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Fantasy तारक मेहता का रंगीला चश्मा
#6



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 सोसाइटी का नया प्लान

सीन ओपन होता है। गोकुलधाम सोसाइटी का कंपाउंड, शाम का समय। सूरज ढल रहा है, लोग घर लौट रहे हैं। तारक मेहता कैमरे की तरफ मुस्कुराते हुए बोलते हैं, उनकी आवाज में वही हल्की ठिठोली और उत्सुकता।)
तारक मेहता (वॉइसओवर): नमस्कार दोस्तों! पिछली बार हमने देखा कि एरोबिक्स क्लास में खूब हंगामा हुआ। बच्चे शरारत करते रहे, और जेठालाल गिरते-गिरते बचे। लेकिन गोकुलधाम में रुकावटें कहां रुकती हैं? आज सोसाइटी में एक नया प्लान बनने वाला है। देखते हैं क्या होता है। जय श्री कृष्ण!
(कट टू: जेठालाल का घर। जेठालाल सोफे पर बैठा है, थका हुआ, अखबार पढ़ रहा है। दया किचन से चाय लेकर आती है, अपनी तेज रफ्तार वाली गुजराती स्टाइल में। दया की साड़ी आज पीली है, जो उसकी स्लिम कमर और कर्वी हिप्स को हाइलाइट करती है - ब्रेस्ट थोड़े उभरे, स्किन ग्लोइंग। बापूजी टीवी देख रहे हैं, टपू होमवर्क कर रहा है।)
जेठालाल: उफ्फ, आज की क्लास ने तो कमर तोड़ दी। दया, चाय जल्दी दे ना।
दया: अरे टपू के पापा, अभी लाई। हे माता जी, आप इतने थक क्यों गए? क्लास तो मजेदार थी!
जेठालाल (मुस्कुराते हुए): हां, मजेदार तो थी, लेकिन वो सोढ़ी और हाथी की वजह से हंगामा हो गया। अब कल क्या होगा?
(दया चाय देती है। जेठालाल पीते हुए मन ही मन कल्पना शुरू करता है: ग्राफिकल - कल की क्लास में बबीता अकेली है, स्पोर्ट्स ब्रा और शॉर्ट्स में, स्वेट से भीगी। जेठालाल आता है, बबीता कहती है, "जेठालाल जी, स्पेशल सेशन?" वो ब्रा उतारती है, ब्रेस्ट एक्सपोज्ड - बड़े, फर्म, निपल्स ब्राउन, हार्ड। जेठालाल चूसता है, हाथ से दबाता है, वो मोअन करती है, "आह... हां..."। फिर शॉर्ट्स उतारती है, पुसी शेव्ड, गीली। जेठालाल उंगलियां डालता है, इन-आउट, वो स्क्वर्म करती है। उसका पेनिस हार्ड, बाहर निकालता है - थिक, वेन वाली, बबीता घुटनों पर, मुंह में लेती है, डीप थ्रोट, गैगिंग। लेकिन रियल में दया की आवाज से सपना टूटता है।)
दया: टपू के पापा, क्या सोच रहे हो? चाय ठंडी हो गई!
जेठालाल (हड़बड़ाकर): कुछ नहीं दया, बस कल की क्लास। टपू, होमवर्क खत्म कर लिया?
टपू: हां पापा, लेकिन कल टपू सेना का प्लान है।
बापूजी: बेटा, बच्चे शरारत करते हैं, लेकिन पढ़ाई पहले।
(कट टू: कंपाउंड, अगली सुबह। एरोबिक्स क्लास का समय, लेकिन आज भिड़े ने मीटिंग बुलाई है। सब लोग इकट्ठे: बबीता लेगिंग्स में, आकर्षक लुक; तारक, अंजली; माधवी आचार के जार लेकर; सोढ़ी, मिसेज रोशन; हाथी खाना खाते हुए; कोमल; पोपटलाल; अब्दुल। जेठालाल और दया लेट पहुंचते हैं।)
भिड़े: गुड मॉर्निंग सबको। आज क्लास से पहले एक छोटी मीटिंग। कल का हंगामा नहीं होना चाहिए। बच्चे डिस्टर्ब करते हैं, तो नया प्लान - क्लास कंपाउंड के बजाय क्लब हाउस में शिफ्ट करें?
सोढ़ी: अरे भिड़े, क्लब हाउस तो छोटा है। कार पार्किंग की जगह?
बबीता: भिड़े जी, आइडिया अच्छा है। वहां प्राइवेसी होगी, और एक्सरसाइज बेहतर।
जेठालाल (मन ही मन खुश): प्राइवेसी? बबीता जी के साथ... उफ्फ!
(ग्राफिकल कल्पना: क्लब हाउस में प्राइवेट सेशन। बबीता दरवाजा लॉक करती है, जेठालाल को पुश करती है सोफे पर। वो लेगिंग्स उतारती है, पैंटी साइड में सरकाती है, जेठालाल की लैप पर बैठती है। उसका पेनिस अंदर जाता है - टाइट, हॉट, वेट। वो राइड करती है, ब्रेस्ट बाउंस, निपल्स चूसने लायक। जेठालाल थ्रस्ट करता है, डीप, वो चीखती है, "फास्टर जेठालाल जी!" ऑर्गेज्म - कम इनसाइड, क्रेम्पी। लेकिन रियल में तारक की आवाज से टूटता है।)
तारक: भिड़े, वोटिंग करवाओ। मैं और अंजली एग्री।
अंजली: हां, और वहां डाइट प्लान भी डिस्कस कर सकते हैं।
(वोटिंग होती है। ज्यादातर एग्री। माधवी आचार डिस्ट्रीब्यूट करती है।)
माधवी: लो सब, नया फ्लेवर ट्राई करो।
हाथी: वाह माधवी भाभी, ये तो स्वादिष्ट! एक और?
कोमल: हाथी जी, कंट्रोल!
(क्लास क्लब हाउस में शिफ्ट होती है। एक्सरसाइज शुरू। आज योगा स्टाइल। बबीता डेमो देती है - डॉग पोज, झुकती है, हिप्स ऊपर, लेगिंग्स में आउटलाइन क्लियर। जेठालाल पीछे, स्टेयर करता है।)
बबीता: अब ये पोज ट्राई करो। बैक स्ट्रेच।
(कॉमेडी - पोपटलाल गलत पोज करता है, गिर जाता है।)
पोपटलाल: अरे, ये तो शादी का पोज लग रहा है!
सब हंसते हैं।
(क्लास खत्म। शाम को घर पर। जेठालाल दया से बात करता है।)
जेठालाल: दया, क्लब हाउस अच्छा रहा। कोई डिस्टर्बेंस नहीं।
दया: हां टपू के पापा, मजा आया। अब रात को डिनर के बाद आराम करेंगे।
(रात का सीन: बेडरूम। दया और जेठालाल अकेले। दया मसाज देती है। ग्राफिकल - दया की उंगलियां जेठालाल की पीठ पर, धीरे नीचे सरकती हैं, थाइज पर। जेठालाल टर्न करता है, दया की साड़ी खोलता है, ब्रा में ब्रेस्ट - सॉफ्ट, बड़े। हाथ से दबाता है, निपल्स चूसता है, दया मोअन, "टपू के पापा... आह..."। दया का हाथ उसके पेनिस पर, स्ट्रोक करती है - हार्ड, प्रीकम। वो ऊपर आती है, राइड शुरू - पुसी टाइट, वेट, इन-आउट। ऑर्गेज्म बिल्डअप, लेकिन कॉमेडी - टपू की आवाज बाहर से, "मम्मी, पानी!" सब रुक जाता है।)
दया (हंसते हुए): जा रही हूं टपू के पापा। बाद में।
जेठालाल (फ्रस्ट्रेटेड लेकिन मुस्कुराते): हे भगवान!
तारक मेहता : तो दोस्तों, नया प्लान बन गया, लेकिन मजा जारी है। क्लब हाउस में क्या नई कहानी बनेगी? अगले एपिसोड में देखिए। जय श्री कृष्ण
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RE: गोकुलधाम का रंगीला चश्मा - by Fuckuguy - 10-09-2025, 05:03 AM



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