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Adultery ट्यूशन में मेरी पहली चुदाई
#1
ट्यूशन में मेरी पहली चुदाई 
मेरा नाम अभिषेक है और मेरी हाइट 5′ 11” है मैं दिल्ली से हूँ ,
उस समय तक मुझे चुदाई का कोई अनुभव नहीं हुआ था.
ये कहानी ट्यूशन में मिली पहली चूत 2015 की है, जब मैंने कॉलेज में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई को शुरू किया था.
 मेरे दिमाग में लड़कियों के बूब्स देखने की बहुत ज्यादा ललक होती थी तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था.
शुरुआत ऐसे हुई कि 2015 में वह लड़की मेरी क्लास में थी. सदफ दिखने में बहुत सेक्सी थीं 
उसकी हाइट 5′ 5” थी पर उसके बूब्स 34, कमर 28 और गांड 34 की थी, जो उसे बहुत सुंदर बनाती थी.
वो जब भी ट्यूशन आती थी उसके सूट से उसके बूब्स बाहर आने को तैयार रहते थे सूट का गला लंबा होने के कारण ट्यूशन के सारे लड़के यहाँ तक सर का भी ध्यान रहता था की चुन्नी जरा सी हटे और जन्नत के दीदार हो ।
ये बात वो भी जानती थी इसलिए सारे लड़के उसके आगे पीछे घूमते थे। किसी दिन विजिबल ब्रा और किसी दिन डीप कट सूट पहन कर आना ट्यूशंस की अटेंडेंस पूरी रहने लगी थी । 
एक दिन ट्यूशन में मज़ाक मज़ाक में मैने उसका बैग गिरा दिया उसका सारा सामान मेज़ पर था सबने उसके मेकअप का सामान देखकर उसका खूब मजाक बनाया । 
वो गुस्से में आकर मेरा फोन लेकर भागी मैं उसके पीछे भगा हम दोनों सीढ़ियों पर थे मैं उससे अपना फोन छीन रहा था की मेरे हाथ उसकी कमर पर थे गुस्से गुस्से में मैने फोन वापस ले लिया। 
मैने आज तक किसी को नहीं छुआ था ये अहसास मेरे लिए जन्नत से कम नहीं था। उसने मुझे कुछ नहीं कहा और मैं घर आ गया।
घर आकर मैंने वो पल याद कर मुट्ठी मारी। रात में मेरे फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आया मैंने जैसे ही फोन उठाया उस तरफ से सदफ बात कर रही थी। उसने थोड़ी देर पढ़ाई की बात करने के बाद कहा कि मुझे उसको इस तरह नहीं छुना चाहिए था। 
मैने अंजान बनते हुए कहा मैं तो फोन छीनने का प्रयास कर रहा था जो हुआ अंजाने मैं हुआ पर अच्छा बहुत लगा। क्यों तुम्हे अच्छा नहीं लगा क्या। 
उधर से कोई जवाब नहीं आया मेरे फिर से पूछने पर उसने बहुत धीमे आवाज में कहा बहुत अच्छा लगा। और उसने फोन काट दिया। 
पर में समझ चुका था कि थोड़े से प्रयास से मैं उसको घोड़ी बना सकता हूं। 
उसी दिन करीब रात के बारह बजे मैने उसको पढ़ाई का कुछ डाउट समझने के लिए मेसेज किया और हमारी इसी तरह बात होने लगी।
15 दिनों बाद मैने मजाक में बताया कि कैसे उसको छूने से मेरे रोंगटे खड़े हो गये थे । वो बोली की जब मेरे हाथ उसकी कमर पर थे उसका पूरा शरीर कांप गया था। 
धीरे धीरे कब हम एक दूसरे से सेक्स चैट करने लगे पता ही नहीं चला। जब वो अपनी बहन के घर जाती तो चुप कर अपने जीजा को अपनी बहन चोदते हुए देखती और मुझे बताती।
पहला साल ग्रेजुएशन का ऐसे ही निकल गया न अब तक मैने उसे नंगा देखा था और न ही उसको चोद पाया था। जब भी ये बात होती शादी से पहले कुछ नहीं कहकर टाल देती थी मैं भी उसका दिल नहीं तोड़ना चाहता था इसलिए रुक जाता था।
पर अब रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने उसको सीधे ही बोल दिया कि मुझे तुम्हें प्यार करना है और तुम्हारे अंदर समा जाना है। शादी से पहले कुछ नहीं करेंगे, उसने फिर ऐसे ही कहा। 
मैंने उसके मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया। 2 ईयर की क्लास जब शुरू हुई, उससे बोला भी नहीं ।
घर आकर खूब लड़ने के बाद यह निर्धारित हुआ कि कल टयूशन में वो मुझे खुद को चूमने देगी । हम दोनों ने 15 मिनट पहले ट्यूशन जाना निर्धारित किया। 
अगले दिन जैसे ही मैने उसको ट्यूशन में देखा में देखता ही रह गया क्या हुस्न मल्लिका लग रही थी वो उसकी चूचियां सूट से बाहर आने को तैयार थी। मेरा लन्ड उसको देख कर ही खड़ा हो गया था। 
जैसे ही वो आई मै उसको लेकर तीसरी मंजिल की सीढ़ियों पर ले गया जहां कोई नहीं आता था मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए.
यह मेरा पहली बार था तो मुझे अलग ही अहसास हुआ.
हम दोनों का ये किस करीब 30 सेकंड चला.
इसके बाद वह अलग हुई और बोली- तुम बहुत गंदे हो, मैंने गाल पर किस करने को कहा था.
मैंने कहा- अब तो हो गया.
उस वक्त मेरा लंड तब बहुत ज्यादा कड़क हो गया था. मैं रुका नहीं और उसको बेहताशा चूमने लगा। 
 अब ये हमारा रोजाना का रूटीन हो गया था.अब मैंने इसके आगे बढ़ने की सोची.
एक दिन मैने उसको चूमते चूमते उसका सूट ऊपर किया और उसके चूचियों को मसलने लगा उसने मुझे रोकने का प्रयास भी नहीं किया ये देख मेरी हिम्मत और बढ़ गई और में उसकी ब्रा ऊपर करके बूब्स पर किस करने लग गया. उसके संगमरमर से बने दूधिया बूब्स देखकर मैं पागल सा हो गया और उसके निप्पलों को बारी बारी से अपने दांतों से पकड़ कर खींचते हुए चूमने लगा। 
वह मादक आवाज में सिसकारने लगी. वह आह आह करती रही और मुझसे अपने दूध चुसवाती रही.
लेकिन उस वक्त क्लास जाने में देरी हो रही थी, तो हम दोनों जल्दी से अलग हुए । हवस मेरे दिमाग पर इस तरह चढ़ चुकी थी की मुझे किसी भी तरह आज उसकी चूत मारनी थी। 
जैसे ही क्लास पूरी हुई मैने उसको कॉल कर कहा मुझे तुमसे मिलना है अभी समझ तो वो भी चुकी थी उसने मुझे मना नहीं किया।
मैने उसको बाइक पर बिठा अभिनव के कमरे पर ले गया।
हम दोनों वासना में इतने पागल हो चुके थे कि जाते ही मैने उसको होठों को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगा वो भी पूरी तरह मेरा साथ दे रही थी। मेरे हाथ उसके बूब्स मसल रहे थे। उसकी आंखे बंद थी और मुंह से आह आह की आवाजे निकल रही थी। ये ही मौका था मैने उसकी सलवार उतार दी उसने मुझे रोका भी नहीं। उसने नीचे कुछ नहीं पहना था उसकी मखमली चूत जिसको उसने आज ही शेव किया था देखकर और पागल हो गया। 
तभी मुझे एक और मस्ती सूझी.
मैंने ब्लू फिल्म में देखा था कि बर्फ का टुकड़ा यूज़ करते हैं.
मैंने भी उसके किचन में जाकर फ्रिज से एक बर्फ का टुकड़ा लिया और उसकी चूचियों के निप्पलों के चारों तरफ गोल-गोल घुमाने लगा.अब तो उसकी तड़प देखने लायक थी.गर्म औरत के बदन पर ठंडी बर्फ का टुकड़ा एकदम मस्त कर देने वाला अहसास था.
उसके दोनों निप्पलों पर बहुत देर तक बर्फ के टुकड़े को घुमाने के बाद मुझे एक और चीज़ याद आई कि मैं डेयरी मिल्क चॉकलेट भी उधर रखी देख कर आया हूँ.
मैं गया तो देखा कि वह एकदम पिघली हुई चॉकलेट थी. मैंने जल्दी से चॉकलेट के रैपर को फाड़ा और उसे उसके बूब्स के निप्पलों के चारों ओर घुमा-घुमा कर लगाने लगा.
मैं उसके दोनों निप्पलों को अपनी जीभ से चाटने लगा.
उसे चॉकलेट चुसवाने में इतना मज़ा आ रहा था कि वह बस ‘इस्स आ …’ कर रही थी.
फिर मैं धीरे-धीरे नीचे आया और उसकी चूत पर वह चॉकलेट लगाने लगा और अपनी जीभ फेरने लगा.और मैंने अपनी ऊंगली उसकी चूत में घुसा दी सदफ इतनी जोर से उछली उसका शरीर कांप रहा था उसको ऐसा देखकर मेरा जोश और बढ रहा था। मैं उसकी चूत को चाटने लगा उसका पूरा शरीर कांप रहा था।मैं भी पहली बार चुदाई कर रहा था मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और घुसाने की कोशिश करने लगा पर लंड मोटा था तो उसकी चुत के अन्दर नहीं जा रहा था मैने अपना लण्ङ उसकी चूत पर रखकर घुसाने की कोशिश की सदफ की चूत इतनी टाइट थी कि लन्ड जरा सा ही घुस पाया उसकी चीख पूरे कमरे में गूंज गई उसकी आंखों में आंसू थे। मैंने झट से उसके मुँह पर हाथ रखा जिससे कि आवाज बाहर ना जा पाए.
मगर वो जोर से चिल्लाने लगी थी- बाहर निकालो. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज़ बाबू निकलो न बाहर। आह....
फिर जब मेरा लंड चुत में पूरा नहीं घुस सका तो मैंने तेल मंगवाया और लंड पर लगाकर मैंने फिर से उसकी चूत पर लंड रखा और घुसाने की कोशिश की इस बार लंड सरकते हुए चूत के अन्दर थोड़ा सा घुस गया. उसकी चूत अंदर से भट्टी के सामान गरम थी। मुझे ऐसा लगने लगा कि मैंने आग की भट्टी में अपना लंड घुसा दिया है.वह आह आह करके मजा लेने लगी. लन्ड पूरा न जाने के कारण मैने उसको अपने ऊपर आने को कहा उसने मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड को अपनी चूत पर सैट किया और धीरे-धीरे बैठती चली गई. उसकी सिसकारियां आह आह आह पूरे कमरे में गूंज रही थी।
मैं धीरे-धीरे पुश करने लगा, तो उसने अपने नाखून मेरी पीठ पर चुभा दिए.वह दर्द से कराहती हुई बोली- आह जरा रुक जाओ ना। वह ऐसे ही एक मिनट रुकी रही.
फिर धीरे-धीरे हिलना शुरू हुई.
वह कामुक सिसकारियां लेने लगी- आह … आह … ओह … और ज़ोर से चोदो और ज़ोर से!
मैं उसके बूब्स को चूसता हुआ उसे मजा दे रहा था। करीब पांच मिनट बाद वह भी जोर-जोर से हिलना शुरू हो गई, एकदम से लौड़े के ऊपर-नीचे उसने अपनी चुत को रगड़ना चालू कर दिया था.
मैं भी नीचे से जोर-जोर से धक्के लगाने लगा और मैं उसके अन्दर ही झड़ने वाला था, तो उसे अपने लौड़े के ऊपर से हटा दिया.
उसी वक्त उसके बूब्स पर मेरा पानी जा गिरा.
मैंने नीचे देखा तो वह भी गीली हो चुकी थी. उसकी चूत से ख़ून निकला हुआ था। 
हम दोनों ऐसे ही 2 मिनट एक-दूसरे से चिपके रहे.
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ट्यूशन में मेरी पहली चुदाई - by Cheekusadaf - Yesterday, 11:05 PM



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