Yesterday, 12:39 PM
मम्मी ने फुफा जी को देखा, फुफा जी ने मम्मी को स्माइल दी और कंधों से अपने हाथ मम्मी के चुची पर लाए और दबा दिए। फिर फुफा जी ऑटो लेने चले गए और जब ऑटो आया तो मम्मी हम दोनों के बीच बैठ गईं। फुफा जी ने मम्मी का हाथ पकड़ लिया, मम्मी ने हाथ हटाने की कोशिश की पर फुफा जी ने नहीं हटाया। फिर चुपके से उन्होंने मम्मी के गालो पर किस कर दिया। मम्मी का शर्म से बुरा हाल था। ऐसे ही हम मामा जी के घर पहुंचे।
फिर मम्मी और मैं भी नहा धोकर तैयार हुए। नहाने के बाद मम्मी ने एक पीले रंग की साड़ी पहनी और लाल रंग की चूड़िया पहनी । मम्मी बहुत ही खुबसूरत लग रही थी । सुबह 11 बजे और फंक्शन चालू हुआ। 11:30 बजे तक फुफा जी भी आ गए तैयार हो कर । फुफा जी मेरे और मम्मी के पास आये । मम्मी ना जाने क्यों उनको देखकर ज्यादा खुश हो रही थी , जब भी फुफा जी मम्मीसे कोई बात करते थे तो मम्मी हां हां सर हिलाकर जवाब देती थी। फ़िर मेरी मामेरी बहन आई और मुझे साथ ले गई । हम सब उसके आंगन में खेल रहे थे, मैं फुफा जी और मम्मी को साफ देख सकता था। थोड़ी देर तो फुफा जी मम्मी बैठकर कुछ बातें कर रहे थे। फ़िर मम्मी को मामी जी ने बुला लिया और मम्मी मामी जी के बताये अनुसर काम कर रही थी । दोपहर 1 बजे के बाद पूजा चालू हुई उसमें मम्मी का कोई काम नहीं था, पर मम्मी ने मुझे अपने साथ पूजा में बैठने को कहा, मैं बैठ गया। पूजा लंबी चली जिससे मम्मी और मैं बैठे बैठे बोर हो गया तो मम्मी ने मुझे थोड़ी देर में आने को कहकर चली गई। फुफा जी भी दूसरे मेहमानों के साथ बैठे थे । मम्मी के जाने के 5 मिनट बाद फुफा जी भी पुजा से उठकर गेट के बाहर चले गए. तब काफी टाइम हो गया मम्मी नहीं आईं, मैं उठकर के उन्हें देखने लगा । तो मम्मी को कुछ खाते हुए देखी मैं वही एक कोने में बैठ गया सब माजरा देखने लगा . फिर मैंने गेट की और देखा तो फुफा जी भी कुछ लाने गये थे और अब वह वापस आ रहे थे उनके हाथ में 1 बड़ा गिफ्ट बॉक्स था। मम्मी को देखकर फुफा जी जल्दी से मम्मी के पास पहुंचे और उन्हें गिफ्ट बॉक्स की और इशारा करके कुछ कहा । मम्मी गिफ्ट बॉक्स लेकर चली कमरे के अंदर चली गई फुफा जी ने इधर उधर देखा और वो भी कमरे के अंदर चले गए । मुझे बहुत अजीब लगा मैं कोने से उठकर बाहर आया और कमरे का एक खिलाड़ी जो कि एक कोने में था । मैं वहां पहुंचा और उस खिड़की में एक छोटा छेद था उससे देखने लगा । मम्मी गिफ्ट बॉक्स रखने के लिए झुकी फुफा जी उनके पीछे खड़े थे और मम्मी की गांड़ को निहार रहे थे फिर मम्मी फुफा जी की तरह मुड़ी और उनको बहुत धीरे से बिना किसी आवाज के दरवाजा बंद करने को कहा । और फुफा जी ने बिना किसी आवाज के दरवाजे बंद किया।
फुफा जी मम्मी के पीछे जाकर खड़े हो गए और मम्मी के कमर को पकड़ लिया और उसके गर्दन को चूमने लगे। मम्मी ने उन्हें हटाने की कोशिश की पर वो नहीं हटा पाई। फुफा जी ने मम्मी के चूची पकड़कर दबा दिया , मतलब बहुत जोर से दबा दिये कि मम्मी की हल्की चीख ही निकल गयी।
मम्मी फुफा जी से बोलीं-- ये आप क्या कर रहे हैं, प्लीज़ मुझे छोड़ दीजिए।
फुफा जी - भाभी कैसे छोड़ दूं आप इतने सुंदर हो आप मेरा दिल आपके बिना छुए मानता ही नहीं ।
मम्मी - प्लीज़ मुझे जाने दो आप ने कल बस में किया था ना और आप ने कहा था कि अब आप दोबारा ऐसा नहीं करेंगे।
फुफा जी – कल रात क्या किया था हमने, मैं समझा नहीं खुल के बताऊँ……..
मम्मी (शर्माते हुए)- जी आप जानते तो हैं आपने क्या किया था...
फुफा जी - उसका कुछ नाम है वो बोलो..
मम्मी - (शर्मती राही और बोली) मुझे शर्म आती है...
फुफा जी – अरे भाभी आपके इसी अंदाज पर तो मेरा मन भड़क जाता है लो अब लंड खड़ा हो गया ।
मम्मी (फुफा जी के मुँह से लंड सुनकर उनको देखने लगी)
फुफा जी – पर भाभी मेरा तो कल रात मन नहीं भरा था और इच्छा हो रही है करने दो।
और फुफा जी ने मम्मी को चूमना जारी रखा।
मम्मी - प्लीज कोई देख लेगा तो मैं कहीं मुंह दिखाऊंगा नहीं रहूंगी।
फुफा जी - तो जल्दी से मुझे प्यार केर ले दो मैं चला जाऊंगा।
मम्मी - नहीं मुझे पर रहम केरो मुझे जाने दो कोई देख लेगा।
और मम्मी छुटने की कोशिश केर रही थी जिसकी वजह से वहा रखे गिफ्ट बॉक्स गिर गए।
फुफा जी बोले- मेरी बात मान लो किसी को कुछ पता नहीं चलेगा सब पूजा में है। इस तरह केरोगी तो कोई ना कोई आ जाएगा.
और मम्मी के साड़ी को हटा दिया और उनके ऊपर से जिसे मम्मी के बड़े-बड़े चुची दिखने लगे।
अब मम्मी चुप हो गई और फुफा जी को करने दिया जो उसको करना था । फुफा जी ने मम्मी के ब्लाउज को निकाल दिया और ब्रा भी हटा दी। मम्मी ने अपने हाथों से अपने चुचियों को चिपकाने लगी। तब फुफा जी ने कहा “जान अपने इन ख़ूबसूरत चूची को तो ना छिपाओ और मुझे इन्हें छुने दो आज मैं इनका पूरा रस पी जाउगा।” और मम्मी के बड़े बड़े सफ़ेद चूची चूसने लगे। कभी फुफा जी चुची दबाते तो कभी चूमते और चूसते। मगर मम्मी के चुची से दूध नहीं निकला ।
फिर मम्मी की साड़ी पूरी उतार दी और फिर पेटीकोट भी उतार दिया। मम्मी पैंटी नहीं पहनी हुई थी इसलिए पूरी नंगी हो गई। फुफा जी मम्मी की मोटी मोटी सफ़ेद जांध को चूमते हुऐ मम्मी की चूत तक पहुंचे। चूत पर एक भी बाल नहीं था . फुफा जी ने अपना मुंह चूत में घुसा दिया और पागलों की तरह चाटने लगे। चाटने की वजह से मम्मी एक्ससाइट होने लग गई। और वो हल्की से आहे निकलने लगी.
मम्मी की आहे को सुनकर फुफा जी का जोश बढ़ गया और वह और ज़ोर ज़ोर से चटने लगे, फिर फुफा जी ने चूत में उंगली घुसा दी और आगे पीछे करने लागे, मम्मी की आहे बढ़ने लगी।
फुफा जी ने फिर अपने आप को पुरा नंगा कर दिया। उनका लंड काले नाग की तरह 6 इंच मोटा खड़ा था। फुफा जी ने मम्मी को अपना लंड दिखाया। मम्मी ने शर्म से अपनी आंखें बंद कर ली।
फुफा जी फिर मम्मी की टांगों के बीच बैठकर और लंड को हल्का सा चूत में घुसाया । लंड के थोड़ घुसते ही मम्मी के मुँह से आह.... निकली. मम्मी फर्श पर लेटी हुई थी और फुफा जी को सब कुछ करने दे रही थी पर उनका साथ नहीं दे रही थी। फुफा जी ने धक्का लगाना शुरू किया । पहले एक धक्का लगाया तो फुफा जी का लंड पूरा अंडर चला गया तो इसपर फुफा जी ने मम्मी से कहा “लगाता है दिनेश तुम्हें बहुत चोदता है, चूत ज्यादा टाइट नहीं है।” मम्मी ने ये सुनकर हल्की सी हामी दी फ़िर फुफा जी ने एक जोर का धक्का लगाया जिसे मम्मी को दर्द हुआ और मम्मी चिल्लाई। उसके बाद फुफा जी शुरू हुआ और धीरे-धीरे धक्का लगाने लगे । थोड़ा तेज धक्का लगता ही , मम्मी के चूची हिलते जोर जोर से, इन्हें देखकर फुफा जी का जोश और बड़ जाता और वह तेज धक्के लगाने लगते । थोड़ा तेज धक्का लगाने के बाद फुफा जी रुक गए और मम्मी के चूची चूसने लगे।
जब काफी देर बाद भी फुफा जी का माल नहीं छूटा तो मम्मी बोलीं- भाई साहब जल्दी करो तुम इतने आराम से क्यों कर रहे हो जल्दी करो नहीं तो कोई आ जाएगा।
फुफा ने कहा - अब भी मुझे भाईसाहब बोल रही हो भाभी, अब तो मैं आपके पति के जैसा हो गया हूं आपको चोदने के बाद और तेज धक्के लगाने लगे.
करीब 5 मिनट हुआ होगा धक्के लगाते हुए, फिर फुफा जी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और करीब 6-7 धक्के के बाद फुफा जी के मुंह से आवाज आई , हे भगवान। और हल्के-हल्के ढकेलने लगे . फिर शांत होकर मम्मी के ऊपर लेटकर हाफने लगे। मम्मी और फुफा जी पसीने से भीग गये थे। सांस नॉर्मल होने के बाद फुफा जी उठे तो मम्मी की चूत से अपना लंड निकाला जो कि थोड़ी आवाज के साथ निकला। फूफा जी ने मम्मी के ब्रा और पेटीकोट को उठाया। और पेटीकोट से अपना लंड पोछा. और मम्मी के पास बैठकर मम्मी के पसीने को उनके पेटीकोट से पूछा, फुफा जी की इस हरकत से मम्मी शर्मा रही थी। फिर फुफा जी ने मम्मी को कपडे दिए और मम्मी उठकर अपने कपड़े पहने लगी । फ़िर फुफा जी भी उठी और अपने कपड़े पहने लगे । जब दोनों ने कपड़े पहन लिये तो फुफा जी ने दरवाजा खोला और बाहर आये। मम्मी को देखकर उनका मन फिर मचल गया और मम्मी को पकड़कर लिप पर किस किया और मम्मी की गांड और चुची दबा दिए और फिर चले गए । इधर मम्मी बाथरूम मैं चली गई ।
फिर मम्मी और मैं भी नहा धोकर तैयार हुए। नहाने के बाद मम्मी ने एक पीले रंग की साड़ी पहनी और लाल रंग की चूड़िया पहनी । मम्मी बहुत ही खुबसूरत लग रही थी । सुबह 11 बजे और फंक्शन चालू हुआ। 11:30 बजे तक फुफा जी भी आ गए तैयार हो कर । फुफा जी मेरे और मम्मी के पास आये । मम्मी ना जाने क्यों उनको देखकर ज्यादा खुश हो रही थी , जब भी फुफा जी मम्मीसे कोई बात करते थे तो मम्मी हां हां सर हिलाकर जवाब देती थी। फ़िर मेरी मामेरी बहन आई और मुझे साथ ले गई । हम सब उसके आंगन में खेल रहे थे, मैं फुफा जी और मम्मी को साफ देख सकता था। थोड़ी देर तो फुफा जी मम्मी बैठकर कुछ बातें कर रहे थे। फ़िर मम्मी को मामी जी ने बुला लिया और मम्मी मामी जी के बताये अनुसर काम कर रही थी । दोपहर 1 बजे के बाद पूजा चालू हुई उसमें मम्मी का कोई काम नहीं था, पर मम्मी ने मुझे अपने साथ पूजा में बैठने को कहा, मैं बैठ गया। पूजा लंबी चली जिससे मम्मी और मैं बैठे बैठे बोर हो गया तो मम्मी ने मुझे थोड़ी देर में आने को कहकर चली गई। फुफा जी भी दूसरे मेहमानों के साथ बैठे थे । मम्मी के जाने के 5 मिनट बाद फुफा जी भी पुजा से उठकर गेट के बाहर चले गए. तब काफी टाइम हो गया मम्मी नहीं आईं, मैं उठकर के उन्हें देखने लगा । तो मम्मी को कुछ खाते हुए देखी मैं वही एक कोने में बैठ गया सब माजरा देखने लगा . फिर मैंने गेट की और देखा तो फुफा जी भी कुछ लाने गये थे और अब वह वापस आ रहे थे उनके हाथ में 1 बड़ा गिफ्ट बॉक्स था। मम्मी को देखकर फुफा जी जल्दी से मम्मी के पास पहुंचे और उन्हें गिफ्ट बॉक्स की और इशारा करके कुछ कहा । मम्मी गिफ्ट बॉक्स लेकर चली कमरे के अंदर चली गई फुफा जी ने इधर उधर देखा और वो भी कमरे के अंदर चले गए । मुझे बहुत अजीब लगा मैं कोने से उठकर बाहर आया और कमरे का एक खिलाड़ी जो कि एक कोने में था । मैं वहां पहुंचा और उस खिड़की में एक छोटा छेद था उससे देखने लगा । मम्मी गिफ्ट बॉक्स रखने के लिए झुकी फुफा जी उनके पीछे खड़े थे और मम्मी की गांड़ को निहार रहे थे फिर मम्मी फुफा जी की तरह मुड़ी और उनको बहुत धीरे से बिना किसी आवाज के दरवाजा बंद करने को कहा । और फुफा जी ने बिना किसी आवाज के दरवाजे बंद किया।
फुफा जी मम्मी के पीछे जाकर खड़े हो गए और मम्मी के कमर को पकड़ लिया और उसके गर्दन को चूमने लगे। मम्मी ने उन्हें हटाने की कोशिश की पर वो नहीं हटा पाई। फुफा जी ने मम्मी के चूची पकड़कर दबा दिया , मतलब बहुत जोर से दबा दिये कि मम्मी की हल्की चीख ही निकल गयी।
मम्मी फुफा जी से बोलीं-- ये आप क्या कर रहे हैं, प्लीज़ मुझे छोड़ दीजिए।
फुफा जी - भाभी कैसे छोड़ दूं आप इतने सुंदर हो आप मेरा दिल आपके बिना छुए मानता ही नहीं ।
मम्मी - प्लीज़ मुझे जाने दो आप ने कल बस में किया था ना और आप ने कहा था कि अब आप दोबारा ऐसा नहीं करेंगे।
फुफा जी – कल रात क्या किया था हमने, मैं समझा नहीं खुल के बताऊँ……..
मम्मी (शर्माते हुए)- जी आप जानते तो हैं आपने क्या किया था...
फुफा जी - उसका कुछ नाम है वो बोलो..
मम्मी - (शर्मती राही और बोली) मुझे शर्म आती है...
फुफा जी – अरे भाभी आपके इसी अंदाज पर तो मेरा मन भड़क जाता है लो अब लंड खड़ा हो गया ।
मम्मी (फुफा जी के मुँह से लंड सुनकर उनको देखने लगी)
फुफा जी – पर भाभी मेरा तो कल रात मन नहीं भरा था और इच्छा हो रही है करने दो।
और फुफा जी ने मम्मी को चूमना जारी रखा।
मम्मी - प्लीज कोई देख लेगा तो मैं कहीं मुंह दिखाऊंगा नहीं रहूंगी।
फुफा जी - तो जल्दी से मुझे प्यार केर ले दो मैं चला जाऊंगा।
मम्मी - नहीं मुझे पर रहम केरो मुझे जाने दो कोई देख लेगा।
और मम्मी छुटने की कोशिश केर रही थी जिसकी वजह से वहा रखे गिफ्ट बॉक्स गिर गए।
फुफा जी बोले- मेरी बात मान लो किसी को कुछ पता नहीं चलेगा सब पूजा में है। इस तरह केरोगी तो कोई ना कोई आ जाएगा.
और मम्मी के साड़ी को हटा दिया और उनके ऊपर से जिसे मम्मी के बड़े-बड़े चुची दिखने लगे।
अब मम्मी चुप हो गई और फुफा जी को करने दिया जो उसको करना था । फुफा जी ने मम्मी के ब्लाउज को निकाल दिया और ब्रा भी हटा दी। मम्मी ने अपने हाथों से अपने चुचियों को चिपकाने लगी। तब फुफा जी ने कहा “जान अपने इन ख़ूबसूरत चूची को तो ना छिपाओ और मुझे इन्हें छुने दो आज मैं इनका पूरा रस पी जाउगा।” और मम्मी के बड़े बड़े सफ़ेद चूची चूसने लगे। कभी फुफा जी चुची दबाते तो कभी चूमते और चूसते। मगर मम्मी के चुची से दूध नहीं निकला ।
फिर मम्मी की साड़ी पूरी उतार दी और फिर पेटीकोट भी उतार दिया। मम्मी पैंटी नहीं पहनी हुई थी इसलिए पूरी नंगी हो गई। फुफा जी मम्मी की मोटी मोटी सफ़ेद जांध को चूमते हुऐ मम्मी की चूत तक पहुंचे। चूत पर एक भी बाल नहीं था . फुफा जी ने अपना मुंह चूत में घुसा दिया और पागलों की तरह चाटने लगे। चाटने की वजह से मम्मी एक्ससाइट होने लग गई। और वो हल्की से आहे निकलने लगी.
मम्मी की आहे को सुनकर फुफा जी का जोश बढ़ गया और वह और ज़ोर ज़ोर से चटने लगे, फिर फुफा जी ने चूत में उंगली घुसा दी और आगे पीछे करने लागे, मम्मी की आहे बढ़ने लगी।
फुफा जी ने फिर अपने आप को पुरा नंगा कर दिया। उनका लंड काले नाग की तरह 6 इंच मोटा खड़ा था। फुफा जी ने मम्मी को अपना लंड दिखाया। मम्मी ने शर्म से अपनी आंखें बंद कर ली।
फुफा जी फिर मम्मी की टांगों के बीच बैठकर और लंड को हल्का सा चूत में घुसाया । लंड के थोड़ घुसते ही मम्मी के मुँह से आह.... निकली. मम्मी फर्श पर लेटी हुई थी और फुफा जी को सब कुछ करने दे रही थी पर उनका साथ नहीं दे रही थी। फुफा जी ने धक्का लगाना शुरू किया । पहले एक धक्का लगाया तो फुफा जी का लंड पूरा अंडर चला गया तो इसपर फुफा जी ने मम्मी से कहा “लगाता है दिनेश तुम्हें बहुत चोदता है, चूत ज्यादा टाइट नहीं है।” मम्मी ने ये सुनकर हल्की सी हामी दी फ़िर फुफा जी ने एक जोर का धक्का लगाया जिसे मम्मी को दर्द हुआ और मम्मी चिल्लाई। उसके बाद फुफा जी शुरू हुआ और धीरे-धीरे धक्का लगाने लगे । थोड़ा तेज धक्का लगता ही , मम्मी के चूची हिलते जोर जोर से, इन्हें देखकर फुफा जी का जोश और बड़ जाता और वह तेज धक्के लगाने लगते । थोड़ा तेज धक्का लगाने के बाद फुफा जी रुक गए और मम्मी के चूची चूसने लगे।
जब काफी देर बाद भी फुफा जी का माल नहीं छूटा तो मम्मी बोलीं- भाई साहब जल्दी करो तुम इतने आराम से क्यों कर रहे हो जल्दी करो नहीं तो कोई आ जाएगा।
फुफा ने कहा - अब भी मुझे भाईसाहब बोल रही हो भाभी, अब तो मैं आपके पति के जैसा हो गया हूं आपको चोदने के बाद और तेज धक्के लगाने लगे.
करीब 5 मिनट हुआ होगा धक्के लगाते हुए, फिर फुफा जी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और करीब 6-7 धक्के के बाद फुफा जी के मुंह से आवाज आई , हे भगवान। और हल्के-हल्के ढकेलने लगे . फिर शांत होकर मम्मी के ऊपर लेटकर हाफने लगे। मम्मी और फुफा जी पसीने से भीग गये थे। सांस नॉर्मल होने के बाद फुफा जी उठे तो मम्मी की चूत से अपना लंड निकाला जो कि थोड़ी आवाज के साथ निकला। फूफा जी ने मम्मी के ब्रा और पेटीकोट को उठाया। और पेटीकोट से अपना लंड पोछा. और मम्मी के पास बैठकर मम्मी के पसीने को उनके पेटीकोट से पूछा, फुफा जी की इस हरकत से मम्मी शर्मा रही थी। फिर फुफा जी ने मम्मी को कपडे दिए और मम्मी उठकर अपने कपड़े पहने लगी । फ़िर फुफा जी भी उठी और अपने कपड़े पहने लगे । जब दोनों ने कपड़े पहन लिये तो फुफा जी ने दरवाजा खोला और बाहर आये। मम्मी को देखकर उनका मन फिर मचल गया और मम्मी को पकड़कर लिप पर किस किया और मम्मी की गांड और चुची दबा दिए और फिर चले गए । इधर मम्मी बाथरूम मैं चली गई ।


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