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Adultery मेरी खूबसूरत पत्नी खुशबू भोला भाला बुद्धू सा में और बहुत सारे ,., मर्द
असलम (खुशबू को और ऊपर उठाते हुए, उसके कूल्हों को होल्ड करके):  




“हाँ जान… ये देखो… पानी में कितना स्लिपरी हो गया… अमित… फोटो ले… तेरी बीवी मेरी गोद में… कितनी परफेक्ट लग रही है… ज़ोर से क्लिक कर…”





मैं क्लिक करता रहा। वो पोज़ इतनी सिड्यूसिंग थी



खुशबू की बिकिनी बॉटम असलम की कमर से रगड़ रही थी,


उसकी छाती उसके सीने से चिपकी हुई।



असलम का हाथ उसकी पीठ पर सरक रहा था, खुशबू की सिसकारी निकल रही थी—




“असलम जी… उफ्फ… ये होल्ड… और टाइट करो…”



मैं अपनी पसंद के लिए जानबूझकर ऐसी पोज़ बनवा रहा था



‘खुशबू जी… थोड़ा और करीब… असलम भाई का हाथ कमर पर रखो…’


ताकि फोटोज सेक्सी आएँ,





असलम (अगली पोज़, खुशबू को पीछे से पकड़कर):  



“अब ये वाली… जान, मेरी तरफ़ मुड़ो… अमित, देख… पीछे से कितनी सेक्सी लग रही है… क्लिक कर…”





खुशबू (पीछे मुड़कर, असलम के होंठों के पास सिर):  



“हाँ… असलम जी… तुम्हारा हाथ मेरी जाँघ पर… अमित… ये फोटो अच्छी आएगी ना? तुम्हें पसंद तो आएगी…”

मैं (हकलाते हुए):  
“हाँ… बहुत अच्छी…”

एक सेकंड के लिए मैं भूल गया कि मैं खुशबू का रियल पति हूँ।


मन में ये आया कि खुशबू और असलम ही एक-दूसरे के पति-पत्नी हैं


उनकी केमिस्ट्री इतनी परफेक्ट,


बॉडी लैंग्वेज इतनी नेचुरल,


बिहेवियर इतना कंपेलिंग…



असलम की हाइट,


उसका तगड़ा बॉडी…


खुशबू की सुडौल फिगर…


सब मैच कर रहा था।


‘वो दोनों… कितने बने हुए हैं एक-दूसरे के लिए… मैं तो बस फोटोग्राफर…’





जय मेरे पास खड़ा था, हँसकर बोला,



“भाई… देख… वो दोनों कितने कंपेल्ड लग रहे हैं… साहब का होल्ड… मैडम की मुस्कान… जैसे सालों का साथ हो… तू तो लकी है रे… ऐसी केमिस्ट्री देखने को मिल रही है…”




मैं चुप रहा, लेकिन अंदर से जलन और मजा मिश्रित था।








असलम और खुशबू पानी से बाहर निकले, हाथ में हाथ डाले,


जैसे कोई परफेक्ट हनीमून कपल हो।



लहरें उनके पैरों को छू रही थीं, और खुशबू की रेड बिकिनी गीली होकर और टाइट हो गई थी



उसकी छाती उभरकर बाहर आ रही थी,


जाँघें चमक रही थीं।


असलम ने खुशबू की कमर पर हाथ रखा,



उसे अपनी तरफ़ खींच लिया,


और बोला,


“जान… पानी में मजा आ गया… लेकिन अब ऊपर चलें… रेस्ट लेने…”


खुशबू ने उसके सीने पर सिर टिका दिया



, “हाँ असलम जी… ऊपर… हमारा सूट… वहाँ तो और मजा होगा…”


दोनों हँसे, लेकिन उनकी हँसी में वो कामुकता थी जो बताती थी कि रेस्ट का मतलब कुछ और ही है।

वे बीच से लौटे,


लाउंज एरिया की तरफ़। मैं अभी भी चेयर पर बैठा था, जय के साथ बातें करते हुए



वो नौकरों की तरह हँस-मज़ाक कर रहा था,


लेकिन खुशबू ने मुझे देखा तो उसके चेहरे पर वो शातिर मुस्कान आ गई।




वो अमित को निचले तबके के लोगों के साथ देखकर एकदम टॉन्ट मारने का मौका नहीं छोड़ना चाहती थी



ये उसके लिए अमित को नीचा दिखाने का परफेक्ट चांस था।


वो असलम के साथ मेरी तरफ़ आई, लेकिन अमित को देखते ही रुक गई, जैसे कोई रानी अपने नौकर को देख रही हो।





खुशबू (मेरी तरफ़ देखकर, मीठे लेकिन जहरीले लहजे में):  




“अरे अमित… तुम तो यहाँ इन लोगों के साथ एंजॉय कर रहे हो… जय भाई और बाकी… हा हा… अच्छा है… तुम्हारी जगह यही तो है ना… नीचे, इनके साथ… मस्ती करो… हम तो ऊपर जाते हैं…



असलम जी के साथ… … हमारे सूट में… समय बिताने…”



वो हँसी, लेकिन हँसी में वो तंज था जो अमित को सीधा दिल में चुभ गया।



असलम ने भी हल्के से हँसकर कहा,




“हाँ भाई… तू यहाँ रुको… हम थोड़ा रेस्ट करते हैं… बाद में मिलते हैं…”



खुशबू का ये टॉन्ट अमित को नीचा दिखाने का परफेक्ट तरीका था



जैसे कह रही हो, ‘



तू नौकरों का हिस्सा है, मैं रानी हूँ, असलम मेरे शौहर…’



मैं शर्म से लाल हो गया, लेकिन कुछ कह नहीं पाया—बस सिर हिलाया,


“हाँ… जाओ… ठीक है …”

के तभी, होटल के मैनेजर वहाँ पहुँचे



एक मध्यम आयु का आदमी, सूट में, स्माइल के साथ। वो असलम और खुशबू को देखकर रुक गया, उनकी केमिस्ट्री पर मुस्कुराया।



“सर… मैडम… गुड मॉर्निंग… रिसोर्ट की तरफ़ से शाम की डांस पार्टी का इनवाइट… डिस्को में… लाइव म्यूजिक, ड्रिंक्स… आप दोनों के लिए स्पेशल… हनीमून कपल्स के लिए…” मैनेजर ने कार्ड थमाया।





खुशबू का चेहरा चमक उठा



वो खुश हो गई, जैसे कोई बच्ची गिफ्ट पाकर।



“ओह वाह… डांस पार्टी? असलम जी… चलिए ना… कितना मजा आएगा… शाम को डिस्को में… तुम्हारे साथ डांस करना…”



उसकी आँखों में वो चमक थी,



जो बताती थी कि ये उसके लिए अमित को और नीचा दिखाने का मौका है।


असलम एक्साइटेड हो गया



उसका स्लिम मर्दाना अहंकार भड़क उठा।




“हाँ जान… ज़रूर चलेंगे… डांस… डिस्को… सब कुछ… मैडम के साथ तो हर जगह मजा…”



वो मैनेजर के सामने ही खुशबू को और करीब खींच लिया,


उसके कंधे पर हाथ रखा,


कमर सहलाया,


और हल्का-सा उसके गाल पर किस किया।




“देखो सर… मेरी बीवी कितनी हॉट लग रही है… बिकिनी में…


हम तो शाम को आग लगा देंगे डिस्को में…”



मैनेजर ने हँसकर सिर हिलाया, “सर… आप दोनों परफेक्ट लग रहे हैं… वेलकम…”



असलम का ये मस्ती भरा बर्ताव पति-पत्नी का था नेजर को यकीन हो गया कि वो कपल हैं, और असलम को मजा आया कि अमित दूर से देख रहा है।





फिर दोनों हाथ में हाथ डाले सूट रूम की तरफ़ चले गए।





सूट रूम का दरवाज़ा बंद होते ही, असलम और खुशबू का चेहरा एक-दूसरे की तरफ़ मुड़ा।



बीच पर पानी वाली मस्ती ने दोनों की वासना को चरम सीमा पर पहुँचा दिया था—




खुशबू की बिकिनी गीली होकर चिपक गई थी,




असलम का शॉर्ट्स भी टाइट हो चुका था।

हवा में वो नमकीन महक थी,


लेकिन कमरे में परफ्यूम और पसीने की मिली-जुली खुशबू फैल गई।



असलम ने दरवाज़ा लॉक किया, और बिना एक शब्द कहे खुशबू को दीवार से सटा लिया।




“जान… पानी में तो बस शुरूआत थी… अब… मैं रुक नहीं सकता…”



वो गरजते हुए बोला, और उसके होंठ खुशबू के होंठों पर चिपक गए।





खुशबू ने भी जवाब में उसके बाल पकड़े,



और गहरा किस दिया




“असलम जी… हाँ… मुझे भी… वासना जल रही है… बीच पर सब देख रहे थे… लेकिन अब… सिर्फ़ हम…”



दोनों एक-दूसरे पर टूट पड़े।



असलम ने खुशबू की बिकिनी टॉप खींच ली,



उसके निप्पल्स को मुँह में ले लिया,



और खुशबू की सिसकारी निकल गई—




“आह्ह… असलम जी… चूसो… जोर से…” असलम ने उसे बेड पर पटक दिया,




लेकिन खुशबू ने उसे नीचे खींच लिया।



“रुको… पहले शावर… नंगे होकर… मैं चाहती हूँ… तुम्हारे साथ…”



वो फुसफुसाई,



पहली बार शादी के बाद किसी अनजान मर्द (असलम) के साथ बाथरूम शेयर करने का रोमांच उसके रोंगटे खड़े कर रहा था।



असलम ने मुस्कुराकर सिर हिलाया, “हाँ जान… चलो… नंगे होकर… मैं तुम्हें साफ करूँगा… हर जगह…”




दोनों बाथरूम में दाखिल हुए।



दरवाज़ा बंद किया,


और शावर ऑन कर दिया



गर्म पानी की धारें गिरने लगीं।

[Image: In-Shot-20251218-175605243.gif]



[Image: In-Shot-20251218-175628835.gif]






असलम ने खुशबू की बिकिनी बॉटम उतार दी, और खुशबू ने उसके शॉर्ट्स खींच लिए।



दोनों पूरी तरह से नंगे हो गए



असलम का तगड़ा, काला लंड तना हुआ, खुशबू की गोरी बॉडी पानी में चमक रही थी




। शावर के नीचे खड़े होकर,


असलम ने खुशबू को अपनी बाहों में लिया,



जैसे कोई रोमांटिक लवर




। “जान… तुम्हारी ये बॉडी… पानी में कितनी सॉफ्ट… मैं तो बस छूना चाहता हूँ…”



वो बोला, और उसके हाथ खुशबू की पीठ से सरकते हुए कमर पर पहुँच गए।



खुशबू ने उसके सीने पर सिर रखा




, “असलम जी… हाँ… छूओ… ये सब तुम्हारा है… पहली बार…


किसी और के साथ शावर…


उफ्फ… कितना रोमांच है…


पानी की धारें उनके शरीर पर बह रही थीं, साबुन की फोम बन रही थी—रोमांटिक, लेकिन गहरा कामुक।





असलम ने शैंपू लिया,



खुशबू के बालों में डाला,



और धीरे-धीरे मसाज करने लगा।



“जान… तुम्हारे बाल… कितने सिल्की… मैं तो बस सूंघता रहूँ…”


खुशबू ने आँखें बंद कीं,



“हाँ… सूंघो… मसाज करो… तुम्हारी उँगलियाँ… मेरे सिर में… उफ्फ…”



फिर असलम ने साबुन लिया, खुशबू की छाती पर लगाया—धीरे-धीरे फोम बनाते हुए, उसके निप्पल्स को सहलाया।



“ये छाती… कितनी सॉफ्ट… मैं तो दबाता रहूँ…” वो बोला,


और खुशबू कराही



—“आह्ह… असलम जी… दबाओ… चूसो… पानी में…”



असलम झुककर उसके निप्पल्स चूसने लगा



पानी की धारें उनके चेहरों पर बह रही थीं।


खुशबू ने बदला लिया—



असलम का लंड पकड़ा, साबुन लगाया, और धीरे-धीरे ऊपर-नीचे करने लगी।






“तुम्हारा ये… कितना तगड़ा… पानी में चिकना हो गया… मैं तो सहलाती रहूँ…”



असलम की सिसकारी निकली,



“जान… हाँ… ऐसे ही… और तेज़… तुम्हारा हाथ… जन्नत लग रहा है…”



दोनों मजाक-मस्ती करने लगे



असलम ने खुशबू को दीवार से सटा दिया,



उसके पैर उठाकर अपनी कमर पर लपेट लिए, और धीरे-धीरे अंदर घुसा।



“जान… शावर में… पहली बार… मैं तुम्हें अपना बना रहा हूँ…”



वो बोला, और धक्के मारने लगा—




पानी की आवाज़,


उनकी कराहटें,


सब मिक्स हो गया।



खुशबू चीखी,




“असलम जी… हाँ… जोर से… पानी में… फिसलन… उफ्फ… मैं तुम्हारी हूँ…”




असलम ने उसके गले पर किस किया,





“हाँ… मेरी दू बीवी… मैं तुझे हलाल कर रहा हूँ…”



वो मजाक में बोला,



लेकिन उसमें वो interfaith पावर था जो खुशबू को और एक्साइट कर रहा था।



फिर असलम ने उसे नीचे उतारा,



घुटनों पर बिठाया



—खुशबू ने उसका लंड मुँह में लिया, पानी की धारें उसके चेहरे पर बह रही थीं।




“जान… चूसो… शावर में… कितना रोमांटिक…” असलम कराहा।






खुशबू ने साबुन से असलम की पीठ मसाज की, उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारा—



“हा हा… असलम जी… तुम्हारी गांड कितनी टाइट… मैं तो दबाती रहूँ…” असलम हँसा,



“दबाओ जान… लेकिन बदला लूँगा…” वो खुशबू को उठाकर फिर से दीवार से सटा दिया,



उसके पैर कंधों पर रखे,


और जोरदार धक्के मारने
लगा।



“आह्ह… असलम जी… बस… फट जाऊँगी…”




खुशबू चीखी, लेकिन हँस भी रही थी।




असलम ने उसके निप्पल्स चूसे,




“फटने दो… मैं जोड़ दूँगा…”



दोनों एंजॉय कर रहे थे—



मजाक में थप्पड़,


सहलाना,

चूमना,

और गहरे धक्के।


शावर का पानी सब धो ले रहा था, लेकिन उनकी वासना साफ़ हो रही थी।





असलम ने आखिर में झड़ दिया


खुशबू के अंदर,


और दोनों हाँफते हुए शावर के नीचे खड़े रहे।




“जान… ये शावर… यादगार हो गया…” असलम बोला। खुशबू ने उसके सीने पर सिर रखा, “हाँ… पहली बार… किसी और के साथ… कितना रोमांटिक… lवो फुसफुसाई, और दोनों हँसे—पानी की धारें अभी भी बह रही थीं।
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RE: मेरी खूबसूरत पत्नी खुशबू भोला भाला बुद्धू सा में और बहुत सारे ,., मर्द - by Namard pati - 18-12-2025, 06:33 PM



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