18-07-2019, 02:53 PM
(This post was last modified: 18-07-2019, 03:29 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मेरी नजर उसकी जवानी पर तब पड़ी जब वह पलथी मारने के लिए अपने पैर को मोड़ने लगी तभी मेरी नजर उसकी चूत पर पड़ी। उसने स्कर्ट पहनी थी, उस दिन वो चड्डी पहने थी।
चूत पर हल्के-हल्के रोंये थे और चूत बिल्कुल लाल थी, साथ ही साथ उसके गाण्ड के भी दर्शन हो गये।
चूत पर हल्के-हल्के रोंये थे और चूत बिल्कुल लाल थी, साथ ही साथ उसके गाण्ड के भी दर्शन हो गये।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.