03-12-2025, 08:28 AM
(06-09-2025, 12:04 PM)Fuckuguy Wrote: [img=539x1152][/img]
Haaa re......inke lundo ko mumbai ke local train me dekhi thi....ssale bhikh mangte hai....aaaur agar koi paise nahi dete to apne sari ko upar utha kar apne lundo ko dikhte hai.....kaaasam se maja aa gaya tha unke lundo ko dekh kar....r
ट्रेन की रात: एक अनोखा सफर
एक व्यस्त शहर से दूर, दिल्ली से मुंबई की ओर जा रही स्लीपर ट्रेन में, अमित और उसकी पत्नी प्रिया सफर कर रहे थे। अमित एक 30 साल का इंजीनियर था, मजबूत कद-काठी वाला, लेकिन घरेलू किस्म का आदमी। प्रिया 28 साल की थी, गोरी-चिट्टी, भरी हुई फिगर वाली, पतली कमर और उभरे हुए स्तनों वाली। दोनों की शादी को दो साल हो चुके थे, और ये उनका हनीमून का लेट प्लान था। ट्रेन की स्लीपर कोच में उनकी बर्थ ऊपर-नीचे थी। अमित नीचे की बर्थ पर लेटा हुआ था, प्रिया ऊपर। ट्रेन रात के अंधेरे में सरपट दौड़ रही थी, और बाहर बारिश की बूंदें खिड़की पर टपक रही थीं।ट्रेन स्टेशन से चली ही थी कि अमित की नजर सामने वाली बर्थ पर पड़ी। वहाँ दो खूबसूरत लड़कियाँ बैठी थीं—एक का नाम था रिया, दूसरी का शीला। दोनों 25-26 साल की लग रही थीं, लंबे बाल, मेकअप से चमकते चेहरे, और टाइट जींस-टॉप में उनके बदन की हर वक्र साफ नजर आ रही थी। रिया की आँखें बड़ी-बड़ी थीं, होंठ गुलाबी, और शीला की कमर इतनी पतली कि अमित की नजरें ठहर गईं। "कितनी सुंदर हैं ये," अमित ने मन ही मन सोचा। प्रिया ने भी देखा और मुस्कुराई। "ट्रेन में अच्छी कंपनी मिल गई," उसने अमित से कहा।बातचीत शुरू हुई। रिया और शीला मुंबई जा रही थीं, मॉडलिंग का काम करती थीं। वे दोनों हँस-हँसकर बातें कर रही थीं, और अमित-प्रिया को भी शामिल कर लिया। रात गहराने लगी। ट्रेन की लाइट्स डिम हो गईं। अमित और प्रिया अपनी बर्थ पर लेटे, लेकिन नींद नहीं आ रही थी। अचानक रिया नीचे उतरी और अमित के पास आई। "भैया, ठंड लग रही है, क्या आपकी शॉल दे सकते हो?" उसने मीठी आवाज में पूछा। अमित ने शॉल दी, लेकिन उसकी नजर रिया की टाइट टॉप पर पड़ी, जहाँ उसके स्तन उभरे हुए थे। प्रिया ऊपर से देख रही थी और हँस पड़ी। "ये लड़कियाँ कितनी बोल्ड हैं," उसने फुसफुसाया।रात के 12 बज चुके थे। ट्रेन एक छोटे स्टेशन पर रुकी। बाहर अंधेरा था। शीला ने प्रिया को नीचे बुलाया। "दीदी, आओ न, हम लोग गेम खेलें। ट्रेन में बोरिंग लग रहा है।" प्रिया नीचे आई, और चारों बैठकर बातें करने लगे। रिया ने एक बोतल निकाली—वाइन की। "चलो, थोड़ा मज़ा करें," उसने कहा। अमित हिचकिचाया, लेकिन प्रिया ने हामी भर दी। "क्यों नहीं, सफर है।" वे सबने शॉट्स लिए। वाइन का असर होने लगा। बातें पर्सनल होने लगीं। रिया ने पूछा, "भाभी, आपका हसबैंड कितना रोमांटिक है?" प्रिया शरमा गई, लेकिन हँसकर बोली, "बहुत।" शीला ने अमित की ओर देखा और कहा, "दिखता तो है।"असर बढ़ा। रिया अमित के करीब आ गई। उसकी जांघ अमित की जांघ से छू रही थी। अमित का बदन गर्म हो रहा था। प्रिया ने देखा, लेकिन वो भी नशे में थी। अचानक रिया ने प्रिया का हाथ पकड़ा और कहा, "दीदी, आप कितनी सेक्सी हो। आपका फिगर देखकर जलन होती है।" प्रिया हँसी, लेकिन रिया ने उसकी कमर छू ली। "वाह, कितनी सॉफ्ट।" अमित स्तब्ध था, लेकिन उत्साहित भी। शीला ने अमित के कंधे पर हाथ रखा। "भैया, आप भी हैंडसम हो।" ट्रेन फिर चल पड़ी। पर्दे बंद थे, कोच में सन्नाटा।रिया ने प्रिया को अपनी बर्थ पर बुलाया। "आओ न, लेटकर बात करें।" प्रिया चली गई। अमित और शीला अकेले रह गए। शीला अमित के करीब आई। "भैया, क्या आपने कभी थ्रीसम ट्राई किया?" अमित चौंक गया। "नहीं..." शीला हँसी। "ट्राई करो न।" और उसने अमित के होंठों पर चुंबन दे दिया। अमित विरोध नहीं कर सका। शीला की जीभ उसके मुँह में थी, हाथ उसके सीने पर। अमित का हाथ शीला की कमर पर गया, नीचे की ओर। लेकिन तभी उसे कुछ अजीब लगा। शीला की जींस में उभार था—एक सख्त उभार। अमित पीछे हटा। "ये क्या?"उधर, रिया प्रिया के साथ थी। रिया ने प्रिया की टी-शर्ट ऊपर की, उसके स्तनों को छुआ। "वाह, कितने सॉफ्ट।" प्रिया नशे में थी, सिहर उठी। रिया ने अपना टॉप उतारा। उसके स्तन नकली लग रहे थे, लेकिन आकर्षक। रिया ने प्रिया को चूमना शुरू किया—गले पर, स्तनों पर। प्रिया की आह निकली। "आह... रिया..." लेकिन रिया ने अपनी जींस खोली, और प्रिया की आँखें फैल गईं। रिया के पास लिंग था—बड़ा, सख्त। "तुम... तुम लड़की नहीं हो?" प्रिया ने पूछा। रिया हँसी। "हम शीमेल हैं, डार्लिंग। लेकिन मज़ा दोगुना।"अमित ने शीला को देखा। शीला ने भी अपनी जींस उतारी। उसका लिंग बाहर आ गया—लंबा, मोटा, उत्तेजित। "हाँ, हम ट्रांस हैं। लेकिन देखो, कितना मज़ा आएगा।" अमित डर गया, लेकिन नशा और उत्सुकता ने उसे रोका। उधर रिया प्रिया को दबोच रही थी। प्रिया विरोध कर रही थी, लेकिन कमजोर। रिया ने प्रिया की पैंट उतारी, उसकी जांघें फैलाईं। "चुप रहो, एंजॉय करो।" और रिया ने अपना लिंग प्रिया की योनि में घुसा दिया। प्रिया चीखी—"आह... नहीं..." लेकिन रिया की गति तेज़ हो गई। प्रिया का बदन हिल रहा था, उसके स्तन उछल रहे थे। रिया ने उसके स्तनों को चूसा, काटा। "कितनी टाइट हो तुम।"अमित देख रहा था। शीला ने अमित को पकड़ा। "देखो, तेरी बीवी कितना मज़ा ले रही है। अब तू हमारा ले।" शीला ने अमित को घुटनों पर बैठाया, अपना लिंग उसके मुँह के पास लाया। "चूस इसे।" अमित ने मना किया, लेकिन शीला ने उसके बाल पकड़े। "चूस, वरना तेरी बीवी को और जोर से चोदेंगे।" अमित ने आँखें बंद कीं और शीला का लिंग मुँह में लिया। वो गर्म था, सख्त। शीला ने अमित का सिर दबाया, अंदर-बाहर करने लगी। अमित घुट रहा था, लेकिन जारी रहा। उधर रिया प्रिया को चोद रही थी, तेज़-तेज़। प्रिया की आहें अब खुशी में बदल रही थीं—"ओह... हाँ... और जोर से।"रिया और शीला ने जगह बदली। अब शीला प्रिया के पास गई। शीला ने प्रिया को डॉगी स्टाइल में किया, पीछे से घुसाया। प्रिया की चीख निकली, लेकिन वो अब सरेंडर कर चुकी थी। शीला की गेंदें प्रिया की जांघों से टकरा रही थीं। रिया अमित के पास आई। "अब तू मेरा चूस।" रिया का लिंग और बड़ा था। अमित ने चूसा, जीभ से सहलाया। रिया सिसकारी—"आह... अच्छा चूसता है तू।" ट्रेन की रफ्तार जैसे उनके मिलन की रफ्तार से मैच कर रही थी।फिर दोनों शीमेल्स ने अमित और प्रिया को साथ लाया। रिया ने प्रिया को अपनी गोद में बिठाया, नीचे से चोदा। शीला ने अमित को चूसवाया। प्रिया अब पूरी तरह खुल गई थी। "अमित... ये कितना अच्छा है... आह..." अमित भी अब उत्साहित था, अपना लिंग बाहर निकालकर हिलाने लगा। रिया ने प्रिया के स्तनों को दबाया, निप्पल्स चूसे। शीला ने अमित के मुँह में अपना वीर्य छोड़ दिया। अमित निगल गया, घृणा के साथ लेकिन मज़े में।रात भर ये खेल चला। सुबह ट्रेन मुंबई पहुँची। रिया और शीला ने नंबर एक्सचेंज किया। "फिर मिलेंगे," वे बोलीं। अमित और प्रिया स्तब्ध थे, लेकिन उनकी आँखों में नई चमक थी। घर जाकर वे इस रात को याद करते, और अपनी सेक्स लाइफ में नया ट्विस्ट लाते। शायद अगली ट्रेन में फिर ऐसा सफर।
कहानी का विस्तार
अमित और प्रिया की शादी अरेंज्ड थी। अमित ऑफिस में व्यस्त रहता, प्रिया घर संभालती। उनकी सेक्स लाइफ नॉर्मल थी—सप्ताह में एक-दो बार, मिशनरी स्टाइल। लेकिन ट्रेन का सफर सब बदल देगा। ट्रेन में एंट्री से पहले, अमित ने प्रिया से कहा, "ये सफर स्पेशल होगा।" प्रिया मुस्कुराई।रिया और शीला की बैकस्टोरी: वे दोनों ट्रांस वुमन थीं, मॉडलिंग में। शहर में वे ओपन लाइफ जीतीं, लेकिन गाँव या ट्रेन में छुपातीं। रिया की आवाज मीठी थी, शीला की बोल्ड। वाइन पीने के बाद, रिया ने प्रिया को छुआ—पहले हाथ, फिर कमर, फिर जांघ। प्रिया सिहर उठी। "रिया, ये क्या?" लेकिन नशा था। रिया ने प्रिया की ब्रा खोली, स्तनों को मसला। "कितने बड़े हैं तेरे।" प्रिया की निप्पल्स सख्त हो गईं।शीला अमित को चूम रही थी। अमित का लिंग सख्त हो गया। शीला ने उसका पैंट खोला, सहलाया। "वाह, तेरा भी अच्छा है।" लेकिन फिर शीला ने अपना दिखाया। अमित शॉक में। "तुम... मर्द हो?" शीला हँसी, "नहीं, शीमेल। दोनों का मज़ा।"मिलन का डिटेल: रिया ने प्रिया को लिटाया, उसकी योनि चाटी। प्रिया पागल हो गई—"आह... मत रुको।" फिर घुसाया। प्रिया की दीवारें फैलीं, दर्द और मज़ा। रिया की गति—धीरे, फिर तेज़। प्रिया के कूल्हे हिल रहे थे। शीला अमित के मुँह में जोर-जोर से। अमित की आँखों में आँसू, लेकिन वो जारी रहा।जगह बदलकर: शीला ने प्रिया को चोदा, पीछे से। प्रिया की गांड पर थप्पड़ मारे। "चिल्ला, साली।" प्रिया चिल्लाई। रिया ने अमित को चूसा—उसका लिंग मुँह में। अमित चरम पर पहुँचा। फिर दोनों शीमेल्स ने प्रिया को सैंडविच किया—एक आगे, एक पीछे। प्रिया बीच में, दो लिंगों से भरी। "आह... मार डालोगे..." लेकिन वो एंजॉय कर रही थी। अमित देखता रहा, अपना हिलाता।सुबह: वे थक गए। रिया ने कहा, "ये हमारा सीक्रेट।" अमित और प्रिया ने हामी भरी। मुंबई पहुँचकर, वे होटल गए, और वहाँ फिर से उस रात को रीक्रिएट किया—लेकिन अब अकेले। प्रिया बोली, "अमित, वो मज़ा अलग था।" अमित मुस्कुराया। शायद अगली बार रिया-शीला को बुलाएँ।


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