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Fantasy तारक मेहता का रंगीला चश्मा
#3
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जेठालाल की नई मुसीबत

सीन ओपन होता है। स्क्रीन पर गोकुलधाम सोसाइटी का कंपाउंड दिखता है। सुबह का समय है, लेकिन आज थोड़ी हलचल ज्यादा है। बच्चे कॉलेज जा रहे हैं, औरतें बाजार की तैयारी में। तारक मेहता कैमरे की तरफ मुड़कर बोलते हैं, उनकी आवाज में वही मजाकिया टोन।)
तारक मेहता (वॉइसओवर): नमस्कार दोस्तों! पिछली बार हमने देखा गोकुलधाम की झलक। आज की कहानी शुरू होती है जेठालाल की एक नई मुसीबत से। जेठालाल, जो हमेशा किसी न किसी पचड़े में फंस जाते हैं। देखते हैं, आज क्या होता है। जय श्री कृष्ण!
(कट टू: जेठालाल का घर। जेठालाल नाश्ता कर रहा है। दया पराठे सर्व कर रही है, अपनी तेज रफ्तार वाली गुजराती स्टाइल में बोलते हुए। दया की साड़ी आज नीली है, जो उसकी फिगर को अच्छे से हाइलाइट करती है - कमर पतली, हिप्स कर्वी। जेठालाल की नजरें कभी-कभी दया पर जाती हैं, लेकिन वो काम की बात में व्यस्त है। बापूजी चाय पीते हुए अखबार पढ़ रहे हैं। टपू कॉलेज बैग पैक कर रहा है।)
जेठालाल: दया, आज दुकान पर एक बड़ा कस्टमर आने वाला है। सब ठीक से तैयार रखना। और टपू, आज कॉलेज में कोई शरारत मत करना, वरना...
टपू (मासूमियत से): पापा, मैं तो अच्छा बच्चा हूं। टपू सेना के साथ बस खेलता हूं।
दया: जेठा जी, चिंता मत कीजिए। सब ठीक हो जाएगा। हे माता जी!
(अचानक डोरबेल बजती है। दया दरवाजा खोलती है। बाहर भिड़े खड़े हैं, अपने स्ट्रिक्ट लुक में - चेकर्ड शर्ट, चश्मा, फाइल हाथ में।)
भिड़े: गुड मॉर्निंग जेठालाल भाई। सोसाइटी मीटिंग का नोटिस देने आया हूं। आज शाम 7 बजे, कंपाउंड में। मुद्दा है - पानी की कमी और पार्किंग की समस्या।
जेठालाल (झुंझलाते हुए): अरे भिड़े मास्टर, हर हफ्ते मीटिंग? मैं दुकान से लेट आऊंगा।
भिड़े: नियम हैं, जेठालाल भाई। सबको आना जरूरी है। माधवी ने आचार भी बनाया है, मीटिंग के बाद डिस्ट्रीब्यूट करेंगे।
(भिड़े चला जाता है। जेठालाल सिर पकड़ लेता है।)
जेठालाल: ये भिड़े मुझे चैन से जीने नहीं देगा।
(कट टू: दुकान - गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स। जेठालाल दुकान पहुंचता है। नट्टू काका और बाघा काम कर रहे हैं। नट्टू काका अपनी धीमी स्टाइल में अकाउंट्स चेक कर रहा है।)
नट्टू काका: सेठ जी, आज का माल आ गया। टीवी, फ्रिज सब।
जेठालाल: अच्छा, लेकिन वो बड़ा कस्टमर? क्या नाम था... अरे हां, मिस्टर पटेल।
(अचानक दुकान में बबीता जी एंटर होती हैं। वो एक टाइट टॉप और जींस में हैं, जो उनकी परफेक्ट फिगर को दिखाती है - ब्रेस्ट फुल, वेस्ट स्लिम, हिप्स वाइड। बाल खुले, लिपस्टिक ब्राइट रेड। जेठालाल की आंखें चमक जाती हैं, मन ही मन कल्पना शुरू हो जाती है। ग्राफिकल डिटेल: जेठालाल इमेजिन करता है कि बबीता दुकान के काउंटर पर झुकती है, उसका टॉप थोड़ा नीचे सरकता है, क्लिवेज दिखता है - गोल, सॉफ्ट, निपल्स की आउटलाइन। वो जेठालाल की तरफ देखकर मुस्कुराती है, हाथ उसकी शर्ट पर रखती है, धीरे से नीचे जाती है, उसके पैंट के बटन पर। जेठालाल महसूस करता है गर्माहट, उसका शरीर रिएक्ट करता है - इरेक्शन, पसीना। लेकिन रियल में वो बस स्टेयर कर रहा है।)
बबीता: जेठालाल जी, गुड मॉर्निंग! मेरा मिक्सर खराब हो गया है। देख सकते हैं?
जेठालाल (हड़बड़ाते हुए): हां... हां बबीता जी! बिल्कुल। नट्टू काका, देखो तो।
(नट्टू काका मिक्सर चेक करता है। बबीता इंतजार में जेठालाल से बात करती है।)
बबीता: जेठालाल जी, आप हमेशा इतने हेल्पफुल क्यों रहते हैं? अय्यर तो हमेशा लैब में बिजी रहते हैं।
जेठालाल (मन ही मन खुश): अरे बबीता जी, आपके लिए तो कुछ भी।
(कल्पना फिर शुरू: ग्राफिकल - बबीता दुकान के बैक रूम में जाती है, जेठालाल फॉलो करता है। वो दरवाजा बंद करती है, टॉप उतारती है, उसके ब्रा में कवर ब्रेस्ट दिखते हैं - पिंक ब्रा, निपल्स हार्ड। जेठालाल का हाथ उसकी ब्रा पर जाता है, दबाता है, वो मोअन करती है - "ओह जेठालाल जी..."। जेठालाल का पैंट नीचे, उसका पेनिस एक्सपोज्ड, हार्ड, वो बबीता की जींस उतारता है, उसके पैंटी में हाथ डालता है, गीला महसूस करता है। लेकिन अचानक नट्टू काका की आवाज से सपना टूटता है।)
नट्टू काका: सेठ जी, मिक्सर ठीक हो गया। सिर्फ प्लग का इश्यू था।
जेठालाल (पसीने से तर): ठ... ठीक है। बबीता जी, ले जाइए। कोई चार्ज नहीं।
बबीता (मुस्कुराते हुए): थैंक यू जेठालाल जी। आप बेस्ट हैं!
(बबीता चली जाती है। जेठालाल सांस लेता है।)
(कट टू: शाम, सोसाइटी मीटिंग। कंपाउंड में सब इकट्ठे। भिड़े चेयर कर रहा है। हाथी डॉक्टर खाना खाते हुए सुन रहे हैं, कोमल उनके बगल में। सोढ़ी और मिसेज रोशन हंसते हुए। तारक और अंजली जूस पीते हुए। पोपटलाल अकेला, शादी की तलाश में। अब्दुल दुकान से आया हुआ। जेठालाल लेट पहुंचता है।)
भिड़े: अब शुरू करते हैं। पहला मुद्दा - पानी की बचत। सबको कम इस्तेमाल करना चाहिए।
सोढ़ी: अरे भिड़े, मेरी कार वॉश तो जरूरी है!
जेठालाल: हां, और मेरी दुकान का काम? तुम्हारे नियमों से तो हम प्यासे मर जाएंगे।
(मीटिंग में बहस शुरू हो जाती है। माधवी आचार के पैकेट्स डिस्ट्रीब्यूट करती है। दया सबको पानी सर्व कर रही है। अचानक बबीता बोलती है।)
बबीता: भिड़े जी, मैं एरोबिक्स क्लास शुरू करने वाली हूं सोसाइटी में। सब जॉइन कर सकते हैं, हेल्थ के लिए।
(जेठालाल की आंखें फिर चमकती हैं। कल्पना: ग्राफिकल - एरोबिक्स क्लास में बबीता टाइट लेगिंग्स और स्पोर्ट्स ब्रा में, स्वेटी, बॉडी शाइनिंग। जेठालाल उसके पीछे, उसकी हिप्स मूवमेंट देखता है, हाथ लगाता है, वो मुड़ती है, किस करती है, ब्रा उतारती है, उसके ब्रेस्ट एक्सपोज्ड - बड़े, फर्म, निपल्स पिंक। जेठालाल चूसता है, वो सिसकारियां भरती है। नीचे हाथ जाता है, लेगिंग्स उतारता है, उसके पुसी पर उंगलियां, गीला, वो ऑर्गेज्म की तरफ। लेकिन रियल में मीटिंग चल रही है।)
तारक: अच्छा आइडिया बबीता जी। मैं और अंजली जॉइन करेंगे।
अंजली: हां, लेकिन डाइट भी फॉलो करनी पड़ेगी।
(मीटिंग खत्म होती है। सब घर जाते हैं। जेठालाल घर पहुंचता है, थका हुआ। दया मसाज करने की पेशकश करती है।)
दया: जेठा जी, थक गए? मैं मसाज कर दूं?
जेठालाल: हां दया, लेकिन धीरे से।
(दया मसाज शुरू करती है। ग्राफिकल लेकिन नैचुरल: दया की उंगलियां जेठालाल की पीठ पर, धीरे-धीरे नीचे जाती हैं। जेठालाल रिलैक्स फील करता है, लेकिन मन में बबीता। दया की साड़ी सरकती है, उसकी बैक दिखती है, ब्रा स्ट्रैप। जेठालाल मुड़ता है, दया को किस करता है, हाथ उसकी ब्रेस्ट पर, दबाता है। दया शर्मा जाती है लेकिन रिस्पॉन्ड करती है - "जेठा जी..."। लेकिन कॉमेडी - बापूजी की खांसी से रुक जाते हैं।)
बापूजी: बेटा, सो जाओ। कल काम है।
जेठालाल (हंसते हुए): हां बापूजी।
तारक मेहता (क्लोजिंग वॉइसओवर): तो दोस्तों, जेठालाल की मुसीबतें जारी हैं। बबीता जी का एरोबिक्स क्लास क्या गुल खिलाएगा? अगले एपिसोड में देखिए। जय श्री कृष्ण
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RE: गोकुलधाम का रंगीला चश्मा - by Fuckuguy - 10-09-2025, 04:50 AM



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