06-07-2019, 08:57 PM
Update 6
जैसे ही मैं उनके पास से जाने लगा तो वो मेरी बाते करने लगी कि मैं यहाँ नया आया हूँ
किसी के घर मे जाने के सिवा यहाँ जान पहचान नही होगी
पर बिना वजह जान पहचान बनाना मुझे पसंद नही था
मैं अपने फ्लोर पे आ गया
जैसे ही मैं अपने अपार्टमेंट मे जाने वाला था कि लिफ्ट आकर रुक गयी
मैं ने डोर खोलते हुए लिफ्ट की तरफ देखा तो वहाँ से एक खूबसूरत औरत बाहर निकली
मेरा मुँह तो खुला का खुला रहा गया
क्या खूबसूरत थी
लगता है जैसे गुलाब का फूल हो
तारीफ करने को वर्ड नही थे
इतनी हॉट और सेक्सी औरत भी हो सकती है सोचा नही था
वो लिफ्ट से निकल कर जब चलने लगी तो उसके टुमके लाजवाब थे
सर से पैरो तक कयामत थी
उसके माथे की बिंदी हो या उसके पैरों की पायल की आवज़ सब मेरा ध्यान उसकी तरफ कर रहे थे
उसके बालो का बार बार उसके चेहरे पे आना
उसकी हिरनी जैसी चाल
उसका गोरा बदन
उसके नशीले गुलाबी होंठ
कोई अप्सरा लग रही थी
उसके गोरे बदन पर लाल साड़ी कमाल लग रही थी
वो तो सीधा मेरी तरफ आ रही थी
मैं तो डोर खोलने की जगह मुँह खोल कर उसको देखता रह गया
उसने मुझे ऐसे घूरते हुए देख लिया
और वो तो मेरे बाजू वाले अपार्टमेंट का डोर खोल रही थी
ये तो मेरी पड़ोसन निकली
इतनी हॉट और सेक्सी औरत मेरे पड़ोस मे रहती है और मुझे पता ही नही चला
मुझे खुद पे गुस्सा आ रहा था
जब तक वो मेरे सामने थी तब तक मैं ने अपनी पलके नही झुकने दी
बस उसको देखता रह गया
जब वो अपने अपार्टमेंट मे गयी तब जाके मैं होश मे आया
लेकिन मेरा होश तो मेरी पड़ोसन ले गयी
मैं अपने अपार्टमेंट मे आते ही मैं अपने पड़ोसन के सपनो मे खो गया
मुझे मुंबई मे आए 1महीना हो गया और मुझे अब तक पता नही था कि मेरे पड़ोस मे इतनी हॉट
और सेक्सी पड़ोसन रहती है
आज तो मैं अपनी पड़ोसन को देखते पागल हो गया
उसकी खूबसूरती की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम थी
वो शादी शुदा थी फिर भी कली से फूल बनने का इंतज़ार कर रही हो ऐसा लग रहा था
उसके गुलाबी होंठ , उसके आँख मे लगा हुआ काजल , उसकी अदाए सब घायल कर गये पहली नज़र
मे ,
पहली नज़र मे मैं घायल हो गया
यकीन नही हो था कि कोई इतनी भी खूबसूरत हो सकती है
जन्नत की अप्सरा लग रही थी
मैं तो उसी के सपने देखने लगा
मेरी पड़ोसन
मुझे खुद पे गुस्सा आ रहा था कि मैं ने यहाँ जान पहचान क्यूँ नही बधाई
पहले दिन आते ही अपने पड़ोस से पूछताछ की होती तो अब तक उसका नाम पता चल जाता
उस से बाते भी हो जाती
मैं गधा हूँ जो अब तक किस से घुल मिल नही सका
मैं तो अब कल से ट्राइ करूँगा
देखता हूँ मेरे पड़ोस मे कौन कौन रहती है
आज तो मुझे मेरे पड़ोसन का चेहरा ही दिखाई देगा
आज तो मुझे नींद नही आएगी
मैं तो अपने अपार्टमेंट मे इधर से उधर घूम रहा था
बाल्कनी मे जाकर पड़ोसन की एक झलक पाना चाहता था
मेरी बाल्कनी और पड़ोसन की बाल्कनी पास मे थी
लेकिन बाल्कनी मे लोहे की ग्रिल लगी हुई थी वरना मैं जंप मार कर पड़ोसन के अपार्टमेंट मे
चला जाता
क्या करूँ क्या ना करूँ समझ नही आ रहा था
2 बार मूठ मार चुका हूँ
फिर भी दिल को सुकून नही मिल रहा है
मेरी पड़ोसन जब से रहने आई है तब से मेरी नींद उड़ गयी है
मैं ने लॅपटॉप से पड़ोसन मूवी का गाना तक डाउनलोड किया
और रिपीट कर कर के वही सॉंग लगाने लगा
मैं अपने अपार्टमेंट से बाहर आकर पड़ोसन के अपार्टमेंट के पास भी गया लेकिन डोर पे
नॉक वो भी रात के 12 बजे करने वाला था कि रुक गया
मैं तो पागल हो गया था
बड़ी मुश्किल से मैं ने खुद के दिल को समझाया और सो गया
रात मे देर से सोने से मैं ने कंपनी से छुट्टी ले ली
आज मैं अपने बिल्डिंग मे ही रहने वाला था
आज तो अपने पड़ोसन के दीदार अच्छे से करूँगा
मैं सुबह उठ कर बार बार डोर खोल कर पड़ोसन के अपार्टमेंट की तरफ देखता पर वो बाहर नही
आई
उसके एक दीदार के लिए छुट्टी ली
पर वो थी कि पर्दे से बाहर नही आ रही थी
दोपेहर होते मेरी बेचैनी बढ़ गयी
अचानक मुझे डोर खोलने की आवाज़ आई तो मैं अपने अपार्टमेंट से बाहर आया
Update posted
Aapko story kaisai lg rhi apna amuly review dekar awshy btaye
Vikram
जैसे ही मैं उनके पास से जाने लगा तो वो मेरी बाते करने लगी कि मैं यहाँ नया आया हूँ
किसी के घर मे जाने के सिवा यहाँ जान पहचान नही होगी
पर बिना वजह जान पहचान बनाना मुझे पसंद नही था
मैं अपने फ्लोर पे आ गया
जैसे ही मैं अपने अपार्टमेंट मे जाने वाला था कि लिफ्ट आकर रुक गयी
मैं ने डोर खोलते हुए लिफ्ट की तरफ देखा तो वहाँ से एक खूबसूरत औरत बाहर निकली
मेरा मुँह तो खुला का खुला रहा गया
क्या खूबसूरत थी
लगता है जैसे गुलाब का फूल हो
तारीफ करने को वर्ड नही थे
इतनी हॉट और सेक्सी औरत भी हो सकती है सोचा नही था
वो लिफ्ट से निकल कर जब चलने लगी तो उसके टुमके लाजवाब थे
सर से पैरो तक कयामत थी
उसके माथे की बिंदी हो या उसके पैरों की पायल की आवज़ सब मेरा ध्यान उसकी तरफ कर रहे थे
उसके बालो का बार बार उसके चेहरे पे आना
उसकी हिरनी जैसी चाल
उसका गोरा बदन
उसके नशीले गुलाबी होंठ
कोई अप्सरा लग रही थी
उसके गोरे बदन पर लाल साड़ी कमाल लग रही थी
वो तो सीधा मेरी तरफ आ रही थी
मैं तो डोर खोलने की जगह मुँह खोल कर उसको देखता रह गया
उसने मुझे ऐसे घूरते हुए देख लिया
और वो तो मेरे बाजू वाले अपार्टमेंट का डोर खोल रही थी
ये तो मेरी पड़ोसन निकली
इतनी हॉट और सेक्सी औरत मेरे पड़ोस मे रहती है और मुझे पता ही नही चला
मुझे खुद पे गुस्सा आ रहा था
जब तक वो मेरे सामने थी तब तक मैं ने अपनी पलके नही झुकने दी
बस उसको देखता रह गया
जब वो अपने अपार्टमेंट मे गयी तब जाके मैं होश मे आया
लेकिन मेरा होश तो मेरी पड़ोसन ले गयी
मैं अपने अपार्टमेंट मे आते ही मैं अपने पड़ोसन के सपनो मे खो गया
मुझे मुंबई मे आए 1महीना हो गया और मुझे अब तक पता नही था कि मेरे पड़ोस मे इतनी हॉट
और सेक्सी पड़ोसन रहती है
आज तो मैं अपनी पड़ोसन को देखते पागल हो गया
उसकी खूबसूरती की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम थी
वो शादी शुदा थी फिर भी कली से फूल बनने का इंतज़ार कर रही हो ऐसा लग रहा था
उसके गुलाबी होंठ , उसके आँख मे लगा हुआ काजल , उसकी अदाए सब घायल कर गये पहली नज़र
मे ,
पहली नज़र मे मैं घायल हो गया
यकीन नही हो था कि कोई इतनी भी खूबसूरत हो सकती है
जन्नत की अप्सरा लग रही थी
मैं तो उसी के सपने देखने लगा
मेरी पड़ोसन
मुझे खुद पे गुस्सा आ रहा था कि मैं ने यहाँ जान पहचान क्यूँ नही बधाई
पहले दिन आते ही अपने पड़ोस से पूछताछ की होती तो अब तक उसका नाम पता चल जाता
उस से बाते भी हो जाती
मैं गधा हूँ जो अब तक किस से घुल मिल नही सका
मैं तो अब कल से ट्राइ करूँगा
देखता हूँ मेरे पड़ोस मे कौन कौन रहती है
आज तो मुझे मेरे पड़ोसन का चेहरा ही दिखाई देगा
आज तो मुझे नींद नही आएगी
मैं तो अपने अपार्टमेंट मे इधर से उधर घूम रहा था
बाल्कनी मे जाकर पड़ोसन की एक झलक पाना चाहता था
मेरी बाल्कनी और पड़ोसन की बाल्कनी पास मे थी
लेकिन बाल्कनी मे लोहे की ग्रिल लगी हुई थी वरना मैं जंप मार कर पड़ोसन के अपार्टमेंट मे
चला जाता
क्या करूँ क्या ना करूँ समझ नही आ रहा था
2 बार मूठ मार चुका हूँ
फिर भी दिल को सुकून नही मिल रहा है
मेरी पड़ोसन जब से रहने आई है तब से मेरी नींद उड़ गयी है
मैं ने लॅपटॉप से पड़ोसन मूवी का गाना तक डाउनलोड किया
और रिपीट कर कर के वही सॉंग लगाने लगा
मैं अपने अपार्टमेंट से बाहर आकर पड़ोसन के अपार्टमेंट के पास भी गया लेकिन डोर पे
नॉक वो भी रात के 12 बजे करने वाला था कि रुक गया
मैं तो पागल हो गया था
बड़ी मुश्किल से मैं ने खुद के दिल को समझाया और सो गया
रात मे देर से सोने से मैं ने कंपनी से छुट्टी ले ली
आज मैं अपने बिल्डिंग मे ही रहने वाला था
आज तो अपने पड़ोसन के दीदार अच्छे से करूँगा
मैं सुबह उठ कर बार बार डोर खोल कर पड़ोसन के अपार्टमेंट की तरफ देखता पर वो बाहर नही
आई
उसके एक दीदार के लिए छुट्टी ली
पर वो थी कि पर्दे से बाहर नही आ रही थी
दोपेहर होते मेरी बेचैनी बढ़ गयी
अचानक मुझे डोर खोलने की आवाज़ आई तो मैं अपने अपार्टमेंट से बाहर आया
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Aapko story kaisai lg rhi apna amuly review dekar awshy btaye
Vikram