03-11-2025, 08:23 AM
(This post was last modified: 04-11-2025, 09:24 PM by Dhamakaindia108. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Update...
पापा भी रांची से वापस आ चुके थे जिसके उन दोनों का मिलना जुलना बहुत कम हो गया था अब वह दोनों की चैटिंग शुरू हो गई है। थोड़े दिन बाद जब मुझे उसके चैटिंग के बारे में पता चला । अब मैं आपको चैटिंग बताता हूं।
सौरभ - नमस्ते पंखुरी , आपसे मिले हुए बहुत दिन हो गया है मिलने का मन हो रहा है।
मम्मी - नमस्ते, में अभी तुमसे नहीं मिल सकती ?
सौरभ - क्योंकि ?
मम्मी - बताया था ना पति रांची से वापस आ गया है ?
सौरभ - अब तो आप मुझे भुला जाऊंगी ?
मम्मी - तुम क्या बोल रहे हो, मैं कुछ समझी आ रहा।
सौरभ - में बोल रहा हूं कि अब आपके पति रांची से वापस आ गये है वह आपकी चम के चुदाई करेगा तो आप मुझे भुला जाऊंगी।
मम्मी - मेरे पति में दम नहीं है, मेरी शादी को 20 साल हो गए हैं। पर आज तक वो मुझे कभी खुश नहीं कर पाए। जो मेरी बेटा है वो भी किसी और का ही है।
फिर वह दोनों खुलेआम बातें करने लग गए और उससे बात करने से मम्मी इतनी खुशी थी कि उसने बोला - काश तुम मेरे बेटे होते।
सौरभ – तो बना लो ना मुझे अपना बेटा।
फिर क्या था दोस्तो, उसने सौरभ को अपना बेटा मान लिया, और वह दोनों अब बहुत सेक्सी चैट करने लग गए। रात को देर रात तक सौरभ उसका बेटा बनकर उसे बहुत मजा देता था।
फिर वह दोनों की तड़प इतनी बढ़ गई, कि एक दिन मम्मी बोली - सौरभ अब तो तेरी मम्मी ( यानी पंखुरी ) तेरे लंड को चूत में लिए बिना नहीं रह सकती।
इसलिए उन दोनों ने मिलने का प्लान बनाया, पर मेरे पापा की वजह से कोई जुगाड़ नहीं हो रहा था। मगर मम्मी ने अपने पापा से कोई बहाना कर एक दिन के लिए सौरभ ने मिलने गई।
सौरभ ने मम्मी को पहले ही बोल रखा था, कि आप ऐसी ड्रेस पहनो जिसमें आप एक प्यारी मम्मी की दिखो । तो मम्मी ने स्लीवलेस बैकलेस ब्लाउज पहनना हुआ था, और वो भी बिना ब्रा के पहना हुआ था।
उसके बड़े बड़े चूची उसकी पारदर्शी साड़ी में बहुत जबरदस्त दिख रहे थे, मुझे तो देखा नहीं जा रहा था। फिर मम्मी ओटो पकड़ा सौरभ से मिलने पहुंची। थोड़ी देर बाद मैं भी स्कूटी लेकर उसके कमरे पर पहुंचा
जेसे ही मैं कमरे पर पहुंचें तो दरवाजा बंद था । तो मैंने की कीहॉल से अंदर झांका तो एक जोर दार चुंबन चल रहा था , उसके दोनों के होंठ एक मुलायम बांध में बंधे थे ।
थोड़ी देर बाद.......
पंखुरी – बेटा ( सौरभ ) थोड़ा सवर तो करो आज पूरा दिन तेरी मम्मी तुम्हारी है, जो चाहे वो कर लेना।
पर सौरभ ने उसको पूरा दबा लिया था, और उसके नग्न पेट पर हाथ घुमाने लग गया था। सौरभ पागल की तरह किस कर रहा था मम्मी की साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया।
सौरभ ने चुंबन को थोड़ी देर विराम दिया और मम्मी के नाभि को चाटने लगा। इससे मम्मी ने अपने दोनों हाथों को उठा कर सौरभ के सिर पर घुमाना शुरू कर दिया।
मम्मी की कमर क्या सेक्सी दिख रही थी, मम्मी ने पूरी बॉडी की वैक्सिंग करवा कर आई थी। मैंने उसके बड़े बड़े चूची को बहार आने को तड़प रहे थे, तभी सौरभ ने उसके ब्लाउस को एक ही झटके में खींच डाला और उसका ब्लाउज उतार फेंका ।
मम्मी ने ब्रा तो पहनी नहीं थी, तो उसके शुद्ध चूची एक दम से बाहर आ गए। वह क्या मस्त लग रहे थी , एक दम गोल गोल टाइट गोरे गोरे। सौरभ ने उसके चुचियों को मसलने लग गया, हां दोस्तों मैं आपको उसका फिगर बताना भूल गया।
मम्मी की चुची का फिगर साइज 38 - 36 था , वह एक दम गजब की लग रही थी। फिर सौरभ ने उसको बिस्तर पर पटक दिया, और उसके ऊपर चढ़ गया।
पंखुरी – आआहह बेटा ( सौरभ ) वाह अब तक तू कह रहा था, आज तू मेरी बरसो की प्यास को बुझा दे। काश तू मेरी चूत से निकला होता, तू मुझे बहुत कमाल का प्यार दे रहा है।
( मैं भी अब जोश में आ गया था )
सौरभ उसके चुचियों को मसलते हुए बहुत जोर से किसिंग करने लग गया। वो भी पागल हो रही थी, सौरभ ने उसके पेटीकोट ऊपर कर दिया और सौरभ ने उसकी पैंटी को निकाल दिया।
फिर सौरभ ने उसके बड़े बड़े चूची को छोटे बच्चे की तरह चूसने लग गया।
पंखुरी – अच्छा मेरे बच्चे ( सौरभ ) आज तू मेरा सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का, बहुत सालो से मैं इस पल जीने के लिए तरस रही थी। मेरे प्यारे बेटे आज सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का।
सौरभ बड़े प्यार से उसके नरम नरम चुचियों को पी रहा था, और साथ में उसकी चूत को भी रगड़ रहा था। वह बहुत जोर जोर से मोनिंग कर रही थी, और वो बोली।
पंखुरी – आह्ह आह्ह काश तू सच में मेरा बेटा होता, तो रोज रात तेरे नीचे मैं आज जाती। फिर तू पूरी रात जाम कर मेरी चूत को फडता।
फिर सौरभ ने मम्मी को पूरा नंगा कर दिया और अब मम्मी ने सौरभ का बड़ा लंड मुँह में लेकर प्यार से चूसना शुरू कर दिया।
( मुझे बहुत मजा आ रहा था )
मम्मी ने उसके लंड का ऐसा नहीं छोड़ा था, जो उसकी थूक से गीला ना हो।
पंखुरी – बेटा अब अपनी मम्मी को ज़्यादा मत तड़पाओ.. बस एक बार अपने इस लंड से अपनी मम्मी की चूत को फाड़ डालो। मुझे अपने बेटे का लंड अपनी चूत में चाहिए।
तभी सौरभ ने कहा " मेरा लंड यह नयन का लंड "
पंखुरी - बदमाश कहीं का तेरा लंड पगले ।
तभी सौरभ उसके ऊपर आ गया और मम्मी ने भी अपने एक हाथ से सौरभ का लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया। सौरभ ने चुम्बन करते-करते लंड को उसकी चूत पर दबाना लग गया। पर उसकी चूत आज भी काफी टाइट लग रही थी। तो सौरभ ने थोड़ा प्रेशर डाला और उसके मुँह से आह्ह आह्ह निकल गयी। फिर सौरभ ने जोर से ढका मारा और पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।
मम्मी चेहरे पर दर्द और ख़ुशी दोनों का एहसास साफ़ दिख रहा था। फिर सौरभ ने उसके दोनों चुची को पकड़ कर चुंबन करते हुए उसे जोर जोर से चोदने लग गया।
पंखुरी – आअहह... आअहह.... आहा... बेटा ( सौरभ ) आअहह्न ....हां .....फाड़ो मेरी चूत बहुत सालो से ये मुझे बहुत परेशान कर रही है। आज से तू मेरा सच्चा बेटा है. जब तुझे चाहिए होगी तो तभी तेरी मम्मी अपनी चूत लेकर तेरे लिए हाज़िर हो जायेगी।
अब वह सौरभ से जोर जोर से चुद रही थी , फिर सौरभ ने पोजीशन चेंज कर ली और उसको अपने ऊपर बिठा लिया। अब मम्मी बड़े प्यार से सौरभ के लंड पर खुद रही थी।
मम्मी बहुत मजे में चुद रही थी। ऐसे ही करीब 40-45 मिनट में सौरभ ने उसको अलग-अलग पोजीशन में चोदा। फिर जब सौरभ का निकलने वाला था तो सौरभ बोला।
सौरभ - मम्मी अपने बेटे की क्रीम कहाँ लेना चाहेगी?
पंखुरी – मेरी चूत को अपने पानी से गीला कर दो, ये बहुत सालो अंदर से सुखी पड़ी है। आज तूने मुझे फिर से औरत बना दिया है, चोद बेटा ( सौरभ ) चोद और जोर से चोद।
सौरभ ने उसको पूरा अपनी बाहों में जकड़ लिया, और सौरभ फुल स्पीड में चोदने लग गया।
उसका अब तक मम्मी का दो बार पानी निकल चुका था। जिसकी वजह से उसकी चूत इतनी चिकनी हो गई थी सौरभ का लंड बहुत स्पीड से अंदर बाहर हो रहा था।
सौरभ ने उसके चुचियों को चूसे चूसे मम्मी को जोर जोर से चोद रहा था। वह दोनो बहुत बहुत काप भी रहे थे।
पंखुरी – आह आह बेटा ( सौरभ ) आज तूने अपनी मम्मी को पूरा संतुष्ट कर दिया है, जो इतनी बार से प्यारी थी।
उसकी बातों से सौरभ को ज्यादा जोश मिल रहा था.. और सौरभ फुल स्पीड में चोदते हुए अपना सारा पानी उसकी चूत में भरने लग गया। फ़िर सौरभ मम्मी के ऊपर गिर गया, मम्मी सौरभ के बालो को प्यार से सलाह रही थी।
फिर मम्मी सौरभ के माथे पर किस करके बोली - मेरा प्यारा बेटा आज से जब भी तुझे अपनी मम्मी की याद आये तो मेरे घर आ जाना। तेरे लिए मैं हमेंशा तैयार रहूंगी.
फिर वह शाम तक सौरभ के साथ रही, तब तक सौरभ ने मम्मी को अलग अलग तरीके से 5 बार चोद चुका था। फिर वह दोनों साथ में नहाये और मैं घर आ गया।
मैं आज उसके आगे की बात आपको बता रहा हूं कि आप लोगों को.......... अब सौरभ की हीमत इतनी बढ़ गई कि वह अब मेरे घर पर आने लगा है तो एक दिन सौरभ मेरे घर पर आया ( पापा ओफिस जा चुके ) थोड़ी देर सौरभ ने मम्मी से बात करी फिर मम्मी ने उसके लिए चाय बनाई दोनों ने साथ मिलकर पिया फिर थोड़ी देर बात करने को बाद मम्मी किचन में जाकर काम करने लगी । फिर मैं उसके पास पहुंचा तो सौरभ ने मुझसे कहां नयन तेरी मम्मी पंखुरी को उस दिन चलने में दिक्कत तो नहीं आई ना तो मैंने कहां मेरी मम्मी चल नहीं पा रही थी तो उसने जल्दबाजी में बोला ' किस तरह की तकलीफ हुई थी , तो मैंने कोई जवाब नहीं दिया तो उसने फिर बोला सौरभ बोले " देखना आज फिर ना हो जाए ऐसा दर्द तो मुझे उनकी बात समझ में आ गई थी कि वो आज फिर मम्मी की चुदाई करेगी घर पर ।
थोड़ी देर बाद मम्मी ने किचन में बुलाया और मुझसे कहा नयन तू मार्केट से मेरे लिए कुछ समान ला दे ( मार्केट मेरे घर से 25 किलोमीटर दूर था ) तो मेरे मुंह से हां निकल गया तो मम्मी ने मुझे स्कूटी की चाबी दी और मैं किचन से बाहर आ गया और मम्मी थोड़ी देर में किचन में रूका रही । मैं घर से एक झोला लेकर मार्केट निकल गया । मैं थोड़ी दूर जाने के बाद लौटकर आया ( क्योंकि मुझे मम्मी की चुदाई देखनी थी इसलिए... ) तो मैंने देखा दरवाजा बंद था। तो मैंने घर के बेडरूम की छोटी सी खिड़की से अंदर देखा तो मम्मी और सौरभ दोनों बिस्तार पर लेटे हुए थे और सौरभ मम्मी के चूची को दबा रहा था और धीरे-धीरे सौरभ ने मम्मी का ब्लाउज खोल दिया और मम्मी से कहा मुझसे शादी करेगी तो मम्मी ने कही नहीं मैं शादीशुदा हूं।
तो सौरभ बोले मुझे पता है तेरा पति तुझे कितना सुख देता है मुझे भी मालूम है सौरभ ने जोश में आकर मम्मी की ब्रा फाड़ दिया तो मम्मी बोली तुमने तो ब्रा को फाड़ दिया तब सौरभ बोला आज तो तुझे ऐसा चोदुगा कि तू बिस्तर से भी उठ नहीं पायेगी तब मम्मी कुछ नहीं बोली सौरभ थोड़ी देर तक मम्मी के चूची और निपल को चूसता रहा और धीरे धीरे नाभि तक पहुँच गए और पेटीकोट का नाडा खोल दिया और मम्मी से कहा पेन्टी को फाड़ दू तो मम्मी बोली नहीं प्लीज़ उतार दो तो सौरभ ने उतार दी मम्मी की पेंटी। फिर सौरभ ने अपना मोटा लंड बाहर निकाला और मम्मी से कहा कि पंखुरी तेरे घर में रस्सी है तो मम्मी ने कहा किचन के पास राखी है तो सौरभ रस्सी लेकर आया और मम्मी के हाथ और मम्मी का पेट से रस्सी बंद।
ताकी मम्मी उठे नहीं मम्मी जोर जोर से मचल रही थी मुझे समझ आया कि आज सौरभ मम्मी की चूत का बहुत बुरा हाल करेगा तब सौरभ मम्मी को किस करते हुए उनका लंड चुत के दरवाजे तक ले आए और एक हाथ से अंदर डालने लगे कुछ ही देर में लंड अंदर चला गया मम्मी बहुत भयानक तरह से चिल्ला उठी मम्मी बोली ,, अरे मेरे स्वामी में मर जाउंगी , तब सौरभ बोला तूने मुझे स्वामी बोला यानी कि तू मुझे अपना पति बनाने के लिए तैयार है , तब मम्मी ने कहा , नहीं दर्द के मारे निकल गया , तब सौरभ जोर जोर से धक्का मारना लगा और कुछ ही देर बाद मम्मी की चूत से पानी की नदी बहने लगी और मम्मी दर्द से तिलमिला उठी और सौरभ ने मम्मी को किस करना चालू कर दिया और धक्का को तेज-तेज मारना चालू कर दिया और मम्मी सौरभ से बिनती कर रही थी और कहा आज तुम अपना माल मेरी चूत के अंदर मत डालना मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ तो सौरभ ने कहा तू मेरी बीवी बन जा मुझसे कोर्ट मैरिज कर ले।
तब मैं नहीं डालूंगा मेरा माल तेरी चूत के अंदर तो मम्मी ना ना करती रही और मम्मी को इतना दर्द हुआ कि मम्मी ने सौरभ से शादी करने के लिए हां कर दी ये सुनकर सौरभ हैरान हो गया और खुशी के मारे मम्मी की चूत में ही पूरा पानी डाल दिया और मम्मी के चूची से जा लिपटा और चुची को जोर जोर से मसल दिया.
कुछ देर बाद में अंदर घुसा मैंने दरवाजे की घंटी बजाई तो सौरभ ने दरवाजा खोला सौरभ ने कहा ' बेटा आ गया मार्केट से ' आ जा अंदर कुछ देर तक सौरभ मुझसे बात करता रहा और थोड़ी देर बाद मुझे अंदर ले गया बेडरूम में में बेडरूम में जैसे घुसा ही मुझे झटका लगा सौरभ ने मम्मी को अभी भी वैसे बांध रखा था मुझे देखते ही मम्मी ने मुंह छुपा लिया और सौरभ ने पीछे से आकर मेरी गांड पर हाथ रख दिया मैं तो हैरान हो गया तो सौरभ ने मुझसे कहा बेटा नयन आज से मैं तेरा बाप हूं मैंने कहा ये नहीं हो सकता।
सौरभ ने मुझे तमाचा मार और सौरभ ने मेरे हाथ उसी रस्सी से बांध दिया और मेरी पेंट खोल दी मैं बहुत ज्यादा हैरान था तभी सौरभ ने अपना लंड वापस खोला तो मम्मी बोली ये किया कर रहे हो तो सौरभ बोला मैं तेरे लड़के की गांड मारूंगा और तब तक जब तक यह अपने मुंह से मुझे पापा नहीं बोलेंगे इसकी गांड का भुरता बना दूंगा तो मम्मी ने कहां प्लीज रहने दो मुझे चोद लो तो सौरभ ने कहा चुप बहनचोद और मम्मी चुप हो गई और सौरभ मेरी तरफ आया और अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया मैं उछल गया और मुझे गाली देने लगा बोल हरामी भोसड़ी के मैं तेरा बाप हूँ तो मैंने कहा नहीं तो अब सौरभ ने अपना पूरा लंड मेरा गांड में डाल दिया और मेरे दर्द के मारे सातवें आसमान पर था और मेरा गांड से खून निकल रहा था और मम्मी बिस्तर पर लेते हुए मेरा गांड मारते देख रही थी अब मेरा लंड भी खड़ा हो गया और सौरभ ने एक हाथ से मेरा लंड हिला रहा था 5 मिनट बाद मेरा माल गिर गया मगर सौरभ जोर जोर से झटके मारते रहे मझे दर्द बहुत ज्यादा हो रहा था मेरे मुंह से निकल गया " पापा बस करो मेरा जान जा रही है " तो सौरभ ने जल्दी से अपना लंड मेरे गांड से निकला और मम्मी की चूत में डाल दिया करीब 5 मिनट बाद सौरभ ने मम्मी की चूत में रस डाला दाल दिया और लेट गया फिर कुछ घंटे बाद हम सब ने नहाय ।
कुछ ही समय बाद पता चला कि मम्मी प्रेग्नेंट हो गई है
पापा भी रांची से वापस आ चुके थे जिसके उन दोनों का मिलना जुलना बहुत कम हो गया था अब वह दोनों की चैटिंग शुरू हो गई है। थोड़े दिन बाद जब मुझे उसके चैटिंग के बारे में पता चला । अब मैं आपको चैटिंग बताता हूं।
सौरभ - नमस्ते पंखुरी , आपसे मिले हुए बहुत दिन हो गया है मिलने का मन हो रहा है।
मम्मी - नमस्ते, में अभी तुमसे नहीं मिल सकती ?
सौरभ - क्योंकि ?
मम्मी - बताया था ना पति रांची से वापस आ गया है ?
सौरभ - अब तो आप मुझे भुला जाऊंगी ?
मम्मी - तुम क्या बोल रहे हो, मैं कुछ समझी आ रहा।
सौरभ - में बोल रहा हूं कि अब आपके पति रांची से वापस आ गये है वह आपकी चम के चुदाई करेगा तो आप मुझे भुला जाऊंगी।
मम्मी - मेरे पति में दम नहीं है, मेरी शादी को 20 साल हो गए हैं। पर आज तक वो मुझे कभी खुश नहीं कर पाए। जो मेरी बेटा है वो भी किसी और का ही है।
फिर वह दोनों खुलेआम बातें करने लग गए और उससे बात करने से मम्मी इतनी खुशी थी कि उसने बोला - काश तुम मेरे बेटे होते।
सौरभ – तो बना लो ना मुझे अपना बेटा।
फिर क्या था दोस्तो, उसने सौरभ को अपना बेटा मान लिया, और वह दोनों अब बहुत सेक्सी चैट करने लग गए। रात को देर रात तक सौरभ उसका बेटा बनकर उसे बहुत मजा देता था।
फिर वह दोनों की तड़प इतनी बढ़ गई, कि एक दिन मम्मी बोली - सौरभ अब तो तेरी मम्मी ( यानी पंखुरी ) तेरे लंड को चूत में लिए बिना नहीं रह सकती।
इसलिए उन दोनों ने मिलने का प्लान बनाया, पर मेरे पापा की वजह से कोई जुगाड़ नहीं हो रहा था। मगर मम्मी ने अपने पापा से कोई बहाना कर एक दिन के लिए सौरभ ने मिलने गई।
सौरभ ने मम्मी को पहले ही बोल रखा था, कि आप ऐसी ड्रेस पहनो जिसमें आप एक प्यारी मम्मी की दिखो । तो मम्मी ने स्लीवलेस बैकलेस ब्लाउज पहनना हुआ था, और वो भी बिना ब्रा के पहना हुआ था।
उसके बड़े बड़े चूची उसकी पारदर्शी साड़ी में बहुत जबरदस्त दिख रहे थे, मुझे तो देखा नहीं जा रहा था। फिर मम्मी ओटो पकड़ा सौरभ से मिलने पहुंची। थोड़ी देर बाद मैं भी स्कूटी लेकर उसके कमरे पर पहुंचा
जेसे ही मैं कमरे पर पहुंचें तो दरवाजा बंद था । तो मैंने की कीहॉल से अंदर झांका तो एक जोर दार चुंबन चल रहा था , उसके दोनों के होंठ एक मुलायम बांध में बंधे थे ।
थोड़ी देर बाद.......
पंखुरी – बेटा ( सौरभ ) थोड़ा सवर तो करो आज पूरा दिन तेरी मम्मी तुम्हारी है, जो चाहे वो कर लेना।
पर सौरभ ने उसको पूरा दबा लिया था, और उसके नग्न पेट पर हाथ घुमाने लग गया था। सौरभ पागल की तरह किस कर रहा था मम्मी की साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया।
सौरभ ने चुंबन को थोड़ी देर विराम दिया और मम्मी के नाभि को चाटने लगा। इससे मम्मी ने अपने दोनों हाथों को उठा कर सौरभ के सिर पर घुमाना शुरू कर दिया।
मम्मी की कमर क्या सेक्सी दिख रही थी, मम्मी ने पूरी बॉडी की वैक्सिंग करवा कर आई थी। मैंने उसके बड़े बड़े चूची को बहार आने को तड़प रहे थे, तभी सौरभ ने उसके ब्लाउस को एक ही झटके में खींच डाला और उसका ब्लाउज उतार फेंका ।
मम्मी ने ब्रा तो पहनी नहीं थी, तो उसके शुद्ध चूची एक दम से बाहर आ गए। वह क्या मस्त लग रहे थी , एक दम गोल गोल टाइट गोरे गोरे। सौरभ ने उसके चुचियों को मसलने लग गया, हां दोस्तों मैं आपको उसका फिगर बताना भूल गया।
मम्मी की चुची का फिगर साइज 38 - 36 था , वह एक दम गजब की लग रही थी। फिर सौरभ ने उसको बिस्तर पर पटक दिया, और उसके ऊपर चढ़ गया।
पंखुरी – आआहह बेटा ( सौरभ ) वाह अब तक तू कह रहा था, आज तू मेरी बरसो की प्यास को बुझा दे। काश तू मेरी चूत से निकला होता, तू मुझे बहुत कमाल का प्यार दे रहा है।
( मैं भी अब जोश में आ गया था )
सौरभ उसके चुचियों को मसलते हुए बहुत जोर से किसिंग करने लग गया। वो भी पागल हो रही थी, सौरभ ने उसके पेटीकोट ऊपर कर दिया और सौरभ ने उसकी पैंटी को निकाल दिया।
फिर सौरभ ने उसके बड़े बड़े चूची को छोटे बच्चे की तरह चूसने लग गया।
पंखुरी – अच्छा मेरे बच्चे ( सौरभ ) आज तू मेरा सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का, बहुत सालो से मैं इस पल जीने के लिए तरस रही थी। मेरे प्यारे बेटे आज सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का।
सौरभ बड़े प्यार से उसके नरम नरम चुचियों को पी रहा था, और साथ में उसकी चूत को भी रगड़ रहा था। वह बहुत जोर जोर से मोनिंग कर रही थी, और वो बोली।
पंखुरी – आह्ह आह्ह काश तू सच में मेरा बेटा होता, तो रोज रात तेरे नीचे मैं आज जाती। फिर तू पूरी रात जाम कर मेरी चूत को फडता।
फिर सौरभ ने मम्मी को पूरा नंगा कर दिया और अब मम्मी ने सौरभ का बड़ा लंड मुँह में लेकर प्यार से चूसना शुरू कर दिया।
( मुझे बहुत मजा आ रहा था )
मम्मी ने उसके लंड का ऐसा नहीं छोड़ा था, जो उसकी थूक से गीला ना हो।
पंखुरी – बेटा अब अपनी मम्मी को ज़्यादा मत तड़पाओ.. बस एक बार अपने इस लंड से अपनी मम्मी की चूत को फाड़ डालो। मुझे अपने बेटे का लंड अपनी चूत में चाहिए।
तभी सौरभ ने कहा " मेरा लंड यह नयन का लंड "
पंखुरी - बदमाश कहीं का तेरा लंड पगले ।
तभी सौरभ उसके ऊपर आ गया और मम्मी ने भी अपने एक हाथ से सौरभ का लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया। सौरभ ने चुम्बन करते-करते लंड को उसकी चूत पर दबाना लग गया। पर उसकी चूत आज भी काफी टाइट लग रही थी। तो सौरभ ने थोड़ा प्रेशर डाला और उसके मुँह से आह्ह आह्ह निकल गयी। फिर सौरभ ने जोर से ढका मारा और पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।
मम्मी चेहरे पर दर्द और ख़ुशी दोनों का एहसास साफ़ दिख रहा था। फिर सौरभ ने उसके दोनों चुची को पकड़ कर चुंबन करते हुए उसे जोर जोर से चोदने लग गया।
पंखुरी – आअहह... आअहह.... आहा... बेटा ( सौरभ ) आअहह्न ....हां .....फाड़ो मेरी चूत बहुत सालो से ये मुझे बहुत परेशान कर रही है। आज से तू मेरा सच्चा बेटा है. जब तुझे चाहिए होगी तो तभी तेरी मम्मी अपनी चूत लेकर तेरे लिए हाज़िर हो जायेगी।
अब वह सौरभ से जोर जोर से चुद रही थी , फिर सौरभ ने पोजीशन चेंज कर ली और उसको अपने ऊपर बिठा लिया। अब मम्मी बड़े प्यार से सौरभ के लंड पर खुद रही थी।
मम्मी बहुत मजे में चुद रही थी। ऐसे ही करीब 40-45 मिनट में सौरभ ने उसको अलग-अलग पोजीशन में चोदा। फिर जब सौरभ का निकलने वाला था तो सौरभ बोला।
सौरभ - मम्मी अपने बेटे की क्रीम कहाँ लेना चाहेगी?
पंखुरी – मेरी चूत को अपने पानी से गीला कर दो, ये बहुत सालो अंदर से सुखी पड़ी है। आज तूने मुझे फिर से औरत बना दिया है, चोद बेटा ( सौरभ ) चोद और जोर से चोद।
सौरभ ने उसको पूरा अपनी बाहों में जकड़ लिया, और सौरभ फुल स्पीड में चोदने लग गया।
उसका अब तक मम्मी का दो बार पानी निकल चुका था। जिसकी वजह से उसकी चूत इतनी चिकनी हो गई थी सौरभ का लंड बहुत स्पीड से अंदर बाहर हो रहा था।
सौरभ ने उसके चुचियों को चूसे चूसे मम्मी को जोर जोर से चोद रहा था। वह दोनो बहुत बहुत काप भी रहे थे।
पंखुरी – आह आह बेटा ( सौरभ ) आज तूने अपनी मम्मी को पूरा संतुष्ट कर दिया है, जो इतनी बार से प्यारी थी।
उसकी बातों से सौरभ को ज्यादा जोश मिल रहा था.. और सौरभ फुल स्पीड में चोदते हुए अपना सारा पानी उसकी चूत में भरने लग गया। फ़िर सौरभ मम्मी के ऊपर गिर गया, मम्मी सौरभ के बालो को प्यार से सलाह रही थी।
फिर मम्मी सौरभ के माथे पर किस करके बोली - मेरा प्यारा बेटा आज से जब भी तुझे अपनी मम्मी की याद आये तो मेरे घर आ जाना। तेरे लिए मैं हमेंशा तैयार रहूंगी.
फिर वह शाम तक सौरभ के साथ रही, तब तक सौरभ ने मम्मी को अलग अलग तरीके से 5 बार चोद चुका था। फिर वह दोनों साथ में नहाये और मैं घर आ गया।
मैं आज उसके आगे की बात आपको बता रहा हूं कि आप लोगों को.......... अब सौरभ की हीमत इतनी बढ़ गई कि वह अब मेरे घर पर आने लगा है तो एक दिन सौरभ मेरे घर पर आया ( पापा ओफिस जा चुके ) थोड़ी देर सौरभ ने मम्मी से बात करी फिर मम्मी ने उसके लिए चाय बनाई दोनों ने साथ मिलकर पिया फिर थोड़ी देर बात करने को बाद मम्मी किचन में जाकर काम करने लगी । फिर मैं उसके पास पहुंचा तो सौरभ ने मुझसे कहां नयन तेरी मम्मी पंखुरी को उस दिन चलने में दिक्कत तो नहीं आई ना तो मैंने कहां मेरी मम्मी चल नहीं पा रही थी तो उसने जल्दबाजी में बोला ' किस तरह की तकलीफ हुई थी , तो मैंने कोई जवाब नहीं दिया तो उसने फिर बोला सौरभ बोले " देखना आज फिर ना हो जाए ऐसा दर्द तो मुझे उनकी बात समझ में आ गई थी कि वो आज फिर मम्मी की चुदाई करेगी घर पर ।
थोड़ी देर बाद मम्मी ने किचन में बुलाया और मुझसे कहा नयन तू मार्केट से मेरे लिए कुछ समान ला दे ( मार्केट मेरे घर से 25 किलोमीटर दूर था ) तो मेरे मुंह से हां निकल गया तो मम्मी ने मुझे स्कूटी की चाबी दी और मैं किचन से बाहर आ गया और मम्मी थोड़ी देर में किचन में रूका रही । मैं घर से एक झोला लेकर मार्केट निकल गया । मैं थोड़ी दूर जाने के बाद लौटकर आया ( क्योंकि मुझे मम्मी की चुदाई देखनी थी इसलिए... ) तो मैंने देखा दरवाजा बंद था। तो मैंने घर के बेडरूम की छोटी सी खिड़की से अंदर देखा तो मम्मी और सौरभ दोनों बिस्तार पर लेटे हुए थे और सौरभ मम्मी के चूची को दबा रहा था और धीरे-धीरे सौरभ ने मम्मी का ब्लाउज खोल दिया और मम्मी से कहा मुझसे शादी करेगी तो मम्मी ने कही नहीं मैं शादीशुदा हूं।
तो सौरभ बोले मुझे पता है तेरा पति तुझे कितना सुख देता है मुझे भी मालूम है सौरभ ने जोश में आकर मम्मी की ब्रा फाड़ दिया तो मम्मी बोली तुमने तो ब्रा को फाड़ दिया तब सौरभ बोला आज तो तुझे ऐसा चोदुगा कि तू बिस्तर से भी उठ नहीं पायेगी तब मम्मी कुछ नहीं बोली सौरभ थोड़ी देर तक मम्मी के चूची और निपल को चूसता रहा और धीरे धीरे नाभि तक पहुँच गए और पेटीकोट का नाडा खोल दिया और मम्मी से कहा पेन्टी को फाड़ दू तो मम्मी बोली नहीं प्लीज़ उतार दो तो सौरभ ने उतार दी मम्मी की पेंटी। फिर सौरभ ने अपना मोटा लंड बाहर निकाला और मम्मी से कहा कि पंखुरी तेरे घर में रस्सी है तो मम्मी ने कहा किचन के पास राखी है तो सौरभ रस्सी लेकर आया और मम्मी के हाथ और मम्मी का पेट से रस्सी बंद।
ताकी मम्मी उठे नहीं मम्मी जोर जोर से मचल रही थी मुझे समझ आया कि आज सौरभ मम्मी की चूत का बहुत बुरा हाल करेगा तब सौरभ मम्मी को किस करते हुए उनका लंड चुत के दरवाजे तक ले आए और एक हाथ से अंदर डालने लगे कुछ ही देर में लंड अंदर चला गया मम्मी बहुत भयानक तरह से चिल्ला उठी मम्मी बोली ,, अरे मेरे स्वामी में मर जाउंगी , तब सौरभ बोला तूने मुझे स्वामी बोला यानी कि तू मुझे अपना पति बनाने के लिए तैयार है , तब मम्मी ने कहा , नहीं दर्द के मारे निकल गया , तब सौरभ जोर जोर से धक्का मारना लगा और कुछ ही देर बाद मम्मी की चूत से पानी की नदी बहने लगी और मम्मी दर्द से तिलमिला उठी और सौरभ ने मम्मी को किस करना चालू कर दिया और धक्का को तेज-तेज मारना चालू कर दिया और मम्मी सौरभ से बिनती कर रही थी और कहा आज तुम अपना माल मेरी चूत के अंदर मत डालना मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ तो सौरभ ने कहा तू मेरी बीवी बन जा मुझसे कोर्ट मैरिज कर ले।
तब मैं नहीं डालूंगा मेरा माल तेरी चूत के अंदर तो मम्मी ना ना करती रही और मम्मी को इतना दर्द हुआ कि मम्मी ने सौरभ से शादी करने के लिए हां कर दी ये सुनकर सौरभ हैरान हो गया और खुशी के मारे मम्मी की चूत में ही पूरा पानी डाल दिया और मम्मी के चूची से जा लिपटा और चुची को जोर जोर से मसल दिया.
कुछ देर बाद में अंदर घुसा मैंने दरवाजे की घंटी बजाई तो सौरभ ने दरवाजा खोला सौरभ ने कहा ' बेटा आ गया मार्केट से ' आ जा अंदर कुछ देर तक सौरभ मुझसे बात करता रहा और थोड़ी देर बाद मुझे अंदर ले गया बेडरूम में में बेडरूम में जैसे घुसा ही मुझे झटका लगा सौरभ ने मम्मी को अभी भी वैसे बांध रखा था मुझे देखते ही मम्मी ने मुंह छुपा लिया और सौरभ ने पीछे से आकर मेरी गांड पर हाथ रख दिया मैं तो हैरान हो गया तो सौरभ ने मुझसे कहा बेटा नयन आज से मैं तेरा बाप हूं मैंने कहा ये नहीं हो सकता।
सौरभ ने मुझे तमाचा मार और सौरभ ने मेरे हाथ उसी रस्सी से बांध दिया और मेरी पेंट खोल दी मैं बहुत ज्यादा हैरान था तभी सौरभ ने अपना लंड वापस खोला तो मम्मी बोली ये किया कर रहे हो तो सौरभ बोला मैं तेरे लड़के की गांड मारूंगा और तब तक जब तक यह अपने मुंह से मुझे पापा नहीं बोलेंगे इसकी गांड का भुरता बना दूंगा तो मम्मी ने कहां प्लीज रहने दो मुझे चोद लो तो सौरभ ने कहा चुप बहनचोद और मम्मी चुप हो गई और सौरभ मेरी तरफ आया और अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया मैं उछल गया और मुझे गाली देने लगा बोल हरामी भोसड़ी के मैं तेरा बाप हूँ तो मैंने कहा नहीं तो अब सौरभ ने अपना पूरा लंड मेरा गांड में डाल दिया और मेरे दर्द के मारे सातवें आसमान पर था और मेरा गांड से खून निकल रहा था और मम्मी बिस्तर पर लेते हुए मेरा गांड मारते देख रही थी अब मेरा लंड भी खड़ा हो गया और सौरभ ने एक हाथ से मेरा लंड हिला रहा था 5 मिनट बाद मेरा माल गिर गया मगर सौरभ जोर जोर से झटके मारते रहे मझे दर्द बहुत ज्यादा हो रहा था मेरे मुंह से निकल गया " पापा बस करो मेरा जान जा रही है " तो सौरभ ने जल्दी से अपना लंड मेरे गांड से निकला और मम्मी की चूत में डाल दिया करीब 5 मिनट बाद सौरभ ने मम्मी की चूत में रस डाला दाल दिया और लेट गया फिर कुछ घंटे बाद हम सब ने नहाय ।
कुछ ही समय बाद पता चला कि मम्मी प्रेग्नेंट हो गई है


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