16-07-2019, 09:48 AM
गाने की तैयारी
उसे मैं नन्दोई जी के हवाले कर के , सासु जी की ओर ,... कुछ मोहल्ले की औरतें अभी आयी थीं , वो मुझसे मिलवाना चाहती थीं।
सासू जी का टारगेट था आठ बजे का , लेकिन कुछ मोहल्ले की औरतें पौने आठ बजे आयीं , खाने वाले सामान हटाने में भी आधा घंटा लग गया ,
फिर आपरेशन चालु हुआ , मर्दों को नीचे खदेड़ने का , ...
एक बड़ी सी दरी बिछाई गयी थी उसपर गद्दे , सफ़ेद चादरें , करीब २५ -२६ लड़कियां, औरतें और बैठते ही लग गया था , तीन ग्रुप ,... मेरी ननदें , रिश्ते की , मोहल्ले की , १४ से ३४ की , दर्जन भर से ऊपर ही रही होंगी , उस में सब से आगे मंझली ननद , दुलारी ( नाउन की बेटी )
बड़ी ननद जी , और दुलारी ने खींच कर गुड्डी को अपने बगल में ही बिठा लिया था ,
गीता , मिली , मीता , सब इनकी कजिन्स , और कुछ मोहल्ले की ,
जेठानियाँ भी साथ में , मेरी जेठानी , बड़ी जेठानी , मोहल्ले की इनकी भाभियाँ ७-८ और फिर मेरी सास , बुआ सास , चचिया सास , और कुछ और दो चार मोहल्ले वाली भी , सबसे बीच में मेरी सास और उनके बगल में मेरी जेठानी ,...
जेठानी जी ने अपने बगल में ही ,उनके और सासु जी के बीच में मेरी बैठने की जगह बनाई ,
लेकिन तभी किसी को याद आयी अनुज तो अभी ढोलक ले कर आया ही नहीं ,
लेकिन उसी समय दरवाजा खुला , और गुड्डो और अनुज ढोलक ,
अनुज ने ढोलक गले में पहन रखी थी , ... मुझे देखकर वो जोर से मुस्कराया ,
यानी ,... ' हो गया अच्छी तरह से ' .
मैंने उसे सवा घंटे से पहले न लौटने के लिए बोला था , और वो और गुड्डो , पूरे डेढ़ घंटे बाद , ...
गुड्डो की शक्ल देख कर आराम से अंदाज लग रहा था , हचक के ली गयी है उसकी।
पहले तो जेठानियाँ खूब हंसी , अनुज का मज़ाक बनाया ,
गुड्डो को देख कर लग रहा था हचक के ली गयी है उसकी। फैली फैली टाँगे , गालों पर हलके हलके निशान , हलके से बिखरे बाल , ... और सबसे बढ़कर चेहरे पर दर्द और मजे का वो मिला जुला भाव जो ताज़ी ताज़ी चुदी कुँवारी नयी नयी किशोरियों के चेहरे पर आता है , .... मुझे देख कर वो पहले तो मुस्करायी , फिर जिस तरह से शर्मायी ,मैं समझ गयी ,... काम हो गया।
मेरे देवर ने , अनुज ने न उसकी सिर्फ ली , बल्कि अच्छी तरह ली।
लेकिन रस भंग करने वाले , एक ननद बोल पड़ीं , टाइम बहुत लगा।
बहाने बनाने में लड़कियों का जवाब नहीं , और गुड्डो ने तुरंत बात अनुज के पाले में डाल दी ,
"जिस कमरे में ढोलक रखी थी , उसकी चाभी ही ढूँढ़ने में इन्होने इतना टाइम लगा दिया "
अनुज ने सर झुका कर गलती मान ली , आखिर मजे उसने लिए थे गलती कौन मानता। लेकिन सब की निगाह बचा कर उसने मुझे इशारे से दो ऊँगली का इशारा किया और जोर से मुस्कराया ,
मैंने भी उसकी मुस्कराहट का जवाब मुस्कराहट से दिया , यानी जनाब ने दो राउंड , ... गुड्डो के साथ।
फिर अनुज ने भी देरी का कारण जोड़ा ,
" और गुड्डो से पूछिये ने उसने ढोलक टाइट से ढीली करने में कितना टाइम लगा दिया। "
देवर के डबल मीनिंग डायलॉग का जवाब बिना दिए मैं कैसे छोड़ देती। हलके से मैंने उसे छेड़ा ,
" तो तुम सीख गए टाइट से ढीली करना , ... "
गनीमत थी देवर भाभी की बात किसी ने सुनी नहीं , दुलारी ढोलक ले कर चेक कर रही थी , बजा कर बोली ,
" एकदम सही है , सही टाइट है , ज्यादा टाइट भी नहीं ज्यादा ढीली भी नहीं। "
मैंने और गुड्डो ने बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कराहट रोकी।
लेकिन तबतक सासु जी को याद आया , ...
सब लड़कों को नीचे खदेड़ दिया गया और अब वही बचा था , उसे भी सब उसकी भौजाइयो ने मिल के नीचे खदेड़ा ,... और जेठानी जी ने गुड्डो को बोला की सीढ़ी का दरवाजा बंद कर दें ,...
लेकिन तब तक किसी ननद को ख़याल आया और वो बोल पड़ी
" अरे ज़रा दुल्हन के कमरे में देख लो , कोई छुप के न अंदर बैठा हो ,... "
मेरा तो कलेजा मुंह को आ गया , लेकिन गुड्डो , मान गयी मैं उसको।
मुझे तो मालूम ही था की ये और नन्दोई जी अंदर बैठे हैं , गनीमत थी उन लोगों ने अंदर से कमरा बंद नहीं किया था वरना किसी को शक हो जाता ,
कोई और उठता , ... उसके पहले ही गुड्डो , उठ गयी और जाके कमरे में ,...
एक दो मिनट जैसे पूरा चक्कर लगा के देखा हो उसने ,... और निकल के बोली
" कोई नहीं है , मैंने बाथरूम में भी देख लिया। "
" चल दरवाजा बाहर से बंद कर दे " एक ननद बोली और गुड्डो ने वो भी कर दिया , मेरी साँस वापस आयी।
सच में गुड्डो ने आज ,... मैंने उसे इशारा किया मेरे बगल में बैठने का , जेठानी थोड़ा सरक गयीं और वो मेरे और जेठानी जी के बीच में बैठ गयी।
एक पड़ोस की कोई थीं , बोली आज शुरू तो नयी बहु को ही करना चाहिए , ... ढोलक मैंने गुड्डो को इशारा किया , ... और उसने ढोलक सम्हाल ली , मेरा साथ देने को ,
और मैंने शुरू किया एक देवी गीत से ,...
मुझे मालूम था रतजगा में जब 'सब कुछ ' होता है तब भी पहले पांच गाने देवी गीत के होते हैं।
लेकिन फिर किसी ने फ़िल्मी गाने की फरमाइश की , और कौन , मेरी ननद , मिली ,...
बस मैं चालू हो गयी ,
और मुझे मालूम था ,
कमरे के अंदर एक लड़का कान पारे बैठा है , बस सारे के सारे गाने उसी के लिए ,...
“मांग के साथ तुम्हारा, मांग लिया संसार,
दिल कहे दिलदार मिला, हम कहें हमें प्यार मिला,
प्यार मिला, हमें यार मिला, एक नया संसार मिला,
मिल गया एक सहारा, ओ ओ मांग के साथ तुम्हारा।
उसे मैं नन्दोई जी के हवाले कर के , सासु जी की ओर ,... कुछ मोहल्ले की औरतें अभी आयी थीं , वो मुझसे मिलवाना चाहती थीं।
सासू जी का टारगेट था आठ बजे का , लेकिन कुछ मोहल्ले की औरतें पौने आठ बजे आयीं , खाने वाले सामान हटाने में भी आधा घंटा लग गया ,
फिर आपरेशन चालु हुआ , मर्दों को नीचे खदेड़ने का , ...
एक बड़ी सी दरी बिछाई गयी थी उसपर गद्दे , सफ़ेद चादरें , करीब २५ -२६ लड़कियां, औरतें और बैठते ही लग गया था , तीन ग्रुप ,... मेरी ननदें , रिश्ते की , मोहल्ले की , १४ से ३४ की , दर्जन भर से ऊपर ही रही होंगी , उस में सब से आगे मंझली ननद , दुलारी ( नाउन की बेटी )
बड़ी ननद जी , और दुलारी ने खींच कर गुड्डी को अपने बगल में ही बिठा लिया था ,
गीता , मिली , मीता , सब इनकी कजिन्स , और कुछ मोहल्ले की ,
जेठानियाँ भी साथ में , मेरी जेठानी , बड़ी जेठानी , मोहल्ले की इनकी भाभियाँ ७-८ और फिर मेरी सास , बुआ सास , चचिया सास , और कुछ और दो चार मोहल्ले वाली भी , सबसे बीच में मेरी सास और उनके बगल में मेरी जेठानी ,...
जेठानी जी ने अपने बगल में ही ,उनके और सासु जी के बीच में मेरी बैठने की जगह बनाई ,
लेकिन तभी किसी को याद आयी अनुज तो अभी ढोलक ले कर आया ही नहीं ,
लेकिन उसी समय दरवाजा खुला , और गुड्डो और अनुज ढोलक ,
अनुज ने ढोलक गले में पहन रखी थी , ... मुझे देखकर वो जोर से मुस्कराया ,
यानी ,... ' हो गया अच्छी तरह से ' .
मैंने उसे सवा घंटे से पहले न लौटने के लिए बोला था , और वो और गुड्डो , पूरे डेढ़ घंटे बाद , ...
गुड्डो की शक्ल देख कर आराम से अंदाज लग रहा था , हचक के ली गयी है उसकी।
पहले तो जेठानियाँ खूब हंसी , अनुज का मज़ाक बनाया ,
गुड्डो को देख कर लग रहा था हचक के ली गयी है उसकी। फैली फैली टाँगे , गालों पर हलके हलके निशान , हलके से बिखरे बाल , ... और सबसे बढ़कर चेहरे पर दर्द और मजे का वो मिला जुला भाव जो ताज़ी ताज़ी चुदी कुँवारी नयी नयी किशोरियों के चेहरे पर आता है , .... मुझे देख कर वो पहले तो मुस्करायी , फिर जिस तरह से शर्मायी ,मैं समझ गयी ,... काम हो गया।
मेरे देवर ने , अनुज ने न उसकी सिर्फ ली , बल्कि अच्छी तरह ली।
लेकिन रस भंग करने वाले , एक ननद बोल पड़ीं , टाइम बहुत लगा।
बहाने बनाने में लड़कियों का जवाब नहीं , और गुड्डो ने तुरंत बात अनुज के पाले में डाल दी ,
"जिस कमरे में ढोलक रखी थी , उसकी चाभी ही ढूँढ़ने में इन्होने इतना टाइम लगा दिया "
अनुज ने सर झुका कर गलती मान ली , आखिर मजे उसने लिए थे गलती कौन मानता। लेकिन सब की निगाह बचा कर उसने मुझे इशारे से दो ऊँगली का इशारा किया और जोर से मुस्कराया ,
मैंने भी उसकी मुस्कराहट का जवाब मुस्कराहट से दिया , यानी जनाब ने दो राउंड , ... गुड्डो के साथ।
फिर अनुज ने भी देरी का कारण जोड़ा ,
" और गुड्डो से पूछिये ने उसने ढोलक टाइट से ढीली करने में कितना टाइम लगा दिया। "
देवर के डबल मीनिंग डायलॉग का जवाब बिना दिए मैं कैसे छोड़ देती। हलके से मैंने उसे छेड़ा ,
" तो तुम सीख गए टाइट से ढीली करना , ... "
गनीमत थी देवर भाभी की बात किसी ने सुनी नहीं , दुलारी ढोलक ले कर चेक कर रही थी , बजा कर बोली ,
" एकदम सही है , सही टाइट है , ज्यादा टाइट भी नहीं ज्यादा ढीली भी नहीं। "
मैंने और गुड्डो ने बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कराहट रोकी।
लेकिन तबतक सासु जी को याद आया , ...
सब लड़कों को नीचे खदेड़ दिया गया और अब वही बचा था , उसे भी सब उसकी भौजाइयो ने मिल के नीचे खदेड़ा ,... और जेठानी जी ने गुड्डो को बोला की सीढ़ी का दरवाजा बंद कर दें ,...
लेकिन तब तक किसी ननद को ख़याल आया और वो बोल पड़ी
" अरे ज़रा दुल्हन के कमरे में देख लो , कोई छुप के न अंदर बैठा हो ,... "
मेरा तो कलेजा मुंह को आ गया , लेकिन गुड्डो , मान गयी मैं उसको।
मुझे तो मालूम ही था की ये और नन्दोई जी अंदर बैठे हैं , गनीमत थी उन लोगों ने अंदर से कमरा बंद नहीं किया था वरना किसी को शक हो जाता ,
कोई और उठता , ... उसके पहले ही गुड्डो , उठ गयी और जाके कमरे में ,...
एक दो मिनट जैसे पूरा चक्कर लगा के देखा हो उसने ,... और निकल के बोली
" कोई नहीं है , मैंने बाथरूम में भी देख लिया। "
" चल दरवाजा बाहर से बंद कर दे " एक ननद बोली और गुड्डो ने वो भी कर दिया , मेरी साँस वापस आयी।
सच में गुड्डो ने आज ,... मैंने उसे इशारा किया मेरे बगल में बैठने का , जेठानी थोड़ा सरक गयीं और वो मेरे और जेठानी जी के बीच में बैठ गयी।
एक पड़ोस की कोई थीं , बोली आज शुरू तो नयी बहु को ही करना चाहिए , ... ढोलक मैंने गुड्डो को इशारा किया , ... और उसने ढोलक सम्हाल ली , मेरा साथ देने को ,
और मैंने शुरू किया एक देवी गीत से ,...
मुझे मालूम था रतजगा में जब 'सब कुछ ' होता है तब भी पहले पांच गाने देवी गीत के होते हैं।
लेकिन फिर किसी ने फ़िल्मी गाने की फरमाइश की , और कौन , मेरी ननद , मिली ,...
बस मैं चालू हो गयी ,
और मुझे मालूम था ,
कमरे के अंदर एक लड़का कान पारे बैठा है , बस सारे के सारे गाने उसी के लिए ,...
“मांग के साथ तुम्हारा, मांग लिया संसार,
दिल कहे दिलदार मिला, हम कहें हमें प्यार मिला,
प्यार मिला, हमें यार मिला, एक नया संसार मिला,
मिल गया एक सहारा, ओ ओ मांग के साथ तुम्हारा।