07-09-2025, 12:13 PM
सुबह के करीब 5 बजे थे। खुशबु और मयंक बेडरूम में चित होकर लेटे हुए थे तभी मयंक ने ज़ोर का पाद निकाला जिससे बेडरूम का माहौल बदबूदार हो गया बहुत भयंकर पाद थी उसकी आवाज से खुशबू जागी और छी, छी,छी, करते बालकनी की ओर भागी । बालकनी में पहुंची तो सुंदर से उठने लहरें के साथ ठंडे हवा भी चल रही थी । खुशबू को वहां अच्छा फिल हो रहा था वह थोड़ी देर बैठने के बाद वह बाथरूम चली गई।
थोड़ी देर बाद वह बाथरूम से बाहर निकल और अपना मोबाइल लेकर किचन में चली गई और अपने लिए एक कप कॉफी बनाया और उसे लेकर फिर बालकनी में पहुंची वह चेयर पर बैठकर कॉफी पी रही थीं और अपना मोबाइल चला रही थी । कुछ मिनट बाद उसके मोबाइल के whatapps पर एक मैसेज आया। जो श्री सिन्हा द्वारा भेजी गई थी , फिर चैटिंग स्टार्ट हो गया।
श्री सिन्हा : गुड मॉर्निंग , मेरी प्यारी पत्नी।
खुशबु: गुड मॉर्निंग , मेरे डियर हसबैंड
श्रीं सिन्हा: वह ना मर्द कहा हैं ?
खुशबु: अभी भी बेड पर चित लेटा हुआ हैं
श्री सिन्हा: रात की चुदाई कैसी लगी ?
खुशबू: जबरदस्त । आप कहां हो ?
श्री सिन्हा: स्विमिंग पूल के करीब बैठ हुं।
( खुशबू बालकनी से झांक कर देखती है )
श्री सिन्हा: मैंने जो तुम्हें गिफ्ट दिया पसंद आया ।
खुशबु: वो बिकिनी , अच्छा था ।
श्री सिन्हा: तो पहन कर नीचे आओ साथ में स्विमिंग करेंगे ।
खुशबू: अगर आपकी पत्नी ने हमें एक साथ स्विमिंग करते देख लिया तो क्या सोचेगी ।
श्री सिन्हा : तुम उसकी चिंता मत करो मैं उसे संभाल लूंगा ।
खुशबू: आती हुं ।
खुशबू ने गुलाबी ब्रा और काली पैंटी के ऊपर पारदर्शी लंबी टी शर्ट पहनी या पूल पार चली गई।
खुशबू स्विमिंग पूल के किनारे रखे कुर्सी पर बैठ गई और श्री सिन्हा से बात करने लगी कुछ देर बात करने के बाद अपने पारदर्शी लंबी टी शर्ट उतारकर वहीं कुर्सी पर रख दिया । स्विमिंग पूल में स्विमिंग करने लगी।
खुशबू को स्विमिंग करता देखकर श्री सिन्हा ने भी अपना टी शर्ट और हाफ पेंट उतार कर सिर्फ अंडरवियर में आ गये और स्विमिंग करना चालू कर दिया। थोड़ा देर स्विमिंग करने के बाद। श्री सिन्हा खुशबू के पास आने लगे। श्री सिन्हा खुशबू के सामने आकर खड़ा हो गया उन दिनों के शरीर का आधा भाग पानी के अंदर था ।
वह दोनो सामान्य बात करने लगे , बात करते करते श्री सिन्हा ने खुशबू का बायां हाथ पकड़ी और अपने अंडरवियर में डाल दिया ( अंडरवियर पानी के अंदर था ) खुशबू को कुछ महसूस हुआ जैसे कोई हार्ड चीज टच हो रही हो और खुशबू घबरा कर अपने हाथ को पीछे कर लिया । खुशबू को समझ में देर नहीं लगी । वह श्री सिन्हा का लंड था जो अंडरवियर में फुल कर आधा अंदर और आधा बाहर निकला हुआ था मगर पानी के अंदर था
खुशबू शॉक होकर उसे देखी , तो श्री सिन्हा ने मुस्कुरा दिया लेकिन खुशबू ने उसे इग्नोर कर दिया। लेकिन वह फिर खुशबू के नज़दीक आ गया और उसका हाथ फिर से लंड पर रख कर छू आने लगा।
लेकिन जैसे आप सब जानते हैं खुशबू कितनी बड़ी चुदक्कड़ हूं, तो उसे भी अच्छा लगने लगा था। और खुशबू ने एक बार बालकनी की ओर देखा । जहां मयंक खड़ा था और स्विमिंग पूल की ओर देख रहा था और किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था
खुशबू ने भी श्री सिन्हा का लंड को मसलना शुरू कर दिया ।
श्री सिन्हा का लंड पानी के नीचे था इसलिए मयंक को नहीं पता चला कि वह नीचे क्या हो रहा है।
खुशबू ने उसके चेहरे की ओर देखा उसे भी मजा आ रहा था, श्री सिन्हा उसे किस करना वाला ही था कि खुशबू ने उसे रोक और बालकनी की तरह इशारा किया। श्री सिन्हा ने बालकनी पर नजर डाला तो मयंक अभी वह किसी से फोन पर बातचीत कर रहा था
खुशबू ने अब अपनी स्पीड बढ़ा दीया हाथों से उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी। उन दोनों के शरीर का आधा हिस्सा नीचे पानी में था। श्री सिन्हा ने अब एक हाथ खुशबू की काली पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर रख दिया और रगड़ने लगा। इससे खुशबू के मुंह से सस्स्स्स्स्स्स्स....... आहाहाहाहा ..... सिसकारी निकल गई, इतना मजबूत स्पर्श था उसका।
इतनी ठंडा पानी में वह दोनों भीगे हुए और एक दूसरे के चूत और लंड को मसल और रगड़ने रहे थे, वह दोनों मदहोश हो रहे थे।
तभी श्री सिन्हा ने खुशबू के कान में कहा कि कमरा में चलते हैं खुशबू ने मना कर दिया वहीं बगल में एक छोटी सी कॉटेज ( एक छोटा घर ) था उसमें जाने का इशारा किया।
श्री सिन्हा ने अपना अंडरवियर सही करते हुआ पूल से बाहर चला गया उस कॉटेज। मगर खुशबू मन में सोच रही थी जाउ या ना जाउ , ( क्योंकि उससे लगा मयंक अभी बालकनी में होगा कहीं उसे कॉटेज में जाता देख लिया हो उससे शक हो जाएगा ) । इसीलिए उसने एक फिर बालकनी की तरह देखा मगर वह मयंक नहीं था। फिर खुशबू भी पूल से निकलकर सीधा उसी कॉटेज में चली गई , जब खुशबू अंदर गई तो श्री सिन्हा अब भी अंडरवियर में ही था। उसने खुशबू को अंदर खींचा और दरवाज़ा बंद करके उसे दरवाज़े से लगा के चूमने लगा ऐसा लग रहा था कि वो किस नहीं कर रहा है खुशबू के पूरा मुँह को खोल के इतना ज़ोर से स्मूच कर रहा था और खुशबू उउंम्म्म्म........ औउम्म्म्म........।
खुशबू इतना मस्त फील कर रही थी श्री सिन्हा उसके गीले बालों को पकड़ के डीप किस करने लगा उम्म्म्म.... उउम्म्म्म...., और एक हाथ से खुशबू के स्तन को टी शर्ट के ऊपर से ही मसलने और दबाने लगा ।
अहहह.....अहहा...उउम्म्म्म..... खुशबू कराहने लगी ऊह्ह्ह्ह.....
" बेबी, तुम्हारा शरीर बहुत सेक्सी और गर्म है, मैं तुम्हें तुम्हारी चूत में गहराई तक चोदना चाहता हूँ " श्री सिन्हा ने खुशबू को कहा।
वो पगलो की तरह खुशबू को किस कर रहा था, कभी होठों पर , कभी गर्दन पर , कभी कानों पर , सच बताऊं तो खुशबू की तो होश ही उड़ गए थे।
अब श्री सिन्हा ने खुशबू की टी शर्ट निकाला और ब्रा भी निकाल दी, अब खुशबू सिर्फ पैंटी में थी उसके सामने खुशबू के बड़े बड़े स्तन बाहर उछल रहे थे । आगे से श्री सिन्हा ने दोनों को पकड़ के इतने जोर से दबाया की खुशबू की मुंह से गाल निकल गई ।
फिर उसने खुशबू के एक बूब को मुँह में लेके चुनने लगा, उसके निपल को काटने लगा, आह्ह्हह्ह्ह्ह..... खुशबू को मीठा , मीठा दर्द हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था।
15 मिनट तक श्री सिन्हा ने खुशबू को ऐसे ही खड़ा रखा उसके निपल्स चूस और काट रहा था। फिर श्री सिन्हा ने खुशबू को उठाया और वह पर रखे चौकी ( एक सोने वाला बिछावन ) पर लेटा दिया और खुशबू की पैंटी निकल दी। खुशबू ने भी उसका अंडरवियर निकाल दिया।
श्री सिन्हा का लंबा मोटा लंड खुशबू के सामने झूल रहा था, वह खुशबू के ऊपर आ गया और खुशबू के पूरे शरीर को चूमने लगा। खुशबू हल्के हल्के कराहने लगी । उम्म्मम्म.... स्स्स्स्स्स्स्स्स्..... आह्ह्हह्ह्ह्ह.......
फिर वह अपना जीभ निकाल कर खुशबू के चूत के पास गया या उससे चुसने लगा । आह्ह्ह्ह..... खुशबू की तो पानी ही निकल गई श्री सिन्हा ने खुशबू के चूत का पूरा रस चूस रहा था और अपनी उंगली से खुशबू की भगशेफ को भी छेड़ रहा था।
स्स्स्स्स्स्स....... बेबी उउम्म्म्म..... इसे ऐसे ही चाटो हाँ बेबी खुशबू बोली ।
खुशबू कराहती हूँ उसके बालों को पकड़ के मज़ा लेने लगी।
श्री सिन्हा ने 10 मिनट तक खुशबू की चूत चाटी, इस दौरान खुशबू दो बार झड़ गई । अब खुशबू से इंतजार नहीं हो रहा था। अब खुशबू उठी और श्री सिन्हा को चौकी पर लेटा दिया और श्री सिन्हा के ऊपर चाहड़ के उसके लंड को मुँह में लिया और चुसने लगी । " हाँ, तुम मेरी कुतिया हो रंडी, आहहहह...... श्री सिन्हा भी पागल हो रहा था, उससे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था।
तभी श्री सिन्हा ने खुशबू को वहीं जमीन पर लिटाया और अपना लंड खुशबू की चूत में डाल दिया, एक ही झटके में सारे लंड खुशबू की चूत में पेल दिया और फिर झटके मारने लगा। खुशबू अह्ह्ह्हह्ह.....हाँ.....येस्स्स्स्स्स्स्स.... खुशबू को अब दर्द हो रहा था , लेकिन श्री सिन्हा धरा धरा धरा खुशबू को चोदने में लगा हुआ था रूकने का नाम नहीं ले रहा था ।
" मेरी चोदू कुतिया ले मेरा बड़ा लंड अपने चूत के अंदर श्री सिन्हा ने कहते । खुशबू के मुंह से आहहह ....अहाहाहा.... अह्ह्ह्हह्ह... की सिसकारियां निकलने लगी । उसने खुशबू की हार्डकोर चुदाई शुरू कर दी .
उम्म्म्म..... अह्ह्हह्ह्ह्ह.... अह्ह्ह्हह्ह.... यस्स्स्स्स्स.... बेबी चोदो मुझे ऐसे ही चोदो , चोदो ,चोदो , हाँह्ह्ह्ह..... हाँह्ह्ह्ह.... अह्ह्ह्हह्ह।
खुशबू भी उसका साथ देने लगी श्री सिन्हा झटके पे झटके मारने लगा वाहाहाहा क्या झटके थे । खुशबू की पूरी बॉडी उछल रही थी। श्री सिन्हा के धक्के से अह्ह्ह्हह्ह..... अह्ह्ह्हह्ह..... ओह्ह्ह्हह्ह ..... खुशबू तीन बार झड़ गयी।
फिर श्री सिन्हा ने खुशबू को घोड़ी बनाई और जामकर चोदने लगा , अब खुशबू थक गई थी लेकिन श्री सिन्हा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।
ऐसे ही श्री सिन्हा ने खुशबू को 40 मिनट तक लगातार चोदा और खुशबू की चूत में झड़ गया वह खुशबू के ऊपर ही गिर गया। वह दोनो नंगे ऐसे ही जमीन पर पड़े रहे।
तभी मयंक ने दरवाजा खटखटाया और कहा खुशबू मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है
मयंक ने फिर दरवाजा खटखटाया और कहा खुशबू मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है
तब जाकर खुशबू ने दरवाजा खोला दरवाजे खोलते बोली " जरा सी आंख लग गई थी "
मयंक ने अंदर झांका तो अंदर कोई भी नहीं था वह अंदर आ के खुशबू से बोला " गोदाम से फोन आया था कि गोदाम में आग लग गई थी । कुछ सामान बची है कितने सामने आग में जली है उसकी पुष्टि करने के लिए बुलाया जा रहा है " और मैंने दोपहर की घर वापसी जाने वाले तत्कालीन दो हवाई टिकट कटवा लिया हुं।
फिर मयंक और खुशबू दोनों कमरे में वापस आ गये ।
थोड़ी देर बाद वह बाथरूम से बाहर निकल और अपना मोबाइल लेकर किचन में चली गई और अपने लिए एक कप कॉफी बनाया और उसे लेकर फिर बालकनी में पहुंची वह चेयर पर बैठकर कॉफी पी रही थीं और अपना मोबाइल चला रही थी । कुछ मिनट बाद उसके मोबाइल के whatapps पर एक मैसेज आया। जो श्री सिन्हा द्वारा भेजी गई थी , फिर चैटिंग स्टार्ट हो गया।
श्री सिन्हा : गुड मॉर्निंग , मेरी प्यारी पत्नी।
खुशबु: गुड मॉर्निंग , मेरे डियर हसबैंड
श्रीं सिन्हा: वह ना मर्द कहा हैं ?
खुशबु: अभी भी बेड पर चित लेटा हुआ हैं
श्री सिन्हा: रात की चुदाई कैसी लगी ?
खुशबू: जबरदस्त । आप कहां हो ?
श्री सिन्हा: स्विमिंग पूल के करीब बैठ हुं।
( खुशबू बालकनी से झांक कर देखती है )
श्री सिन्हा: मैंने जो तुम्हें गिफ्ट दिया पसंद आया ।
खुशबु: वो बिकिनी , अच्छा था ।
श्री सिन्हा: तो पहन कर नीचे आओ साथ में स्विमिंग करेंगे ।
खुशबू: अगर आपकी पत्नी ने हमें एक साथ स्विमिंग करते देख लिया तो क्या सोचेगी ।
श्री सिन्हा : तुम उसकी चिंता मत करो मैं उसे संभाल लूंगा ।
खुशबू: आती हुं ।
खुशबू ने गुलाबी ब्रा और काली पैंटी के ऊपर पारदर्शी लंबी टी शर्ट पहनी या पूल पार चली गई।
खुशबू स्विमिंग पूल के किनारे रखे कुर्सी पर बैठ गई और श्री सिन्हा से बात करने लगी कुछ देर बात करने के बाद अपने पारदर्शी लंबी टी शर्ट उतारकर वहीं कुर्सी पर रख दिया । स्विमिंग पूल में स्विमिंग करने लगी।
खुशबू को स्विमिंग करता देखकर श्री सिन्हा ने भी अपना टी शर्ट और हाफ पेंट उतार कर सिर्फ अंडरवियर में आ गये और स्विमिंग करना चालू कर दिया। थोड़ा देर स्विमिंग करने के बाद। श्री सिन्हा खुशबू के पास आने लगे। श्री सिन्हा खुशबू के सामने आकर खड़ा हो गया उन दिनों के शरीर का आधा भाग पानी के अंदर था ।
वह दोनो सामान्य बात करने लगे , बात करते करते श्री सिन्हा ने खुशबू का बायां हाथ पकड़ी और अपने अंडरवियर में डाल दिया ( अंडरवियर पानी के अंदर था ) खुशबू को कुछ महसूस हुआ जैसे कोई हार्ड चीज टच हो रही हो और खुशबू घबरा कर अपने हाथ को पीछे कर लिया । खुशबू को समझ में देर नहीं लगी । वह श्री सिन्हा का लंड था जो अंडरवियर में फुल कर आधा अंदर और आधा बाहर निकला हुआ था मगर पानी के अंदर था
खुशबू शॉक होकर उसे देखी , तो श्री सिन्हा ने मुस्कुरा दिया लेकिन खुशबू ने उसे इग्नोर कर दिया। लेकिन वह फिर खुशबू के नज़दीक आ गया और उसका हाथ फिर से लंड पर रख कर छू आने लगा।
लेकिन जैसे आप सब जानते हैं खुशबू कितनी बड़ी चुदक्कड़ हूं, तो उसे भी अच्छा लगने लगा था। और खुशबू ने एक बार बालकनी की ओर देखा । जहां मयंक खड़ा था और स्विमिंग पूल की ओर देख रहा था और किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था
खुशबू ने भी श्री सिन्हा का लंड को मसलना शुरू कर दिया ।
श्री सिन्हा का लंड पानी के नीचे था इसलिए मयंक को नहीं पता चला कि वह नीचे क्या हो रहा है।
खुशबू ने उसके चेहरे की ओर देखा उसे भी मजा आ रहा था, श्री सिन्हा उसे किस करना वाला ही था कि खुशबू ने उसे रोक और बालकनी की तरह इशारा किया। श्री सिन्हा ने बालकनी पर नजर डाला तो मयंक अभी वह किसी से फोन पर बातचीत कर रहा था
खुशबू ने अब अपनी स्पीड बढ़ा दीया हाथों से उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी। उन दोनों के शरीर का आधा हिस्सा नीचे पानी में था। श्री सिन्हा ने अब एक हाथ खुशबू की काली पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर रख दिया और रगड़ने लगा। इससे खुशबू के मुंह से सस्स्स्स्स्स्स्स....... आहाहाहाहा ..... सिसकारी निकल गई, इतना मजबूत स्पर्श था उसका।
इतनी ठंडा पानी में वह दोनों भीगे हुए और एक दूसरे के चूत और लंड को मसल और रगड़ने रहे थे, वह दोनों मदहोश हो रहे थे।
तभी श्री सिन्हा ने खुशबू के कान में कहा कि कमरा में चलते हैं खुशबू ने मना कर दिया वहीं बगल में एक छोटी सी कॉटेज ( एक छोटा घर ) था उसमें जाने का इशारा किया।
श्री सिन्हा ने अपना अंडरवियर सही करते हुआ पूल से बाहर चला गया उस कॉटेज। मगर खुशबू मन में सोच रही थी जाउ या ना जाउ , ( क्योंकि उससे लगा मयंक अभी बालकनी में होगा कहीं उसे कॉटेज में जाता देख लिया हो उससे शक हो जाएगा ) । इसीलिए उसने एक फिर बालकनी की तरह देखा मगर वह मयंक नहीं था। फिर खुशबू भी पूल से निकलकर सीधा उसी कॉटेज में चली गई , जब खुशबू अंदर गई तो श्री सिन्हा अब भी अंडरवियर में ही था। उसने खुशबू को अंदर खींचा और दरवाज़ा बंद करके उसे दरवाज़े से लगा के चूमने लगा ऐसा लग रहा था कि वो किस नहीं कर रहा है खुशबू के पूरा मुँह को खोल के इतना ज़ोर से स्मूच कर रहा था और खुशबू उउंम्म्म्म........ औउम्म्म्म........।
खुशबू इतना मस्त फील कर रही थी श्री सिन्हा उसके गीले बालों को पकड़ के डीप किस करने लगा उम्म्म्म.... उउम्म्म्म...., और एक हाथ से खुशबू के स्तन को टी शर्ट के ऊपर से ही मसलने और दबाने लगा ।
अहहह.....अहहा...उउम्म्म्म..... खुशबू कराहने लगी ऊह्ह्ह्ह.....
" बेबी, तुम्हारा शरीर बहुत सेक्सी और गर्म है, मैं तुम्हें तुम्हारी चूत में गहराई तक चोदना चाहता हूँ " श्री सिन्हा ने खुशबू को कहा।
वो पगलो की तरह खुशबू को किस कर रहा था, कभी होठों पर , कभी गर्दन पर , कभी कानों पर , सच बताऊं तो खुशबू की तो होश ही उड़ गए थे।
अब श्री सिन्हा ने खुशबू की टी शर्ट निकाला और ब्रा भी निकाल दी, अब खुशबू सिर्फ पैंटी में थी उसके सामने खुशबू के बड़े बड़े स्तन बाहर उछल रहे थे । आगे से श्री सिन्हा ने दोनों को पकड़ के इतने जोर से दबाया की खुशबू की मुंह से गाल निकल गई ।
फिर उसने खुशबू के एक बूब को मुँह में लेके चुनने लगा, उसके निपल को काटने लगा, आह्ह्हह्ह्ह्ह..... खुशबू को मीठा , मीठा दर्द हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था।
15 मिनट तक श्री सिन्हा ने खुशबू को ऐसे ही खड़ा रखा उसके निपल्स चूस और काट रहा था। फिर श्री सिन्हा ने खुशबू को उठाया और वह पर रखे चौकी ( एक सोने वाला बिछावन ) पर लेटा दिया और खुशबू की पैंटी निकल दी। खुशबू ने भी उसका अंडरवियर निकाल दिया।
श्री सिन्हा का लंबा मोटा लंड खुशबू के सामने झूल रहा था, वह खुशबू के ऊपर आ गया और खुशबू के पूरे शरीर को चूमने लगा। खुशबू हल्के हल्के कराहने लगी । उम्म्मम्म.... स्स्स्स्स्स्स्स्स्..... आह्ह्हह्ह्ह्ह.......
फिर वह अपना जीभ निकाल कर खुशबू के चूत के पास गया या उससे चुसने लगा । आह्ह्ह्ह..... खुशबू की तो पानी ही निकल गई श्री सिन्हा ने खुशबू के चूत का पूरा रस चूस रहा था और अपनी उंगली से खुशबू की भगशेफ को भी छेड़ रहा था।
स्स्स्स्स्स्स....... बेबी उउम्म्म्म..... इसे ऐसे ही चाटो हाँ बेबी खुशबू बोली ।
खुशबू कराहती हूँ उसके बालों को पकड़ के मज़ा लेने लगी।
श्री सिन्हा ने 10 मिनट तक खुशबू की चूत चाटी, इस दौरान खुशबू दो बार झड़ गई । अब खुशबू से इंतजार नहीं हो रहा था। अब खुशबू उठी और श्री सिन्हा को चौकी पर लेटा दिया और श्री सिन्हा के ऊपर चाहड़ के उसके लंड को मुँह में लिया और चुसने लगी । " हाँ, तुम मेरी कुतिया हो रंडी, आहहहह...... श्री सिन्हा भी पागल हो रहा था, उससे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था।
तभी श्री सिन्हा ने खुशबू को वहीं जमीन पर लिटाया और अपना लंड खुशबू की चूत में डाल दिया, एक ही झटके में सारे लंड खुशबू की चूत में पेल दिया और फिर झटके मारने लगा। खुशबू अह्ह्ह्हह्ह.....हाँ.....येस्स्स्स्स्स्स्स.... खुशबू को अब दर्द हो रहा था , लेकिन श्री सिन्हा धरा धरा धरा खुशबू को चोदने में लगा हुआ था रूकने का नाम नहीं ले रहा था ।
" मेरी चोदू कुतिया ले मेरा बड़ा लंड अपने चूत के अंदर श्री सिन्हा ने कहते । खुशबू के मुंह से आहहह ....अहाहाहा.... अह्ह्ह्हह्ह... की सिसकारियां निकलने लगी । उसने खुशबू की हार्डकोर चुदाई शुरू कर दी .
उम्म्म्म..... अह्ह्हह्ह्ह्ह.... अह्ह्ह्हह्ह.... यस्स्स्स्स्स.... बेबी चोदो मुझे ऐसे ही चोदो , चोदो ,चोदो , हाँह्ह्ह्ह..... हाँह्ह्ह्ह.... अह्ह्ह्हह्ह।
खुशबू भी उसका साथ देने लगी श्री सिन्हा झटके पे झटके मारने लगा वाहाहाहा क्या झटके थे । खुशबू की पूरी बॉडी उछल रही थी। श्री सिन्हा के धक्के से अह्ह्ह्हह्ह..... अह्ह्ह्हह्ह..... ओह्ह्ह्हह्ह ..... खुशबू तीन बार झड़ गयी।
फिर श्री सिन्हा ने खुशबू को घोड़ी बनाई और जामकर चोदने लगा , अब खुशबू थक गई थी लेकिन श्री सिन्हा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।
ऐसे ही श्री सिन्हा ने खुशबू को 40 मिनट तक लगातार चोदा और खुशबू की चूत में झड़ गया वह खुशबू के ऊपर ही गिर गया। वह दोनो नंगे ऐसे ही जमीन पर पड़े रहे।
तभी मयंक ने दरवाजा खटखटाया और कहा खुशबू मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है
मयंक ने फिर दरवाजा खटखटाया और कहा खुशबू मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है
तब जाकर खुशबू ने दरवाजा खोला दरवाजे खोलते बोली " जरा सी आंख लग गई थी "
मयंक ने अंदर झांका तो अंदर कोई भी नहीं था वह अंदर आ के खुशबू से बोला " गोदाम से फोन आया था कि गोदाम में आग लग गई थी । कुछ सामान बची है कितने सामने आग में जली है उसकी पुष्टि करने के लिए बुलाया जा रहा है " और मैंने दोपहर की घर वापसी जाने वाले तत्कालीन दो हवाई टिकट कटवा लिया हुं।
फिर मयंक और खुशबू दोनों कमरे में वापस आ गये ।


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