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भूख प्यार की
#3
सोमवार की सुबह पांच बजे माँ मुझे उठाने आयी मैने जब आँखे खोला तो देखा माँ नहा-धोकर रोज की तरह तैयार थी मै भी जल्दी से उठा फ्रेश हुआ और माँ को लेकर बाइक से निकल गया जब अपने दोस्त के बताए हुए जगह पर गया तो देखा पेड़ तो हमारे घर पास मे ही था पर एक मस्जिद के अंदर था यह हमारे लिए परेशानी की बात थी की अब हम मस्जिद मे कैसे जाएगे अंदर हमे जल डालने देगा भी कोई की नही इस बात का डर लग रहा था वहाँ उस समय कोई नही दिख रहा था मस्जिद बंद था मै आसपास देखा तो भी कोई नही दिखा पर तभी एक मौलाना मस्जिद मे दिखा तो मै उसे बुलाया वह आया तो मैने उससे बोला की मेरी माँ का मन्नत है पीपल के पेड़ मे जल डालने का यहाँ आसपास और कोई पीपल का पेड़ नही है तो क्या आप पीपल मे जल डालने देगे तो मौलना भड़क गया और बोला तुम भागो यहाँ से यह हमारे धर्म के खिलाफ है यह बोलकर वह चला गया अब मुझे समझ नही आ रहा था की क्या करे तभी मस्जिद के बगल मे जो एक मात्र घर था उस घर के छत पर एक आदमी वर्कआउट कर रहा था मौलाना की आवाज सुनकर वह छत से ही हमे देखा मस्जिद से सटे हुए ही उसका घर था तो मेरी नजर भी उस पर चली गयी मै उससे कुछ कहता उससे पहले ही वह चला गया पर तुरंत ही नीचे आया वह उस समय एक शॉर्ट्स पहने हुए था उपर से नंगा ही था उसका शरीर गठीला था सिक्स पैक भी दिख रहे थे वह पसीने से भीगा हुआ था जो वर्कआउट करने से निकला था हमारे पास आया और बोला 
आदमी- क्या बात है आप लोग यहाँ क्यो खड़े हो उसने माँ को देखते हुए बोला 
मै- कुछ दिन पहले मेरे पिता की तबीयत बहुत खराब हो गयी थी इसलिए एक बाबा जी ने माँ को बताया है की अगर वह हर सोमवार को पीपल के पेड़ मे जल डालेगी तो उनके पति की आयु लम्बी होगी इसलिए हम यहाँ आए है क्योकि आसपास और कोई पीपल का पेड़ हमे नही दिखा 

मै उसे जब यह सब बात बता रहा था तब उसकी नजर माँ पर थी माँ उस दिन भी रोज की तरह साड़ी मे थी उनकी पेट दिख रही थी जो पूरा फ्लैट नही था हल्का चर्बी थी पर वही उनकी सुंदरता को बढ़ा रहा था माँ ने माथे पर सिन्दूर और छोटी सी लाल बिंदी, कानों में झुमके, नाक में चमकती नथ, गले में मंगलसूत्र, और हाथों में लाल चूड़ियाँ—माँ ऊपर से नीचे तक किसी जन्नत की हूर से कम नहीं लग रही थीं। उनकी लाल लिपस्टिक और पैरों में पायल की छनछन ने जैसे पूरी सुबह को रंगीन कर दिया। “माँ सच मे बिल्कुल किसी अप्सरा जैसी लग रही हैं 

माँ का चेहरा चमक रहा था वह भी चोर नजरो से आदमी को देख रही थी आदमी का शरीर देखने मे सख्त लग रहा था चौड़ा सीना फुले हुए बाजू सिक्स पैक एब्स यह सब उस आदमी के शरीर की मजबूती को दिखा रहा था वह पूरा फिट और तंदुरुस्त था आदमी साँवले रंग का था पर हैंडसम था बॉडी अच्छी थी माँ को ऐसे मर्द पंसद थे दोनो की नजर कुछ ही देर मे कई बार मिले आदमी तो बेशर्मी से माँ को देख रहा था पर माँ नजरे मिलते ही हटा लेती थी ये सब देखकर मुझे डर लगने लगा कही वह मेरी माँ को सेट ना कर ले मैने जब उसको अपनी पूरी बात बतायी तब वह बोला 
 
आदमी- बोला ठीक है परेशान मत होइए मै देखता हूँ 

फिर वो मस्जिद मे गया मौलाना से बात करके वापस आया बोला आप मेरे साथ चलिए फिर वह हमे अपने घर के अंदर ले गया उसके घर के अंदर एक छोटा सा गेट था जो पीपल के पेड़ के पास खुलता था उसने बताया कि मस्जिद का रखरखाव उसका परिवार करता है और पेड़ की देखभाल भी वही करते हैं। “यह पेड़ कई सालों से यहाँ है,” उसने कहा। “कई लोग यहाँ पूजा करने आते है तो मै कभी मना नही करता हूँ मौलाना अभी नये है इसलिए वह नही जानते है ।

माँ पीपल के पेड़ के पास गयी वहाँ पीपल के पेड़ के जड़ पर जल डाली फिर हमने उस आदमी का धन्यावाद किया उसने अपना नाम राशिद बताया फिर वह हमे चाय पीने के लिए बोला पर मै मना करने लगा क्योकि हमारा परिवार शुरू से ही राशिद जी धर्म के थे उनसे ज्यादा हमारा लगाव नही रहा है माँ तो उनके धर्म के किसी आदमी के हाथ का छुआ तक नही खाती थी तो उन्होने चाय पीने से मना कर दिया जिसे वह समझ गये पर कुछ नही बोले पर उन्होने हमे कुछ देर अपने घर बैठा लिया मैने देखा उनके घर मे वह अकेले ही थी तब मैने उनसे पूछा आप यहाँ अकेले रहते है तब वह बोले 

राशिद - हाँ बहुत साल से अकेला रह रहा हूँ 
मै- और आपका परिवार 
राशिद- मेरी पत्नी के गुजरे बहुत साल हो गये है एक बेटा एक बेटी है दोनो की शादी हो गई है बेटा दुबई मे रहता है अपनी पत्नी और बच्चे के साथ मे 
मै- क्या आप पोता पोती वाले है इतने बड़े तो आप नही दिखते है ।
राशिद- हँसते हुए तो कितने साल का दिखता हूँ 
मै- होगे 35 साल के 
राशिद- फिर हँसे और बोला 47 साल का हूँ पर मेरे रोज वर्कआउट करने का कमाल है की मै इतना फिट हूँ 
मै- सही मै एक आप है जो इतने उम्र मे भी इतने फिट और जवान है और मेरे पापा आपसे छोटे पर देखने मे लगेगे जैसे वह आपसे बहुत बड़े है पापा को देखकर तो सब माँ को उनकी बेटी ही समझते है 

तब राशिद माँ को देखते हुए बोला मै तुम्हारे पापा को तो नही देखा हूँ पर मै तुम्हारी माँ को देखकर कह सकता हूँ यह तुम्हारी माँ सही मै नही लगती है ये अगर सलवार सूट या जिंस टीशर्ट पहने तो अभी भी 25 साल की लड़की लगेगी यह सुनकर माँ शर्मा गयी और मुझसे बोली अमीत चलो अब हमे देर हो रही है तुम्हारे पापा को दुकान भी जाना होगा तो मुझे नास्ता बनाना है तो मै भी उठा और बोला हाँ अंकल अब मै चलता हूँ फिर हम वहाँ से घर लौटने लगे रास्ते मे माँ ने बोला राशिद अच्छे आदमी लगे वह नही होते तो आज मै जल नही डाल पाती तुम अपने पापा को भी बोलो उनके जैसा वर्कआउट करे ताकि वह भी राशिद जी जैसे फिट हो सके तो मै बोला आप हक बोल देना तो माँ बोली मेरी सुनते कहाँ है ।
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Messages In This Thread
भूख प्यार की - by Cocacola - 06-10-2025, 06:09 PM
RE: भूख प्यार की - by sarit11 - 06-10-2025, 07:13 PM
RE: भूख प्यार की - by Cocacola - Yesterday, 03:42 PM



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