडन के लिए डोर खुला छोड़ दिया
मेरी पड़ोसन को अब चुदाई देखने मे मज़ा आ रहा था जिस से वो अपने घर नही गयी
उसको चान्स दिया कि वो यहाँ से चली जाए पर उसको उंगली करने मे मज़ा आ रहा था
मैं रेशमा के साथ मस्ती करके एक तरह से पड़ोसन को बता रहा था कि नेक्स्ट नंबर उसका है
बाथरूम मे छेड़ छाड़ के बाद हम वापस हॉल मे आए
पड़ोसन अब बाल्कनी मे जाकर छुप गयी ताकि वहाँ वो बैठ कर आराम से चुदाई देख सके
रेशमा तो ड्रिंक करने से नशे मे थी
हम ने चिकन खाया तो एनर्जी मिल गयी
हमारे अंदर एनर्जी आते ही फिर से चुदाई शुरू हो गयी
ऐसे चुदाई शुरू हुई कि मेरी पड़ोसन तो सलवार निकाल कर उंगली कर रही थी
अब वो लाइव चुदाई का मज़ा ले रही थी
अब वो आराम से एंजाय कर रही थी
मैने रात भर पड़ोसन को चुदाई दिखाई
हॉल मे हर जगह जाकर चुदाई की
कभी चूत तो कभी गंद फाड़ चुदाई की
ड्रिंक करते हुए सोते जागते , थकने के बाद भी चुदाई शुरू हुई
सुबह 4 बजे मैं रेशमा की बाहों मे सो गया
उसके बाद क्या हुआ पता नही मुझे
मेरी पड़ोसन ने क्या किया ये भी नही पता
लेकिन जब मेरी आँख खुली तो सुबह के 11 बज रहे थे
.रेशमा मेरे बाहों मे नंगी थी
मैं पहले बाल्कनी मे जाकर देखा
तो बाल्कनी मे पड़ोसन के कपड़े वैसे ही थे
बाल्कनी के फर्श पर पड़ोसन की चूत से निकलने पानी के दाग भी थे