19-12-2025, 06:07 AM
I LOVE YOU....?
का मतलब होता है किसी के हो जाना....
किसी को अपना बना लेना...
जिस्म नहीं रूह से अपना लेना...
उसके दर्द को अपना दर्द बना लेना....
उसकी खुशी को अपना समझना...
आंसू बहने से पहले ही उन्हें थाम लेना...
दिल की बात वो जो कहना चाहे...
जुबान पर आने से पहले ही समझ लेना...
उसे हर मुमकिन खुशी देना..
हर बात में उसका साथ देना..
अच्छा कहे तो मुस्कुरा देना..
बुरा कहे तो नाराज़ हो जाना..
कभी गुस्सा हो जाना..कभी रूठना..कभी मनाना..
कभी गोद में सर रखकर सो जाना..
कभी हाथों में हाथ थामकर यूंही घंटो बैठे रहना..ना वो कुछ कहे..ना हम कुछ कहें.. बस आंखों से बाते करना..
जिंदगी की राहों में कभी साथ ना छोड़ना..
हर मुश्किल में साथ देना..हर छोटे मोटे लम्हे हो प्यार से जीना..
उसका इंतजार करना.. डांटना..और फिर चुपके चुपके से उसे मनाना..ना माने तो खुद रूठ जाना..
I LOVE YOU कहने से प्यार नहीं जताया जाता..प्यार तो आंखों से बयां हो जाता है...
जिस प्यार में शब्दों की जरूरत पड़े उस प्यार में कुछ कमी होती है..कहने से प्यार नहीं जताया जाता..प्यार जिन्हें होता है रूह में झांक लेते है,या हर बात का पता लगा लेते हैं..
कहने को इतना कुछ है कि एक किताब लिख दूं..मगर बस अभी इतना ही..
वैसे आजकल प्यार का मतलब सिर्फ I LOVE YOU कहना ही रह गया है..
कभी प्यार का मतलब समझ ही नहीं पाते..
प्यार सिर्फ शब्दों का रिश्ता ही नहीं है..प्यार तो वो एहसास है जो शब्दों का मोहताज़ नहीं है....!
का मतलब होता है किसी के हो जाना....
किसी को अपना बना लेना...
जिस्म नहीं रूह से अपना लेना...
उसके दर्द को अपना दर्द बना लेना....
उसकी खुशी को अपना समझना...
आंसू बहने से पहले ही उन्हें थाम लेना...
दिल की बात वो जो कहना चाहे...
जुबान पर आने से पहले ही समझ लेना...
उसे हर मुमकिन खुशी देना..
हर बात में उसका साथ देना..
अच्छा कहे तो मुस्कुरा देना..
बुरा कहे तो नाराज़ हो जाना..
कभी गुस्सा हो जाना..कभी रूठना..कभी मनाना..
कभी गोद में सर रखकर सो जाना..
कभी हाथों में हाथ थामकर यूंही घंटो बैठे रहना..ना वो कुछ कहे..ना हम कुछ कहें.. बस आंखों से बाते करना..
जिंदगी की राहों में कभी साथ ना छोड़ना..
हर मुश्किल में साथ देना..हर छोटे मोटे लम्हे हो प्यार से जीना..
उसका इंतजार करना.. डांटना..और फिर चुपके चुपके से उसे मनाना..ना माने तो खुद रूठ जाना..
I LOVE YOU कहने से प्यार नहीं जताया जाता..प्यार तो आंखों से बयां हो जाता है...
जिस प्यार में शब्दों की जरूरत पड़े उस प्यार में कुछ कमी होती है..कहने से प्यार नहीं जताया जाता..प्यार जिन्हें होता है रूह में झांक लेते है,या हर बात का पता लगा लेते हैं..
कहने को इतना कुछ है कि एक किताब लिख दूं..मगर बस अभी इतना ही..
वैसे आजकल प्यार का मतलब सिर्फ I LOVE YOU कहना ही रह गया है..
कभी प्यार का मतलब समझ ही नहीं पाते..
प्यार सिर्फ शब्दों का रिश्ता ही नहीं है..प्यार तो वो एहसास है जो शब्दों का मोहताज़ नहीं है....!


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