07-07-2019, 04:58 PM
ढोलक
मेरी जेठानी सास दुलारी , बुआ सास , सब गाने के इंतजाम में जुटी थीं पर दुलारी बोली ,
ढोलक में टनक नहीं है ,
और मेरी बुआ सास ने भी कन्फर्म कर दिया , ...
सात बज रहे थे ,आठ बजे से गाने बजाने का ,...
और बिना ढोलक के तो ,...
लेकिन मेरे कान खड़े हो गए ,...
जब मैंने एलवल का नाम सुना , मेरे ममेरे देवर और इनकी ममेरी बहन का घर ,
और मैं अपनी जेठानी के बगल में जा के खड़ी हो गयी ,...
" लेकिन वहां से लाएगा कौन। .. ढोलक तो है और अच्छी भी है एकदम टनक दार ,... "
किसी ने कहा।
मैं चुपचाप अच्छी बहु की तरह सुन रही थी लेकिन मेरे दिमाग की चरखी बहुत तेजी से चल रही थी।
" एक और बात है , दो दो हैं वहां लेकिन एक ऐसी ही है , मैंने कुछ दिन पहले देखा था , आयी तो थी रतजगे में "
मेरी एक ननद ने परेशानी बढ़ाई
और हल भी बताया चेक कर के ले आना पडेगा ,... .
मैंने बहुत हलके से जेठानी जी से बोला , फुसफुसाते हुए , मैं बोलूं।
वो और सासु जी मेरी ओर देखने लगीं ,...
मैंने अपने देवर , वही अनुज, को इशारा कर के बुलाया ,
' हे , मेरा एक काम करोगे ,... "
" एकदम भाभी , बोलिये न , "
वो एकदम शहद ,...
" आपको अपने घर से जाकर , ...एक ढोलक ले आना है , लेकिन अभी तुरंत ,... "
मैंने उसे काम पकड़ाया ,..
पर तब एक मेरी ननद विघ्न उत्प्पन करने के लिए तैयार , बीच में ,
" लेकिन इसे कैसे पता चलेगा की कौन सी सही वाली ,है मैंने बताया था न रतजगे में , एक तो एकदम ही हल्की ,... और तुम भी न इसे कौन सा ढोलक बजाना आता है। "
मैंने न उन्हें इग्नोर किया न जवाब दिया , बल्कि अनुज से ही बोली ,
गुड्डो की ओर इशारा करके ,....
" हे इसे भी ले जाओ न अपने साथ ,... "
अनुज ने बहुत बुरा सा मुंह बनाया , एकदम नीम ,...
मेरी जेठानी सास दुलारी , बुआ सास , सब गाने के इंतजाम में जुटी थीं पर दुलारी बोली ,
ढोलक में टनक नहीं है ,
और मेरी बुआ सास ने भी कन्फर्म कर दिया , ...
सात बज रहे थे ,आठ बजे से गाने बजाने का ,...
और बिना ढोलक के तो ,...
लेकिन मेरे कान खड़े हो गए ,...
जब मैंने एलवल का नाम सुना , मेरे ममेरे देवर और इनकी ममेरी बहन का घर ,
और मैं अपनी जेठानी के बगल में जा के खड़ी हो गयी ,...
" लेकिन वहां से लाएगा कौन। .. ढोलक तो है और अच्छी भी है एकदम टनक दार ,... "
किसी ने कहा।
मैं चुपचाप अच्छी बहु की तरह सुन रही थी लेकिन मेरे दिमाग की चरखी बहुत तेजी से चल रही थी।
" एक और बात है , दो दो हैं वहां लेकिन एक ऐसी ही है , मैंने कुछ दिन पहले देखा था , आयी तो थी रतजगे में "
मेरी एक ननद ने परेशानी बढ़ाई
और हल भी बताया चेक कर के ले आना पडेगा ,... .
मैंने बहुत हलके से जेठानी जी से बोला , फुसफुसाते हुए , मैं बोलूं।
वो और सासु जी मेरी ओर देखने लगीं ,...
मैंने अपने देवर , वही अनुज, को इशारा कर के बुलाया ,
' हे , मेरा एक काम करोगे ,... "
" एकदम भाभी , बोलिये न , "
वो एकदम शहद ,...
" आपको अपने घर से जाकर , ...एक ढोलक ले आना है , लेकिन अभी तुरंत ,... "
मैंने उसे काम पकड़ाया ,..
पर तब एक मेरी ननद विघ्न उत्प्पन करने के लिए तैयार , बीच में ,
" लेकिन इसे कैसे पता चलेगा की कौन सी सही वाली ,है मैंने बताया था न रतजगे में , एक तो एकदम ही हल्की ,... और तुम भी न इसे कौन सा ढोलक बजाना आता है। "
मैंने न उन्हें इग्नोर किया न जवाब दिया , बल्कि अनुज से ही बोली ,
गुड्डो की ओर इशारा करके ,....
" हे इसे भी ले जाओ न अपने साथ ,... "
अनुज ने बहुत बुरा सा मुंह बनाया , एकदम नीम ,...