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गिगोलो का मोटा लंड: आंटीयों और जवान लड़कियों की गांड मार चुदाई कहानी
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 गिगोलो का मोटा लंड: आंटीयों और जवान लड़कियों की गांड मार चुदाई कहानी

आर्यन का रिवेंज अब गति पकड़ रहा था – राधा को पटाकर चोदने के बाद उसका मन और भूख बढ़ गई थी। "अगली मीना – दुकान वाली भाभी, सर्पंच की पुरानी रखैल। उसे पटाऊंगा, चोद-चोद कर अपनी बना लूंगा," वो सोचता हुआ गांव की मुख्य सड़क पर निकला। मीना की दुकान – छोटी किराने की, लेकिन मीना खुद कातिलाना – 30 साल की, सांवली लेकिन सेक्सी, 36-30-38 का फिगर, बड़े चूचे जो ब्लाउज में कैद रहते, मोटी गांड जो साड़ी में मटकती, आंखें भूरी और शरारती। आर्यन दुकान पर गया – "भाभी, एक पैकेट बिस्किट दो।" मीना मुस्कुराई, झुककर सामान निकालते हुए – उसके चूचे झांकते हुए: "आर्यन, शहर से आए हो? क्या लाओगे?" आर्यन ने आंख मारकर कहा: "भाभी, बिस्किट तो बहाना है। असल में तुम्हारी मुस्कान देखने आया। इतनी मीठी, जैसे शहद।" मीना चौंकी, लेकिन हंसी: "आर्यन, बातें बनाते हो। शहर में सब ऐसी बातें करते हैं?" आर्यन: "नहीं, भाभी। सिर्फ तुम्हारे लिए। तुम्हारी दुकान... तुम्हारी तरह आकर्षक है।" मीना शर्मा गई, लेकिन आंखें मिलाई: "कल फिर आना।" फ्लर्ट शुरू, मीना की आंखों में चमक।

आर्यन की नींद मीना की याद में कटी – उसकी वो मोटी गांड, वो बड़े चूचे। "फ्लर्ट और बढ़ाऊंगा," वो सोचकर दुकान गया। मीना सामान सजा रही थी, साड़ी में झुकी हुई, गांड बाहर। "भाभी, नमस्ते। आज क्या स्पेशल है?" आर्यन ने पूछा, करीब खड़े होकर। मीना मुस्कुराई: "आर्यन, तुम आ गए। स्पेशल? मेरी चाय पियोगे?" आर्यन: "हां, भाभी। लेकिन तुम्हारी चाय... तुम्हारी तरह गर्म होगी न?" मीना की सांस तेज: "आर्यन... तुम्हारी बातें... शरारती हैं। आओ, पीछे बैठो।" दोनों दुकान के पीछे कमरे में गए – छोटा रूम, सामान भरा, लेकिन अकेले। मीना चाय बनाई, आर्यन ने हाथ छुआ: "भाभी, तुम्हारी उंगलियां... इतनी नरम। क्या मैं पकड़ सकता हूं?" मीना: "आर्यन... हां... लेकिन लोग देख लेंगे।" आर्यन ने फुसफुसाया: "भाभी, लोग नहीं देखेंगे। तुम्हारी आंखें... मुझे बुला रही हैं।" मीना की आंखें मिलीं: "आर्यन... कल मिलें? दुकान बंद होने के बाद।" आर्यन मुस्कुराया: "हां, भाभी। इंतजार रहेगा।" फ्लर्ट गहरा, मीना डूबने लगी।

आर्यन की शाम दुकान बंद होने के इंतजार में बीती – वो छुपकर इंतजार किया। मीना दुकान बंद कर रही थी, साड़ी में पसीने से भीगी, चूचे चमक रहे। "भाभी, मैं आ गया," आर्यन बोला, करीब जाकर। मीना चौंकी: "आर्यन, अंधेरा हो गया। घर जाओ।" आर्यन: "भाभी, घर जाने से पहले... तुम्हारी कंपनी। तुम्हारी गांड... मटकती हुई देखकर मन नहीं भरा।" मीना की सांस तेज: "आर्यन... क्या कह रहे हो? मैं भाभी हूं।" आर्यन करीब आया, कमर पकड़ी: "भाभी, हां। लेकिन तुम्हारी कमर... इतनी सेक्सी। क्या मैं सहला सकता हूं?" मीना तड़पी: "ओह... आर्यन... हां... लेकिन धीरे।" आर्यन ने सहलाया, गर्दन पर किस किया: "भाभी, तुम्हारी खुशबू... मुझे खींच रही है। सर्पंच जी... तुम्हें खुश रखते हैं?" मीना की आंखें नम: "नहीं... वो बस चोदते हैं।" आर्यन: "भाभी, मैं रखूंगा। कल मिलें? अकेले।" मीना: "हां... आर्यन।" फ्लर्ट पीक पर, मीना तैयार।

आर्यन ने मीना को पटाने का प्लान बनाया – अगली शाम दुकान के पीछे मिले। मीना इंतजार कर रही थी, साड़ी में, आंखें नीचे। आर्यन: "भाभी, आ गई? आज मैं तुम्हें पटाऊंगा, अपनी बना लूंगा।" मीना: "आर्यन... कैसे?" आर्यन ने गले लगा लिया: "भाभी, सर्पंच जी तुम्हें इस्तेमाल करते हैं, मैं प्यार करूंगा।" मीना की आंखें नम: "हां... वो बस चोदते हैं।" आर्यन ने किस किया – होंठों पर, गहरा: "भाभी, मेरी हो जाओ।" मीना ने रिस्पॉन्ड किया: "आर्यन... हां... पटाओ मुझे।" पटाना शुरू।

आर्यन ने मीना को दीवार से सटाया: "भाभी, तुम्हारी ये साड़ी... उतारूं?" मीना: "हां... आर्यन... पटाओ... अपनी बना लो।" आर्यन ने साड़ी उतारी, ब्लाउज खोला – चूचे बाहर, चूसे: "भाभी, तुम मेरी हो। सर्पंच को छोड़ दो।" मीना तड़पी: "हां... आर्यन... मैं तुम्हारी हूं। पट गया मैं।" पटाना पूरा – मीना अब आर्यन की।

आर्यन ने मीना को जमीन पर लिटाया, बदन नंगा – सांवली लेकिन सेक्सी, चूचे बड़े, चूत गीली। "भाभी, अब चोदूंगा," वो बोला, लंड निकाला। मीना: "ओह... इतना बड़ा? चूसूंगी।" वो मुंह में ली – चूसा पैशन से। आर्यन ने चूत चाटी – जीभ अंदर, चूसा। मीना झड़ी।

आर्यन ने लंड चूत में घुसेड़ा – हार्ड: "आह... भाभी... तेरी चूत..." मीना: "चोद... madarchod... फाड़ दे..." धक्के लगे – तेज, गांड में स्विच: "तेरी गांड... फाड़ूंगा..." मीना: "हां... चोद... कम दे..." आर्यन ने कम झाड़ा, मीना: "अब मैं तुम्हारी। सर्पंच को छोड़ दूंगी।" रिवेंज का दूसरा हिस्सा पूरा।



आर्यन का रिवेंज जारी – अगली सीमा, पड़ोसन लड़की, 22 साल की, सर्पंच की नई रखैल। सीमा – जवान, गोरी, 32-26-34 का फिगर, छोटे चूचे लेकिन टाइट, गांड गोल, सलवार सूट में लगती मासूम। आर्यन घर के बाहर मिला: "सीमा, नमस्ते। क्या कर रही हो?" सीमा मुस्कुराई: "आर्यन भैया, बस काम। तुम शहर से?" आर्यन: "हां, सीमा। लेकिन तुम... इतनी क्यूट लग रही हो। जैसे फूल।" सीमा शर्मा गई: "भैया, बातें बनाते हो।" फ्लर्ट शुरू।

आर्यन की शाम सीमा की याद में बीती – उसकी वो मासूम आंखें, वो टाइट चूचे, वो गोल गांड। "फ्लर्ट और बढ़ाऊंगा, उसे पागल बना दूंगा," वो सोचकर अगले दिन पड़ोस गया। सीमा घर के बाहर कपड़े सुखा रही थी, सलवार सूट में, चूचे उभरे, गांड मटकती। "सीमा, नमस्ते। क्या कर रही हो?" आर्यन ने पूछा, करीब खड़े होकर। सीमा मुस्कुराई: "भैया, बस काम। तुम?" आर्यन: "सीमा, तुम्हारी ये मुस्कान... मुझे रोक लेती है। क्या मैं मदद कर सकता हूं?" सीमा शर्मा गई: "भैया, तुम्हारी बातें... मीठी हैं। आओ, चाय पियोगे?" आर्यन अंदर गया, सीमा चाय बनाई: "भैया, शहर में लड़कियां कैसी होती हैं?" आर्यन ने हाथ छुआ: "सीमा, वो तो ठीक हैं, लेकिन तुम... इतनी क्यूट, इतनी सेक्सी। तुम्हारी आंखें... मुझे खींच रही हैं।" सीमा की सांस तेज: "भैया... क्या कह रहे हो?" आर्यन मुस्कुराया: "कल मिलें? अकेले।" सीमा हिचकिचाई, लेकिन हां कहा। फ्लर्ट गहरा।

आर्यन ने सीमा से मिलने का प्लान बनाया – शाम को खेतों के पास। सीमा आई – सलवार सूट में, बाल खुले, आंखें शर्म से भरी। "भैया, आ गए?" वो बोली। आर्यन: "सीमा, भैया मत कहो। आर्यन कहो। तुम्हारी ये ड्रेस... तुम्हारे बदन पर कितनी फिट।" सीमा शर्मा गई: "आर्यन... तुम्हारी बातें... दिल को लगती हैं।" आर्यन ने हाथ पकड़ा: "सीमा, सर्पंच जी... तुम्हें छूते हैं? लेकिन मैं... तुम्हें प्यार से छुऊंगा।" सीमा की आंखें नम: "आर्यन... वो बस... लेकिन तुम अलग हो।" आर्यन ने गाल पर किस किया: "सीमा, कल मिलें? मेरे घर।" सीमा: "हां..." फ्लर्ट पीक पर, सीमा तैयार।

आर्यन ने सीमा को घर बुलाया – मां बाहर। सीमा आई, शर्माती हुई। आर्यन: "सीमा, आ गई? आज तुम्हें पटाऊंगा।" सीमा: "आर्यन... कैसे?" आर्यन ने गले लगा लिया: "सीमा, सर्पंच को छोड़ दो, मेरी हो जाओ।" सीमा: "आर्यन... हां... पटाओ मुझे।" पटाना शुरू।

आर्यन ने सीमा को बिस्तर पर लिटाया: "सीमा, तुम मेरी हो। सर्पंच को भूल जाओ।" सीमा: "हां... आर्यन... पट गया मैं।" आर्यन ने सूट उतारा, चूचे चूसे: "सीमा, तुम्हारी ये बॉडी... मेरी है।" सीमा तड़पी: "आर्यन... हां... अपनी बना लो।" पटाना पूरा।

आर्यन ने सीमा की चूत चाटी – जीभ अंदर, चूसा: "सीमा, तेरी चूत... मीठी है।" सीमा: "ओह... आर्यन... चाटो... झड़ रही हूं..." वो झड़ी। आर्यन ने लंड मुंह में डाला: "चूस..." सीमा चूसने लगी।

आर्यन ने लंड चूत में घुसेड़ा: "सीमा, चोदूंगा..." सीमा: "हां... चोद... madarchod... फाड़ दे..." धक्के लगे – तेज, गांड में स्विच: "तेरी गांड... फाड़ूंगा..." सीमा: "ओह... चोद... कम दे..." आर्यन ने कम झाड़ा, सीमा: "आर्यन, अब मैं तुम्हारी। सर्पंच को छोड़ दूंगी।" रिवेंज का तीसरा हिस्सा पूरा।

आर्यन का रिवेंज जारी – अगली कमला, विधवा आंटी, 35 साल की, सर्पंच की रखैल। कमला – गोरी, 38-32-40 का फिगर, बड़े चूचे, मोटी गांड, साड़ी में लगती आग। आर्यन उसके घर गया: "आंटी, नमस्ते। पानी मिलेगा?" कमला: "हां, आर्यन। आओ।" आर्यन: "आंटी, आप अकेली हो? लेकिन इतनी खूबसूरत, कैसे?" कमला शर्मा गई: "आर्यन, बातें..." फ्लर्ट


आर्यन की नींद कमला की याद में कटी – उसकी वो बड़ी गांड, वो भरे चूचे। "फ्लर्ट और बढ़ाऊंगा," वो सोचकर अगले दिन उसके घर गया। कमला बाहर झाड़ू लगा रही थी, साड़ी में झुकी, गांड बाहर। "आंटी, नमस्ते। क्या कर रही हो?" आर्यन ने पूछा, करीब खड़े होकर। कमला मुस्कुराई: "आर्यन, बस सफाई। तुम?" आर्यन: "आंटी, तुम्हारी ये साड़ी... तुम्हारे बदन पर कितनी फिट। क्या मैं मदद कर सकता हूं?" कमला शर्मा गई: "आर्यन, तुम्हारी बातें... मीठी हैं। आओ, चाय पियोगे?" आर्यन अंदर गया, कमला चाय बनाई: "आर्यन, विधवा हूं, लेकिन जीवन चल रहा है।" आर्यन ने हाथ छुआ: "आंटी, तुम्हारी उंगलियां... इतनी नरम। क्या मैं पकड़ सकता हूं?" कमला की सांस तेज: "आर्यन... हां... लेकिन लोग देख लेंगे।" आर्यन मुस्कुराया: "कल मिलें? अकेले।" कमला हिचकिचाई, लेकिन हां कहा। फ्लर्ट गहरा।

आर्यन ने कमला से मिलने का प्लान बनाया – शाम को उसके घर के पीछे। कमला इंतजार कर रही थी, साड़ी में, आंखें शर्म से भरी। "आर्यन, आ गए?" वो बोली। आर्यन: "आंटी, तुम्हारी ये आंखें... मुझे बुला रही हैं। सर्पंच जी... तुम्हें छूते हैं?" कमला की आंखें नम: "आर्यन... हां, लेकिन प्यार नहीं।" आर्यन ने गाल पर हाथ रखा: "आंटी, मैं दूंगा। कल मिलें? मेरे घर।" कमला: "हां..." फ्लर्ट पीक पर, कमला तैयार।

आर्यन ने कमला को घर बुलाया – मां बाहर। कमला आई, शर्माती हुई। आर्यन: "आंटी, आ गई? आज पटाऊंगा।" कमला: "आर्यन... कैसे?" आर्यन ने गले लगा लिया: "आंटी, सर्पंच को छोड़ दो, मेरी हो जाओ।" कमला: "हां... पटाओ मुझे।" पटाना शुरू।

आर्यन ने कमला को बिस्तर पर लिटाया: "आंटी, तुम मेरी हो। सर्पंच को भूल जाओ।" कमला: "हां... आर्यन... पट गया मैं।" आर्यन ने साड़ी उतारी, चूचे चूसे: "आंटी, तुम्हारी ये बॉडी... मेरी है।" कमला तड़पी: "आर्यन... हां... अपनी बना लो।" पटाना पूरा।

आर्यन ने कमला की चूत चाटी – जीभ अंदर, चूसा: "आंटी, तेरी चूत... मीठी है।" कमला: "ओह... आर्यन... चाटो... झड़ रही हूं..." वो झड़ी। आर्यन ने लंड मुंह में डाला: "चूस..." कमला चूसने लगी।

आर्यन ने लंड चूत में घुसेड़ा: "आंटी, चोदूंगा..." कमला: "हां... चोद... madarchod... फाड़ दे..." धक्के लगे – तेज, गांड में स्विच: "तेरी गांड... फाड़ूंगा..." कमला: "ओह... चोद... कम दे..." आर्यन ने कम झाड़ा, कमला: "आर्यन, अब मैं तुम्हारी। सर्पंच को छोड़ दूंगी।" रिवेंज का चौथा हिस्सा पूरा।
गिगोलो की गुप्त दुनिया: 10 इंच का रहस्य

आर्यन का रिवेंज जारी – अगली पूजा, 20 साल की जवान लड़की, सर्पंच की नई शिकार। पूजा – पतली, गोरी, 30-24-32 का फिगर, छोटे चूचे, टाइट गांड, सूट में लगती मासूम। आर्यन गांव के मंदिर में मिला: "पूजा, नमस्ते। क्या कर रही हो?" पूजा मुस्कुराई: "भैया, पूजा कर रही हूं। तुम?" आर्यन: "पूजा, तुम्हारा नाम जैसे तुम – पूजा करने लायक। इतनी सुंदर।" पूजा शर्मा गई: "भैया, बातें..." फ्लर्ट शुरू।

आर्यन ने पूजा से मिलना बढ़ाया – अगले दिन मंदिर में। पूजा आई: "भैया, आ गए?" आर्यन: "पूजा, तुम्हारी ये मुस्कान... मुझे रोक लेती है। क्या मैं तुम्हारा हाथ पकड़ सकता हूं?" पूजा: "भैया... हां..." आर्यन ने पकड़ा: "पूजा, तुम्हारी आंखें... शरारती हैं।" पूजा की सांस तेज: "भैया... तुम्हारी बातें... अच्छी लगती हैं।" आर्यन: "कल मिलें? अकेले।" पूजा हां कहा। फ्लर्ट गहरा।

आर्यन ने पूजा से अकेले मिला – खेतों में। पूजा शर्माती हुई: "आर्यन... मिले?" आर्यन: "पूजा, सर्पंच जी... तुम्हें छूते हैं?" पूजा की आंखें नम: "हां... लेकिन प्यार नहीं।" आर्यन ने गाल छुआ: "पूजा, मैं दूंगा। कल मिलें? मेरे घर।" पूजा हां कहा। फ्लर्ट पीक पर।

आर्यन ने पूजा को घर बुलाया: "पूजा, आ गई? आज पटाऊंगा।" पूजा: "आर्यन... कैसे?" आर्यन ने गले लगाया: "सर्पंच को छोड़ दो, मेरी हो जाओ।" पूजा: "हां... पटाओ।" पटाना शुरू।

आर्यन ने पूजा को बिस्तर पर लिटाया: "पूजा, तुम मेरी हो।" पूजा: "हां... पट गया मैं।" आर्यन ने सूट उतारा, चूचे चूसे: "पूजा, तुम्हारी बॉडी... मेरी है।" पूजा तड़पी: "आर्यन... अपनी बना लो।" पटाना पूरा।

आर्यन ने पूजा की चूत चाटी: "पूजा, तेरी चूत... मीठी है।" पूजा: "ओह... चाटो... झड़ रही हूं..." वो झड़ी। आर्यन ने लंड मुंह में डाला: "चूस..." पूजा चूसने लगी।

आर्यन ने लंड चूत में घुसेड़ा: "पूजा, चोदूंगा..." पूजा: "हां... चोद... madarchod... फाड़ दे..." धक्के लगे – तेज, गांड में स्विच: "तेरी गांड... फाड़ूंगा..." पूजा: "ओह... चोद... कम दे..." आर्यन ने कम झाड़ा, पूजा: "आर्यन, अब मैं तुम्हारी। सर्पंच को छोड़ दूंगी।

आर्यन का रिवेंज अब पीक पर पहुंच चुका था – गांव की ज्यादातर औरतें और लड़कियां अब उसके लंड की दीवानी हो चुकी थीं, सर्पंच को छोड़कर उसके पास आ रही थीं। लेकिन मन में एक आखिरी प्लान घूम रहा था – "सरपंच ने मां को 20 साल चोदा है, अब मैं मां और उसकी बीवी नर्मिला को एक साथ चोदूंगा, गैंगबैंग करके। मां की भूख मिटाऊंगा, नर्मिला को अपनी रंडी बनाऊंगा, और सरपंच को सबक दूंगा।" वो सोचता रहा, घर में बैठकर, लंड खड़ा होकर। मां सुनीता रसोई में काम कर रही थी, लेकिन आर्यन की नजर उसकी गांड पर थी – "मां, तुम्हारी चूत अब मेरे लंड की है।" अगली सुबह आर्यन ने प्लान शुरू किया – पहले नर्मिला से मिला, उसके घर जाकर। नर्मिला अकेली थी, साड़ी में, चूचे उभरे। "आर्यन, आ गए? चोदने आए हो?" वो मुस्कुराई। आर्यन: "हां, भाभी। लेकिन एक प्लान है – तुम, मैं, और एक और।" नर्मिला चौंकी: "कौन?" आर्यन: "मेरी मां, सुनीता। हम तीनों मिलकर गैंगबैंग करेंगे। मां की भूख मिटाऊंगा, तुम्हें मजा दूंगा। सरपंच को पता चलेगा तो वो टूट जाएगा।" नर्मिला की आंखें चमकीं: "ओह... मदरचोद... तेरी मां? लेकिन वो सहमत होंगी?" आर्यन मुस्कुराया: "हां, मैं पटाऊंगा। कल शाम, मेरे घर। मां को तैयार रखो।" नर्मिला हां कहा, लेकिन चूत गीली हो गई – "आर्यन, आज चोद न..." आर्यन ने चोदा – तेज, लेकिन प्लान मन में।

आर्यन घर लौटा, मां सुनीता से बात की – "मां, कल शाम एक सरप्राइज है। नर्मिला भाभी आएंगी, हम तीनों साथ समय बिताएंगे।" मां चौंकी: "बेटा, क्यों?" आर्यन करीब आया, मां की कमर पकड़ी: "मां, तुम्हारी भूख... मैं जानता हूं। कल हम तीनों... मजा करेंगे। नर्मिला भी तैयार है।" मां की सांस तेज: "बेटा... ये... गलत है, लेकिन... तुम्हारा लंड... मैं भी चाहती हूं।" आर्यन ने मां को किस किया – गहरा: "मां, कल गैंगबैंग। मेरा लंड तुम दोनों की चूत और गांड फाड़ेगा।" मां तड़पी: "हां... बेटा... तैयार हूं।" प्लान सेट – आर्यन ने नर्मिला को मैसेज किया: "कल शाम, घर पर। मां तैयार। हम तीनों चुदाई करेंगे।" नर्मिला: "ओह... मदरचोद... मजा आएगा।"

शाम हुई, नर्मिला घर आई – सेक्सी साड़ी में, चूचे उभरे, गांड मटकती। मां सुनीता तैयार – साड़ी में, आंखें भूखी। आर्यन: "मां, भाभी, शुरू करें?" दोनों मुस्कुराई। आर्यन ने दोनों को नंगा किया – मां के बड़े चूचे, नर्मिला की गोल गांड। आर्यन ने मां की चूत चाटी, नर्मिला के चूचे चूसे। दोनों सिसकारियां: "ओह... आर्यन... चाट... चूस..." मां झड़ी, नर्मिला तड़पी। आर्यन ने लंड निकाला – दोनों मुंह में ली, चूसने लगी: "ओह... इतना बड़ा... चूसेंगी..." गैंगबैंग शुरू – आर्यन ने मां की चूत में लंड डाला, नर्मिला की गांड चाटी।

आर्यन ने मां को चोदा – तेज: "मां, तेरी चूत... गर्म है..." मां: "हां... बेटा... चोद... madarchod... फाड़ दे..." नर्मिला देख रही, चूत रगड़ रही। फिर नर्मिला की गांड में लंड: "भाभी, तेरी गांड... फाड़ूंगा..." नर्मिला: "हां... चोद... बहनचोद... मां देख रही..." मां ने नर्मिला की चूत चाटी, आर्यन ने दोनों को बारी-बारी चोदा – चूत, गांड, मुंह। दोनों झड़ी कई बार: "ओह... madarchod... चोद... कम दे..." आर्यन ने कम झाड़ा – दोनों के मुंह में। दोनों थककर लेट गईं: "आर्यन... तू राजा है।" सरपंच को पता चला, वो टूट गया। आर्यन का रिवेंज पूरा – अब गांव का राजा।

शहर की वापसी और नई शुरुआत
आर्यन का रिवेंज खत्म – गांव के लोगों से मिला, सरपंच अब अकेला। मां खुश: "बेटा, शहर जाओ, लेकिन आते रहना।" आर्यन काव्या से मिला: "वापस हूं। नई शिकार तैयार?" काव्या: "हां, आर्यन। अब बड़ा खेल।" लेकिन आर्यन का मन बदल चुका – "पावर से ब्रेक लूंगा, लेकिन तैयार हूं।" कहानी जारी।
Fuckuguy
albertprince547;
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RE: गिगोलो का मोटा लंड: आंटीयों और जवान लड़कियों की गांड मार चुदाई कहानी - by Fuckuguy - 17-09-2025, 05:30 AM



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