Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
#60
MEGAUPDATE 15

और एक दिन मैं लोकल से ऑफीस जा रहा था तो मेरे पास दो औरते खड़ी हो गयी
औरते कहीं पर भी बातें शुरू कर देती है
लोकल मे हो तो ऐसी बाते सुनने को मिलती है कि पूछो मत
औरत1- तुम्हें पता है कल क्या हुआ मेरे साथ
औरत2- क्या हुआ
अओरत1- कल ना मैं ने कपड़े सुखाने को छत पर रखे थे
अओरत2 - हर कोई कपड़े छत पर सुखाते है इसमे नया क्या है
अओरत1- मेरी बात तो सुनो
अओरत2-कहो
अओरत1-तो कल हवा ज़्यादा चल रही थी तो मेरा एक ड्रेस उड़ कर बाजू वाले घर के कॉंपाउंड मे
चला गया
अओरत2- तो ले आना था
अओरत1- ड्रेस लेने ही गयी थी तो मैं ने पड़ोसी की खिड़की से अंदर ज़ा कर भी देखा तो पता है
मैं ने क्या देखा
अओरत2- क्या देखा
अओरत1- मेरा पड़ोसी अपने नौकरानी के साथ था ,
अओरे2-क्या बात करती है
अओरत1- हाँ , मैं तो ये देख कर शॉक्ड हुई , पर
अओरत2- पर क्या
अओरत1- पड़ोसी की उसकी नौकरानी के साथ चुदाई देख कर मैं भी गीली हो गयी थी , बहुत बड़ा था
उसका और बहुत देर तक करता है , मेरा दिल कर रहा था कि काश उस नौकरानी की जगह मैं होती
अओरत2- तो ब्लॅकमेल कर देती
अओरत1- सोच तो यही रही हूँ ,
अओरत2 - चल अपना स्टेशन आ गया
मैं ने उन दोनो औरतों की बात सुन ली
ऐसे बहुत सी बाते पता चल जाती है लोकल मे
किसी किसी की शादी की बात भी लोकल ट्रेन मे हो जाती है
बड़ी काम आती लोकल ट्रेन

मुझे एक आइडिया मिल गया रेशमा को पाने का
प्लान अच्छा था उस से रेशमा जो पता चलेगा कि मैं ने लिफ्ट मे जो कहा था वो कोई दूसरी रेशमा
थी
और ये बात भी पता चलेगा कि रेशमा कितनी प्यासी है बस एक डर है कि कही वो मुझे गंदा
लड़का ना समझ ले
और मैं अपने दमदार लंड के दर्शन भी करवा सकता हूँ रेशमा को
प्लान अच्छा था पर थोड़ा मुश्किल भी था
लेकिन इस के सिवा अच्छा रास्ता दिख नही रहा था
मैं प्लान के मुताबिक सारी बातें सेट करने लगा
रेशमा कब घर आती है
किस तरह रहती है
रेशमा घर के कामो को हर दिन के हिसाब से कैसे मेनेज करती है
रेशमा ने नौकरानी नही रखी थी
घर की सॉफ सफाई एक दिन , बर्तन हर दिन धोती है , और कपड़े हमेशा सनडे को धोने कोनिकालती है
किस टाइम क्या करती है इसका पता बड़ी चालाकी से मिसेज़ गुप्ता से लगा लिया , तो कभी कभी वॉचमन को
रेशमा के घर भेजता तो पता चल जाता कि कब क्या कर रही है रेशमा
अगर मैं उसके घर चला जाता तो अच्छा होता
अब जा सकता हूँ रेशमा के घर पर मैं पहले अपना प्लान कामयाब करना चाहता था
अपनी पड़ोसन को पाना चाहता हूँ
सब कुछ मैं ने नोट कर लिया
अब बस ऑफीस वाली रेशमा को पटाना था
उसकी बहुत दिन से चुदाई नही की थी तो उसके चुदाई करने का समय आ गया था
मैं ने प्लान का दिन सनडे सेलेक्ट किया
उस से पहले मैं ने रेशमा से बात की
रेशमा को अपने कॅबिन मे बुलाया तो वो खुश हो गयी
अवी-रेशमा
रेशमा-सर आप तो मुझे भूल ही गये
अवी-तुम्हें कैसे भूल सकता हूँ
रेशमा-फिर आज कल आप ओवरटाइम नही करते हो
अवी-ओवरटाइम से थक जाता हूँ ,
रेशमा-थकना तो मुझे पड़ता है , आप कैसे थक जाते हो
अवी-वो शिकायत छोड़ो , मैं ने तुम्हें किस लिए बुलाया है पता है
रेशमा-ओवरटाइम करना हो तो मैं तैयार हूँ
अवी-तभी तो सोच रहा हूँ कि इस साल की एंप्लायी की सॅलरी के इनक्रिमेंट की लिस्ट मे तुम्हारा नाम दूं
रेशमा-सच
अवी-बॉस ने मुझे कुछ नाम देने को कहा है तो तुम्हारा नाम सबसे उपर रखा है

रेशमा-लेकिन अभी तो मेरा प्रमोशन हुआ है
अवी-वो मेरा पवर था , अब सॅलरी का इनक्रिमेंट तो हर साल होता हैना कुछ एंप्लाइयी का
रेशमा-सर मेरा सबसे पहले देना
अवी-दे भी दिया है , अब तो पार्टी चाहिए मुझे
रेशमा-कब चाहिए सर
अवी-इस सनडे को
रेशमा-सनडे को ऑफीस बंद रहता है
अवी-पार्टी मेरे घर पे होगी , पूरा दिन और रात भर
रेशमा-पार्टी मे कौन कौन होगा
अवी-तुम और मैं , 24 घंटे मस्ती करेंगे ,ऑफीस मे जल्दी जल्दी मे करना पड़ता है
रेशमा-आपको तो पार्टी देनी ही होगी , क्या मैं अपनी सहेली को बता दूं
अवी-उसका नाम भी दिया है लेकिन उसको अगले हफ्ते बताएँगे
रेशमा-ठीक है , मैं पूरी तैयारी से आउन्गि
अवी-तुम्हें अड्रेस मेसेज कर दूँगा ,
रेशमा-थॅंक यू सर, 3 महीने मे दो बार सॅलरी इनक्रिमेंट हो रही है ,
और रेशमा खुश हो गयी

बस अब सब प्लान के मुताबिक होना चाहिए
सनडे के लिए मैं ने सारे इंतज़ाम कर दिए थे
बीयर और हर ज़रूरत की चीज़ थी मेरे पास
शनिवार को ही मेसेज करके एड्रेस बता दिया रेशमा को
रेशमा भी मुझसे बहुत खुश थी
अगर प्लान कामयाब हुआ तो रेशमा को बढ़िया गिफ्ट दूँगा
और सनडे का सूरज भी निकल गया
सनडे होते ही मैं देखने लगा कि प्लान कैसे चल रहा है
रेशमा मेरी पड़ोसन उसी टाइम पर कपड़े धोने को निकाले जब उसका टाइम होता है
सनडे को ही सारे कपड़े धोती है
मैं ने देखा कि 7 दिन की 7 पैंटी और ड्रेस साड़ी भी होती है
बाल्कनी पूरी फुल हो जाती है
रेशमा ने अपने सारे काम वैसे किए जैसा प्लान किया था
रेशमा तो सनडे को काम करके दोपेहर मे लंबी नींद लेती है
रेशमा के सो जाने के बाद मैं ने ऑफीस वाली रेशमा को कॉल करके दोपेहर मे आने को कहा
रेशमा के आने तक मैं अगला स्टेप चलने लगा
बिना आवाज़ किए मैं रेशमा की बाल्कनी मे गया
और उसके कपड़ो की रस्सी को तोड़ कर अपनी बाल्कनी तक लाया
ऐसे दिखाया कि रस्सी ज़्यादा कपड़ो से टूट गयी है फिर तेज हवा से साथ कपड़े उड़ कर मेरी बाल्कनी मे
आ गये है
रस्सी से कुछ कपड़े निकाल कर मैं ने मेरी बाल्कनी मे बिखेर दिए
अब तो रेशमा को अपने कपड़े लेने को मेरे बाल्कनी मे आना ही पड़ेगा
वैसे कुछ प्राब्लम नही होती एक दूसरे के बाल्कनी मे जाने से
रेशमा भी आराम से आ जाएगी मेरी बाल्कनी मे
अब बस कुछ स्टेप बाकी थे
रेशमा भी दोपेहर 4 बजे मेरे यहाँ आ गयी
रेशमा ठीक 6.30 बजे कपड़े निकालने आती है
रेशमा के आते ही बस एक स्टेप बाकी था वो ये कि रेशमा मेरी बाल्कनी मे आ जाए
मैं ने रेशमा को अपने अपार्टमेंट मे रुकने को कहा और बाहर जाकर कॉंडम लाने की बात कही
बाहर आकर मिसेज़ गुप्ता को कहा कि मैं आज बाहर जा रहा हूँ अगर कोई आए तो बताना कि मैं कल
आउन्गा और मैं लिफ्ट से नीचे जाकर थोड़ी देर बाद मिसेज़ गुप्ता को बिना पता लगे अपने अपार्टमेंट मे चला
गया
सब प्लान के मुताबिक हो रहा था
बस अब रेशमा क्या सोचती है वो देखना होगा

MEGAUPDATE Posted
Waiting for your comments
Khani aapko kaisi lg rhi h
Like Reply


Messages In This Thread
RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 15-07-2019, 11:47 AM



Users browsing this thread: 10 Guest(s)