30-09-2025, 07:42 AM
(29-09-2025, 02:10 AM)Ashshish Wrote: ये सारी बातें जैसे ही खुशबू सुनती है उसके दिल में एक अलग ही धक्का सा लगता है और वो un dono ko बातें करती हुई छोड़कर पेशाब करके सीधे
अमित के पास पहुंचती है
jhan vo soya hua tha aur sochti hai ki mei to जैसी भी हूं मेरा पास तो पैसा है उसका में आराम से एंजॉय करती हूं मेरा फ्रेंड सर्कल भी मेरे जैसा ही है लेकिन अमित के सभी दोस्त उसका गरीब और अकेला होने का फायदा उठाकर उसका सिर्फ इस्तेमाल करते हैं और अब तो में भी वैसी ही आ गई वाह क्या लाइफ है अमित की जो जैसे चाहे फायदा उठा लेता है चाहे उसके दोस्त हों या उसकी बीबी
इस सोचते हुए अपनी कुछ देर पहले की करतूत को याद कर वो हल्का सा मुस्करा देती है लेकिन उसकी मुस्कराहट में उसकी आखों में हल्का सा पानी आ गया था और ये अहसास उसे पहली बार हुआ था और अमित के चेहरे को एकटक देखती रहती है जो की सिकुड़ा सा सो रहा था
तभी वो झुककर अमित के गाल पर एक प्यारा सा किस कर देती है जिसका एहसास पाकर अमित की आंख खुल जाती हैं वो एकदम से सिहर उठता है जैसे की ये एहसास उसे पहली बार मिला है अपनी जिंदगी में
वो खुशबू जी आप सोई नहीं अभी तक
खुशबू बोली नहीं अमित जी मुझे पेशाब लगी थी तो में वहां गई थी आते वक्त आपको देखा तो मुझे लगा कि आपको ठंड लगी होगी इसीलिए में रुक गई
अमित keta hai oh खुशबू जी आप क्यों तकलीफ कर रही हैं आप सो जाइए
खुशबू बोलती क्या में आपके साथ so jaun Amit ji
अमित को ये सब सुनकर आचार्य के साथ एक अलग ही एहसास हो रहा था क्योंकि उसकी इतनी फिक्र आज तक किसी ने नहीं की थी
आप क्यों परेशान हो रहीं हैं आप अपनी सीट पर ही सो जाइए क्योंकि आपको मेरे साथ एक ही सीट पर अनकंफर्ट हो गा
खुशबू कहती हैं नहीं में आज आपके साथ हि सोना चाहती हूं अगर आपको कोई आपत्ती है तो कोई बात नहीं
अमित को विश्वास नहीं हो रहा था येबसब सुनकर तभी बोलता है नहीं खुशबू जी मुझे क्यों आपत्ति होगी अपकिं जैसी मर्जी
तभी खुशबू अमित के बगल में लेट जाती हैं और अमित से कहती है एक बात बताओ अमित क्या में वैसी ही लड़की हूं जैसी आपको अपने जीवन में चाहिए थी
अमित बोलता है आप ऐसा क्यों पूछ रही हैं खुशबू जी आप तो उस सबसे बेस्ट हैं जैसे मेने अपने में भी नहीं सोचा था पर एक डर लगता है
खुशबू क्या
की कहीं आप मुझे छोड़कर नहीं चली जाएं vese bhi mere aapke Siva कोई नहीं हैं इसीलिए में आपको एक बात कहना चाहता हूं आपको जैसे भी खुशी मिले जिस भी कम से करिए जैसे रहना है रहिए लेकिन मुझे छोड़कर नहीं जाना प्लीज ऐसा बोलकर वो दूसरी तरफ मुंह करके लेट जाता है वादा करिए मुझसे की आप मुझे कभी छोड़कर नहीं जाएगी
अमित की बातों को सुनकर खुशबू एकदम अंदर तक हिल जाती है उसकी आंखो से आसू आने लगते है वो अमित के पीठ से छिपकर लेटती हुई अमित के पर पर हाथ ले जाकर उसे जकड़ लेती है जिसके एहसास से अमित एकदम खुश हो जाता है तभी
खुशबू बोल पड़ती है की कभी नही छोड़ूंगी तुम्हे
सच तो ये था कि कुछ देर पहले tt aut असलम की बातों ने जो सुनामी खुशबू के दिल में आया थी वो अब उसे एक अलग ही सफर पर ले जाने वाली थी
अब चाहे सफर जैसा भी हो us safar me Amit se badkar खुशबू के लिए कीमती कुछ नहीं होने वाला था आज के बाद अमित उसकी गंदगी में एक अलग ही जगह लेने वाला था
कृपया करके बताएं अपडेट कैसा था क्यों की अब आने वाले समय में बहुत कुछ होने वाला है जिसमे eroticness kinkiness bdsm किनारी हदें पार होने वाली है लेकिन एक बात जो होगी वो ये कि आने वाला समय अमित और खुशबू के रिश्ते को एक अलग ही मंजिल और ऊंचाई तक ले जाने वाला है जिसकी शुरुआत अभी कुछ देर पहले असलम और tt की बातों ने कर दी थी
Is upadate ka meri story se koi lena dena hi nai hai....na koi character development, no koi logic .....kuch lena dena hi nahi h story ke plot se