18-07-2019, 02:56 PM
मैं तुम्हें बिना कपड़े के देखना चाहता हूँ।’
इतना कहकर मैंने अपनी आँखें बन्द कर ली। तभी मुझे अपने गालों पर एक चुम्बन का अहसास हुआ, मैंने झट से अपनी आँखें खोली।
तो उसने पूछा- मैं सच में अपने कपड़े उतारूँ? क्या तुम मुझे पूरी नंगी देखना चाहते हो?
मैंने अपनी सहमति दी तो वह बोली- ठीक है, मैं तुम्हारे सामने नंगी होऊँगी, पर मेरी भी एक शर्त है।
उस शर्त के बारे में जो वो कहने वाली थी और जिसे मैं जानता था कि उसकी क्या शर्त है, फिर भी मैंने पूछा, तो उसने अपनी नजरों को नीचे करती हुई बोली- तुम भी मेरे सामने नंगे होओगे। मैं भी तुमको नंगा देखकर अपनी जिज्ञासा शांत करूँगी।
मैंने भी अपने आपको उसके सामने नंगा होने के लिये हामी भरी और उसे पहले कपड़े उतारने के लिये बोला।
इतना कहकर मैंने अपनी आँखें बन्द कर ली। तभी मुझे अपने गालों पर एक चुम्बन का अहसास हुआ, मैंने झट से अपनी आँखें खोली।
तो उसने पूछा- मैं सच में अपने कपड़े उतारूँ? क्या तुम मुझे पूरी नंगी देखना चाहते हो?
मैंने अपनी सहमति दी तो वह बोली- ठीक है, मैं तुम्हारे सामने नंगी होऊँगी, पर मेरी भी एक शर्त है।
उस शर्त के बारे में जो वो कहने वाली थी और जिसे मैं जानता था कि उसकी क्या शर्त है, फिर भी मैंने पूछा, तो उसने अपनी नजरों को नीचे करती हुई बोली- तुम भी मेरे सामने नंगे होओगे। मैं भी तुमको नंगा देखकर अपनी जिज्ञासा शांत करूँगी।
मैंने भी अपने आपको उसके सामने नंगा होने के लिये हामी भरी और उसे पहले कपड़े उतारने के लिये बोला।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
