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Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
#67
MEGAUPDATE 16

रेशमा को मेरे बोलकोनी मे आए बिना दूसरा रास्ता ना हो इस लिए मैं ने मिसेज़ गुप्ता को बताया कि
मैं घर पर नही हूँ और रेशमा को कल ऑफीस जाने के लिए ड्रेस चाहिए ही
उसको मेरी बाल्कनी मे आना ही होगा

मैं ने रेशमा को पटाने के लिए एक प्लान बना लिया
रेशमा को बताना था कि उस दिन लिफ्ट मे मैं किस रेशमा की बात कर रहा था
प्लान के मुताबिक रेशमा मेरे घर आ गयी
आज तो मैं ने रेशमा के साथ रात भर चुदाई करने का प्लान बनाया
और ये सारी चुदाई लाइव देखेगी रेशमा
रेशमा के आते ही मैं ने उसका स्वागत किया
अवी- तुम तो दुल्हन की तरह सजधज कर आई हो
रेशमा-सर आपने ही तो कहा था कि पार्टी मे कोई कमी ना हो
अवी- वो तो अब देखना होगा कि तुम पार्टी मे कब तक टिकती हो
रेशमा-पूरी रात भर का सोच कर आई हूँ
अवी- एक पल भी सोने नही दूँगा
रेशमा-सोना चाहता भी कौन है
अवी- ये हुई ना बात
रेशमा-तो पार्टी कहाँ शुरू करनी है
अवी- ड्रिंक करते है
रेशमा-सर मैं ड्रिंक बनाती हूँ तब तक कुछ म्यूज़िक लगा दो
अवी- सर नही दोस्त बोलो , आज तुम मेरी गर्लफ्रेंड बन कर मस्ती करो
रेशमा-तो आपको अपनी गर्लफ्रेंड की याद आ रही है
अवी- हाँ
रेशमा-आपको बाय्फ्रेंड बना कर मेरी किस्मत खुल जाएगी
अवी- तो आज पार्टी मे डबल मज़ा आएगा
रेशमा-अवी म्यूज़िक लगा दो
अवी- आज तो सेक्स के म्यूजिक से काम चलाएँगे
रेशमा-फिर तो और मज़ा आएगा
और रेशमा ने ड्रिंक बना लिए
रेशमा मेरी गोद मे बैठ कर ड्रिंक करने लगी
रेशमा का बदन कुछ महीनो मे खिल गया था
अब तो रेशमा को मसल्ने मे मज़ा आता है
ड्रिंक करने मे टाइम लग रहा था ताकि मेरी रेशमा आ जाए
जब तक मेरी रेशमा नही आएगी तब तक गेम शुरू नही होगा
नशा तो हम पर हो गया था
सेक्स का नशा भी सर चढ़ कर बोल रहा था
धीरे धीरे ड्रिंक करते हुए रेशमा के बूब्स दबा रहा था
बूब्स को दबाने के साथ बीच बीच मे किस भी कर रहा था
अभी तो खेल शुरू हुआ था
पर रेशमा जल्दी खड़ी हो गयी
अवी- क्या हुआ
रेशमा-कुछ खाने को होता तो मज़ा आता
अवी- पहले तुझे खाने दूं , फ्रिज मे खाना रखा है
रेशमा-तो शुरू हो जाओ
अवी- जल्दी क्या है हमारे पास पूरी रात बाकी है
रेशमा-मेरे अंदर तो आग लगी है
अवी- चलो तुम्हारी आग बुझा देता हूँ
और मैं रेशमा को गोद मे उठा कर बेडरूम मे ले गया
और बेडरूम मे छोटी मोटी छेड़ छाड़ शुरू कर दी
कपड़े निकालने मे आधा घंटा लगाया
आज आराम से रेशमा का मज़ा लेना चाहता था
ऑफीस मे जल्दी जल्दी मे वो मज़ा नही आ रहा था
आज सब कुछ वसूल हो जाएगा
मैं रेशमा को ब्रा पैंटी मे बेडरूम मे घुमाने लगा
रेशमा को घोड़ी बना कर उसकी गंद पर थप्पड़ मारने लगा
शराब के नशे से सेक्स के नशे मे बदल रहा था
रेशमा अपने बॉस को खुश रखना चाहती थी क्यूँ कि उसको मुझसे बहुत कुछ मिल रहा है
आगे भी उसको.मुझसे बहुत कुछ पाने की उम्मीद थी
मैं ने उसको किस करके गरम करना शुरू कर दिया
उसके बूब्स को ब्रा के क़ैद से आज़ाद कर दिया
ब्यूटी पार्लर जाके आई थी जिस से उसका बदन चमक रहा था
आज तो जमकर रेशमा की गंद मारूँगा
तीनो छेदों मे मेरा लंड होगा
पर मुझे इंतज़ार था रेशमा के आने का

रेशमा के आने का टाइम भी हो गया
किसी भी वक्त मेरे घर की बेल बज सकती है
रेशमा के आने का टाइम होते ही मैं ने अपना अंडरवेर और रेशमा की पैंटी निकाल दी
अब तो असली पार्टी की शुरुआत हुई थी
रेशमा तो इतनी गरम हो गयी थी कि खुद अपनी चूत मे उंगली कर रही थी
जैसा सोचा था वैसा ही हुआ पहले बाल्कनी की तरफ से कुछ आवज़ आई
मुझे पता था कि बाल्कनी से रस्सी खींच कर कोई फ़ायदा नही होगा रेशमा को
रेशमा तो अपने कपड़े मेरी बाल्कनी मे देख कर शॉक्ड हो गयी
उसको तो समझ मे नही आ रहा था कि क्या करे
सारे कपड़े धोने को डाले थे जिस से उसको मुश्किल दिखाई दे रही थी
अब क्या पहन कर ऑफीस जाएगी
इस लिए रेशमा बाल्कनी से मुझे आवाज़ देने लगी तो मैं ने इग्नोर कर दिया
आवाज़ देने से काम ना चलने से रेशमा ने मेरे अपार्टमेंट की डोर की बेल बजानी शुरू कर दी
रेशमा-अब कौन आया
अवी- तुम ध्यान मत दो जो होगा वो बेल बजा कर वापस चला जाएगा
रेशमा-पार्टी मे भंग कौन डाल रहा है
अवी- तुम पार्टी पे ध्यान दो
और रेशमा वापस मुझे खुश करने लगी
रेशमा बेल बजा बजा कर थक गयी
पर मैं ने डोर नही खोला
इतनी बेल बजाने से मिसेज़ गुप्ता भी बाहर आ गयी होगी
तब जाके रेशमा को पता लगा कि मैं घर पर नही हूँ , और मैं 2 दिन बाद आउन्गा
ये सुनते ही रेशमा को तो कुछ समझ मे नही आया
अगर कपड़े मेरी बाल्कनी से नही निकाले तो वो कल क्या पहन कर जाएगी
और मैं परसो भी वापस नही आया तो
रेशमा को तो कुछ समझ नही आ रहा था
रेशमा वापस अपनी बाल्कनी मे आई
और लकड़ी के मदद से कपड़े निकालने की कॉसिश करने लगी
पर मैं ने बाल्कनी मे गुलाब के पौधो के काटो मे फँसा कर रखे थे ड्रेस
एक ड्रेस रेशमा निकालने मे कामयाब हुई लेकिन काटो की वजह से फट गयी
मतलब लकड़ी की मदद से कोई फ़ायदा नही होगा
अब तो रेशमा के पसीने निकलने लगे
ऐसे मे बस एक काम हो सकता है
रेशमा को अपनी बाल्कनी से मेरी बाल्कनी मे आना होगा
रेशमा के ऐसा करते ही मुझे पता चल जाएगा
लेकिन अब तक कोई आवाज़ नही आई
अंधेरा हो चुका था
रेशमा अंधेरा होने का इंतज़ार कर रही थी
अंधेरा होते ही रेशमा मेरी बाल्कनी मे आने का ट्राइ करने लगी
उसको डर लग रहा था लेकिन ये करना ही था
वो आराम से मेरी बाल्कनी मे आ गयी
पर जैसे ही रेशमा ने मेरी बॉल्कानी मे कदम रखा तो ग्लास गिरने की आवज़ आई
ये मैने ग्लास ऐसा सेट किया था कि कोई बाल्कनी से मेरी बाल्कनी मे आए तो आवाज़ हो जाए
मुझे पता चल गया कि रेशमा मेरी बाल्कनी मे आ गयी
रेशमा को इस आवाज़ से फरक नही पड़ा क्यूँ कि उसको तो पता था कि मैं घर पर नही हूँ

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RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 15-07-2019, 09:50 PM



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