13-10-2025, 04:50 PM
यहां पर आपके इस 7 दिनों के स्टे के दरमियान यह हर तरह से आपकी छोटी बड़ी बातों में मदद करेगा ...इस तरह का आपका प्राइवेट नौकर रहेगा...... आप इसे कभी भी आधी रात को भी बुला सकोगे ....."
खुशबू और असलम की आंखों में यह सुनकर चमक आ जाती है....
फिर वह रिसेप्शनिस्ट मेरी और देखकर मुंह बिगाड़ कर बोलता है
" और मैडम, सर यह कौन है !??? और उनके रहने की व्यवस्था कहां करनी है !????
की तुरंत ही मेरे से पहले खुशबू बोल पड़ती है
" जी यह हमारा नौकर है!!!!!
( मेरे तो जैसे पर के नीचे से जमीन निकल गई....... खुशबू ने सबके सामने अपने पति को नौकर कहकर क्यों इंट्रोड्यूस किया....!??? मेरी असमंजस देखकर खुशबू तुरंत ही मुझे side पर ले जाती है )
"अरे बाबा तुम नहीं समझोगे !!!! अगर मैं उन्हें बोलती कि तुम फोटोग्राफर हो !!!!! तो तुम कमरे में ज्यादा आ जा नहीं कर पाओगे ......मुझे इस तरह की महंगी होटल और रिसॉर्ट में रहने का अच्छा एक्सपीरियंस है ........मुझे पता है इन लोगों से कैसे डील करना है....... अगर मैं तुम्हें नौकर कहकर ही इंट्रोड्यूस करवाओगी तभी मैं तुम्हें किसी न किसी बहाने से कम से कम अपने कमरे में तो बुला पाओगी......"
( और मुझे तसल्ली हुई दिलासा हुआ कि बेचारी खुशबू इतनी कठिन परिस्थिति में भी मेरे बारे में कितना सोचती है.........)
" वह आप एडजस्ट करवा लीजिए गाना यह हमारे पर्सनल नौकर के साथ ......उनके ही साथ servant क्वार्टर में रह लेगा ......."
खुशबू उसे रिसेप्शनिस्ट बोलती है
"हां जी मैडम उसकी कोई दिक्कत नहीं है .........हमारे रिसोर्ट में ठीक से एक नए शादीशुदा कपल पूरी तरह से एंजॉय करने आते हैं!!!!! अपनी प्राइवेसी........ तो हम यही चाहेंगे कि आपका यह नौकर आपको बार-बार डिस्टर्ब ना करें......... इसीलिए हम लोग आपको हमारी तरफ से एक प्राइवेट cuffer प्रोवाइड कर रहे हैं.......
"और दूसरी एक खास बात कर मैं आप लोगों का marriage सर्टिफिकेट दिए बिना सिर्फ ट्रेन की टिकट के ऊपर से है इस स्कीम में आपको लाभ दिया हुआ है .......!!!!!तो अगर होटल को पता लगा .......आपके किसी भी तरह के व्यवहार से के....... आप लोग पति-पत्नी नहीं हो तो .......आपको दिए हुए डिपॉजिट की रकम भी जाएगी और रूम भी नहीं मिलेगा .........और ऊपर से फाइन देना पड़ेगा!!!!! क्योंकि हमारा resort बहुत ही प्रोफेशनल है......... इन सब मामलों में और आए हुए कपल की एंजॉयमेंट का पूरा ध्यान रखने के मामले में..."
(वह बंदा अपने शर्तें इतनी टाइट कर रहा था कि मुझे लग रहा था जैसे मुझे तो खुशबू के साथ कमरे में वक्त बिताने का मौका ही नहीं मिलेगा....... और यह सब सुनकर खुशबू और असलम तो अंदर ही अंदर खुश हो रहे थे)
(और मेरे तो जैसे पर के नीचे से जमीन खिसक जाती है की है......hey भगवान यह मैंने अपने आप को किसी उलझन में डाल दिया........ कुछ पैसे बचाने के चक्कर में क्या अब मुझे अपने ही हनीमून पर एक होटल की servant quarter में रहना पड़ेगा...... जबकि मेरी खूबसूरत पत्नी मेरे ही दोस्त के साथ हनीमून सुइट में रहेगी........)
खुशबू अभी भी वह सुबह वाली छोटी सी शॉर्ट्स और टाइट टॉप में असलम को एकदम चिपक कर खड़ी है ......जैसे कि वह दोनों सच में पति-पत्नी है........
(वह नौकर अब से हम उसे जय कहेंगे..)..
(हमारा सब सामान लेकर हमें कमरे की तरफ ले जा रहा है .........खुशबू और असलम मेरे आगे आगे चल रहे हैं.......... ना चाहते हुए भी मेरा ध्यान खुशबू की मटकनी हुई गांड पर पड़ रहा है ..........खुशबू ने अपना हाथ असलम की कमर में और असलम ने अपना हाथ खुशबू की कमर से थोड़ा नीचे तक आया हुआ है......)
खुशबू तुरंत ही मुझसे कहती है
" अरे सुनो ना अमित बेचारे इन के पास से एक बैग ले लो ना !!!!! इतने सारे बैग तो वही उठा कर आ रहे हैं!!!!!!??
(खुशबू को मुझे ज्यादा उसे नौकर जे के ऊपर दया आ रही थी ........जबकि हमारे शहर से अब तक सारे बाग में ही उठाकर लेकर आया था ........लेकिन फिर मुझे लगा शायद खुशबू अपने कैरेक्टर में रहना चाह रही है वह नहीं चाहती है कि किसी को भी अंदाजा आए कि ........मैं और वह पति-पत्नी है .......ना ही मैं उसका नौकर तो शायद इसीलिए ऐसा बोल रही होगी !!!!! तो मैं तुरंत ही उसे बंदे के पास से एक बैग उठा लिया और हमारे कमरे की तरफ चलने लग......)
कमरे में दाखिल होते ही कैमरा एकदम खूबसूरती से सजाया हुआ था .......जैसे ज्यादातर हनीमून कपल के लिए स्वीट रूम बनाया गया हो...... बड़ा सा बेड .....के ऊपर फूल वगैरा रखे हुए थे .....एक champaign की बोतल ....केक .....वगैरा वगैरा........ इस तरह का अरेंजमेंट देखकर खुशबू और असलम दोनों खुश हो जाते है.......
बड़े से बेड की बाजू में ही एक सिंगल सोफा जैसा था........ तो मैं तो दिलो दिमाग में यही सोचा था की खुशबू बेड के ऊपर सोएगी .....जबकि असलम जी उसे सोफा के ऊपर.......
जय कमरे में सब सामान अच्छे से ठीक करके रख देता है और वहां पर अपने टिप के लिए खड़ा हुआ है
असलम भी किसी सेठ की तरह एक ₹200 की नोट निकाल कर उसे दे देता है टिप के तौर पर?
की खुशबू को वापस मजा चढ़ता है
"अरे यह क्या असलम जी आपने इनको ₹200 दिए तो इस अमित ने भी तो एक बैग उठाया है ना कम से कम एक ₹20 तो इसके भी बनते हैं ना!!!! , खुशबू असलम का पर्स तुरंत अपने हाथ में लेकर उसमें से एक व्हिस्की नोट निकलती है और असलम के सिर पर घूमकर जैसे उसकी नजर उतार रही हो उसे तरह से मेरे सामने faikkती है...?
ना चाहते हुए भी मुझे वह 20 की नोट उठानी पड़ रही है....
जय-" सर आपको किसी भी चीज की जरूरत हो तो हमें तुरंत ही याद कर लेना...... मैं तुरंत ही आ जाऊंगा ......"
और मुस्कुराता है और असलम जय को दिखाई दे उसे तरह से खुशबू को और अपने करीब खींच लेता है
"अब इतनी खूबसूरत मैडम है .......हमें भला और किस चीज की जरूरत होगी......."
और मुस्कराने लगता है खुशबू भी उसके मजाक पर हल्का सा उसकी छाती पर मार देती है...
"वैसे सुनो अमित....... तुम अपनी बैग साथ लेकर ही जाना .......ताकि फिर बार-बार तुम्हें हमारे कमरे में आना ना पड़े ......हमें भी डिस्टर्ब ना हो !!!!!और तुम्हें भी परेशानी ना हो !!!!!
और फिर jay और देख कर बोलती है
"यह हमारा खास नौकर है "नीचे" सर्वेंट क्वार्टर में उसका अच्छे से ध्यान रखिएगा ......"
(और कहकर मुस्कुराती है और मैं बहुत ही ज्यादा असमंजस वाली स्थिति में होकर आखिरकार यह सब हो क्या रहा है.....)
(अब jay कमरे से बाहर निकल रहा है मैं उसको बोलता हूं )
"आप जाइए मैं 2 मिनट में वापस आता हूं "
(और उसे उम्मीद में वही दरवाजे के पास रुकता हूं कि शायद खुशबू मेरे साथ कुछ बात कर ल.......
इस दरम्यान असलम बिल्कुल फेल के बड़े से बेड के ऊपर बैठ गया है.... और अपना मोबाइल स्क्रोल करने लगा ह.....)
खुशबू तुरंत ही प्यार से मेरे पास आती है ??
और एकदम अलग बात करने के टोन में मुझसे कहती है
" प्लीज हां जान.....!!!! तुम बुरा मत मानना!!!! अब तुम्हें ने तो देखा ना कि........ उसे रिसेप्शनिस्ट ने किस तरह से कहा !!!!!अगर उसने यह चोरी पकड़ ली कि मैं और असलम में पति-पत्नी नहीं है....... तो खामखा हमारी डिपॉजिट भी जाएगी!!!!? हमें रूम भी नहीं मिलेगा?
और ऊपर से फाइन देना पड़ेगा......... इसलिए उनको यकीन हो इसलिए मैंने उनके सामने इस तरह का व्यवहार किया ......!!!!.....आशा रखती हूं तुम अच्छे से समझ रहे होंगे ......"
(का कर उसने एकदम प्यार से मेरे गालों ko सहलाया.... और बस इतनी ही करने की देर थी कि मैं बाकी की सारी फरियाद भूल गया....)
"और तुम चिंता मत करना अमित ....मैं कुछ ना कुछ बहाना करके तुम्हें ऊपर कमरे में बुलाती रहूंगी!!!!!! मैं समझ रही हूं कि आखिरकार यह तुम्हारा भी तो हनीमून है ......अब तुम्हारी गलती की वजह से मुझे असलम जी के साथ एडजस्ट करना पड़ेगा तो इतना तो मैं तुम्हारे लिए कर ही लूंगी !!!!!"
(खुशबू जानबूझकर वह बात का जिक्र करके मुझे यह जता रही है कि यहां आखिरकार मेरी ही गलती का नतीजा है जो बहुत हद तक सही भी है)
"और हां वैसे सुनो अमित....... एक बात का खास ध्यान रखना!!!!!...... देखो अब हमें है ना इन लोगों के सामने ऐसे ही बिहेव करना पड़ेगा कि जैसे मैं और असलम जी पति-पत्नी है!!!!!!
तो अब तुम तो सारा दिन "नीचे"उसे सर्वेंट क्वार्टर में उन नौकरों के साथ रहोगे .......
(पता नहीं मैंने ऐसा महसूस किया कि जैसे खुशबू थोड़े अलग टन में जानबूझकर "नीचे" शब्द के ऊपर बहुत भार दे रही है )
"अगर उसे दरम्यान में मैंने तुम्हें फोन किया..... तो जाहिर सी बात है ......तुमने तो मेरा नंबर "पत्नी"? ......"जान??"...... या "लव❤️❤️" Kahकर सेव किया होगा ........तो यह थोड़ा कॉम्प्लिकेशन वाला हो जाएगा.......!!!!
तुम ऐसा हो तो मेरा नाम बदलकर "mamshahab" या "मालकिन" करके सेव कर दो ना ......!!!!! तो आसपास वाले को भी यही यकीन हो जाए कि आखिरकार तुम हमारे नौकर ही हो ..........(
(वैसे अगर तर्क के तौर पर देखा जाए तो खुशबू की बात एकदम सही थी...... मैं नहीं चाहता था तो में रिसोर्ट में किसी को भी डाउट हो कि .......मैं और खुशबू पति-पत्नी है ना कि असलम और खुशबू ...........तो मैं तुरंत ही अपना मोबाइल निकाला .......और खुशबू का नंबर जो "लव" का कर से किया हुआ था .........उसे तुरंत ही "मालकिन" में बदल दिया .......पर वापस खुशबू ने अपना और एक बात रखी )
"और तुम्हें असलम का नंबर भी "सर" या "बॉस" या "मालिक " कर ही सेव करना पड़ेगा.....!!!!! कितना खराब लगेगा .....अगर तुम्हारा बाजू वाला नौकर देखेगा कि तुमने ......अपने मालिक का नाम "नाम" से सेव किया है तो....."
( और मुझे वापस खुशबू के कहे मुताबिक करना पड़ा.....)
के पीछे से असलम बोला
" क्या कर रही हो यार जान .....चलो जल्दी करो....... थोड़ा रिलैक्स होते हैं........"
"अरे रुको na असलम जी ......एक तो बिचारे अब मेरे प्यारे पतिदेव को मैं थोड़ा बातचीत करके विदाई तो कर दूं ........वहां नीचे अकेले बोर हो जाएंगे ना वह....... सर्वेंट क्वार्टर में...... मेरे बिना......."
( और वापस मुझे प्यार से सहलाती है..... खुशबू और कहती है )
"तुम जरा भी चिंता मत करना......!!!!! देखो अगर तुम याद हो तो...... तुम्हें कितना पसंद आता था ......जब सगाई के दरम्यान मैं तुम्हें अपने मस्त..... छोटे-छोटे...... टाइट कपड़ों ......में फोटोस और वीडियो भेजती थी .........तुम जरा भी चिंता मत करना ......मुझे पता है कि तुम भी हमारा हनीमून अच्छे से एंजॉय करना चाह रहे हो ........!!!!!!तो तुम्हें मैं रेगुलरली अपडेटेड फोटोस...... या वीडियो........ के द्वारा देती रहूंगी!!!!!!!!
( और जैसे किसी कुत्ते को हड्डी दी जाती है उसे तरह से मैं खुश हो गया ......कि चलो कम से कम एक बात की तो मुझे खुशी मिल जाएगी इस पूरे ट्रिप के दरमियान...... )
"और हां जानू ......!!!!!
(कहकर खुशबू और प्यार जाता कर मुझे कहने लगी )
"हम लोग कहीं अगर अकेले हो तो मैं तुम्हें नाम से या तुम मुझे नाम से बुलाओगे .......लेकिन ध्यान रखना .......अब रिसोर्ट वालों के सामने हम लोग मियां बीवी है .......
(खुशबू ने बहुत है चालाकी से हिं-दू रीति रिवाज के मुझे पति-पत्नी नहीं बल्कि अपने और असलम के लिए मियां बीवी शब्द का इस्तेमाल किया )
".तो तुम यह भी ध्यान रखना ....जब तुम किसी नौकर या किसी और स्टाफ के सामने हमें बुलाओ तो ....sir या मैडम कहकर ही बुलाना......."
(खुशबु की बात एकदम सही थी और न मानने का मेरे पास कोई कारण नहीं था......)
(अब पहली बार मेरे खुद के हनीमून पर मेरे ही पत्नी को.......अपने दोस्त असलम के साथ कमरे में अकेला छोड़कर .........मैं उन लोगों के पीछे दरवाजा बंद करके बाहर आ गया .....वहां jay तो जैसे मेरा इंतजार ही कर रहा था)
मैंने or jay ने औपचारिक बात की........ मेरे दिमाग में यह बात मैं पक्का कर ली थी कि मुझे हो सके उतना jay के साथ अच्छा संबंध रखना पड़ेगा.........
जय के पास तो ही मुझे खुशबू के कमरे में थोड़ी बहुत एंट्री मिलेगी........ और वहां पर जो कुछ भी हो रहा होगा उसके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी मिलेगी .......और वैसे भी शुरुआत से मुझे नीचे के तबके के लोगों के साथ.... मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छे से बन जाती थी ......जैसे मैंने अली और जफर के वहां काम करने वाले नौकर के पास से खुशबू की बहुत सारी फोटोस देख ली थी .......या फिर जैसे उन लोगों के फार्म हाउस पर वह जो डिलीवरी वाला आया था !!!!!! उसके साथ भी बातचीत करके दोस्ती करके मैं बहुत सारी इनफार्मेशन निकाल ली थीĺ .......
तुरंत जय बोल पड़ा अपने एक्साइटमेंट रॉक बिना
" अबे साले तेरी मालकिन तो एक नंबर की फटाका है यार !!!!!........
(पहले मैं थोड़ा शर्मा गया समझ नहीं आया इस बात पर क्या रिएक्ट दूं ......झिझक कर बोला)
" हां जी ......वह काफी खूबसूरत है ....."
"Abe खूबसूरत...... साले एक नंबर की पलंग तोड़ माल है ......तेरे shahab को तो दिन रात मजा ही आ जाएगा उसके साथ.....!!!! यहां मस्ती करने में......."
( पता नहीं एक अनजान नौकर के मुंह से मेरी ही पत्नी और दोस्त के बारे में इस तरह की बात सुनकर.......!!!!! ना जाने कुछ अलग तरह का रोमांस और गुदगुदी होने लगी..... मैंने कहा)
" हां जी सही बात है !!!!!
(वह जैसे मुझे चढ़ा रहा हो उसे तरह से बोलने लगा)
"अबे यार ......!!!!क्या सही है ...सही है..... बोल रहा है..... खुलकर बात करना ......इतनी फटाका मैडम है .....तो उनके साथ ही आया ना .......तुझे तो बहुत कुछ देखने को मिलता होगा ना....... देखना साले ने कितनी छोटी सी ड्रेस पहनी हुई थी!!!!!! सामान लेते जाते वक्त मुझे तो बड़ा मजा आया उसकी उछालती हुई गांड को देखकर....!!!!!!
(दिलो दिमाग में खुशबू के बारे में यह सारी बातें सुनकर कुछ अच्छा भी लग रहा था कुछ अजीब भी लग रहा था ........मैं पूरी कोशिश करना चाह रहा था कि मैं jay के साथ हो सके उतने अच्छा संबंध रखो ........तो जाहिर सी बात है मुझे इसके लिए कीमत भी चुकानी पड़ेगी.....)
" हां जी भाई काफी मजा आता है मैडम और shaheb के साथ......."
( यह बोलते हुए मेरी जीभ एक बार भी नहीं कपकपाए कि मैं अपनी ही पत्नी और अपने ही दोस्त के बारे में बात कर रहा हूं.....)
"अबे यार तेरी मालकिन को तो मैं देख कर ही समझ गया था कि...... एक नंबर का बढ़िया माल है !!!!!! Shaheb को पूरा मजा करवाती होगी......... और तू जरा अच्छे से ओपन होकर सब बात कर ......हम "नौकरों" में तो ऐसा सब कुछ चलता ही है...... अपने मालिक और मालकिन के बारे में .......यह सारी बातें ......!!!!! इसके फायदे भी बहुत है ......!!!! हमें रूम में कुछ में कुछ अच्छा देखने को भी मिल जाता है.....!!!!!! इस तरह के खूबसूरत और सेक्सी कपल के!!!!......
( का कर वह मुझे आंख मारता है और मैं asmajas जिसमें हूं कि वह शायद किसी तरह की चीजों की बात कर रहा है .........लेकिन मैं अभी उसका मूड बिगड़ता नहीं चाह रहा मैं उसका पूरा साथ देना चाह रहा )
"हूं अरे हां यार जय भाई .....अब आपको तो वहां पर रूम का एक्सेस है तो........ आप मुझे भी हो सके तो लेकर जाएगा .......या फिर काम से कम बोलते रहेगा की मैडम और सर क्या कर रहा है !!!!!!!
जय "अरे हां हां क्यों नहीं भाई !!!!!तू दोस्त है मेरा!!!!!! चिंता मत कर !!!!!मुझे जितना मजा आएगा मैं तुझे भी उतना ही मजा करवाऊं ga"
(कर मुझे दिलासा देता है
आपकी मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या बोलूं वह मुझे धीरे-धीरे नीचे की तरफ सर्वेंट quarter की तरफ ले गया)
वहां उसने अपने गड्ढे के बाजू में मेरा एक गड्ढा दिया और बोला
"अब से तेरा यही ठिकाना है भाई कुछ दिनों के लिए...."
(वह एक छोटा सा कमरा था जहां पर और भी चार-पांच लोग हर शाम को रहने वाले थे ..........मैंने अपना सामान वगैरा वहां पर रखा और अपने ही ख्वाबों में और ख्यालों में खो गया........ कि वहां ऊपर क्या हो रहा होगा खुशबू और असलम का .....
और साथ-साथ यह भी की कहा मैंने खुशबू के साथ हसीन हनीमून उसे खूबसूरत और sexy तरीके से बिकनी में देखने का .....और पहली बार सेक्स करने की कल्पना की थी ......और कहां यहां पर मैं नीचे सर्वेंट क्वार्टर में नौकर के साथ अब रहने वाला हूं.. ...)
उधर दूसरी तरफ असलम पूरे नरम किंग साइज गड्ढे वाले बेड के ऊपर pसर कर बैठा हुआ है
खुशबू मस्ती में उससे नाराज होते हुए जैसे कह रही हो
"क्या असलम जी एक तो बेचारे मेरे पति मुझे छोड़कर नीचे नौकरों के साथ रहने जा रहे थे ......उन्हें अच्छे से bye भी नहीं करने दिया....... आपने मुझे .....कितनी जल्दबाजी है आपको ..........!!!! और यह क्या इतना फेल कर बैठे हो .....आप ......जैसे कोई मुगल राजा अपनी रानी का इंतजार कर रहे हो ......अब मैं कहां लेट्यूंगी !??????
असलम को बड़ा मजा आ रहा है....... वह गर्व से अपनी जांघों के ऊपर इशारा करके कहता है.......
"अभी जिस शहर की पत्नी..... अपने पति के साथ समय न देकर नौकरों के साथ बात करने लगती है...... तो मुझे तो उसको ध्यान देना ही पड़ेगा ना.......
"अच्छा जी ....ऐसा है क्या ......लेकिन यह मत भूल जाइए कि...... वह बेचारा मेरा परमानेंट पति है .......और आप मेरे टेंपरेरी शौहर हो ......इसका ध्यान रखिएगा......"
( कहकर खुशबू मुस्कुरा कर आंख मारती है)
"अरे हां टेंपरेरी तो अभी के लिए हूं...... तुम देखते जाओ आगे आगे और क्या-क्या होता है.......( का कर असलम जैसे अपनी बाहों में फैला कर खुशबू को वहां उसमें आने का इशारा करता है)
खुशबू भी पूरी मस्ती में तुरंत ही वह इशारा समझ जाती है ......और असलम की दोनों मार्शल जांघों के बीच अपने आप को लिटा देता है........
अब खुशबू का हल्का-हल्का sir असलम की फैली हुई छाती पर पड़ा है ......वह दोनों एक खूबसूरत शादीशुदा जोड़ों जैसे लग रहे हैं.......
लेकिन अभी भी कहीं ना कहीं खुशबू का ध्यान थोड़ा बहुत अमित के ऊपर है
"असलम यह कुछ ज्यादा तो नहीं हो रहा है ना अमित के साथ !!!!!! मैं नहीं चाह रही हूं कि हमारी बनी हुई बजी जल्दबाजी की वजह से बिगड़ जाए......!!!!
" अरे तुम चिंता क्यों कर रही हो मेरी जान !!!!! मैं बैठा हूं ना...... तुम बस एंजॉयमेंट के ऊपर ध्यान दो!!!!! अगर अमित की तरफ से किसी भी तरह की परेशानी होगी........ तो हम दोनों साथ मिलकर उसे निपटा लेंगे. !!!!! वैसे भी मुझे तुम्हारी शैतानी दिमाग पर पूरा भरोसा है..
( कहकर असलम जोर-जोर से हंसने लगता है )
"मैं बहुत अच्छे से देखा कि तुमने कितनी खूबसूरती से उसे बुरा भी ना लगे उसे तरह से हम दोनों के नाम उसके मोबाइल में चेंज करवा लिए.......
खुशबू गर्व महसूस होते हुए और इतराते हुए कहती है
"अच्छा जी एक तो मैं इतना एडजस्ट किया..... कि मैं आपके साथ अच्छे से समय बिता pau..... हनीमून के लिए इतनी तैयारी की है... ... इतना अच्छे-अच्छे कपड़े लिए है .....आपको खुश कर सको ...... इसलिए और आप ऊपर से मेरी ही टांग खींच रहे हो .......अब मैं क्या करूं यार.......इसके अलावा. पता नहीं क्यों!???? एक तो आप लोगों को भी मैंने कुछ महीनो से यही देखा है कि आप लोग कितनी मस्ती करते हैं अमित के साथ..... उसे बेचारे को वजह या बेवजह कितना नीचा दिखाते हैं .....कितनी बेइज्जती करते हैं..... उसकी ......न जाने क्यों मुझे भी इसमें बड़ा मजा आने लगा है......... एक तो मैं आपके लिए बेचारे मेरे पतिदेव को नीचे सर्वेंट क्वार्टर में भेज दिया और यहां एक मुझे इतनी saandh जैसे मर्द के साथ बेड शेयर करना पड़ेगा.....huh......???
" टांग नहीं मेरी जान..... तुम्हारी तो गांड खींचने है.......
( का कर असलम मस्ती में जोर से खुशबू के फैले हुए चूतड़ के ऊपर थप्पड़ मार देता है )
"मेरी जान तुम्हें क्या लगता है ......मैं तुम्हारे पति को कई सालों से जानता हूं ........तुम उसे कुछ महीनो से जानती हो...... मुझे पक्का पता था कि उसकी कमजोरी क्या है....... इसीलिए मैंने वहां नीचे रिसेप्शन पर वह सारा plan बनाया था..... डिस्काउंट वाला ......."
(खुशबू को तो यकीन नहीं आ रहा है तो..... यह सारा प्लान खुद असलम का था ....और उसे अपने प्लान पर इतना कॉन्फिडेंस था कि अमित भी आराम से उसमें गिर जाएगा .........
खुशबू मस्ती से अब सीधा किसी भी चीज का इंतजार किए बिना एकदम धीमी धीमी किस करने लगती है .........
असलम को यह पहली बार था जब शादी के बाद खुशबू ने किसी अनजान मर्द को होठों को चुंबन किया था .....
वह दोनों एक दूसरे को किस करते-करते जैसे पूरे एक दूसरे में खो रहे हैं
साथ ही साथ असलम के मर्दाना हाथ पीछे से फैले हुए खुशबू की चूतड़ दबा रहे हैं
और खुशबू के गोरे चिकने सॉफ्ट हाथ असलम की छाती के ऊपर घूम रहे हैं......
" वैसे तुमने अपना हाथों का कमाल तो बड़े अच्छे से बता दिया था चालू ट्रेन में मेरी जान .......वह तुम कुछ अपने मुंह के बारे में भी बोल रही थी !!!!!!!
असलम की चुटकी काटता है
"अरे हां हां क्यों नहीं .....अब आप तो मेरे पतिदेव हो .......कुछ दिनों के लिए....... हर तरह से आपको मजा भी करवाऊंगी और आपके साथ मजे भी करूंगी!!!!!!
( का कर वापस दोनों एक दूसरे में लिपट जाते हैं)
खुशबू तुरंत ही एक प्रोफेशनल की तरह अपने रेशमी में जुल्फे ऊपर अपने सिर पर बांधती है
और असलम की दोनों टांगें और फैला देती है
जैसे भूखी शेरनी अपना मटन का टुकड़ा खाने जा रही हो
असलम भी तुरंत ही उसका जेस्चर समझ गया और उसने अपनी पेट निकल दी जैसे कोई बड़ा सा सा सांप अपने बिल से निकलता है वैसे ही असलम का ताना हुआ तगड़ा लंड तुरंत ही उसके अंदर घर में से बाहर आ गया
शादी के बाद यह पहली बार था जब खुशबू शांति से किसी रियल मर्द का लंड को एंजॉय करने वाली थी
और वह इस बात का पूरा मजा और फायदा उठाना चाह रही थी
उसे देखकर ही तो पहले उसकी आंखें खुली की खुली रह गई
वह लैंड बड़ा होने के साथ-साथ उसके गोटे में भी बहुत सारा वीर्य भरा हुआ था
और वहां नीचे बाल भी बहुत थे जो एक रियल मर्द की निशानी थे
" अच्छा असलम जी अब आपने मेरा हाथ का कमाल तो देख ही लिया है अब दिखाती हूं कि मैं मुंह से क्या कर सकती हूं !!!!!
(का कर सीधा ही खुशबू उसका बड़ा सा लैंड का टोपा अपने मुंह में लेकर गिला करने लगी
और आगे पीछे ऊपर नीचे करके अच्छे से उसे अपनी जीभ से मसाज देने लगी
Aslam जैसे किसी राजा की तरह वहां पर रिलैक्स होता हुआ लेटा हुआ है
उसके दोनों हाथ खुशबू के सिर पर है जो हल्का-हल्का उसे अंदर बाहर करवा रहे हैं....
खुशबू जैसे सालों से भूखी हो उसे तरह से पूरा अंदर तक उसका ल** निकाल रही है
एक दो बार तो उसने इतना deep ले लिया कि उसके हलक में से सांस भी नहीं आ रही थी....
लेकिन इस बात की परवाह किए बिना खुशबू अपना और असलम दोनों का एंजॉयमेंट देख रही थी इसलिए बिन्दस्त होकर वहीं पर पड़ी पड़ी अच्छे से उसे ब्लोजॉब दे रही थी.....
असलम को भी जैसे ऐसे महसूस हो रहा था कि वह जन्नत की सैर कर रहा हो....
खुशबू ऊपर आंख करके कांस्टेंटली असलम को देख रही थी वह मुस्कुरा रहा था उसके चेहरे से खास और साफ जाहिर हो रहा था कि उसे कितना मजा आ रहा है.....
"देखना चाहोगे असलम मियां इस मुंह का कमल!!!!!
कहकर खुशबू अपने दोनों हाथ हटा लेती है ब्लोजॉब देने के लिए
खुशबू और असलम की आंखों में यह सुनकर चमक आ जाती है....
फिर वह रिसेप्शनिस्ट मेरी और देखकर मुंह बिगाड़ कर बोलता है
" और मैडम, सर यह कौन है !??? और उनके रहने की व्यवस्था कहां करनी है !????
की तुरंत ही मेरे से पहले खुशबू बोल पड़ती है
" जी यह हमारा नौकर है!!!!!
( मेरे तो जैसे पर के नीचे से जमीन निकल गई....... खुशबू ने सबके सामने अपने पति को नौकर कहकर क्यों इंट्रोड्यूस किया....!??? मेरी असमंजस देखकर खुशबू तुरंत ही मुझे side पर ले जाती है )
"अरे बाबा तुम नहीं समझोगे !!!! अगर मैं उन्हें बोलती कि तुम फोटोग्राफर हो !!!!! तो तुम कमरे में ज्यादा आ जा नहीं कर पाओगे ......मुझे इस तरह की महंगी होटल और रिसॉर्ट में रहने का अच्छा एक्सपीरियंस है ........मुझे पता है इन लोगों से कैसे डील करना है....... अगर मैं तुम्हें नौकर कहकर ही इंट्रोड्यूस करवाओगी तभी मैं तुम्हें किसी न किसी बहाने से कम से कम अपने कमरे में तो बुला पाओगी......"
( और मुझे तसल्ली हुई दिलासा हुआ कि बेचारी खुशबू इतनी कठिन परिस्थिति में भी मेरे बारे में कितना सोचती है.........)
" वह आप एडजस्ट करवा लीजिए गाना यह हमारे पर्सनल नौकर के साथ ......उनके ही साथ servant क्वार्टर में रह लेगा ......."
खुशबू उसे रिसेप्शनिस्ट बोलती है
"हां जी मैडम उसकी कोई दिक्कत नहीं है .........हमारे रिसोर्ट में ठीक से एक नए शादीशुदा कपल पूरी तरह से एंजॉय करने आते हैं!!!!! अपनी प्राइवेसी........ तो हम यही चाहेंगे कि आपका यह नौकर आपको बार-बार डिस्टर्ब ना करें......... इसीलिए हम लोग आपको हमारी तरफ से एक प्राइवेट cuffer प्रोवाइड कर रहे हैं.......
"और दूसरी एक खास बात कर मैं आप लोगों का marriage सर्टिफिकेट दिए बिना सिर्फ ट्रेन की टिकट के ऊपर से है इस स्कीम में आपको लाभ दिया हुआ है .......!!!!!तो अगर होटल को पता लगा .......आपके किसी भी तरह के व्यवहार से के....... आप लोग पति-पत्नी नहीं हो तो .......आपको दिए हुए डिपॉजिट की रकम भी जाएगी और रूम भी नहीं मिलेगा .........और ऊपर से फाइन देना पड़ेगा!!!!! क्योंकि हमारा resort बहुत ही प्रोफेशनल है......... इन सब मामलों में और आए हुए कपल की एंजॉयमेंट का पूरा ध्यान रखने के मामले में..."
(वह बंदा अपने शर्तें इतनी टाइट कर रहा था कि मुझे लग रहा था जैसे मुझे तो खुशबू के साथ कमरे में वक्त बिताने का मौका ही नहीं मिलेगा....... और यह सब सुनकर खुशबू और असलम तो अंदर ही अंदर खुश हो रहे थे)
(और मेरे तो जैसे पर के नीचे से जमीन खिसक जाती है की है......hey भगवान यह मैंने अपने आप को किसी उलझन में डाल दिया........ कुछ पैसे बचाने के चक्कर में क्या अब मुझे अपने ही हनीमून पर एक होटल की servant quarter में रहना पड़ेगा...... जबकि मेरी खूबसूरत पत्नी मेरे ही दोस्त के साथ हनीमून सुइट में रहेगी........)
खुशबू अभी भी वह सुबह वाली छोटी सी शॉर्ट्स और टाइट टॉप में असलम को एकदम चिपक कर खड़ी है ......जैसे कि वह दोनों सच में पति-पत्नी है........
(वह नौकर अब से हम उसे जय कहेंगे..)..
(हमारा सब सामान लेकर हमें कमरे की तरफ ले जा रहा है .........खुशबू और असलम मेरे आगे आगे चल रहे हैं.......... ना चाहते हुए भी मेरा ध्यान खुशबू की मटकनी हुई गांड पर पड़ रहा है ..........खुशबू ने अपना हाथ असलम की कमर में और असलम ने अपना हाथ खुशबू की कमर से थोड़ा नीचे तक आया हुआ है......)
खुशबू तुरंत ही मुझसे कहती है
" अरे सुनो ना अमित बेचारे इन के पास से एक बैग ले लो ना !!!!! इतने सारे बैग तो वही उठा कर आ रहे हैं!!!!!!??
(खुशबू को मुझे ज्यादा उसे नौकर जे के ऊपर दया आ रही थी ........जबकि हमारे शहर से अब तक सारे बाग में ही उठाकर लेकर आया था ........लेकिन फिर मुझे लगा शायद खुशबू अपने कैरेक्टर में रहना चाह रही है वह नहीं चाहती है कि किसी को भी अंदाजा आए कि ........मैं और वह पति-पत्नी है .......ना ही मैं उसका नौकर तो शायद इसीलिए ऐसा बोल रही होगी !!!!! तो मैं तुरंत ही उसे बंदे के पास से एक बैग उठा लिया और हमारे कमरे की तरफ चलने लग......)
कमरे में दाखिल होते ही कैमरा एकदम खूबसूरती से सजाया हुआ था .......जैसे ज्यादातर हनीमून कपल के लिए स्वीट रूम बनाया गया हो...... बड़ा सा बेड .....के ऊपर फूल वगैरा रखे हुए थे .....एक champaign की बोतल ....केक .....वगैरा वगैरा........ इस तरह का अरेंजमेंट देखकर खुशबू और असलम दोनों खुश हो जाते है.......
बड़े से बेड की बाजू में ही एक सिंगल सोफा जैसा था........ तो मैं तो दिलो दिमाग में यही सोचा था की खुशबू बेड के ऊपर सोएगी .....जबकि असलम जी उसे सोफा के ऊपर.......
जय कमरे में सब सामान अच्छे से ठीक करके रख देता है और वहां पर अपने टिप के लिए खड़ा हुआ है
असलम भी किसी सेठ की तरह एक ₹200 की नोट निकाल कर उसे दे देता है टिप के तौर पर?
की खुशबू को वापस मजा चढ़ता है
"अरे यह क्या असलम जी आपने इनको ₹200 दिए तो इस अमित ने भी तो एक बैग उठाया है ना कम से कम एक ₹20 तो इसके भी बनते हैं ना!!!! , खुशबू असलम का पर्स तुरंत अपने हाथ में लेकर उसमें से एक व्हिस्की नोट निकलती है और असलम के सिर पर घूमकर जैसे उसकी नजर उतार रही हो उसे तरह से मेरे सामने faikkती है...?
ना चाहते हुए भी मुझे वह 20 की नोट उठानी पड़ रही है....
जय-" सर आपको किसी भी चीज की जरूरत हो तो हमें तुरंत ही याद कर लेना...... मैं तुरंत ही आ जाऊंगा ......"
और मुस्कुराता है और असलम जय को दिखाई दे उसे तरह से खुशबू को और अपने करीब खींच लेता है
"अब इतनी खूबसूरत मैडम है .......हमें भला और किस चीज की जरूरत होगी......."
और मुस्कराने लगता है खुशबू भी उसके मजाक पर हल्का सा उसकी छाती पर मार देती है...
"वैसे सुनो अमित....... तुम अपनी बैग साथ लेकर ही जाना .......ताकि फिर बार-बार तुम्हें हमारे कमरे में आना ना पड़े ......हमें भी डिस्टर्ब ना हो !!!!!और तुम्हें भी परेशानी ना हो !!!!!
और फिर jay और देख कर बोलती है
"यह हमारा खास नौकर है "नीचे" सर्वेंट क्वार्टर में उसका अच्छे से ध्यान रखिएगा ......"
(और कहकर मुस्कुराती है और मैं बहुत ही ज्यादा असमंजस वाली स्थिति में होकर आखिरकार यह सब हो क्या रहा है.....)
(अब jay कमरे से बाहर निकल रहा है मैं उसको बोलता हूं )
"आप जाइए मैं 2 मिनट में वापस आता हूं "
(और उसे उम्मीद में वही दरवाजे के पास रुकता हूं कि शायद खुशबू मेरे साथ कुछ बात कर ल.......
इस दरम्यान असलम बिल्कुल फेल के बड़े से बेड के ऊपर बैठ गया है.... और अपना मोबाइल स्क्रोल करने लगा ह.....)
खुशबू तुरंत ही प्यार से मेरे पास आती है ??
और एकदम अलग बात करने के टोन में मुझसे कहती है
" प्लीज हां जान.....!!!! तुम बुरा मत मानना!!!! अब तुम्हें ने तो देखा ना कि........ उसे रिसेप्शनिस्ट ने किस तरह से कहा !!!!!अगर उसने यह चोरी पकड़ ली कि मैं और असलम में पति-पत्नी नहीं है....... तो खामखा हमारी डिपॉजिट भी जाएगी!!!!? हमें रूम भी नहीं मिलेगा?
और ऊपर से फाइन देना पड़ेगा......... इसलिए उनको यकीन हो इसलिए मैंने उनके सामने इस तरह का व्यवहार किया ......!!!!.....आशा रखती हूं तुम अच्छे से समझ रहे होंगे ......"
(का कर उसने एकदम प्यार से मेरे गालों ko सहलाया.... और बस इतनी ही करने की देर थी कि मैं बाकी की सारी फरियाद भूल गया....)
"और तुम चिंता मत करना अमित ....मैं कुछ ना कुछ बहाना करके तुम्हें ऊपर कमरे में बुलाती रहूंगी!!!!!! मैं समझ रही हूं कि आखिरकार यह तुम्हारा भी तो हनीमून है ......अब तुम्हारी गलती की वजह से मुझे असलम जी के साथ एडजस्ट करना पड़ेगा तो इतना तो मैं तुम्हारे लिए कर ही लूंगी !!!!!"
(खुशबू जानबूझकर वह बात का जिक्र करके मुझे यह जता रही है कि यहां आखिरकार मेरी ही गलती का नतीजा है जो बहुत हद तक सही भी है)
"और हां वैसे सुनो अमित....... एक बात का खास ध्यान रखना!!!!!...... देखो अब हमें है ना इन लोगों के सामने ऐसे ही बिहेव करना पड़ेगा कि जैसे मैं और असलम जी पति-पत्नी है!!!!!!
तो अब तुम तो सारा दिन "नीचे"उसे सर्वेंट क्वार्टर में उन नौकरों के साथ रहोगे .......
(पता नहीं मैंने ऐसा महसूस किया कि जैसे खुशबू थोड़े अलग टन में जानबूझकर "नीचे" शब्द के ऊपर बहुत भार दे रही है )
"अगर उसे दरम्यान में मैंने तुम्हें फोन किया..... तो जाहिर सी बात है ......तुमने तो मेरा नंबर "पत्नी"? ......"जान??"...... या "लव❤️❤️" Kahकर सेव किया होगा ........तो यह थोड़ा कॉम्प्लिकेशन वाला हो जाएगा.......!!!!
तुम ऐसा हो तो मेरा नाम बदलकर "mamshahab" या "मालकिन" करके सेव कर दो ना ......!!!!! तो आसपास वाले को भी यही यकीन हो जाए कि आखिरकार तुम हमारे नौकर ही हो ..........(
(वैसे अगर तर्क के तौर पर देखा जाए तो खुशबू की बात एकदम सही थी...... मैं नहीं चाहता था तो में रिसोर्ट में किसी को भी डाउट हो कि .......मैं और खुशबू पति-पत्नी है ना कि असलम और खुशबू ...........तो मैं तुरंत ही अपना मोबाइल निकाला .......और खुशबू का नंबर जो "लव" का कर से किया हुआ था .........उसे तुरंत ही "मालकिन" में बदल दिया .......पर वापस खुशबू ने अपना और एक बात रखी )
"और तुम्हें असलम का नंबर भी "सर" या "बॉस" या "मालिक " कर ही सेव करना पड़ेगा.....!!!!! कितना खराब लगेगा .....अगर तुम्हारा बाजू वाला नौकर देखेगा कि तुमने ......अपने मालिक का नाम "नाम" से सेव किया है तो....."
( और मुझे वापस खुशबू के कहे मुताबिक करना पड़ा.....)
के पीछे से असलम बोला
" क्या कर रही हो यार जान .....चलो जल्दी करो....... थोड़ा रिलैक्स होते हैं........"
"अरे रुको na असलम जी ......एक तो बिचारे अब मेरे प्यारे पतिदेव को मैं थोड़ा बातचीत करके विदाई तो कर दूं ........वहां नीचे अकेले बोर हो जाएंगे ना वह....... सर्वेंट क्वार्टर में...... मेरे बिना......."
( और वापस मुझे प्यार से सहलाती है..... खुशबू और कहती है )
"तुम जरा भी चिंता मत करना......!!!!! देखो अगर तुम याद हो तो...... तुम्हें कितना पसंद आता था ......जब सगाई के दरम्यान मैं तुम्हें अपने मस्त..... छोटे-छोटे...... टाइट कपड़ों ......में फोटोस और वीडियो भेजती थी .........तुम जरा भी चिंता मत करना ......मुझे पता है कि तुम भी हमारा हनीमून अच्छे से एंजॉय करना चाह रहे हो ........!!!!!!तो तुम्हें मैं रेगुलरली अपडेटेड फोटोस...... या वीडियो........ के द्वारा देती रहूंगी!!!!!!!!
( और जैसे किसी कुत्ते को हड्डी दी जाती है उसे तरह से मैं खुश हो गया ......कि चलो कम से कम एक बात की तो मुझे खुशी मिल जाएगी इस पूरे ट्रिप के दरमियान...... )
"और हां जानू ......!!!!!
(कहकर खुशबू और प्यार जाता कर मुझे कहने लगी )
"हम लोग कहीं अगर अकेले हो तो मैं तुम्हें नाम से या तुम मुझे नाम से बुलाओगे .......लेकिन ध्यान रखना .......अब रिसोर्ट वालों के सामने हम लोग मियां बीवी है .......
(खुशबू ने बहुत है चालाकी से हिं-दू रीति रिवाज के मुझे पति-पत्नी नहीं बल्कि अपने और असलम के लिए मियां बीवी शब्द का इस्तेमाल किया )
".तो तुम यह भी ध्यान रखना ....जब तुम किसी नौकर या किसी और स्टाफ के सामने हमें बुलाओ तो ....sir या मैडम कहकर ही बुलाना......."
(खुशबु की बात एकदम सही थी और न मानने का मेरे पास कोई कारण नहीं था......)
(अब पहली बार मेरे खुद के हनीमून पर मेरे ही पत्नी को.......अपने दोस्त असलम के साथ कमरे में अकेला छोड़कर .........मैं उन लोगों के पीछे दरवाजा बंद करके बाहर आ गया .....वहां jay तो जैसे मेरा इंतजार ही कर रहा था)
मैंने or jay ने औपचारिक बात की........ मेरे दिमाग में यह बात मैं पक्का कर ली थी कि मुझे हो सके उतना jay के साथ अच्छा संबंध रखना पड़ेगा.........
जय के पास तो ही मुझे खुशबू के कमरे में थोड़ी बहुत एंट्री मिलेगी........ और वहां पर जो कुछ भी हो रहा होगा उसके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी मिलेगी .......और वैसे भी शुरुआत से मुझे नीचे के तबके के लोगों के साथ.... मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छे से बन जाती थी ......जैसे मैंने अली और जफर के वहां काम करने वाले नौकर के पास से खुशबू की बहुत सारी फोटोस देख ली थी .......या फिर जैसे उन लोगों के फार्म हाउस पर वह जो डिलीवरी वाला आया था !!!!!! उसके साथ भी बातचीत करके दोस्ती करके मैं बहुत सारी इनफार्मेशन निकाल ली थीĺ .......
तुरंत जय बोल पड़ा अपने एक्साइटमेंट रॉक बिना
" अबे साले तेरी मालकिन तो एक नंबर की फटाका है यार !!!!!........
(पहले मैं थोड़ा शर्मा गया समझ नहीं आया इस बात पर क्या रिएक्ट दूं ......झिझक कर बोला)
" हां जी ......वह काफी खूबसूरत है ....."
"Abe खूबसूरत...... साले एक नंबर की पलंग तोड़ माल है ......तेरे shahab को तो दिन रात मजा ही आ जाएगा उसके साथ.....!!!! यहां मस्ती करने में......."
( पता नहीं एक अनजान नौकर के मुंह से मेरी ही पत्नी और दोस्त के बारे में इस तरह की बात सुनकर.......!!!!! ना जाने कुछ अलग तरह का रोमांस और गुदगुदी होने लगी..... मैंने कहा)
" हां जी सही बात है !!!!!
(वह जैसे मुझे चढ़ा रहा हो उसे तरह से बोलने लगा)
"अबे यार ......!!!!क्या सही है ...सही है..... बोल रहा है..... खुलकर बात करना ......इतनी फटाका मैडम है .....तो उनके साथ ही आया ना .......तुझे तो बहुत कुछ देखने को मिलता होगा ना....... देखना साले ने कितनी छोटी सी ड्रेस पहनी हुई थी!!!!!! सामान लेते जाते वक्त मुझे तो बड़ा मजा आया उसकी उछालती हुई गांड को देखकर....!!!!!!
(दिलो दिमाग में खुशबू के बारे में यह सारी बातें सुनकर कुछ अच्छा भी लग रहा था कुछ अजीब भी लग रहा था ........मैं पूरी कोशिश करना चाह रहा था कि मैं jay के साथ हो सके उतने अच्छा संबंध रखो ........तो जाहिर सी बात है मुझे इसके लिए कीमत भी चुकानी पड़ेगी.....)
" हां जी भाई काफी मजा आता है मैडम और shaheb के साथ......."
( यह बोलते हुए मेरी जीभ एक बार भी नहीं कपकपाए कि मैं अपनी ही पत्नी और अपने ही दोस्त के बारे में बात कर रहा हूं.....)
"अबे यार तेरी मालकिन को तो मैं देख कर ही समझ गया था कि...... एक नंबर का बढ़िया माल है !!!!!! Shaheb को पूरा मजा करवाती होगी......... और तू जरा अच्छे से ओपन होकर सब बात कर ......हम "नौकरों" में तो ऐसा सब कुछ चलता ही है...... अपने मालिक और मालकिन के बारे में .......यह सारी बातें ......!!!!! इसके फायदे भी बहुत है ......!!!! हमें रूम में कुछ में कुछ अच्छा देखने को भी मिल जाता है.....!!!!!! इस तरह के खूबसूरत और सेक्सी कपल के!!!!......
( का कर वह मुझे आंख मारता है और मैं asmajas जिसमें हूं कि वह शायद किसी तरह की चीजों की बात कर रहा है .........लेकिन मैं अभी उसका मूड बिगड़ता नहीं चाह रहा मैं उसका पूरा साथ देना चाह रहा )
"हूं अरे हां यार जय भाई .....अब आपको तो वहां पर रूम का एक्सेस है तो........ आप मुझे भी हो सके तो लेकर जाएगा .......या फिर काम से कम बोलते रहेगा की मैडम और सर क्या कर रहा है !!!!!!!
जय "अरे हां हां क्यों नहीं भाई !!!!!तू दोस्त है मेरा!!!!!! चिंता मत कर !!!!!मुझे जितना मजा आएगा मैं तुझे भी उतना ही मजा करवाऊं ga"
(कर मुझे दिलासा देता है
आपकी मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या बोलूं वह मुझे धीरे-धीरे नीचे की तरफ सर्वेंट quarter की तरफ ले गया)
वहां उसने अपने गड्ढे के बाजू में मेरा एक गड्ढा दिया और बोला
"अब से तेरा यही ठिकाना है भाई कुछ दिनों के लिए...."
(वह एक छोटा सा कमरा था जहां पर और भी चार-पांच लोग हर शाम को रहने वाले थे ..........मैंने अपना सामान वगैरा वहां पर रखा और अपने ही ख्वाबों में और ख्यालों में खो गया........ कि वहां ऊपर क्या हो रहा होगा खुशबू और असलम का .....
और साथ-साथ यह भी की कहा मैंने खुशबू के साथ हसीन हनीमून उसे खूबसूरत और sexy तरीके से बिकनी में देखने का .....और पहली बार सेक्स करने की कल्पना की थी ......और कहां यहां पर मैं नीचे सर्वेंट क्वार्टर में नौकर के साथ अब रहने वाला हूं.. ...)
उधर दूसरी तरफ असलम पूरे नरम किंग साइज गड्ढे वाले बेड के ऊपर pसर कर बैठा हुआ है
खुशबू मस्ती में उससे नाराज होते हुए जैसे कह रही हो
"क्या असलम जी एक तो बेचारे मेरे पति मुझे छोड़कर नीचे नौकरों के साथ रहने जा रहे थे ......उन्हें अच्छे से bye भी नहीं करने दिया....... आपने मुझे .....कितनी जल्दबाजी है आपको ..........!!!! और यह क्या इतना फेल कर बैठे हो .....आप ......जैसे कोई मुगल राजा अपनी रानी का इंतजार कर रहे हो ......अब मैं कहां लेट्यूंगी !??????
असलम को बड़ा मजा आ रहा है....... वह गर्व से अपनी जांघों के ऊपर इशारा करके कहता है.......
"अभी जिस शहर की पत्नी..... अपने पति के साथ समय न देकर नौकरों के साथ बात करने लगती है...... तो मुझे तो उसको ध्यान देना ही पड़ेगा ना.......
"अच्छा जी ....ऐसा है क्या ......लेकिन यह मत भूल जाइए कि...... वह बेचारा मेरा परमानेंट पति है .......और आप मेरे टेंपरेरी शौहर हो ......इसका ध्यान रखिएगा......"
( कहकर खुशबू मुस्कुरा कर आंख मारती है)
"अरे हां टेंपरेरी तो अभी के लिए हूं...... तुम देखते जाओ आगे आगे और क्या-क्या होता है.......( का कर असलम जैसे अपनी बाहों में फैला कर खुशबू को वहां उसमें आने का इशारा करता है)
खुशबू भी पूरी मस्ती में तुरंत ही वह इशारा समझ जाती है ......और असलम की दोनों मार्शल जांघों के बीच अपने आप को लिटा देता है........
अब खुशबू का हल्का-हल्का sir असलम की फैली हुई छाती पर पड़ा है ......वह दोनों एक खूबसूरत शादीशुदा जोड़ों जैसे लग रहे हैं.......
लेकिन अभी भी कहीं ना कहीं खुशबू का ध्यान थोड़ा बहुत अमित के ऊपर है
"असलम यह कुछ ज्यादा तो नहीं हो रहा है ना अमित के साथ !!!!!! मैं नहीं चाह रही हूं कि हमारी बनी हुई बजी जल्दबाजी की वजह से बिगड़ जाए......!!!!
" अरे तुम चिंता क्यों कर रही हो मेरी जान !!!!! मैं बैठा हूं ना...... तुम बस एंजॉयमेंट के ऊपर ध्यान दो!!!!! अगर अमित की तरफ से किसी भी तरह की परेशानी होगी........ तो हम दोनों साथ मिलकर उसे निपटा लेंगे. !!!!! वैसे भी मुझे तुम्हारी शैतानी दिमाग पर पूरा भरोसा है..
( कहकर असलम जोर-जोर से हंसने लगता है )
"मैं बहुत अच्छे से देखा कि तुमने कितनी खूबसूरती से उसे बुरा भी ना लगे उसे तरह से हम दोनों के नाम उसके मोबाइल में चेंज करवा लिए.......
खुशबू गर्व महसूस होते हुए और इतराते हुए कहती है
"अच्छा जी एक तो मैं इतना एडजस्ट किया..... कि मैं आपके साथ अच्छे से समय बिता pau..... हनीमून के लिए इतनी तैयारी की है... ... इतना अच्छे-अच्छे कपड़े लिए है .....आपको खुश कर सको ...... इसलिए और आप ऊपर से मेरी ही टांग खींच रहे हो .......अब मैं क्या करूं यार.......इसके अलावा. पता नहीं क्यों!???? एक तो आप लोगों को भी मैंने कुछ महीनो से यही देखा है कि आप लोग कितनी मस्ती करते हैं अमित के साथ..... उसे बेचारे को वजह या बेवजह कितना नीचा दिखाते हैं .....कितनी बेइज्जती करते हैं..... उसकी ......न जाने क्यों मुझे भी इसमें बड़ा मजा आने लगा है......... एक तो मैं आपके लिए बेचारे मेरे पतिदेव को नीचे सर्वेंट क्वार्टर में भेज दिया और यहां एक मुझे इतनी saandh जैसे मर्द के साथ बेड शेयर करना पड़ेगा.....huh......???
" टांग नहीं मेरी जान..... तुम्हारी तो गांड खींचने है.......
( का कर असलम मस्ती में जोर से खुशबू के फैले हुए चूतड़ के ऊपर थप्पड़ मार देता है )
"मेरी जान तुम्हें क्या लगता है ......मैं तुम्हारे पति को कई सालों से जानता हूं ........तुम उसे कुछ महीनो से जानती हो...... मुझे पक्का पता था कि उसकी कमजोरी क्या है....... इसीलिए मैंने वहां नीचे रिसेप्शन पर वह सारा plan बनाया था..... डिस्काउंट वाला ......."
(खुशबू को तो यकीन नहीं आ रहा है तो..... यह सारा प्लान खुद असलम का था ....और उसे अपने प्लान पर इतना कॉन्फिडेंस था कि अमित भी आराम से उसमें गिर जाएगा .........
खुशबू मस्ती से अब सीधा किसी भी चीज का इंतजार किए बिना एकदम धीमी धीमी किस करने लगती है .........
असलम को यह पहली बार था जब शादी के बाद खुशबू ने किसी अनजान मर्द को होठों को चुंबन किया था .....
वह दोनों एक दूसरे को किस करते-करते जैसे पूरे एक दूसरे में खो रहे हैं
साथ ही साथ असलम के मर्दाना हाथ पीछे से फैले हुए खुशबू की चूतड़ दबा रहे हैं
और खुशबू के गोरे चिकने सॉफ्ट हाथ असलम की छाती के ऊपर घूम रहे हैं......
" वैसे तुमने अपना हाथों का कमाल तो बड़े अच्छे से बता दिया था चालू ट्रेन में मेरी जान .......वह तुम कुछ अपने मुंह के बारे में भी बोल रही थी !!!!!!!
असलम की चुटकी काटता है
"अरे हां हां क्यों नहीं .....अब आप तो मेरे पतिदेव हो .......कुछ दिनों के लिए....... हर तरह से आपको मजा भी करवाऊंगी और आपके साथ मजे भी करूंगी!!!!!!
( का कर वापस दोनों एक दूसरे में लिपट जाते हैं)
खुशबू तुरंत ही एक प्रोफेशनल की तरह अपने रेशमी में जुल्फे ऊपर अपने सिर पर बांधती है
और असलम की दोनों टांगें और फैला देती है
जैसे भूखी शेरनी अपना मटन का टुकड़ा खाने जा रही हो
असलम भी तुरंत ही उसका जेस्चर समझ गया और उसने अपनी पेट निकल दी जैसे कोई बड़ा सा सा सांप अपने बिल से निकलता है वैसे ही असलम का ताना हुआ तगड़ा लंड तुरंत ही उसके अंदर घर में से बाहर आ गया
शादी के बाद यह पहली बार था जब खुशबू शांति से किसी रियल मर्द का लंड को एंजॉय करने वाली थी
और वह इस बात का पूरा मजा और फायदा उठाना चाह रही थी
उसे देखकर ही तो पहले उसकी आंखें खुली की खुली रह गई
वह लैंड बड़ा होने के साथ-साथ उसके गोटे में भी बहुत सारा वीर्य भरा हुआ था
और वहां नीचे बाल भी बहुत थे जो एक रियल मर्द की निशानी थे
" अच्छा असलम जी अब आपने मेरा हाथ का कमाल तो देख ही लिया है अब दिखाती हूं कि मैं मुंह से क्या कर सकती हूं !!!!!
(का कर सीधा ही खुशबू उसका बड़ा सा लैंड का टोपा अपने मुंह में लेकर गिला करने लगी
और आगे पीछे ऊपर नीचे करके अच्छे से उसे अपनी जीभ से मसाज देने लगी
Aslam जैसे किसी राजा की तरह वहां पर रिलैक्स होता हुआ लेटा हुआ है
उसके दोनों हाथ खुशबू के सिर पर है जो हल्का-हल्का उसे अंदर बाहर करवा रहे हैं....
खुशबू जैसे सालों से भूखी हो उसे तरह से पूरा अंदर तक उसका ल** निकाल रही है
एक दो बार तो उसने इतना deep ले लिया कि उसके हलक में से सांस भी नहीं आ रही थी....
लेकिन इस बात की परवाह किए बिना खुशबू अपना और असलम दोनों का एंजॉयमेंट देख रही थी इसलिए बिन्दस्त होकर वहीं पर पड़ी पड़ी अच्छे से उसे ब्लोजॉब दे रही थी.....
असलम को भी जैसे ऐसे महसूस हो रहा था कि वह जन्नत की सैर कर रहा हो....
खुशबू ऊपर आंख करके कांस्टेंटली असलम को देख रही थी वह मुस्कुरा रहा था उसके चेहरे से खास और साफ जाहिर हो रहा था कि उसे कितना मजा आ रहा है.....
"देखना चाहोगे असलम मियां इस मुंह का कमल!!!!!
कहकर खुशबू अपने दोनों हाथ हटा लेती है ब्लोजॉब देने के लिए


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