Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest खेल ससुर बहु का
#1
खेल ससुर बहु का

चलिए शुरू करते है|


फेमिली का इतिहास, history of the family

पार्ट 1

आज राजपुरा गाओं के राजा यशवीर सिंग का महल दुल्हन की तरह सज़ा हुई है और क्यू ना सजता, आज राजा साहब का बेटा विश्वजीत शादी करने के बाद अपनी नयी-नवेली दुल्हन को लेकर आया था.राजा साहब के घर मे अरसे बाद खुशियों ने कदम रखा था वरना पिछले दो सालों मे तो उन्हे बस दुख ही देखने को मिले थे|


मेहमानों की भीड़ हवेली के बड़े से बाग मे दूल्हा-दुल्हन को बधाई दे रही थी और पार्टी का लुत्फ़ उठा रही थी.राजा साहब ने मेहमानों की खातिरदारी मे कोई कसर नही भी छोड़ी थी.

जब तक राजा साहब मेहमानों की खातिरदारी करते हैं,आइए तब तक हम उनके बारे मे तफ़सील से जान लेते हैं.राजा साहब अपने पिता की एकलौती औलाद थे.उनके पिता पूरे राजपुरा के मलिक थे.उन्होने राजा साहब को विदेश मे तालीम दिलवाई पर हुमेशा से 1 बात उन्होने यशवीर सिंग के दिमाग़ मे डाली कि चाहे कुछ भी हो जाए रहना उन्हे राजपुरा मे अपनी जनता के बीच मे ही रहना होगा.पर फिर रजवाड़ों का चलन ख़तम हो गया तो बाप-बेटे ने बड़ी होशियारी से अपने को बिज़्नेस्मेन मे तब्दील कर लिया.जहा कई राजाओं की हालत आम आदमियो से भी बदतर हो गई वोही राजा साहब और उनके पिता ने अपनी पोज़िशन और भी मज़बूत कर ली.

गाओं मे गन्ने की खेती होती थी तो राजा साहब ने शुगर मिल लगा दी और गाओं वालों को उसमे रोज़गार दे दिया.उनकी ज़मीन पे बड़े जंगल थे तो 1 पेपर मिल भी स्टार्ट कर दी, वहा भी गाओं वाले ही काम करते थे. खेतों मे तो वो पहले से ही लगे हुए थे. इस तरह पिता की मौत के बाद राजा यशवीर राजपुरा के बेताज बादशाह बन गये.लोकल MLA और MP भी उनके आगे हाथ जोड़े खड़े रहते थे. वक़्त के साथ-साथ राजा साहब करीब 15 मिल्स के मलिक बन गये.

राजा साहब का विवाह एक बड़ी ही धर्म परायण महिला सरिता देवी से हुआ. राजा साहब व्यभिचारी तो नही थे फिर भी आम मर्दों की तरह सेक्स मे काफ़ी दिलचस्पी रखते थे, पर पत्नी के लिए चुदाई बस वंश बढ़ने का ज़रिया था और कुछ नही. इसलिए राजा साहब अपने शौक शहर मे पूरे करते थे. पर उन्होने अपनी पत्नी को कभी इसकी भनक भी नही लगने दी ना ही उन शहरी रांडों से कोई बहुत गहरा संबंध बनाया. वो तो बस उनके कुछ शौक पूरे करती थी जो उनकी पत्नी नही करती थी. अगर रानी साहिबा राजा साहब की इच्छायें पूरी करती तो राजा साहब कभी किसी और औरत के पास नही जाते. राजा साहेब अपने गाओं के किसी औरत को कभी भी गंदी दृष्टि से नही देखते थे.

पर इस अच्छे इंसान को पहला बड़ा झटका उपरवाले ने आज से दो साल पहले दिया. राजा साहब का बड़ा बेटा यूधवीर एक कार आक्सिडेंट मे मारा गया. लोग कहते हैं कि वो आक्सिडेंट नही बलकी मर्डर था-किसी ने यूधवीर की कार के साथ छेड़खानी की थी. खैर इस बारे मे हम कहानी मे आगे बात करेंगे. बेटे की मौत का सदमा रानी सरिता देवी सह नही पाई और उसका नाम ले-ले कर भगवान को प्यारी हो गयी. यह सब एक साल के भीतर दो घटनाए घट गई. उस समय विश्वजीत विदेश से पढ़ाई करके लौटा था और आते ही उसे पिता का सहारा बनना पड़ा.

ऐसा नही है कि राजपुरा मे राजा साहब का एकछत्र राज्य है. जब्बार सिंग नाम का एक ठाकुर बहुत दिनों से उनसे उलझता आ रहा है. लोग तो कहते हैं के यूधवीर की मौत मे उसी का हाथ था. जब्बार राजा साहब के दबाव को ख़तम कर खुद राजपुरा का बेताज बादशाह बनाना चाहता है. पर राजा साहब ने अभी तक उसके मन की होने नही दी है.

चलिए अब वापस चलते हैं महल को.

अरे ये क्या! पार्टी तो ख़तम हो गयी...सारे मेहमान भी चले गये. नौकर-नौकरानी भी महल के कम्पाउंड मे ही बने अपने कमरों मे चले गये हैं. रात के खाने के बाद महल के अंदर केवल राजा साहब और उनके परिवार एवं खास मेहमानों को ही रहने का हुक्म है.

पर मैं आपको महल के अंदर ले चलता हूँ, सीधे विश्वजीत के कमरे क्यू की अब मेनका से मिलने का वक़्त आ गया है.

मेनका-विश्वजीत की दुल्हन, नाम के जैसे ही बला की खूबसूरत...गोरा रंग, खड़ी नाक, बड़ी बड़ी काली आँखें, कद 5'5"...मस्त फिगर की मल्लिका. बड़े लेकिन बिल्कुल टाइट स्तनों और गांड की मालकिन. मेनका एक बहुत कॉन्फिडेंट लड़की है जो कि अपने मन की बात सॉफ साफ़ लेकिन शालीनता से कहने मे बिल्कुल नही हिचकति.
मेनका सुहाग सेज पे सजी-धजी बैठी अपने पति का इंतेज़ार कर रही है.ये लीजिए वो भी आ गया.
मेनका और विश्वजीत शादी के पहले कई बार एक दूसरे से मिले थे सो अजनबी तो नही थे पर अभी इतने करीबी भी नही हुए थे. विश्वा ने 4-5 बार उसके गुलाबी रसीले होठों को चूमा था. या ये कहीऐ की उसका होठो का रसपान किया था. उसके नशीले कसे बदन को अपनी बाहों मे भरा था पर इससे ज़्यादा मेनका कुछ करने नही देती थी. पर आज तो वो सोच कर आया था कि उसे पूरी तरह से अपनी बना के रहेगा.
विश्वा पलंग पे मेनका के पास आकर बैठ गया.


बाकी यह कहानी के एप्रूवल के बाद..............


शुरुआत कैसी है बताइगा जुरूर आपके कोमेंट की प्रतीक्षा रहेगी..........

मैत्री..........
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.


Messages In This Thread
खेल ससुर बहु का - by maitripatel - 21-11-2025, 04:26 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)